शादी के इवेन्ट मेनेजर से चुदाई- 1

फरियाज पटेल

28-04-2024

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हॉट माल सेक्स नीड कहानी में मैं अपने शौहर से लड़ कर मायके आ गयी. पर मुझे चुदाई की जरूरत थी और पैसे की भी. मैंने मेंहदी लगाने का काम शुरू किया.


दोस्तो, मेरा नाम राज है और आज मैं आपके लिए एक नई सेक्स कहानी लेकर आया हूँ. यह सेक्स कहानी मेरी एक पाठिका की है जिसकी पहली कहानी बॉय फ्रेंड से मायके में चुदाई आप सभी ने पढ़ी है. उसका लिंक दे रहा हूँ.


जिसने भी उक्त कहानी पढ़ी है, वह इस बात को समझ गया होगा कि मैं किस पाठिका की चुदाई की बात कर रहा हूँ और जिनको नहीं पता है, उनके लिए लिंक है. प्लीज एक बार अवश्य पढ़ लें ताकि इस नई हॉट माल सेक्स नीड कहानी का मजा आ सके.


यह कहानी सुनें.


दोस्तो, मेरा नाम सिबा है. मैं एक पर्दानशीं समुदाय से हूँ. मैं एक 27 साल की हाउस वाइफ हूँ और दिखने में बहुत गोरी हूँ. मेरा बदन पूरा भरा हुआ है. मैं 34 नम्बर की ब्रा पहनती हूँ, जिससे लोग हमेशा मेरे बूब्स को खा जाने वाली नजर से देखते है.


मेरा फिगर 34c-30-36 का है. मैं जब भी बाहर निकलती हूँ, लोग बस मुझे देख देख अपना लंड काबू करने की कोशिश करते हैं.


यह सब देख कर मुझे बहुत खुशी होती है. उस वक्त मैं अपनी भरी जवानी पर नाज करती हूँ कि सबके लंड खड़े करने की ताकत मालिक ने मेरे हुस्न में दी है.


आपको ज्यादा बोर ना करते हुए कहानी पर आती हूँ. यह बात आज से 6 महीने पुरानी है.


इस बार मेरी लड़ाई मेरे पति से इतनी ज्यादा हो गई थी कि मैं उसकी शक्ल तक नहीं देखना चाहती थी. इसलिए मैं अपने मायके में आ गई थी.


मेरा पति मुझे लेने बहुत बार आया पर मैं नहीं गई.


अब मैं दिन भर घर में बैठे बैठे बोर होने लगी थी. तभी एक दिन मेरी सहेली मेरे पास मेहंदी लगवाने आ गई तो मैंने उसके हाथों पर मेहंदी लगा दी.


उसको मेरी लगाई हुई मेहंदी इतनी ज्यादा पसंद आ गई कि उसने मुझे शादी में मेहंदी लगाने का आइडिया बता दिया. मैंने भी यह काम करने के इरादे से हां बोल दिया.


उसने अपनी जान पहचान वाले एक आदमी से मेरे बारे में बताया. और इत्तफाक से उसको भी एक मेहंदी आर्टिस्ट की जरूरत थी. उसने मुझे दो दिन बाद एक जगह मेहंदी के काम के लिए बुलाया.


वैसे मैं मायके में अपने बॉयफ्रेंड से हमेशा चुदाई करवाती हूँ पर मुझे ये नहीं पता था कि मेरी चूत की एक और लंड से चुदाई लिखी थी.


वह कहते हैं ना कि प्यासे के पास खुद कुंआ चल कर आता है. मैं जिसके पास गई, उसका लंड भी बहुत प्यासा था … पर मेरी चूत मतलब कुंआ की प्यास बुझाई भी और उसने मेरे कुंए में गोते भी बहुत मारे.


दो दिन बाद मैं अपनी सहेली के परिचित आदमी के द्वारा बताए हुए पते पर पहुंची और वहां मैंने काफी तादाद में महिलाओं को मेहंदी लगाई.


उन सभी को मेरा काम बहुत पसंद आया तो उस आदमी ने मुझे मेरे काम अच्छे खासे पैसे दिए.


यह पैसे उस आदमी ने मुझे अपने असिस्टेंट के हाथों दिए थे. इतने सारे पैसे देख कर मैं बहुत खुश हो गई.


उसके बाद मैंने उस आदमी के बहुत सारे ऑर्डर पर काम किया पर हमारी अभी तक आमने सामने बात नहीं हुई थी.


