प्यासी आंटी की मालिश और चूत चुदाई

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22-12-2022

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Xxx आंटी चुदाई का मौक़ा मुझे तब मिला जब मैं एक घर में बिजली का काम करने गया. वहां मुझे एक सेक्सी आंटी मिली. वे मुझे बार बार काम के बहाने बुलाने लगी.


नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम सैम है और मैं अजमेर राजस्थान से हूं. मेरी उम्र 27 साल है. हाइट 5 फुट 9 इंच है. मैं शादीशुदा हूँ.


मैं पेशे से एक बिजली और इलेक्ट्रॉनिक सामान सुधारने वाला टेक्नीशियन हूँ. मेरा हथियार 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है.


यह Xxx आंटी चुदाई वाली बात आज से 5 महीने पहले की है. उस समय मेरी जॉब अभी अजमेर में ही है. मैं एक बहुत पॉश कॉलोनी में जाकर अपनी जॉब करता हूँ. उधर पर बहुत पैसे वाले और बड़े लोग रहते हैं.


मैं उस दिन किसी बंगले पर एक कम्पलेंट देखने गया था. वहां मुझे एक आंटी जी मिलीं, जिनका नाम रेखा (बदला हुआ) था. उनकी उम्र कोई 40 साल की रही होगी.


उनके बाथरूम के स्विच में करंट आने की शिकायत मिली थी. उस वक्त वो शायद नहाने ही जा रही थीं. उनके कपड़े कुछ गीले हो चुके थे.


आंटी को बाथरूम में जाते देख कर मैंने थोड़ा मुस्कुराते हुए उन्हें बाथरूम में जाने से रोका और उनसे बाहर आने को कहा.


उनके बाहर आते ही अन्दर जाकर मैंने उनके बाथरूम के खराब स्विच को सही कर दिया. इस बीच मैं उनको ही देख रहा था.


जैसा कि मैंने लिखा कि उन आंटी जी के आधे कपड़े गीले हो चुके थे, उससे उनके कपड़े उनके मम्मों पर टाइट चिपके हुए थे और पीछे से कपड़े उनकी गांड में घुसे हुए थे.


मैंने अपना काम किया और उनके बंगले से निकलने लगा. उन्होंने मुझे एक मीठी मुस्कान के साथ वहां से विदा करते हुए धन्यवाद कहा.


मैंने व्हाट्सएप पर उनकी कम्पलेंट को ठीक करने का मैसेज कर दिया और उनको बता दिया कि ये मेरा नंबर है. आपको कोई भी परेशानी हो तो आप मुझे फोन कर सकती हो. उन्होंने ओके लिख दिया.


मैं उनका नम्बर भूल गया और ऐसे ही बहुत दिन बीत गए. एक बार मुझे शाम कल 7 बजे कॉल आया.


उन्होंने अपना नाम रेखा बताया और मुझे बताया कि उनका फ्रिज काम नहीं कर रहा है.


मैं उनके बंगले पर गया. मैंने बेल बजाई.


अन्दर से वो आंटी ‘आती हूँ …’ की आवाज देती हुई बाहर आईं.


उस दिन आंटी लाल रंग की साड़ी में बाहर आईं और हमने एक दूसरे को नमस्ते की. मैं अन्दर बंगले में चला गया.


उन्होंने बताया कि उनका फ्रिज नहीं चल रहा है. मैंने चैक किया तो पाया कि उनके फ्रिज वाले सॉकेट में सप्लाई नहीं आ रही थी,


मुझे ऐसा समझ में आ गया कि किसी ने जानबूझ कर एमसीबी बॉक्स से सप्लाई को बंद कर दिया है. मैं ऐसे ही थोड़ी देर इधर उधर की बातें करने लगा.


उस दिन वो आंटी जी बहुत सुंदर लग रही थीं. उनका 38-36-40 का साइज बड़ा ही मस्त लग रहा था.


मैंने उनसे बात करना शुरू की. तो उन्होंने बताया कि वो ज्यादातर अकेली ही रहती हैं. उनके हस्बैंड का खुद का बिजनेस है, जिसके चलते वो ज्यादातर घर से बाहर ही रहते हैं. आंटी जी की 2 लड़कियां हैं, वो अभी दिल्ली में उनकी बहन के घर में रह कर पढ़ रही हैं.


मैंने इधर उधर की बात करना जारी रखी. तब तक उन्होंने मेरे लिए चाय बनाई. मैं भी चाय पीते हुए उनसे बातें करने में लगा रहा और बार बार उनके बूब्स और गांड को देखता रहा.


वो बार बार मेरे सामने आगे पीछे चलती हुई अपने काम कर रही थीं और अपनी गांड मटकाती हुई मुझे दिखा रही थीं. कुछ देर बाद मैंने उनका फ्रिज चालू कर दिया और मैं घर आ गया.


मैंने उनके नंबर को सेव किया और मैं खाना खाकर फ़ोन चलाने लगा. मैंने फेसबुक पर आंटी को सर्च किया और देखा कि उन आंटी जी ने अपनी बहुत सारी फोटोज को प्रोफाइल में लगा रखी थीं.


