तीन समलैंगिक पुरुष और एक की पत्नी- 2

वालमिक्स

13-11-2022

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फ्रेंड वाइफ सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरा दोस्त अपनी बीवी की गांड मारना चाहता था मगर वो डरती थी. मेरा दोस्त अपनी बीवी को मेरे पास लाया तो मैंने उसे सब सिखाया.


मैं रवि आपको सेक्स कहानी में अपनी समलैंगिक दास्तान सुना रहा था. कहानी के पिछले भाग मेरी गांड मारने वाल पुराना दोस्त मिला में आपने पढ़ा था कि सोनी तापोश और मैं कॉलेज के दोस्त थे. सोनी और तापोश हॉस्टल में मेरी गांड मारा करते थे.


आज 54 साल की उम्र में सोनी और मेरी फिर से मुलाकात हुई. सोनी का तलाक हो गया था, मेरी बीवी का देहांत. हम दोनों ने एक साथ रहने लगे. सोनी ने मेरी गांड मारी. हम दोनों संतुष्ट थे.


अब आगे फ्रेंड वाइफ सेक्स कहानी:


हम दोनों ने तय किया कि शराब सिर्फ शनिवार को ही पिएंगे. इस तरह 2 महीने बीत गए.


सोनी और मैंने सेक्स वीडियो देखकर बाकी कल्पना से नए नए आसन में सम्भोग किया. एक शनिवार को हम दोनों शराब पीते समय आगे की जिंदगी में क्या करना है, इस पर चर्चा करने लगे.


मैं- मैं काम से तंग आ गया हूँ, हमारी फैक्ट्री में नोटिस लगा है कि जो लोग खुद की इच्छा से रिटायरमेंट लेना चाहते हैं, उनको फैक्ट्री अच्छा पैसा देगी. मैं रिटायरमेंट लेने की सोच रहा हूँ. रिटायरमेंट के बाद क्या करना है, वह भी सोच रहा हूँ.


सोनी- हमारी कम्पनी में भी यही हाल है, मैं भी रिटायरमेंट लूंगा. मैं शहर से दूर फार्म हाउस लेकर वहां कुछ करने की सोच रहा हूँ.


मैं- हम वहां फल के बाग लगा सकते हैं और बकरी पालन कर सकते है. पुणे में दोनों का प्रशिक्षण मिलता है. हमारे बीच ये सब तय हो गया.


मैंने और सोनी ने प्रशिक्षण केन्द्र में जाकर जानकारी ली. वो 3 महीने का कोर्स था.


सोनी सिविल इंजीनियर, मैं इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे.


सोनी की कंपनी ने पुणे से 50 किलो मीटर दूर एक फैक्ट्री का निर्माण किया था.


उस काम के समय नई फैक्ट्री के पास के बड़े गांव के लोगों और ग्राम पंचायत से सोनी की दोस्ती हो गयी थी. सोनी ने गांव वालों की काफी मदद की थी.


सोनी और मैं उस गांव में गए और पंचायत से कहा कि हम दोनों आपके गांव में बसना चाहते हैं, यहां जमीन खरीदना चाहते हैं.


गांव के लोग काफी खुश हुए. उन्होंने 3 एकड़ जमीन दिखाई जो ज्यादा उपजाऊ नहीं थी. उस जमीन की मिट्टी के नमूने लेकर दोनों पुणे आए, मिट्टी की जांच फल प्रशिक्षण केंद में हुई. उसमें चीकू, अमरुद के बाग लगाए जा सकते थे.


मैं और सोनी एक परिवार की तरह रहकर बहुत खुश थे.


रवि को अपने विवाहित जीवन में कभी शांति नहीं मिली थी, यौन सम्बन्ध भी मजेदार नहीं था. सोनी से मुझको प्यार और अपनापन मिला था, यौन का भी मन भरकर आनन्द आता था.


सोनी की बीवी अपना फिगर अच्छा रखने के चक्कर में वह बहुत कम ही अपने चूचे दबाने देती थी, चूचे चूसने तो देती ही नहीं थी. न कभी गांड मारने देती. बाद में गुरु मां के चक्कर में उनका सम्बन्ध और ख़राब हो गया था.


सोनी को मुझसे वह सब कुछ मिलता था. मैंने व सोनी ने नौकरी छोड़ दी, हम दोनों ने अपने फ्लैट भी बेच दिए.


