लॉकडाउन में मिली सेक्सी भाभी की चूत चुदाई

पैरी शर्मा

04-07-2022

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हॉट लेडी मैरिड सेक्स कहानी में पढ़ें कि लॉकडाउन में मैंने एक भाभी की मदद की. एक दिन मैं उन्हें डॉक्टर के पास ले गया तो उन्होंने मुझे अपने घर रोक लिया.


मेरा प्यार का नाम प्रिंस है, मैं दिल्ली के पास फरीदाबाद का रहने वाला हूँ. मैं अन्तर्वासना से पहले से जुड़ा हुआ हूँ.


मेरी पिछली सेक्स कहानियों की अच्छी सफलता और आपके प्यार की वजह से मुझसे रुका नहीं गया.


आप सबके प्यार ने मुझे बहुत ही जल्दी अगली कहानी लिखने के लिए प्रेरित कर दिया है.


हॉट लेडी मैरिड सेक्स कहानी शुरू करने से पहले मैं एक बार फिर से अपने बारे में बता देना चाहता हूँ.


मेरी उम्र 22 साल है, कद 5 फुट 8 इंच है, मैं दिखने में अच्छा और रंग गोरा है. साथ ही मैं एक राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी भी हूँ और इस वजह से बहुत चुस्त और फिट हूँ.


इससे पहले बहुत ही ज्यादा पसंद की गई मेरी दो कहानियां पड़ोसी भाभी ने बनाया प्ले ब्वॉय और सोनिया भाभी को चोदकर मां बनाया को आपका बहुत प्यार मिला.


इसी वजह से बहुत सारे पाठक पाठिकाएं मुझसे जुड़ गए.


दोस्तो, मेरा लंड इतना है कि ये किसी भी आंटी, भाभी या लड़की की प्यास बुझाने के लिए काफ़ी है.


मेरे साथ पहली घटना होने के बाद मुझे लड़कियों के साथ सेक्स करने में ज्यादा मजा नहीं आता था.


मैं किसी शादीशुदा औरत की चुदी हुई चूत चोदने का शौकीन सा हो गया था. अब मेरी नजर मैरिड सेक्स के लिए भाभी और आंटियों पर ही रहती थी.


ये Xxx चुदाई की कहानी 2020 के लॉकडाउन की है.


मैं समाज सेवा में बहुत रूचि रखता हूँ जिसके चलते में उस समय फरीदाबाद में खाना बांट रहा था.


उसी समय अचानक से मेरी मुलाक़ात एक 30-32 साल की औरत से हुई.


उन्होंने मुझे बताया कि उनका परिवार जम्मू में फंस गया है और यहां वो अकेली रह गयी हैं. ना कोई सामान लाने वाला है और न ही मेरी मदद हो पा रही है. मैंने उन्हें मदद का वादा किया और अगले दिन खाना लेकर दे दिया.


मैंने उनसे पूछा- आपको मेरी और कोई मदद की जरूरत हो तो बताएं! उन्होंने मेरा नंबर ले लिया और बोलीं- कोई मदद की जरूरत होगी तो कॉल कर दूंगी.


अगले दिन एक अनजान नंबर से फ़ोन आया. उन्होंने अपना नाम प्रिया बताते हुए कहा कि मैं वही हूँ, जिसकी कल आपने मदद की थी. मैंने उन्हें झट से पहचान लिया.


उन्होंने कहा कि मुझको दूध की जरूरत है. मैंने उन्हें एक घंटा बाद दूध लाकर दे दिया. वो मेरी मदद को देखकर खुश रहने लगीं.


चार दिन बाद एक शाम को अचानक प्रिया भाभी का फ़ोन आया- मेरी तबियत कुछ खराब सी लग रही है. मैं अपने परिचित के एक डॉक्टर को लेकर पहुंच गया.


उसने चैक किया कि कहीं कोरोना तो नहीं हो गया. मगर उन्हें वैसा कुछ नहीं था. डॉक्टर ने दवा उन्हें दवाई दे दी.


वो मुझसे बोलीं- डॉक्टर को छोड़कर वापिस आना, तुमसे एक काम और है. मैं डॉक्टर को छोड़कर वापस भाभी के पास पहुंच गया.