मैंने रात को उनके व्हाट्सैप पर कमेंट्स करते हुए लिखा कि फेसबुक पर आपकी फ़ोटो बहुत अच्छी हैं. उस वक्त आंटी ऑनलाइन नहीं थीं. मैं बस लिख कर सो गया.


मैंने उनका मैसेज सुबह पढ़ा, जिसमें उन्होंने मुझे धन्यवाद लिखा था और एक स्माइल का इमोजी भी था. उन्हें मैंने सुबह गुड मॉर्निंग विश किया और अपने काम पर जाने की तैयारी करने लगा.


दिन के वक्त मेरे पास उनका मैसेज आया- हैलो सैम, मेरी तबियत ठीक नहीं है. क्या तुम मेरे बंगले पर आ सकते हो. मैंने ओके लिखा और दो बजे उनके बंगले पर पहुंच गया.


मैंने देखा कि आज उन्होंने एक नाइटी पहन रखी थी, जिसका गला बहुत ही ज्यादा खुला हुआ था. उनकी अन्दर से काली ब्रा तक साफ़ दिख रही थी. वो बहुत ही हॉट माल लग रही थीं.


मैं उनके पास गया तो उन्होंने मुझे बिठा कर दरवाजा बंद कर दिया और बोलीं- मेरे सिर में बहुत तेज़ दर्द हो रहा है, क्या तुम मेरे सिर में थोड़ी देर मालिश कर दोगे. शाम को मेरे पति घर वापस आएंगे, तब मैं डॉक्टर को दिखाने जाऊंगी. तब तक तुम मेरी मालिश कर दो, जिससे मुझे थोड़ा आराम मिल जाएगा.


कब से मैं भी यही चाह रहा था कि कब आंटी जी के सुंदर शरीर को छूने का मौका मिले. मैंने तुरन्त हामी भर दी. मैंने उनको सोफे पर लेटने को बोला और खुद भी सोफे पर बैठ गया.


उनके सिर को मैंने अपनी जांघों पर रखा और धीरे धीरे उनके सिर को दबाने लगा. वो बिल्कुल सीधी लेटी हुई थीं और आंखें बंद कर रखी थीं.


मैं सिर को दबाने के साथ साथ उनके बूब्स को भी हल्के हल्के से दबा रहा था जिससे उन्होंने अपने दोनों पैरों को एक दूसरे पर चढ़ा लिया था और वो अपने खुद के ही पैरों को आपस में रगड़ रही थीं. ऐसा शायद वो अपनी उत्तेजना को दबाने के लिए कर रही थीं. मैंने उनसे कहा- आंटी, आप कहें, तो मैं आपकी कमर की भी मालिश कर दूँ. आपको बहुत आराम मिलेगा.


उन्होंने हामी भर दी और बहुत ही कातिलना मुस्कान देती हुई बोलीं- रूम में आ जाओ, वहां ठीक रहेगा. मैंने समझ लिया कि आज काम उठाने का मौका मिल गया समझो.


मैं बाम की शीशी उठा कर उनके पीछे पीछे चलने लगा. वो गांड मटकाती हुई जाकर पलंग पर लेट गईं.


मैंने अपने हाथ में बाम लगाई और पीछे से नाइटी के बटन खोल दिए. मैं मालिश करने में लग गया.


मालिश करने में बार बार आंटी जी की ब्रा बीच में आ रही थी तो आंटी ने बोला कि इसको खोल दो. मैंने ब्रा खोल दी और अब मैं उनकी नंगी पीठ की मालिश करने लगा.


मैं अपनी कोहनी से बार बार उनके कूल्हों को दबा रहा था, इससे उन्हें बहुत मज़ा आ रहा था. थोड़ी देर बाद वो सीधी लेट गईं और बोलीं- सामने से भी कर दो.


सामने से उनकी ब्रा थोड़ी ऊपर हो गई थी. मैं मुस्कुराते हुए उनकी ब्रा को सही करने लगा, तो उन्होंने खुद ही अपनी ब्रा को हटा दिया. आंटी बोलीं- अब आराम से करो.


मैंने अपने एक हाथ से उनका एक दूध पकड़ा और हल्का सा दबा दिया. आंटी ने हल्की सी मादक आह निकाल दी. मैं समझ गया कि उन्हें मजा आ रहा है.


फिर मैंने अपने दोनों हाथ से उनके दोनों मम्मों को पकड़ा और मसलने लगा. उनके मुँह से आह आह की आवाज निकलने लगी.


आंटी ने हाथों की दोनों मुट्ठियों से बिस्तर की चादर को कसके पकड़ लिया और अपने दोनों पैर एक दूसरे के ऊपर चढ़ा लिए. मैंने उनकी तरफ देखा तो उन्होंने आंखें बंद कर रखी थीं.


देर ना करते हुए मैंने सीधे अपने होंठ उनके होंठों पर रख दिए.


इतना करते ही आंटी जी ने आंखें खोल दीं और अपने दोनों हाथ मेरे गले में डाल कर बोलने लगीं- प्लीज सैम में बहुत प्यासी हूँ. आज तू मेरी प्यास बुझा दे. मैंने भी देर ना करते हुए उनके एक दूध को अपने मुँह में भर लिया और बहुत जोर जोर से चूसने लगा.