उधर गाँव में जमीन खरीद की और दोनों किराये के घर में रहने लगे. फार्म हाउस का निर्माण शुरू हो गया. दोनों ने फल के बाग और बकरी पालन का प्रशिक्षण लिया था और अपने फार्म हाउस में रहने चले गए थे.


फार्म हाउस से थोड़ी दूर नौकरों के दो परिवार रह सकें, उसके लिए मकान बना दिए थे. दो नौकरों के परिवारों को रख लिया.


सोलर पैनल, बैटरी और इन्वर्टर से 24 घंटे बिजली मिलने लगी थी. फार्म हाउस में आने से पहले मैंने अपने शरीर के अनचाहे बाल इलेक्ट्रोलिसिस से हरदम के लिए साफ़ कर दिए.


सोनी मेरे चिकने शरीर को देखकर बहुत खुश हुआ. फार्म हाउस में पूरी प्राइवेसी थी. कोई ताक-झांक भी नहीं कर सकता था.


दिन में हम लोग नौकरों से फल के बाग़ और बकरी पालन का काम कराते. मैं खाना बनाता.


गांव की शुद्ध हवा और तनाव मुक्त जीवन से हम दोनों की जवानी लौट आयी थी.


फार्म हाउस में आने के बाद मैंने और सोनी ने रोल प्ले करना शुरू किया. मैं शाम होते ही लड़कियों के कपड़े पहन लेता.


मेरे चूचे सोनी के दबाने और चूसने से और बड़े हो गए थे.


रोल प्ले में मैं कभी साड़ी पहनता, कभी मिनी स्कर्ट. कभी गुलाम बनाकर थोड़ी पिटाई, फिर चुदाई होती. कभी मैं गुलाम बनता, कभी सोनी गुलाम बनता.


मुझको एक राजकुमारी की कहानी का सेक्स वीडियो पसंद था. उसमें राजकुमारी एक गुलाम को पकड़कर लाती, गुलाम को पीठ के बल पलंग पर लिटा देती.


फिर राजकुमारी गुलाम के हाथ पांव फैलाकर पलंग के चारों कोनों से बांध देती.


उसके बाद राजकुमारी गुलाम को पीटती, गुलाम का लंड खड़ा करती और उसका लंड अपनी गांड में डलवाकर खूब चुदाई करवाती. गुलाम असहाय लेटा रहता.


मैंने राजकुमारी की कहानी सोनी के साथ अजमाई. खुद राजकुमारी की पोशाक पहनकर सोनी को गुलाम बना कर उसके साथ वीडियो के समान मजा लूटा.


कभी सोनी मुझको गुलाम बना देता और बांधकर पीटता, कुत्ते की तरह चलाता. मुझको बांधकर, मेरी आंखों पर पट्टी बांधकर मेरी गांड मारता. मुझे अपने लंड से सीधे मूत्र पिलाता.


ऐसे ही दोनों अलग अलग रूप धरते, जिससे यौन में विविधता आए.


फार्म में सब्जी भी उगाते, खुद भी खाते, नौकर को भी देते. नौकर को तनखाह अच्छी देते, नौकर का परिवार भी खूब मेहनत करता. मेरे और सोनी के पास बैंक में काफी पैसे जमा हो गए थे.


दोनों ने जॉइंट अकाउंट खोल रखा था. बकरी और फल प्रशिक्षण केन्द्र के शिक्षक फीस लेकर हमारे फार्म हाउस में आते और सलाह देते.


शिक्षकों से हम दोनों की दोस्ती हो गयी थी. कभी कभी शिक्षक अपने परिवार के साथ आते और फार्म हाउस के गेस्ट रूम में रहते.


एक बार मैं और सोनी महाबलेश्वर घूमने गए, वहां हमारी मुलाकात अपने हॉस्टल के दोस्त तापोश से हुई. हम तीनों मिलकर बहुत खुश हुए.


तापोश ने अपनी पत्नी का परिचय हमसे कराया. उसने हमारे फार्म हाउस का पता लिया. अगले शनिवार को तापोश अकेले ही फार्म हाउस में दो दिन के लिए रहने आया.


शाम को तीनों दोस्त व्हिस्की पीने बैठे. सोनी और मैंने अपने जीवन की कहानी बताई, उसे अपने आपस के यौन सम्बन्ध के बारे में भी बताया.


तापोश बोला- तुम दोनों काफी जवान लग रहे हो? मैंने और सोनी ने उसे बताया कि इसका कारण ये है कि हम दोनों बिना टेंशन के ख़ुशी से जीवन बिता रहे हैं.


