अनजान मेसेज से हुई दोस्ती और चुदाई- 1

राजू शाह

07-01-2023

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हॉट गर्ल इरोटिक स्टोरी में एक लड़की से दोस्ती हुई मेरी … उसने गलती से मेरे नम्बर पर मेसेज भेज दिया था. मैंने उससे बात की और बात आगे बढ़ गयी. मैंने उसे अपने ऑफिस बुलाया.


सभी पाठक/पाठिकाओं को राजू शाह का प्यार भरा नमस्कार.


मेरी पिछली कहानी थी: पड़ोसन भाभी मेरे लण्ड की प्यासी


दोस्तो, अब इस नयी हॉट गर्ल इरोटिक स्टोरी का मजा लीजिये.


31 दिसम्बर को ऱात को 11 बजे मेरे नम्बर पर टेक्स्ट मैसेज आया था- आई हेट यू, मैं आपको कभी माफ नहीं करूंगी. आज के बाद कभी मुझसे मिलने की कोशिश ना करना.


हालांकि मैं भी 31 दिसम्बर की पार्टी कॉलोनी के मेम्बर्स के साथ इंजॉय कर रहा था. मैं खुद इस कशमकश में था कि ये कौन सा नया सिलसिला बनकर खड़ा हो गया. शायद मेरी ऐसी कोई गर्लफ्रेंड या भाभी से तकरार भी नहीं हुई थी, जो इतनी रात को मुझको मैसेज करे और इतनी नाराजगी दिखाए.


मैंने मैसेज पढ़कर चुपचाप मोबाइल को जेब में रख लिया और दोस्तों के साथ इंजॉय करने लगा. इस पार्टी में हमारी कॉलोनी के ही सभी बच्चे, बूढ़े, भाभियां और दोस्त लोग थे.


मैं इधर-उधर देखने लगा कि शायद इसी भीड़ में से किसी ने मैसेज भेजा हो और वो मेरी तरफ देख रहा हो, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था. देर रात पार्टी खत्म होने के बाद हम सब लोग अपने-अपने घरों में चले गए लेकिन मुझे सारी रात नींद नहीं आई.


सुबह नहाने के बाद नाश्ता करके 11 बजे मैंने अपने कमरे में बैठ कर उस नम्बर पर कॉल किया.


‘हैलो.’ ‘कौन?’


उधर से रूंधे गले से आवाज आई, शायद उसका गला बैठा हुआ था.


मैं- कौन बोल रही हैं आप? लड़की- आपको किससे काम है?


मैं- आपने रात को 11 बजे मेरे नम्बर पर मैसेज किया था. लड़की लड़खड़ाई हुई आवाज में बोली- सॉरी मैंने देखा नहीं. आपके नम्बर पर सेंड हो गया. वो मैं अपने एक दोस्त को भेज रही थी और गलती से आपके नम्बर पर चला गया. मैं माफी चाहती हूँ, आपको परेशानी हुई.


मैं बनावटीपन से बोला- वो क्या है कि सुबह मैं लेट उठता हूँ और मोबाइल सुबह भाभी ने टेबल से उठाकर चैक कर लिया. मेरी भाभी तब से मुझ पर गुस्सा कर रही हैं कि ये कौन है, जो रात को 11 बजे आपको मिलने के लिए बुलाती है? मेरा क्यों बैंड बजवाना चाहती हैं आप? लड़की- सॉरी, मैं गुस्से और टेंशन में थी तो नम्बर पर ध्यान नहीं दिया कि आपके नम्बर पर मैसेज पहुंच गया, मुझे माफ कर दो. वो डिलीट कर दो, प्लीज.


मैंने फिर से बनावटी बातें की उसके सामने- चलो ठीक है, वो तो मैं कर दूंगा, लेकिन मेरी फैमिली में सबको पता चल चुका है कि किसी लड़की का मेरे मोबाइल पर मैसेज आया है. वो सब इस बात को मानने को तैयार नहीं हैं कि वो अनजान नम्बर पर गलती से आ गया है. सब मुझ पर गुस्सा हो रहे हैं कि तू बाहर आशिकी करने जाता है या बिजनेस? शायद वो आपको वेरीफाई करने के लिए कॉल भी कर सकते हैं.