आंटी ने भी अपने हाथ को नीचे किया और मेरी पैंट के ऊपर से ही मेरे लंड को पकड़ लिया. वो कुछ देर लंड को पैंट के ऊपर से ही मसलती रहीं फिर न रहा गया तो वो मेरी पैंट के अन्दर हाथ डालने लगीं.


मैं भी आंटी के ऊपर चढ़ गया और उनको चूमने लगा. कुछ देर बाद मैंने उन्हें बिठाया और उनके कपड़े खोल दिए.


उन्होंने ब्लैक रंग की मैचिंग की चड्डी पहन रखी थी. मुझसे रहा नहीं गया और मैं झट से उनकी पैंटी के ऊपर से ही उनकी चूत को रगड़ने लगा; साथ ही मैं अपने मुँह से उनके दूध पीने लगा.


आंटी जी की सांसें तेज़ होने लगीं और कमरे में उनकी ‘आह आह सीई …’ की आवाजें तेज होने लगीं.


अब मैंने अपनी दो उंगलियां उनकी चूत में डाल दीं और आगे पीछे करने लगा. उनसे भी रहा नहीं जा रहा था. उन्होंने मुझे पलंग पर लिटा दिया और मेरे कपड़े खोल दिए.


मैं नंगा हुआ तो आंटी ने अपनी पैंटी को भी उतार दिया. उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था.


वो मेरे पास आईं और मेरे मुँह की तरफ गांड करके अपनी चूत को मेरे मुँह पर लगा दिया. वो बोलीं- चाट मेरे राजा और मुझे भी चूसने दे.


वो मेरे मुँह के ऊपर अपनी चूत को हिलाने लगीं और खुद नीचे होकर मेरे 7 इंच के लंड को मुँह में ले लिया. दस मिनट की चूत लंड चुसाई के बाद वो सीधा हो गईं और मेरे ऊपर छा गईं.


उन्होंने मुझे चूम कर कहा- तुम लेटे रहो, मैं सब कर लूंगी. मैं चुपचाप लेटा रहा.


वो मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर घुसने लगीं और मेरे लंड पर बैठ गईं. लंड अन्दर घुस गया तो आंटी ने एक मीठी आह भरी और ऊपर से गांड हिलाने लगीं.


वो Xxx आंटी चुदाई में बहुत अनुभवी औरत थीं … और बहुत प्यासी थीं. मगर आंटी का बदन जरा स्थूल था तो दस मिनट में ही वो थक गईं और नीचे आने की कहने लगीं.


वो बोलीं- अब तुम्हारी बारी है. मैं आंटी जी के ऊपर आ गया और उनकी गांड के नीचे तकिया लगा कर उनकी चूत को चाटा.


चूत एकदम रस से भरी थी बड़ा मस्त स्वाद आ रहा था. मगर आंटी से रहा नहीं जा रहा था. वो बोलीं- चाट बाद में लेना. अभी लंड पेलो.


मैंने अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया और सटासट चुदाई करने लगा. साथ ही मैं उनके चूचे पीने लगा और चूत चोदता रहा.


दस मिनट बाद मैंने उनसे कहा- मेरा निकलने वाला है, कहां गिराऊं? उन्होंने मुझे कसके पकड़ लिया.


मेरी कमर पर पाँव कस लिए और बोलीं- मेरे अन्दर ही छोड़ दो. मैंने अन्दर ही अपना माल गिरा दिया और मैं झड़ कर कुछ मिनट तक उनके ऊपर ही पड़ा रहा.


बाद में उठ कर मैं बाथरूम में गया. वो भी पीछे पीछे आ गईं.


हम दोनों साथ में नहाये और उधर ही एक बार फिर से चुदाई के मजे लिए.


मैंने आंटी को बाथरूम में ही घोड़ी बना कर चोदा … उनकी चूत में लंड ठोक दिया और आंटी के दूध पकड़ कर उन्हें ताबड़तोड़ चोदने लगा.


आंटी को भी लंड के मज़े आ रहे थे. Xxx आंटी चुदाई करती हुई मस्त आवाजें निकाल रही थीं.


मैंने उन्हें बीस मिनट तक चोदा और फिर से उनकी चूत में रस छोड़ दिया.


आंटी काफी थक गई थीं. फिर मैं उन्हें सहारा देकर बाहर आ गया और उन्हें बहुत किस किए.


आंटी को चोद कर मैं अपने घर आ गया. अब हम दोनों को जब भी टाइम मिलता है, हम दोनों बहुत एन्जॉय करते हैं.


आंटी ने मुझसे अपनी गांड भी मरवाई थी’ वो घटना मैं फिर कभी लिखूँगा.


सच बताऊं तो चुदाई का जो मज़ा एक आंटी के साथ आता है, वो मज़ा एक लड़की नहीं दे सकती. दोस्तो, यह थी मेरी पहली Xxx आंटी चुदाई कहानी, आपको कैसी लगी, मुझे जरूर बताना कमेंट्स में!


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