सोनी और मैंने तापोश को अपनी शादी और बीवी से कैसे अलग हुए, वो सब बताया. हम लोग 6 महीने पहले मिले. हम दोनों ने चर्चा की हम दोनों इतना टेंशन वाला काम किसके लिए कर रहे हैं? हम दोनों के पास काफी रूपए जमा हो गए हैं बाकी का जीवन मस्ती से बिताने के लिए ये रकम बहुत से भी बहुत ज्यादा थी.


तापोश बोला- मेरी बीवी नीना को बच्चा नहीं हो सकता, डॉक्टर ने ऐसा बताया है. थोड़े दिन तक नीना इस बात से दुखी थी. फिर हमने मान लिया कि ऊपर वाले की यही मर्जी है. मैं अभी 55 साल का हूँ, नीना 50 की है. मैं सतारा में नौकरी करता हूँ. हमारा सेक्स जीवन काफी अच्छा था. हम लोग सेक्स में तरह तरह का प्रयोग करते थे, रोल प्ले करते थे, सेक्स वीडियो देखते थे.


मैंने पूछा- उसकी गांड मारी कभी? तापोश- हां मैंने बीवी की गांड मारने की कोशिश की, पर सफल नहीं हुआ. बीवी ने भी साथ दिया, पर बीवी को गांड में लंड लेने से बहुत दर्द हुआ, बीवी को बवासीर नहीं है.


“तूने उसे मेरी गांड मारने का बताया था क्या?” “हां मैंने बीवी को बताया था कि हम लोग हॉस्टल में रवि की गांड मारते थे, रवि को और हमें बहुत मजा आता था. इस पर बीवी ने मजाक में कहा था कि कभी रवि से मिली तो उससे गांड मरवाने की कला सीख लूंगी.”


मैंने हंस कर कहा- तो ले आ, मैं उसे गांड मरवाना सिखा दूँगा.


तापोश हंस कर हां बोला और कहने लगा- मेरे ऊपर काम की जिम्मेदारी बढ़ने लगी, मैं टेंशन लेकर देर से थककर घर आता. हमारा सेक्स हफ्ते में मुश्किल से एक बार हो पाता था. मुझे लग रहा है मैं बूढ़ा हो गया हूँ. मुझे अपनी बीवी के साथ बुरा लग रहा है. बीवी में सेक्स की इच्छा मेरे से बहुत ज्यादा है, जो मैं पूरी नहीं कर पा रहा हूँ. मैंने कहा- फिर?


तापोश- मेरा और बीवी का एक और सपना है – सामूहिक चुदाई का, पर कोई भरोसे का पुरुष नहीं मिला. तुम लोगों से मिलने के बाद लगता है की अब हमारी दोनों इच्छाएं पूरी हो जाएंगी. रवि क्या मैं तुम्हारी गांड का मजा ले सकता हूँ, हॉस्टल के दिनों के समान मजा दोगे क्या?


मैंने सोनी की तरफ देखा, सोनी बोला- मुझे कोई आपत्ति नहीं है. अगली दो रातों को तापोश और सोनी ने मेरी कई बार गांड मारी.


मैंने तापोश को राजकुमारी और गुलाम का सेक्स वीडियो दिखाया. तापोश ने पेन ड्राइव में वीडियो कॉपी कर लिया.


घर वापस जाते समय तापोश ने पुणे से राजकुमारी की पोशाक खरीद ली.


दो दिन बाद तापोश ने फ़ोन पर मुझको बताया कि उसकी बीवी नीना को पोशाक और राजकुमारी का रोल प्ले करना बहुत अच्छा लगा.


मैंने तापोश को बताया कि कैसे गांड को तैयार करना होता है. उंगली में तेल लगाकर पहले एक, बाद में दो उंगली से चोदना चाहिए. दो तीन दिन तक इसी तरह से करके गांड ढीली करो. आजकल ऑन लाइन ऐस प्लग मिल जाता है, पहले छोटा वाला ऐस प्लग बीवी की गांड में लगाकर जितनी देर हो सके, पेले रखना, आस प्लग लगाकर चलने में मजा आता है, ऐसा मैंने पढ़ा है. बाद में बड़ा वाला आस प्लग गांड में लगा सकते हैं.


तापोश ने हामी भर दी कि वो ऐसा ही करेगा.


कुछ दिन बाद तापोश का फ़ोन आया, उसने अपनी बीवी की गांड मेरे बताये तरीके से तैयार कर ली, पर तब भी वो गांड नहीं मार सका. उसने कहा- अब तो तू ही मेरी बीवी को सिखा सकता है. मैंने कहा- ठीक है.


