गाली के बदले मिली भाभी से चूत

नितेश जयपुर

27-09-2023

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देवर भाभी का सेक्स का मजा मुझे मेरी नयी नवेली भाभी ने दिया. गलती से एक दिन भाभी ने मुझे गाली बक दी. मैंने भाई को बताने की धमकी दी. तो भाभी ने क्या किया?


दोस्तो, मेरा नाम नितेश है. मैं जयपुर में रहता हूँ. मुझ अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ते हुए कई साल हो गए हैं. मेरी हाईट 6 फीट है.


मेरा लंड इतना बड़ा है कि इसके नीचे कोई भी चूत हो, संतुष्ट जरूर हो जाएगी.


अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली सेक्स कहानी है, अगर आपको पसंद आए तो जरूर बताना.


यह देवर भाभी का सेक्स आज से 2 साल पहले का है. मेरे भाई की शादी हो चुकी थी और मेरी भाभी का घर में आना हो गया था.


भाभी का नाम खुशबू है. मेरी भाभी की हाइट 5.5 है. मेरी भाभी कसम से गजब पटोला हैं, उन्हें देखते ही लंड में पानी आ जाता है.


एक दिन की बात है. भाभी खाना बना रही थीं.


मैं उनके पास गया और कहा- भाभी, खाना खिला दो. उन्होंने कहा- बैठ जाओ, मैं परोस देती हूँ. मैं बैठ गया.


भाभी ने थाली में खाना परोस कर मेरे सामने रखते हुए कहा- लो खाना खा लीजिए देवर जी. मैं खाना खाने लगा.


उस दिन रोटी कुछ ज्यादा ही मोटी बनी थी.


भाभी किचन में गर्म गर्म रोटियां सेंक रही थीं.


मैंने भाभी से बोला- मुझको पतली रोटी पसंद हैं भाभी. प्लीज मेरे लिए पतली रोटी बना दो ना!


भाभी मोटी रोटी ही बनाती हैं, पर मेरे कहने पर उन्होंने पतली रोटी बना देती थी.


पर भाभी को आज पता नहीं किस बात का गुस्सा आ रहा था. भाभी ने कह दिया- तेरी मां की चूत. खाना है तो खा, नहीं तो चल यहां से … आजकल बहुत नखरे करने लगा है तू!


मैंने भी उनके मुँह से ये सुना तो पलट कर जवाब में बोल दिया- तू क्या बिना अपनी मां की चूत के ही पैदा हो गई थी!


भाभी ने कहा- गलती से निकल गया सॉरी! मैंने बोला- मैं भईया को बोलता हूं.


मैंने ऐसा बोला तो भाभी डर गईं. चूंकि वे नई नई थीं.


उन्होंने मुझसे कहा- सॉरी देवर जी, प्लीज किसी को मत कहना यार, गलती हो गई मुझसे. मैं तुम्हारे लिए पतली पतली रोटी बना देती हूँ. मैंने कहा- अच्छा … ये सही है. पहले मुझको गाली दी और अब कह रही हैं कि मुझको गलती हुई मैं भुला दूँ! तो भाभी ने कहा- जी गलती हो गई यार. तुम जो चाहो, वो कह सकते हो.


मैंने मौका देख चौका लगा दिया. मैंने कहा- एक बार गाली में जो बोला वह दे सकती हो?


भाभी समझ गईं कि मैं चूत देने की बात कर रहा हूँ.


वे मना करने लगीं- अरे ये क्या बात हुई. वह कैसे दे सकती हूँ. वह तो तुम्हारे भैया की है. मैंने कहा- कोई बात नहीं, मैं भाई को बोल दूंगा कि आप मुझको ऐसे बोल रही थीं.


मेरा इतना कहने पर भाभी मजबूर हो गई थीं और वे मान गईं.


उन्होंने कहा- आपके भईया चले जाएं. उसके बाद आपको जो चाहिए, वह ले लेना … मैं आपको दे दूंगी. पर अभी किसी को मत बोलना. मैंने कहा- एक बार साफ साफ बता दो कि आप मुझे वह देने के लिए राजी हो गई हैं. वरना बाद में कहने लगो कि मैंने ये तो कहा ही नहीं था.


भाभी हंसने लगीं और बोलीं- तुम ही बता दो कि तुमको क्या चाहिए? मैंने कहा- नहीं ये तो आपको ही बताना पड़ेगा. वर्ना आप कहोगी कि मैंने आपसे चूत मांगी थी.


यह सुनकर वे हंसने लगीं और बोलीं- अब तो तुमने अपने मुँह से कह ही दिया है कि तुमको मेरी चूत चाहिए … तो ले लेना यार. मैं भी मस्ती से दूँगी. पर मजा न आया तो बेलन गांड में घुसेड़ दूँगी … बता दिया. मैंने कहा- आपको जो मन में आए, वह कर लेना. बस चूत चोदने के लिए खोल देना.