प्रिया भाभी कहने लगीं- आज यहीं रुक जाओ. कोई दिक्कत तो नहीं होगी? मैंने कहा- नहीं मुझे कोई दिक्कत नहीं होगी. मैं घर पर बोल देता हूँ.


मैंने अपने घर पर बोल दिया कि मैं आज दोस्त के घर रुकूंगा. मुझे लगा था कि भाभी को तबियत की वजह से मेरे साथ रुकने की जरूरत होगी.


मैं उनसे बातें करने लगा और अब रात हो गयी थी.


प्रिया भाभी खाना बना लाईं और हम दोनों ने साथ में खाना खाया.


मैं लेटने की बोलने लगा, तो प्रिया भाभी कहने लगीं- यहीं मेरे साथ में लेट जाओ. मैं भाभी के साथ में लेट गया.


रात मैं सोते समय प्रिया भाभी मुझसे चिपक कर सोने लगीं. मैं भी सोने लगा.


थोड़ी देर बाद मेरे लंड में हरकत हो रही थी. मैंने हल्की सी आंख खोल कर देखा कि क्या हो रहा है. देखा कि प्रिया भाभी मेरा लंड चूस रही थीं.


मैं सोने का नाटक करते हुए लंड चुसाई के मजे लेने लगा.


कुछ देर बाद मेरा लंड तन गया तो मैं उठ गया और प्रिया भाभी से कहने लगा- ये क्या कर रही हो आप? भाभी बोलने लगीं- आपको प्यार.


मैंने कुछ नहीं कहा तो भाभी ने फिर से लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगीं. अब मैं भी शुरू हो गया.


दोस्तो, मैंने आपको अभी तक प्रिया भाभी के बारे में नहीं बताया था.


प्रिया भाभी का रंग एकदम गोरा और 34-28-36 का कातिल फिगर था. भाभी का चिकना शरीर ऐसा कामुक था कि कोई भी देखे, तो उन्हें चोदने के सपने देखने लगे.


अब मैं और प्रिया भाभी अब एक दूसरे को किस करने लगे. हम एक दूसरे में खोने लगे. मैं प्रिया भाभी की चूचियां दबाने लगा. प्रिया भाभी और जोश में आ गईं.


हम दोनों के कपड़े उतर गए. प्रिया भाभी बस ब्रा और पैंटी में रह गई थीं और मैं कच्छे में रह गया था.


मेरे लंड ने कच्छे में तम्बू बना लिया था. प्रिया भाभी मेरे तने हुए लंड को देखकर उस पर टूट पड़ीं और लंड को ऐसे चूसने लगीं जैसे कोई लॉलीपॉप चूस रही हों.


भाभी के मुँह की गर्मी से मेरा लंड जल्दी ही पिघल गया और लंड ने वीर्य छोड़ कर भाभी के मुँह को भर दिया. वो भी पक्की रांड बन गई थीं, उन्होंने लंड का सारा माल पी लिया.


अब मैं भाभी की चूचियां पीने लगा और मैंने उनकी दोनों चूचियों को रगड़ रगड़ कर लाल कर दिया.


भाभी कामुक नजरों से मुझे देखने लगीं और अपनी चूत सहलाने लगीं. मैं समझ गया और उनकी चूत को सहलाने लगा.


भाभी ने टांगें फैला दीं तो मैं उनकी चूत में उंगली करने लगा. कुछ ही देर में भाभी की चूत चिकना पानी छोड़ने लगी.


अब मैंने उन्हें लिटाया और उनकी चूत में अपनी जीभ डालने लगा. तो वो मचल गयीं और मेरे सर को चूत में दबाने लगीं. मैंने अपनी जीभ चूत में अन्दर डाल दी.


कुछ देर तक चूत को जीभ से चोदा तो भाभी की चूत ने पानी छोड़ दिया. भाभी झड़ कर निढाल हो गई थीं.


हम दोनों नंगे थे और साथ में लेट गए थे. मैं उनके दूध सहलाने लगा.


कुछ देर बाद प्रिया भाभी फिर से बैठ गईं और मेरा लंड चूसने लगीं. मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.