तापोश आगे बोला- मेरी बीवी को विश्वास नहीं हो रहा कि कोई कैसे गांड मरवाने का मजा ले सकता है. तापोश की बीवी उसको रवि की गांड मारते देखना चाहती थी. मैंने हामी भर दी.


दो हफ्ते बाद तापोश अपनी बीवी नीना के साथ तीन दिन के लिए फार्म हाउस आया. तापोश ढेर सारी बीयर, काजू अदि चकना लेकर आया.


नीना बहुत सुन्दर तो नहीं थी, गेहुंआ रंग, स्वस्थ शरीर, आकर्षक मध्यम आकर के चूचे, भरा बदन, गोल नितम्ब वाली औरत थी. उसका हंसमुख स्वभाव था इसलिए वो जल्दी सबसे घुल मिल गयी.


नीना बोली- रवि और सोनी तुम लोगों के बारे में तापोश से इतना सुना है कि लगता है तुम लोगों को बरसों से जानती हूँ. तुम लोग मुझे नीना कहना. हम दोनों ने ओके कह दिया. खाने के बाद का प्रोग्राम था.


मैं और सोनी जल्दी काम निपटाकर आ गए.


नीना ने सेक्सी हाफ पैंट और बिना बांह की टी शर्ट पहनी थी. मैं भी हाफ पैंट और टी-शर्ट पहनकर आ गया.


हम चारों बीयर पीने बैठे. नीना ने सामने के चेयर पर अपने पांव रखे थे, उसकी मांसल जांघें बड़ी सुन्दर थीं.


मैंने भी एक चेयर पर पांव रख दिए. नीना- रवि, तुम्हारी जांघ और पैर चिकने और सुन्दर हैं. मैं- हां नीना, तुम्हारे भी सुन्दर हैं. सोनी ने भी सहमति जताई.


फिर एडल्ट जोक सुनाना शुरू हुआ. सभी काफी खुल गए थे.


बीयर पीने के बाद खाना खाया. शाम को 4 बजे तापोश ने रवि को गेस्ट हाउस में बुलाकर कहा- नीना मुझको रवि की गांड मारते और दोनों को मजा लेते देखना चाहती है. उससे नीना का गांड मरवाने का डर चला जाएगा. उसके बाद रवि, नीना को मजे लेकर गांड का सुख कैसे लेना है, सिखा सकता है.


मैं- हां, मैं दोस्त के लिए कुछ भी कर सकता हूँ.


तापोश ने नीना को गेस्ट हाउस में बुलाकर कहा- तुम अभी मुझे रवि की गांड मारते देख सकती हो. नीना तुरंत राजी हो गयी.


तापोश और मैं एक दूसरे के होंठ चूसने लगे. जल्दी ही हम दोनों नंगे हो गए, तापोश मेरे चूचे दबाने और चूसने लगा.


नीना बहुत ध्यान से देख रही थी.


मैं घुटने के बल बैठकर तापोश का लंड चूसने लगा. जब तापोश का लंड खड़ा हो गया, तो हम दोनों पलंग पर आ गए.


मैंने पीठ के बल लेटकर अपने पांव छाती की तरफ करके अपने घुटने पकड़ लिए. तापोश ने मेरी कमर के नीचे तकिया लगा दिया. तापोश अपने लंड पर तेल लगा रहा था.


मैं- नीना, इसको मिशनरी आसन कहते हैं, इसमें हम एक दूसरे का चेहरा देख सकते हैं और बात कर सकते हैं. तापोश ने अपना लंड मेरी गांड में धीरे धीरे पूरा पेल दिया. मैं मुस्कुरा रहा था.


तापोश ने मेरी की गांड का चोदन शुरू किया, मैं कमर उछालकर साथ देने लगा.


नीना- रवि, तुम्हें दर्द नहीं हो रहा? मैं- डालते समय थोड़ा दुखा, पर अब मजा आ रहा है.


कुछ देर बाद आसन बदला, अब मैं चारों हाथ पैर पर पलंग के किनारे खड़ा हो गया. तापोश ने ज़मीन पर खड़े होकर मेरी कमर पकड़ी और जोरदार झटके के साथ गांड मारने लगा.


हम दोनों मजे से सीत्कार ले रहे थे. फिर मैंने पलंग पर पेट के बल लेट कर अपने चूतड़ हाथ से फैला दिए. तापोश मेरे ऊपर लेटकर रुक रुक कर गांड मारने लगा.