वे बोलीं- सिर्फ चोदना ही है या चाटना भी है. मैंने कहा- साफ होगी तो चाट भी लूँगा.


इस तरह से हम दोनों में काफी देर तक सेक्सी बातें होती रहीं.


मेरे भाई सरकारी कर्मचारी हैं, उनकी ड्यूटी ऐसी है कि वे घर पर 10-15 दिन से ज्यादा रुकते नहीं हैं.


कुछ दिनों बाद भईया जॉब पर चले गए.


मैंने दिन में ही भाभी को अपना लंड खुजला कर इशारा कर दिया था. उसी रात को भाभी ने एसएमएस किया कि कमरे में आ जाओ.


मैं उनके रूम में पहुंचा तो भाभी बोलीं- जो करना है. जल्दी करो और जाओ. मैंने कहा- मेरा तो फर्स्ट टाइम है, तो पूरा टाइम लूँगा.


भाभी ने खुश होते हुए कहा- अच्छा जी. तुम्हारा फर्स्ट टाइम है तो ठीक है. जैसे लेना हो वैसे ले लो जी. मैंने कहा- हां, वो तो मैं अपनी मर्जी से ही लूँगा.


भाभी ने कहा- किस तो कर लोगे ना! मैंने कहा- हां, किस करने में तो मैं एक्सपर्ट हूँ.


वे बोलीं- किसी की ली भी है या ऐसे ही कह रहे हो? मैंने कहा- क्या ली है? साफ साफ कहो न भाभी जी!


उन्होंने कुछ कहने की जगह एक्शन लिया. अपने मुँह की जगह चिकनी चूत मेरे सामने कर दी. मैंने कहा- किस तो मुँह पर होता है न!


उन्होंने कहा- तुमको मज़े करने हैं या बकचोदी करना है? मैंने कहा- मजा लेना है.


तब भाभी ने कहा- तो जैसा मैं कहती हूँ, वैसे करो. फुल मजा दूँगी. ये कह कर भाभी चित लेट गईं.


उन्होंने अपनी दोनों टांगें फैला दीं और चूत खोल कर उस पर हाथ फेरते हुए कहा- आ जाओ देवर जी. अपनी भाभी की चिकनी चूत चाट लो. मैंने भाभी की चूत पर मुँह रखा और किस करने में लग गया. देवर भाभी का सेक्स शुरू हो गया.


तभी मेरी भाभी अपनी गांड को उठाने लगीं और आह आह करने लगीं.


मुझको भी उनकी चूत चाटने में मजा आने लगा. उनकी चूत का स्वाद बहुत ही मस्त लग रहा था. बिल्कुल ऐसा स्वाद था जैसे नमक मिली पेप्सी पी रहा हूँ.


भाभी अपनी गांड को उठा कर चूत को मेरे मुँह पर दबा रही थीं और अपने दोनों हाथों से मेरे सर को अपनी चूत पर दबा रही थीं. उनके मुँह से ‘आह आह …’ की तेज स्वर में आवाज निकल रही थी.


उनकी आवाजों से मेरा लंड भी एकदम खड़ा हो गया था.


कुछ देर बाद भाभी ने कहा- बस बहुत हुआ चूत चाटना. अब तुम 69 में मेरे ऊपर आ जाओ. मैंने कहा- ये 69 क्या होता है?


वे सर पीटती हुई बोलीं- हाय रे मेरे अनाड़ी देवर … क्या तुम्हें सच में नहीं मालूम कि 69 किसे कहते हैं? मैंने ना में सर हिला दिया.


भाभी ने बताया- तुम मेरी चूत चाटना और मैं तुम्हारा लंड चूसूँगी. इसे 69 कहते हैं. अब आ जाओ.


यह सुनकर मैं झट से भाभी के ऊपर चढ़ गया. उन्होंने मुझे इस तरह से सैट किया कि मैं उनकी चूत को … और वह मेरे लंड को चूस रही थीं. मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा था.


इस तरह दोस्तों उस दिन पहली बार भाभी ने ही मुझको बताया था कि इसे 69 पोज कहते हैं. मुझे उस पोज में चूत चूसते हुए अपना लंड चुसवाना बड़ा मस्त लगा था.


कुछ समय बाद मेरे लंड से पानी निकल गया.


उस समय मुझे बहुत मजा आया था जब भाभी ने मेरे लंड का रस चूस लिया था.


कुछ देर बाद भाभी भी झड़ गई थीं. मैंने भी उनकी मलाई चाट ली थी और चूत को चाट कर चमका दिया था.


