गाँव वाली भाभी की चुदाई

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29-03-2024

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हॉट इंडियन भाभी पोर्न कहानी में मैंने पड़ोसन भाभी को पटा कर चोदा जो अभी हाल ही में गाँव से शहर आई थी. मेरा उन भैया के यहां खूब आना जाना था तो कोई परेशानी नहीं हुई.


मेरा नाम अंकित है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूं. मेरे लंड का साइज काफी अच्छा है, यह 6 इंच लम्बा और 2.5 इंच मोटा है.


अब तक मैंने कई लड़कियों को चोदा है. जिसको भी मैंने चोदा है, वह मेरे लंड की तारीफ ही करती गई है.


यह सेक्स कहानी मेरे और मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी की चुदाई की कहानी है. उनको मैंने सैट करके चोदा और खुश किया.


हॉट इंडियन भाभी पोर्न कहानी में आगे बढ़ने से पहले मैं आपको भाभी के बारे में बता देता हूँ. उनका नाम रचना है. उनकी हाइट 5 फुट 4 इंच की है. वे बहुत सेक्सी औरत हैं. जो भी उनको एक बार देख लेता है, उसका लंड गारंटिड खड़ा हो जाता है.


भाभी के बूब्स 32 इंच के, कमर 28 की और गांड 34 इंच की है. उनकी इस मदमस्त फिगर से आप सभी समझ ही गए होंगे कि वे कितनी सेक्सी माल हैं.


दरअसल मेरी बिल्डिंग में जो भैया रहते है, उनका नाम सचिन है. वे एक लिमिटेड कंपनी में जॉब करते हैं. वे मेरे ऊपर वाले फ्लैट में रहते हैं. मैं पहले माले पर रहता हूं.


मेरी और भैया की खूब बनती है. भैया का स्वभाव काफी अच्छा है. उनकी शादी हो गई थी, पर भाभी गांव में रहती थीं. यह क्या कारण था, मुझे समझ नहीं आया था.


शायद उसका यही कारण रहा होगा कि भैया एक बिजी व्यक्ति हैं और वे घर पर ज्यादा रहते नहीं हैं. तो भाभी को अकेला रहना पड़ जाएगा. इसी वजह से ही मेरी भी उनसे कम बात हो पाती थी.


वे सुबह जल्दी निकल जाते और शाम को देर से आते थे.


एक दिन छुट्टी का दिन था. मैं भैया के घर गया. मैंने डोर बेल बजाई.


जब दरवाजा खुला तो मैंने देखा कि एक खूबसूरत औरत ने दरवाजा खोला था. उन पर से मेरी नज़र ही नहीं हट रही थी.


उन्होंने एक प्यारी से आवाज में पूछा- जी कहिए? उनकी इस आवाज से मुझे होश आया और मैंने कहा- सचिन भैया हैं क्या?


तब तक भैया ने आवाज दे दी- अरे अंकित, अन्दर आ जाओ. मैं अन्दर आ गया.


तब भैया ने बताया- ये तुम्हारी रचना भाभी है. मैंने भाभी को नमस्ते किया. तो बदले में भाभी ने भी बड़ी प्यारी आवाज में नमस्ते कहा.


वे किचन में चली गईं. मैंने भैया से पूछा- भाभी कब आ गईं? तो भैया ने बताया- मैं शनिवार को घर गया था, तभी ले आया था.


उनसे कुछ देर बात हुई फिर मैं चाय पीकर अपने घर आ गया. उतनी देर में भाभी को मैंने नजर भर कर देख लिया था.


अब मैं भैया के यह अक्सर जाने लगा था. मैं उनके घर में किसी न किसी बहाने से जाने का एक भी मौका नहीं छोड़ता था.


मैं जब भी जाता तो एक बात नोटिस करता कि भाभी उदास रहती थीं. मेरी भाभी से ज्यादा बात नहीं होती थी तो उन्होंने भी मुझे कुछ बताया नहीं था.


मुझे मेरे मन में शक था कि कोई न कोई ऐसी बात जरूर है, जिससे भाभी उदास रहती हैं.


मैं जब भी उनके घर जाता, तो उनसे हँसी मजाक की बातें किया करता था जिससे वे भी बहुत खुश होती थीं.


इसी तरह से धीरे धीरे 5 महीने गुजर गए. तब तक मैं भाभी से खूब हँसी मजाक करने लगा था.


मैं मजाक मजाक में भाभी टच भी कर लेता था, वे कभी कुछ नहीं बोलती थीं.


रविवार को हम तीनों सारे दिन खूब मस्ती करते थे. भैया को भी मुझ पर भरोसा था, तो वे भी मुझे अपने घर का सदस्य जैसा मानने लगे थे.


मेरा काम का समय जल्दी शुरू होता था और जल्दी ही घर वापसी हो जाती थी.