फिर एक दिन ऐसा आया, जहां हम दोनों की आमने सामने मुलाक़ात हुई. वह अपना काम देखने आया था. तब उसने मुझसे बात की.


उस दिन मैंने साड़ी पहनी हुई थी क्योंकि फंक्शन में मैं हमेशा ऐसे ही जाती थी.


आज जब उस आदमी से मैं मिली तो उसके नाम आदि के बारे में मैंने जाना.


वही आदमी इस सेक्स कहानी का हीरो भी है. उसका राजन था.


वह एक 40 साल का मर्द था. मर्द इसलिए कहूँगी क्योंकि उसने अपने आपको बहुत मेंटेन रखा हुआ था.


जब हमारी पहली मुलाक़ात हुई, तब उसने मेरे काम की बहुत तारीफ की और यह भी कहा कि आपके अच्छे काम की वजह से मुझे दूसरी कई शादियों के ऑर्डर भी मिले. अब मैं राजन के साथ उसकी टीम में जुड़ गई थी. दिन प्रतिदिन मैं अच्छे खासे पैसे कमाने लग गई थी.


जिससे मेरी जरूरतें भी आसानी से पूरी होने लगी थीं. राजन भी अब कुछ ज्यादा ही मेरे करीब रहने की कोशिश करने लगा.


मैं जब काम करती रहती थी तो वह खुद आकर पूछने लगता कि मैंने खाना खाया या नहीं. वह मेरी फिक्र करने लगा.


कभी मुझे घर जाने लेट होने पर मुझे घर ड्राप करने गाड़ी भेज देता.


एक बार ऐसा भी हुआ कि बहुत रात होने पर वह खुद मुझे घर छोड़ने के लिए मेरे साथ आ गया.


तब मैंने उसको अपने घर में अन्दर बुलाया, उसको चाय पिलाई, उसे अपने घरवालों से मिलाया. मेरे घरवालों को भी उसका व्यहार अच्छा लगा.


एक दिन दोपहर की बात थी. मैं मार्केट से अपने घर जा रही थी.


तभी राजन ने मुझे देखा और अपनी गाड़ी रोक दी. उसने मुझसे घर छोड़ने की बात की तो मैं उसके साथ गाड़ी में बैठ गई.


वह मुझे घर छोड़ने से पहले कॉफी शॉप ले गया. उधर हम दोनों ने वहां कॉफी पी और कॉफी पीते पीते उसने मेरी शादीशुदा ज़िन्दगी के बारे में पूछा. उसकी बात सुन कर मैं उदास हो गई.


उसने मेरी उदासी को भाँप लिया और कुछ नहीं बोला. फिर हम दोनों घर की ओर निकल पड़े.


कुछ दिन बाद राजन ने उसके पूरे स्टॉफ की एक ट्रिप सैट की जिसमें हम सब घूमने गए. हमारी टीम में 6 लेडीज और 5 जेंट्स थे.


हम सभी ने पूरा दिन बहुत एन्जॉय किया पर राजन थोड़ा उदास था. तब मैंने उसके पास जाकर पूछा.


उसने मुझे उस दिन की बात के लिए माफी मांगी और कहा- मैं समझ सकता हूँ तुम्हारी तकलीफ सिबा … क्योंकि आजकल मैं भी इस तकलीफ से गुजर रहा हूँ. काश हम दोनों पहले मिले होते, तो मैं तुमसे ही शादी करता. मैं तुमको देखता हूँ तो पता नहीं मुझे क्या हो जाता है. बस तुम सामने रहो तो अच्छा लगता है … और नजर से दूर हो, तो दिल घबराता सा है.


वह बहुत कुछ बोल रहा था. सच कहूँ, तो राजन बहुत अच्छा इंसान था और वह मेरी बहुत फिक्र करता था. इसलिए मैंने उसकी कही सब बातें सुनकर भी उससे कुछ नहीं बोला.


उस दिन हमारी इतनी ही बात हो पाई थी. और उस दिन के बाद राजन मेरे साथ ज्यादा से ज्यादा रहने लगा.


अब जब भी उसका कोई ऑर्डर होता तो वह खुद शाम को मुझे अपनी गाड़ी से छोड़ने आता. कभी कभी सुबह मुझे लेने भी आता था.


उसके काम की वजह से मैं कभी कभी 2-3 दिन बाहर भी जाने लगी थी.