कुछ 15 मिनट बाद मैं और तापोश झड़ गए. हम दोनों लंड और गांड बाथरूम में धोकर वापस आए और कपड़े पहने.


नीना- अब मुझे विश्वास हो गया, गांड मरवाने में भी मजा आ सकता है. अब मैं रवि से सीखूंगी. तुम्हें कोई दिक्कत तो नहीं है तापोश?


तापोश- नीना, यदि तुम दोनों को जोश आ गया और तुम रवि के साथ सम्भोग करो, तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है. मैं तुम्हें खुश देखना चाहता हूँ.


तापोश कमरे से चला गया. अब नीना की गांड मरवाने की ट्रेनिंग शुरू हुई.


मैं- नीना, सबसे जरूरी है गांड को ढीला छोड़ना, गांड को ढीला नहीं किया तो दर्द होगा ही. पहले बाथरूम में पिचकारी में पानी भरकर अपनी गांड में डालो और छेद साफ करो. थोड़ा रूककर पानी निकल देना, तीन बार गांड की सफाई करना.


नीना ने स्कर्ट बिना पैंटी के पहना था. गांड साफ करने के बाद, मैंने नीना को पलंग के किनारे पेट के बल लिटा दिया.


मैंने फर्श पर खड़े होकर नीना का स्कर्ट कमर तक उठा दिया और नीना की कमर और चूतड़ की मालिश करते हुए कहा- अपनी गांड को ढीला करो.


एक उंगली में तेल लगाकर मैंने नीना की गांड में डाली, नीना की गांड कसी हुई थी. मैंने नीना का सर सहलाकर पुचकाकर कर कहा- गांड ढीली छोड़ो, विश्वास करो उंगली से भी मजा आएगा.


नीना के गांड ढीला करते ही मैंने दूसरी उंगली भी डाल दी. दोनों उंगली अन्दर बाहर करने लगा.


नीना को थोड़ा दर्द हुआ, उसने गांड फिर से कस ली. मैंने पुचकारा- ढीली छोड़ो. नीना ने गांड ढीली करके कहा- अब थोड़ा मजा आ रहा है.


मैंने छोटा आस प्लग नीना को दिखाकर कहा- यह ऐस प्लग है, मैं अब इसे डालूंगा. यह खड़े होने पर भी नहीं गिरता, इसे खींचकर निकालना पड़ता है. जितनी देर हो सके इसे लगाए रहना.


ऐस प्लग डालने के बाद मैंने नीना को कहा- अब चलो. नीना चलने लगी, चलने से आस प्लग के गांड में घर्षण से नीना को बहुत मजा आ रहा था.


नीना उत्तेजना में मेरे होंठ चूमकर मुझे आलिंगन में लेकर कहा- थैंक्यू रवि, तुमने मेरा गांड में दर्द का डर निकाल दिया.


मैं भी नीना के होंठ चूसने लगा. नीना चुदाई के लिए बेताब थी, उसकी चूत गीली हो गयी थी.


मैं नीना के चूचे दबाने लगा. हम दोनों एक दूसरे के कपड़े उतारकर नंगे होकर पलंग पर लेट गए.


मैंने कुछ देर नीना के चूचे चूसे, फिर नीना के चूत पर मुँह ले गया. नीना ने अपने पांव फैला दिए. नीना की बिना बाल की फूली हुई चूत मुझको सुंदर लगी.


बहुत साल बाद रवि को चूत का दीदार हुआ था. मैं नीना की चूत को चूसने लगा, चूत फैलाकर अपनी जीभ से नीना के भगनासे पर जीभ फेरने लगा.


नीना सीत्कार लेने लगी.


कुछ देर में नीना का बदन धनुष के समान हो गया. उसने ढेर सारा कामरस छोड़ा. मैं नीना की चूत का रस पी गया.


ऐस प्लग लगा होने से नीना को दुगना मजा आ रहा था.


मैंने अपना खड़ा लंड नीना की चूत में पेला और उसकी जोरदार चुदाई की. दस मिनट बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया.


मैं- नीना, बहुत साल बाद चूत देखकर मैं बहुत उत्तेजित हो गया, इसलिए जल्दी झड़ गया. नीना- कोई बात नहीं, फिर एक बार कोशिश करते हैं.


थोड़ी देर बाद नीना ने मेरे चूचे चूसकर मेरे लंड को खड़ा कर दिया. तापोश ने नीना को बताया था कि मेरे चूचे चूसने से मैं सेक्स के लिए जल्दी उत्तेजित हो जाता हूँ.