घर आकर मैं भाभी के पास चला जाता था और उनके साथ बैठ कर बातचीत करने लगता था.


एक दिन मैंने भाभी से पूछा कि शादी से पहले आपका कोई ब्वॉयफ्रेंड था? इस पर उन्होंने हंस कर पूछा- पहले तुम बताओ कि तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है? मैंने कहा- कहां यार भाभी … मैं तो अभी सिंगल ही हूँ.


वह मेरी बात सुनकर पहले तो हंसी, फिर बोलीं- सच बताना! मैंने कहा- सच में भाभी, कोई नहीं है. उन्होंने कहा- अच्छा ठीक है, मैंने मान लिया.


अब मैंने कहा- आप भी तो बताओ भाभी! उन्होंने कहा- मेरा एक ब्वॉयफ्रेंड था कॉलेज में.


उनकी इस बात से मेरे मन में आया कि उसने भाभी को जरूर चोदा होगा. मैंने उनसे पूछा कि आपने शादी से पहले कभी ब्वॉयफ्रेंड के साथ कुछ किया?


इस पर उन्होंने एकदम से तल्ख स्वर में पूछा- क्या मतलब है तुम्हारा? मैं डर गया. पहले तो मैं चुप हो गया, फिर मैंने कहा- आजकल तो नॉर्मल है ब्वॉयफ्रेंड ओर गर्लफ्रेंड सब कुछ करते हैं.


यह सुनकर भाभी थोड़ी देर के लिए चुप हो गईं, फिर अचानक से बोलीं- तुम्हें क्यों बताऊं मैं? मैंने कहा- क्योंकि मैं आपका दोस्त हूँ और कभी किसी को कुछ नहीं बताऊंगा.


भाभी हंसने लगीं और बोलीं- और कहीं बता दिया तो? मैंने कहा- पक्का वादा है भाभी, किसी को नहीं बताऊंगा. खास तौर पर भैया से बिल्कुल भी नहीं कहूँगा. वे हंसने लगीं.


फिर कुछ देर बाद भाभी बोलीं- हां हम दोनों ने बहुत मस्ती की थी! मैंने कहा- सिर्फ मस्ती की थी या कभी सेक्स भी किया था?


इस बार उन्होंने हां में सर हिला दिया. मैं उनकी तरफ वासना से देखने लगा.


मेरी आंखों में वासना के डोरे देख कर भाभी ने कहा- अब तुम अपने घर जाओ, तुम्हें बहुत देर हो गई है.


मैं कुछ नहीं बोला और अपने फ्लैट पर आकर भाभी के बारे में सोच कर लंड हिलाने लगा. जब तक मेरा लंड झड़ नहीं गया, तब तक मुझे चैन नहीं पड़ा.


उसके बाद से मुझे भाभी की आंखों में लंड के लिए भूख नजर आने लगी थी.


दूसरे दिन मैं अपने दोस्त के साथ बाहर घूमने चला गया था. मैं उस दिन भाभी के पास नहीं गया था.


रात को भी मैं देर से घर आया और चूंकि बहुत थक गया था तो आते ही मैं लेट गया और तुरन्त ही सो गया.


सुबह उठ कर मैं अपने काम पर चला गया. रोज की तरह मैं काम से 3 बजे घर वापस आ गया और आने के बाद सीधे कपड़े चेंज करके भाभी के घर चला गया.


भाभी ने गेट खोला, तब वे टीवी देख रही थीं. वे मुझे गुस्से से देख रही थीं.


मैंने कान पकड़ कर पूछा- अन्दर आ जाऊं क्या? तब वे हंस कर बोलीं- हां आ जाओ न … कल कहां चले गए थे?


मैंने कहा- क्यों … आपको मेरा इंतजार था क्या? वे मेरी तरफ देख कर बोलीं- हां, मुझे तुम्हारी आदत लग गई है.


मैंने उनको बताया कि मैं एक दोस्त के साथ घूमने चला गया था. भाभी सहज होकर बात कर रही थीं.


मैंने उनसे बातों ही बातों में पूछा कि आपको अपने ब्वॉयफ्रेंड की याद आती है क्या? उन्होंने कहा- अब नहीं आती, अब तुम याद आने लगे हो. यह सुनकर मैं समझ गया कि मामला सैट होता दिख रहा है.


वह दोपहर का समय था. मैंने कुछ सोचा और भाभी से कहा- भाभी, आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो. यह कह कर मैंने भाभी के हाथ पर अपना हाथ रख दिया.


भाभी ने हाथ धीरे से हटाया और वे किचन में चली गईं. उनके कुछ न कहने से मेरी हिम्मत बढ़ गई.


मैं भाभी के पीछे किचन में गया और मैंने उनको पीछे से पकड़ लिया. भाभी अपने आप को छुड़ाने की कोशिश करने लगीं. वे बोल रही थीं कि कोई आ जाएगा!