भाभी मेरे लंड की तारीफ कर रही थीं और बार बार बोल रही थीं- आज तो चुदने में मजा आएगा.


मेरे पूछने पर भाभी ने बताया कि तुम्हारा लंड तो तुम्हारे भाई के लौड़े से काफी बड़ा है. मैंने कहा- तो एक बार फिर से चूस कर खड़ा कर दो.


भाभी मेरे लंड को फिर से चूसने लगी थीं. धीरे धीरे मेरा वापस लंड खड़ा होगा.


भाभी ने कहा- अब मेरी चूत का बाजा बजा दो. मेरे सामने भाभी की खुली चूत थी.


मैंने लंड को चूत पर सैट किया और एक झटका दे मारा. मेरा लंड चूत से फिसल गया.


भाभी ने अपनी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और कहा- मेरे राजा, तेरी भाभी की चूत का बजा दे बाजा.


मैंने फिर से झटका मारा तो आधा लंड चूत में घुस गया था. भाभी के मुँह से आवाज आई- आ आ आ … धीरे … मार डाला.


मैंने कहा- क्या हुआ भाभी, क्या बाहर निकाल लूँ?


भाभी ने कहा- नहीं … आह ऊह … आज तो पूरा मजा आने दे मेरे राजा.


मैं भी मस्ती में था तो मैंने अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया था.


मुझे भाभी की चूत चोदने में मजा आ रहा था.


मैं एक बार झड़ चुका था तो जल्दी झड़ने का कोई चांस ही नहीं था.


मेरे कड़क लंड की मार से भाभी भी ‘आ … अह.’ कर रही थीं.


थोड़ी देर बाद भाभी ने मुझे नीचे किया और खुद ऊपर आ गईं.


उसके बाद तो मुझको पता ही नहीं था कि मैं किस जन्नत में सैर कर रहा हूँ.


भाभी की चूत में लंड चल रहा था और उनकी एक चूची मेरे मुँह में रस घोल रही थी.


और भाभी भी गांड हिला हिला कर लंड से अपनी चूत का भोसड़ा बनवा रही थीं. वे अपने हाथ से पकड़ पकड़ कर दोनों चूचियों को बारी बारी से मेरे मुँह में दे रही थीं.


थोड़ी देर बाद भाभी ने मुझको टाइट पकड़ लिया और जोर जोर से चोदती हुई मेरे सीने पर ही निढाल होकर गिर गईं. उसी बीच मेरा भी वीर्य निकल गया और भाभी की चूत में ही गिर गया.


मुझको उस दिन पता लगा कि सेक्स की भी इतनी मजेदार दुनिया होती है.


उस रात भाभी खुद मुझसे अलग अलग तरीके से चार बार चुदीं. उन्होंने मुझको भी तरह तरह से चूत चोदना सिखाया.


फिर भाभी ने ये भी कहा कि मुझको पता होता कि तुम्हारा लंड इतना बड़ा है, तो मैं पहले ही गाली दे देती. इस बात पर हम दोनों खूब हंसे.


भाभी ने कहा- यार, मुझको तेरा लंड पसंद आ गया है. अब रोजाना तू मुझको ऐसे ही चोद दिया करना.


मैंने भाभी से कहा- मुझको भी मजा आया. आप जब चाहें, तब मेरा लंड आपकी सेवा में उपस्थिति रहेगा.


भाभी मेरी फैन हो गईं. उनको अब एक लड़की हो गई है.


जब कभी भाभी को किसी चीज की जरूरत होती है तो वे बिना किसी झिझक के मुझको बोल देती हैं … और मैं उनकी हर बार मान लेता हूँ.


साथ में मुझको जब भी पैसों की ज़रूरत होती है, तो वे मुझे दे देती हैं.


भाभी एक दिन बोल रही थीं कि उनकी एक सहेली है, उसको भी चोदना है.


दोस्तो, इस बार जब मैं भईया की अनुपस्थिति भाभी को उनके कमरे में चोदने गया तो उनकी सहेली को कैसे चोदा. वह मैं अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा.


अब तो जब भईया घर में नहीं होते, तब वे मेरे लंड से चुदे बिना नहीं रहतीं और उनको चुदाई के बिना नींद ही नहीं आती है. मुझको भी भाभी की चूत चोदने का ऐसा चस्का लग गया कि मेरा घर से दूर जाने का ही मन नहीं करता है.


अब मैं एग्जाम की तैयारी कर रहा हूँ और आज भी भाभी को याद करता हूँ. जब भी मैं घर जाता हूँ तो मन लगा कर भाभी को खूब चोदता हूँ.


आप लोगों को देवर भाभी का सेक्स में मजा आया? प्लीज बताएं. मेरी मेल आईडी है [email protected]


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