लड़की- सॉरी, मैं बहुत डिप्रेशन में हूँ और मेरे नम्बर पर किसी का कॉल नहीं करवाना, मैं आपको हाथ जोड़कर माफी चाहती हूँ. नहीं तो समाज में मेरी बेइज्जती होगी क्योंकि मेरे नालायक फ्रेंड की वजह से यह सब हुआ है. मैं इज्जतदार घर से हूँ लेकिन गलती कर बैठी.


उसकी आवाज बैठने के साथ इमोशनल भी हो चुकी थी.


मैं- ठीक है, मैं अपनी भाभी को और घरवालों को समझाता हूँ. वैसे आपका नाम क्या है? लड़की- निकिता.


मैं- ठीक है बाद में बात करता हूँ, ओके! मैंने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया.


निकिता का ये नम्बर व्हाट्सएप पर भी था तो मैंने सेवा कर लिया लेकिन दिन भर कोई बात या मैसेज नहीं हुआ.


मैं पूरा दिन अपने ऑफिस से काम निपटा कर घर आ गया.


खाना खाने के बाद थोड़ा टहलने के बाद मैं बेड पर लेटा ही था कि व्हाट्सएप पर मुझे ऑनलाइन देखते ही निकिता का मैसेज आ गया.


निकिता- हाय … सॉरी अगेन. मैं- इट्स ओके.


निकिता- क्या कर रहे हो? मैं- बिस्तर पर लेटा ही था कि आपका ख्याल आया और आपने हमें याद कर लिया.


निकिता- बस ऐसे ही सॉरी बोलने के लिए मैसेज किया. आपको मेरी वजह से अपनी भाभी और घरवालों से डांट पड़ी. वैसे और कुछ भी हुआ क्या? मुझे मेरे और आपके परिवार वालों की इज्जत जाने का भी खतरा है. मेरे से बहुत बड़ी गलती हो गई है. मैं- कोई बात नहीं, मैंने एक बार भाभी से रिक्वेस्ट किया है कि वो किसी से इस बारे में नहीं बताएंगी. और मैंने भाभी से बोल भी दिया कि वो मेरी गर्लफ्रेंड है और ऐसे ही थोड़ी सी बात पर नाराज हो गई है.


वो मेरी इस बात पर कुछ नहीं बोली और इसके बाद वो ऑफलाइन हो गई.


अगले एक-दो दिन हल्की सी हाई, हैलो होती रही.


बाद में उसने शायद मेरी गर्लफ्रेंड वाली बात पर रिवर्स मैसेज किया- अपनी फोटो भेजो. मैंने भेज दी और निकिता से भी उसका फोटो मंगवा ली.


हाय … क्या गजब की सुन्दर लगी वो … गोल्डन फ्रेम के गॉगल्स में मस्त लग रही थी और उसका गोल मटोल चेहरा बड़ा ही दिलकश था. मैंने झटके में उसको मैसेज कर दिया- क्या दोस्त मिला है मुझे!


निकिता ने भी मेरी फोटो पर रिवर्स क्लिक करके लव वाली इमॉजी भेज दी.


फिर हमारी बात आगे बढ़ने लगी. उसने बताया कि वो कॉलेज एम ए फाईनल-ईयर कर रही है. संयोग ये कि वो भी सूरत के पास ही एक कस्बे में रहती है और यूनिवर्सिटी में पढ़ती है.


अब जबकि हम एक-दूसरे से सब तरह की बातें करने लगे थे तो मैंने एक दिन बातों के बीच ही निकिता को बोला- अगर कोई जरूरत हो तो बोलना, मैंने भी इसी यूनिवर्सिटी से डबल एमए किया है. ये मैंने तब कहा था जब उसका मेरे मोबाइल पर कॉल आया था.


उसने मेरी बात सुनी और कुछ नहीं बोली. इधर मैं अपनी धुन में कहता गया- सभी लैक्चरर और स्टाफ से मेरी बहुत अच्छे से बनती थी हालांकि 2010 में एमए डबल करने के बाद पढ़ाई छोड़ कर तुरंत बाद अपना खुद का ही आईटी का बिजनेस स्टार्ट कर दिया था.


इतना सुनते ही वो फिर से कॉल के दौरान ही रोने-सिसकने लगी.


मैंने बोला- ये कौन सी बात गलत हो गई हमसे … या कोई भूल हो गई जो इतना परेशानी में हो?