मुझे पता था कि 8 बजे से पहले भैया आने वाले नहीं हैं. उन्होंने काफी कोशिश की मगर वह खुद को छुड़ाने में नाकाम रहीं.


मैं उनकी गर्दन पर किस करने लगा था और गर्म सांसें उनकी गर्दन पर छोड़ रहा था. इससे भाभी गर्म होने लगीं.


मैंने उनको अपनी तरफ घुमाया और उनके होंठों से अपने होंठ मिला दिए. दो ही मिनट में वे भी मेरा साथ देने लगीं.


अब कुछ मिनट तक मैंने भाभी के होंठ चूसे और साथ में मैं उनके बूब्स भी दबाने लगा था.


वे भी मचलने लगी थीं और मेरे लौड़े को पकड़ने लगी थीं. उनकी चुदास जाग गई थी.


मैंने धीरे धीरे भाभी को पूरी नंगी कर लिया और उनके मस्त रसभरे दूध चूसने लगा. भाभी मेरा सर पकड़ कर अपने बूब्स में दबा रही थीं और आह आह करती हुई मुझसे अपने दूध चुसवा रही थीं.


कुछ देर बाद भाभी ने मुझसे पैंट निकालने को कहा. मैंने कहा- आप खुद ही निकाल दो न!


उन्होंने मेरी पैंट निकाल दी और मेरा लंड देख कर वे खुश हो गईं.


मैंने कहा- भाभी इसको चूसो न! वे खुश होकर लंड चूसने लगीं. हॉट इंडियन भाभी पोर्न देखती थी शायद!


मैं 69 में हो गया और उनकी चूत चाटने लगा. भाभी की चुत से बहुत ही मादक खुशबू आ रही थी.


चूत चाटते हुए भाभी का एक बार पानी निकल गया. मैंने उनकी चुत से निकला पूरा पानी पी लिया.


भाभी अब मेरे लंड से चुदने के लिए तड़प रही थीं. वे बोलीं- अब चोद दो मुझसे रहा नहीं जाता!


मैंने भाभी को सीधा किया और उनकी टांगें फैला कर चूत पर लंड रख दिया.


वे लंड की गर्मी से एकदम से चुदासी रांड सी मचलने लगीं और गांड उठाने लगीं. मैंने लंड को थोड़ा सा अन्दर घुसेड़ दिया. जरा सा लंड लेते ही वे कराह कर बोलने लगीं- आह दर्द हो रहा है.


मैंने पूछा- क्यों भैया नहीं चोदते क्या? उन्होंने कहा- वे हफ्ते में एक या दो बार ही चोदते हैं … और उनका लंड तुमसे छोटा भी है.


मैंने यह सुनकर एक जोर से धक्का लगाया और इससे मेरा लंड 3 इंच अन्दर घुस गया. वह दर्द से तड़फ कर कहने लगीं- आह बाहर निकालो इसे … बहुत दर्द हो रहा है.


मैं कहां कुछ सुनने वाला था. बस एक मिनट रुका और मैंने दूसरा धक्का फिर से लगा दिया. इससे मेरा पूरा लंड उनकी चूत में उतरता चला गया.


कुछ देर बाद मैं रुक रुक कर लंड पेलता रहा. अब वे खुद बोलने लगीं- आह … मजा आ रहा है … आह जोर जोर से चोदो मुझे.


मैंने उनको ताबड़तोड़ चोदना शुरू कर दिया. दस मिनट तक तो मैंने भाभी की दोनों टांगें हवा में उठा कर चोदा.


जब मैं थक गया, तो मैंने उनको अपने लंड पर बैठा लिया. वे मेरे लंड पर एक अनुभवी रंडी की तरह कूद रही थीं और अपने दूध मेरे मुँह में देती हुई मजा ले रही थीं.


कुछ देर बाद भाभी थक गईं. अब मैंने उनको घोड़ी बनाया और पीछे से पेलने लगा.


इस आसन में चुदवाने से उनका पानी निकल गया था. वे दर्द से आवाज निकालने लगी थीं- आह आह मर गई छोड़ दो मुझे!


मैंने काफी देर तक भाभी की चुदाई की. वे मुझसे चुदवा कर बहुत खुश हो गई थीं.


अब शाम के 6 बज गए थे. मैं अपने घर आ गया.


शाम को भैया के आने के बाद मैं फिर से उनके घर चला गया. उस शाम को मैंने भैया के साथ ही खाना खाया.


अब हम दोनों रोज चुदाई करते हैं. उस वक्त भैया तो घर में होते नहीं हैं, तो हम दोनों धकापेल चुदाई का मजा कर लेते हैं.


हॉट इंडियन भाभी पोर्न कहानी पर अपने विचार कमेंट्स में अवश्य बताइयेगा.


Bhabhi Sex

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