वह हमारे सभी स्टॉफ को अच्छे होटल में रहने की व्यवस्था करता था. राजन अब मुझे अच्छा लगने लगा था.


एक बार की बात है. हमको शाम को शादी के अरेंजमेंट के लिए जाना था.


मैं होटल के अपने कमरे में तैयार हो रही थी. अभी मैं ब्लाउज पहन ही रही थी कि तभी राजन मुझे बुलाने मेरे कमरे में आ गया.


उसने मुझे ब्लाउज पहनते देख लिया. मैं उस वक़्त शॉक हो गई और मैं चिल्ला दी. वह बिना कुछ कहे भाग गया.


मुझे उस पर बहुत गुस्सा आया. मैं तैयार हुई और उस दिन का काम करके घर आ गई.


उस दिन के बाद से 2 महीने तक राजन का मुझे कोई फोन मैसेज नहीं आया. हां, उसके असिस्टेंट का कॉल आता था काम के लिए तो मैं काम पर चली जाती थी.


अब मैं भी उस बात को भूल गई थी.


फिर एक दिन मैं कहीं जा रही थी, तब मुझे राजन दिखा. मैं उसकी ओर गई और उसको हैलो बोला. पर वह मुझसे नजरें चुरा रहा था.


तब भी उसने मुझे घर छोड़ने की बात की तो मैं मान गई और उसके साथ घर जाने को निकल गई.


थोड़ी देर बाद राजन ने एक सुनसान जगह गाड़ी रोकी और वह मुझे सॉरी बोलने लगा.


मैंने भी उसको ‘इट्स ओके.’ बोला तो उसने मुझे प्रपोज कर दिया. मुझे राजन अच्छा लगता था इसलिए मैंने उसको हां बोल दिया.


उसने वहीं गाड़ी में मुझे किस कर दिया. शुरू में मैंने झूठा गुस्सा दिखाया पर उसको समझ आ गया था कि मुझे उसका किस अच्छा लगा.


वह मुझे फिर से किस करने लगा. मैंने उसे मना करते हुए हटाना चाहा, पर वह नहीं माना.


धीरे धीरे मैं भी उसका साथ देने लगी. राजन ने मुझे बहुत देर तक किस किया.


तभी मैंने उसको दूर हटाया और कहा- मुझे घर जाने देरी हो रही है. पहले मुझे घर छोड़ो. उसने कहा- ठीक है, छोड़ दूंगा. पर परसों तुम मेरे साथ 3 दिन के लिए गोवा चलोगी … जहां मैं तुम्हारे साथ अकेले में जी भर के प्यार करूंगा सिबा!


यह सुन मैंने उसको हां कह दिया क्योंकि मैं भी राजन से चुदाई चाहती थी.


वैसे भी मैं अपने काम की वजह से 3-4 दिन बाहर जाती हूँ, तो मेरे घर वालों को मेरे जाने से कोई आपत्ति होने वाली नहीं थी.


मैं घर आ गई और उस रात हम दोनों ने मोबाइल पर बहुत देर तक सेक्स चैट की.


हम दोनों ख्यालों में एक दूसरे को चोद रहे थे. बस ख्यालों को अब हकीकत में बदलना बाकी था.


राजन मुझे 3 दिन बाद मेरी चुदाई करने के लिए गोवा लेकर जाने वाला था. उसके लिए मैं भी बहुत तड़प रही थी.


वह दिन आ गया. हमारा सुबह जल्दी निकलने का प्लान था इसलिए राजन मुझे सुबह ही लेने घर पर आ गया.


मैं तैयार हो गई और राजन के साथ निकल पड़ी.


मुझे गाड़ी तक छोड़ने मेरी माँ आई थीं तो उन्होंने राजन से मेरा ख्याल रखने को कहा. उन्होंने मेरी माँ को आश्वासन दिया और हम दोनों निकल पड़े.


जैसे ही कुछ दूर गाड़ी निकली, राजन धीमे स्वर में बोलने लगा- आंटी जी, आप चिंता मत करो, तीन दिन तक मैं आपकी प्यारी बेटी को बहुत अच्छे से चोदूंगा … उसकी चूत को बहुत प्यार से चोदूंगा. यह सुन कर मैंने उसको घूंसा मारा तो वह हंसने लगा. बात तो उसकी भी सही थी. मैं हॉट माल सेक्स नीड के लिए उसके साथ जा रही थी.