वो रोते हुए और सिसकियां लेती हुई मुझसे बोली- मुझे आपसे रूबरू होकर माफी मांगनी है क्योंकि मेरी एक छोटी सी गलती की वजह से आपको घरवालों के सामने इतना जलील होना पड़ा है. ये कह कर उसने फिर से कॉल काट दिया.


अगले दिन हमारी बात हुई तो उसने बताया कि उसके पापा फोरेस्ट डिपार्टमेंट में नौकरी करते हैं. मम्मी हाउसवाइफ और उसका एक छोटा भाई है, जो दसवीं में पढ़ाई करता है. दोनों भाई-बहन स्कूटी पर एक साथ स्कूल-कॉलेज के लिए निकलते हैं. निकिता रास्ते में अपने भाई को स्कूल छोड़ कर खुद आगे यूनिवर्सिटी चली जाती है.


फिर रात को निकिता मुझसे व्हाट्सएप पर बातें की और मिलने के लिए समय पूछने लगी. मैं बोला- आप जहां बोलो, मैं आ जाऊंगा.


लेकिन हमें कोई देख ना ले ऐसी जगह मिलना था. हालांकि अभी तक मेरे दिल-दिमाग पर चुदाई वाली कोई बात नहीं थी तो मैंने कहा कि कल मकर-सक्रांति (सूर्य उतरायण) है मेरे ऑफिस पर कोई स्टाफ नहीं आएगा तो आप वहां पर आ जाना.


निकिता बोली- कल मेरी भी यूनिवर्सिटी की छुट्टी है लेकिन मैं घर पर झूठ बोल दूंगी कि मेरी यूनिवर्सिटी में काइट फैस्टिवल है और कल मैं आपसे मिलने आऊंगी. गुड नाइट एण्ड स्वीट-ड्रीम, टेक केयर राजू.


मैंने रात को फिर कई बार उसकी फोटो को मोबाइल में ही किस किया और ‘थैंक्स निकिता …’ लिख कर सो गया.


अगले दिन मैंने सुबह जल्दी तैयार होकर मम्मी से नाश्ता मांगा तो मम्मी ने गजक, रेवड़ी और परांठा परोसा.


इसी बीच भाभी ने बोला- क्या बात है देवर जी, आज भी ऑफिस जाना है? आज तो छुट्टी कर लेते, हम सब मिलकर पतंग उड़ाएंगे. मैंने कहा- भाभी, वो क्या है कि एक कस्टमर का थोड़ा अर्जेंट काम करना है. शायद दोपहर तक जल्द ही आ जाऊंगा, फिर अपन छत से पतंग उड़ाएंगे.


ये कह कर मैंने नाश्ता खत्म किया और बाहर निकल कर मैंने अपनी कार निकाल ली.


कार चलाता हुआ 9 बजे तक सीधा ऑफिस पहुंच गया. इसी बीच निकिता से कॉल पर बात हुई तो वो बोली- आधा घंटा में आपके ऑफिस के एड्रेस पर पहुंच जाऊंगी.


हालांकि मैंने देखा कि आज मेरे आस-पास के सभी ऑफिस बंद थे. मेरा ऑफिस बिल्डिंग में इस तरह से है जहां बाहर की साईड शटर लगा है और बिल्डिंग में अन्दर की साईड कांच का गेट लगा है. मैंने निकिता को मोबाइल पर बोला कि आप बिल्डिंग के अन्दर वाले गेट से एंट्री करना और गार्ड को बोलना कि राजू के ऑफिस पर जाना है.


क्योंकि गार्ड को पता है कि मेरे यहां मल्टीनेशनल कम्पनियों के मेल-फीमेल सभी क्लाइंट आते रहते हैं.


मैं अपने ऑफिस में लैपटॉप ऑन करके बैठा था कि मेरी नजर कांच के दरवाजे की तरफ पड़ी, तो मैं होशो-हवाश खो बैठा था.


वो बला सी खूबसूरत हीरोइन, नीली जींस और लाल स्कीन-टाइट टी-शर्ट में गेट पर आ चुकी थी. बालों को पेंसिल क्लिप में सुशोभित कर गॉगल्स को बालों के ऊपर ही सजा रखा था. उसने अपने कंधों पर एक पिट्ठू बैग लिया हुआ था.