इस बार मैंने नीना को मिसनारी आसन में रुक रुक कर आधा घंटा चोदा. उस दौरान फ्रेंड वाइफ सेक्स में दो बार झड़ गयी थी.


नीना- रवि मजा आ गया, तुम्हारा रुक रुक कर चोदने से मजा भी आया और हम दोनों इस उम्र में भी थके नहीं. मेरी गांड में फंसा आस प्लग ने मेरे मजे को और बढ़ा दिया. ऐसा लग रहा था कि मेरे दोनों छेदों की एक साथ सेवा हो रही है.


हम दोनों ने चूत और लंड धोकर कपड़े पहने और गेस्ट हाउस से फार्म हाउस पहुंचे. तब शाम के सात बजे थे.


नीना- आज मैं सबके लिए बढ़िया खाना बनाती हूँ. वह किचन में चली गयी.


तापोश ने देखा नीना गांड मटका कर चल रही है और बहुत खुश दिख रही है.


तापोश- रवि क्या बात है, नीना बहुत खुश लग रही है और गांड मटका कर क्यों चल रही है? मैं- नीना की गांड में ऐस प्लग लगा है इसलिए वह मटक कर चल रही है. मैंने नीना की चूत चुदाई भी की है, मैं भी बहुत खुश हूँ. तापोश नीना के साथ सम्भोग करने की अनुमति देने के लिए तुम्हारा धन्यवाद.


तापोश- क्या मैं आज रात नीना की गांड मार सकता हूँ, क्या तुमने नीना की गांड को मारने के लिए तैयार कर दिया है? मैं- तैयार तो कर दिया है, मेरा अनुमान है कि नीना खुद ही तुमको गांड मारने को कहेगी.


रात का खाना खाने के बाद, चारों गप्पें मारने बैठे. मैंने लड़कियों के कपड़े पहन रखे थे.


नीना ने मेरे चेहरे का मेकअप करके उसे और सुंदर बना दिया था. सोनी मुझको इस रूप में देखकर खुश था.


तापोश और नीना गेस्ट हाउस में सोने चले गए. उस रात तापोश ने नीना की पहली बार गांड मारी.


सोनी ने भी मेरी गांड ज्यादा जोश से मारी.


सुबह तापोश ने मुझसे हाथ मिलाकर कहा- धन्यवाद रवि, तुम्हारे कारण मैं शादी के इतने सालों बाद नीना की गांड मारने में सफल रहा, हम दोनों को बहुत मजा आया.


नीना ने तो मेरे गले से लगकर मेरे होंठ चूमकर कहा- रवि, तुम्हारी दी ट्रेनिंग के कारण मैं पहली बार गांड मरवाने आनन्द ले सकी. एक नया सुखद अनुभव मिला.


मैं, तापोश, नीना, सोनी सब एक साथ बैठकर चाय नाश्ता करने लगे.


तापोश- सोनी रवि, मुझे और नीना को यहां आना अच्छा लगा, तुम लोगों को कोई असुविधा तो नहीं हुई?


सोनी और मैं एक साथ बोले- हमें तुम लोगों का साथ बहुत अच्छा लगा. तुम लोग जितने दिन चाहो, यहां रह सकते हो.


तापोश- मुझे मालूम है तुम्हारे गेस्ट हाउस में तुम्हारे शिक्षक आकर रहते हैं. मेरा प्रस्ताव है, मेरे लिए एक नया बेडरूम बना दो, खर्चा मैं दे दूंगा.


मैंने और सोनी ने अलग जाकर आपस में बात की और तापोश को बता दिया कि एक महीने में कमरा बन जाएगा.


चारों ने बेडरूम का डिज़ाइन बनाया. वह कमरा, सोनी रवि के बेडरूम से लगकर बनेगा, ये तय हुआ. दोनों कमरों के बीच एक गुप्त दरवाजा भी होगा. मुख्य दरवाजे के अतिरिक्त. अटैच एक बड़ा बाथरूम होगा.


हम तीनों दोस्त समलैंगिक थे और अपने आगे के जीवन का तय कर रहे थे. तापोश की बीवी भी हमारी राजदार हो गई थी.


मेरी इस फ्रेंड वाइफ सेक्स कहानी के अगले भाग में मैं आगे लिखूंगा. आप मुझे मेल कर सकते हैं. [email protected]


फ्रेंड वाइफ सेक्स कहानी का अगला भाग: तीन समलैंगिक पुरुष और एक की पत्नी- 3


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