हम दोनों फ्लाइट से गोवा पहुंचे. वहां राजन ने सारा इंतजाम कर रखा था.


हम दोनों ने गोवा पहुंच कर एक बड़े होटल में चेक-इन किया और कमरे में आ गए. कमरे में आने के बाद हम दोनों फ्रेश हुए और घूमने चले गए.


थोड़ी देर बाद जब हम घूम कर वापस आए, तो वहां थोड़ी देर बाद 2 चाईनीज या पहाड़ी सी दिखने वाली लड़कियां आईं और उन्होंने मुझसे कहा- हमारे साथ चलो! मैंने राजन की ओर देखा तो वह मुस्कुरा दिया और मुझे उनके साथ जाने को कहा.


वे दोनों मुझे एक कमरे में ले गईं. वह कमरा वैसा था जैसा मॉडेल्स या हीरो हेरोइन के तैयार होने के लिए होता है.


उन्होंने मुझसे कहा- हम तुम्हें यहां दुल्हन की तरह तैयार करेंगे क्योंकि राजन सर तुम्हें अपनी दुल्हन की तरह देखना चाहते हैं.


मैं समझ गई कि आज मेरी सुहागरात मनेगी; मैं बहुत खुश हुई थी.


उन्होंने मुझे एक कुर्सी पर बैठा दिया और मेरी टीशर्ट और जीन्स उतार कर बैठने को कहा. मैं बोली- मुझे आप दोनों के सामने बहुत शर्म आएगी!


तब उन्होंने समझाया कि वे भी लड़कियां ही हैं और शर्माने की कोई बात नहीं है. मैंने उनकी बात मान ली और अपने कपड़े उतार दिए.


फिर उन्होंने मेरे बूब्स का साइज़ चेक किया और मेरे साइज़ से एक नंबर छोटी ब्रा और पैंटी के 4-5 सैट मंगवा लिए. अब वे दोनों मेरे हाथों पैरों की वैक्सिंग करने लगीं.


उसके बाद उन्होंने मेरे हाथों पैरों पर मेहंदी लगाई. तब उसके बाद उन्होंने मेरा फेशियल किया और नहला कर पूरा अच्छे से तैयार कर दिया.


उन्होंने मेरी चूत पर उगे हुए बाल पूरी तरह साफ कर दिए थे.


इसके बाद उन्होंने मुझे एक डार्क ब्लू कलर की ब्रा और पैंटी पहना दी जो थोड़ी टाइट थी और मेरे शरीर को और उभार रही थी.


मुझे जो पैंटी पहनाई थी, वह भी डार्क ब्लू की थी … जिसके आगे थोड़ा सा जाली वाला डिज़ाइन था.


मुझे एक लहंगा पहनाया गया और हाथ में कुछ चूड़ियां और दुल्हन वाला चूड़ा पहनाया और पैरों में पायल पहनाईं. यहां तक कि उन्होंने मुझे गले में एक मंगल सूत्र पहनने को भी दिया.


मुझे पूरी तरह दुल्हन की तरह सज़ा दिया गया. मैंने जब खड़े होकर खुद को शीशे में देखा तो खुद को एक बार यकीन नहीं हुआ कि मैं इतनी ज्यादा खूबसूरत लग रही थी.


फिर वे दोनों मुझे एक कमरे में ले गईं. उस कमरे में जाते ही मैंने देखा कि कमरे में बेड को फूलों से सजाया हुया था.


मुझे उस बेड पर बैठा कर वे दोनों वहां से चली गईं. मैं बहुत उत्तेजित थी और मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है … या क्या होने वाला था!


हालांकि मुझे यह तो पता था कि आज मेरे साथ चुदाई होने वाली है. पर उसमें क्या खास होने वाला है, उससे मैं गाफिल थी.


तो दोस्तो, ये मेरी हॉट माल सेक्स नीड कहानी का पहला हिस्सा था. इसके अगले भाग में मैं आपको बताऊंगी कि कैसे राजन ने मेरा साजन बन कर 3 दिन तक मुझे चोदा और क्या क्या नए नए तरीके अपना कर मुझे कैसे कैसे खुश किया.


अगले भाग तक के लिए आपसे विदा लेती हूँ. आप मुझे अपने विचारों से जरूर अवगत कराएं. [email protected]


हॉट माल सेक्स नीड कहानी का अगला भाग:


अन्तर्वासना

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