मैंने कुर्सी से उठकर उसको हाथ से अन्दर आने का इशारा किया तो वो गेट को पुश कर ठक-ठक, ठक-ठक हाई-हील पहने हुए अन्दर ऑफिस में प्रवेश हो गई.


“हाई राजू, हाउ आर यू?” मैं- जस्ट फाईन एण्ड सो हैप्पी टू मीट विद यू.


निकिता ने अपना बैग उतारा और एक साईड टेबल पर रखकर हाथ बढ़ा दिया. मैंने उन मुलायम हाथों का स्पर्श किया तो सीधा करंट हाथ से दिल के रास्ते जाकर अण्डरवियर में लगा.


निकिता- आपने ऑफिस बहुत अच्छा बनाया है … आय लाइक इट. मैं- थैंक्स निकिता, ऑफिस विजिट करने वाले हमारे ऑफिस से कई गुणा अच्छे होते हैं और उनको हम बहुत पसंद करते हैं.


निकिता हंसने लगी, वो मेरे पास में ही दूसरी कुर्सी पर बैठी हुई थी.


मैंने बोला- निकिता, आपसे मिलकर बहुत खुशी हुई, वैसे आप बहुत स्मार्ट हो. हालांकि मोबाइल में जो फोटो देखी, उनसे कई गुणा सुन्दर हो क्योंकि उसमें आपकी पूरी नहीं सिर्फ चेहरे की ही फोटो आयी थी. इसी बीच निकिता को देख कर मेरा पैंट का उभार और लंड का रूप उग्र रूप साफ-साफ दिखने लगा.


मैंने रिवाल्विंग चेयर पर बैठे-बैठे ही उसको हल्का सा घुमाकर छुपाने की कोशिश की लेकिन फिर मैं वापस निकिता की तरफ ही मुँह करके बैठा रहा.


क्योंकि सब लोग जानते हैं कि किसी प्रिय से मिलते समय हम उनसे थोड़ा भी छुपकर नहीं मिलना चाहिए, सामने वाले के फेस-टू-फेस ही मिलना चाहिए.


निकिता हंसने लगी और बोली- एक छोटी सी गलती की माफी मांगने आपके यहां तक आयी हूँ जो मेरे बॉयफ्रेंड की वजह से हो गई थी.


अब जबकि निकिता के होंठ सुर्ख लाल हो चुके थे और आंखों में डबल चमक आ चुकी थी, तो मैं भी उससे खुलने लगा.


मैंने कहा- सॉरी निकिता, मैं आपकी दिक्कत समझ सकता हूँ और अब जबकि हम दोनों आपस में बेस्ट-फ्रेंड हैं तो अपनी कोई भी दिक्कत मुझसे साझा कर सकती हो. मैं आपकी हर राय की इज्जत करूंगा. ये कह कर मैं उठा और कहा- चलो मीटिंग रूम में चल कर बैठते हैं.


मैं उठकर आगे-आगे चला और निकिता अपना बैग उठाकर मेरे पीछे-पीछे ठक-ठक करती हुई मीटिंग रूम में आ चुकी थी.


उसे मैंने सोफे पर बैठने का इशारा किया तो वो बैठ गयी और उसके दांए वाले सोफे पर मैं बैठ गया.


मैंने निकिता की तरफ प्यारी नजर डाली क्योंकि अब तो उसके कातिल हुस्न … या कहूं कि उस सेक्सी डॉल से नजर हटाने की मेरी कोशिश नाकाम ही साबित हो रही थी.


“सॉरी निकिता, यहां आस-पास में आज कोई कैंटीन या दुकान भी नहीं खुली हुई है, अपन यहां फ्रीज में रखी कोल्डड्रिंक ले सकते हैं.” मैं उठने लगा तो ऩिकिता ने बोला- नहीं, नहीं, उसकी कोई जरूरत नहीं है, आप यहीं बैठो, वो बाद में करेंगे.


जब उसने कहा कि बाद में करेंगे, तो मैं सोचने लगा कि किस बात के बाद में करने की कह रही है. मैंने बस उसकी देख कर मुस्कुरा दिया.


“राजू, जो भी हो आप मेरे एक अच्छे दोस्त हो और ना जाने कैसे किस्मत से मिले हो, लेकिन अपनी दोस्ती को किसी की नजर ना लगने देना.” मैं- वादा निकिता.


निकिता- राजू, दरअसल मैं इस रास्ते पर एक बार धोखा चुकी हूँ. उसने ये बोलते हुए अपना बैग खोला.


मैं उसके चिकने हाथों और उसकी पूरी बॉडी को निहार रहा था. उसने अपने बैग से नाश्ते का एक डिब्बा निकाला और दो फ़िज़ की बोतल निकाली.


नाश्ते का डिब्बा खोल कर सामने सेंटर टेबल रखा और बोली- मम्मी ने उत्तरायण का आज स्पेशल नाश्ता बनाया था और हर दिन की तरह आज भी मेरी मम्मी ने डब्बा पैक करके दिया है. लो खाओ.


निकिता ने बताया कि उसने एक महीना पहले ही किसी लड़के को बॉयफ्रेंड बनाया था और 31 दिसम्बर रात को हमने न्यू-ईअर पार्टी में मिलने का प्लान बनाया था, लेकिन जब शाम को मैंने उसे कॉल किया तो उसने कॉल नहीं उठाया और उसने ऐसा कर मेरा दिल तोड़ा तथा मेरे सभी सपनों पर पानी फेर दिया.


मैंने कहा- सॉरी निकिता, आपके साथ जो गलत हुआ, मैं वो परेशानी समझता हूँ और अपनी फ्रेंड-शिप में मैं कभी आपका दिल नहीं दुखाऊंगा.


ये कहते हुए मैं सोच रहा था कि क्या बीस वर्ष की उम्र में अभी तक निकिता वर्जिन ही रही होगी. क्योंकि उसके शरीर को देखकर लगता नहीं था कि वो अभी तक चुदाई से अछूती रही हो.


क्योंकि निकिता एक भरे पूरे जिस्म की 5 फुट 6 इंच के मादक शरीर की मालकिन थी जो किसी का भी कत्ल कर सकती थी. निकिता ने अपना बांया पैर उठाकर दांए पैर पर रख लिया और मेरी तरफ झुक कर बैठ गयी.


इस तरह उसका बांया गोल-मटोल कूल्हा ऊपर उठ गया था और जांघों में फंसी स्कीन टाइट जींस तथा स्लेटी कलर हाई-हील के सैंडल उसके पैरों की ब्यूटी में चार चांद लगा रहे थे.


मैं तो देखते ही पागल होता जा रहा था.


उसके चूतड़ 38 इंच की चड्डी और जींस में फंसे हुए एकदम साफ़ उभर कर दिख रहे थे. ऊपर लाल टी-शर्ट में 36 इंच की ब्रा में चुच्चे एकदम टाइट बंधे हुए थे. पेट एकदम सपाट था, 30 इंच की कमर पर उसकी टी-शर्ट बिल्कुल चिपकी हुई थी.


हम दोनों टिफिन से नाश्ता कर रहे थे और फ़िज़ पी रहे थे.


मेरी तो निकिता से नज़र ही नहीं हट रही थी मानो आज मेरे सामने कोई काम की देवी मेरे सामने बैठी हो.


इसी बीच निकिता ने नर्वस होते हुए बोला- राजू, मेरे से बहुत बड़ी गलती होने वाली थी कि मैं किसी नालायक को अपना दिल दे बैठी थी … और अच्छा हुआ मेरी उससे दोस्ती टूट गई वरना मुझे तो अब पता चला कि वो एक नम्बर का दारूबाज और रंडीबाज था.


निकिता अपने बालों को अपनी उंगलियों से ऊपर उठाते हुई बोल रही थी.


दोस्तो, मैं बस निकिता को देखे जा रहा था. मुझे उस वक्त सिर्फ उसकी मदमस्त जवानी ही दिख रही थी कि कैसे उसे चोद दूँ.


उसकी कुंवारी चूत की मैंने किस तरह से सील फाड़ी, वो सब मैं सेक्स कहानी के अगले भाग में लिखूंगा. आप मुझे ईमेल से व कमेंट्स से बताएं कि हॉट गर्ल इरोटिक स्टोरी कैसी लग रही है. [email protected]


हॉट गर्ल इरोटिक स्टोरी का अगला भाग: अनजान मेसेज से हुई दोस्ती और चुदाई- 2


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