अब प्रिया भाभी कहने लगीं- पैरी, अब मुझे चोद दो, लंड अन्दर डाल दो, बहुत दिन हो गए चुदे हुए.


मैंने भी देर ना करते हुए प्रिया भाभी की दोनों टांगें खोल दीं और गांड के नीचे तकिया लगा दिया. फिर लंड चूत में घुसाने लगा. मेरा लंड भाभी की चूत में घुसा तो वो दर्द से कराहने लगीं.


मैंने पूछा- क्या हुआ? भाभी ने बताया- उनके पति का छोटा सा है … और लंड अन्दर डालते ही झड़ जाता है. मैंने मामला समझा और अपने लंड पर थोड़ा सा तेल लगाया. कुछ तेल भाभी की चूत पर मला.


अब मैंने चूत की फांकों में लंड का सुपारा सैट किया और एक जोर का झटका दिया तो लंड चूत में फंस गया. भाभी कराहने लगीं.


मैं रुक गया और उनकी चूचियां चूसने लगा, उन्हें किस करने लगा. कुछ देर बाद भाभी दर्द भूल गयीं.


मैंने उनके होंठों अपने होंठ रखे और भींच कर जोर जोर के दो झटके दे मारे. मेरा समूचा लंड चूत में घुसता चला गया.


भाभी दर्द से कराहने लगीं और लंड निकालने को कहने लगीं. मैंने धीरे धीरे चोदना चालू रखा.


कुछ देर बाद मेरे लंड ने चूत में जगह बना ली थी तो भाभी चुप हो गई थीं. मैंने उन्हें चुप देखा तो अपने झटके तेज कर दिए.


प्रिया भाभी को चुदाई में मजा आने लगा और वो भी अपनी गांड उठा कर मजे लेने लगीं. बीस मिनट में मेरा लंड झड़ गया और शांत हो गया.


मैंने प्रिया भाभी से पूछा- मजा आया? भाभी ने मुझे चूमा और बताया कि हां बहुत मजा आया. मैं दो बार झड़ी.


चुदाई के बाद मैं उनके ऊपर से हट गया. प्रिया भाभी को बाथरूम जाना था, वो उठने लगीं मगर उनसे उठा ही नहीं जा रहा था.


मैं भाभी को गोद में लेकर बाथरूम गया और उन्हें सुसु कराई. फिर गोदी में उठाकर ही वापस बेड पर ले आया.


वो मुझे देख कर मुस्कुरा रही थीं. हम दोनों एक और चादर डालकर लेट गए.


थोड़ी देर में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. भाभी भी चुदाई के मूड में थीं. इस बार मैं उनको घोड़ी बनाकर चोदने लगा.


कुछ देर बाद मुझे लगा कि भाभी की गांड भी बहुत अच्छी लग रही है. मैंने थोड़ा सा तेल गांड में डाला और उंगली करने लगा. उनको भी दो तरफा चुदाई का मजा आने लगा.


मैंने लंड निकाल कर गांड में डाल दिया और एक जोर का झटका दे मारा. लंड गांड के छल्ले में फंस गया.


प्रिया भाभी दर्द के मारे रोने लगीं पर मैंने फिर से जोर का झटका मारा और लंड गांड में पूरा समा गया.


कुछ देर के दर्द के बाद भाभी शांत हो गईं और धकापेल गांड चुदाई चालू हो गई. हमारी जोर जोर से चुदाई चलने लगी थी. प्रिया भाभी को गांड मराने में बहुत मजा आ रहा था.


कुछ देर बाद मेरे लंड ने पिचकारी मार कर भाभी की गांड को भर दिया. मैं गांड में लंड डाले ही पड़ा रहा.


बाद में हम दोनों अलग हुए और भाभी लंगड़ाती हुई उठ कर रसोई में चली गईं.


प्रिया भाभी मेरे लिए दूध लायी थीं. हम दोनों दूध पीकर नंगे ही सो गए.


सुबह उठते ही फिर से चुदाई का मूड बन गया. मैंने प्रिया भाभी को नहाते हुए चोदा.


भाभी को चोद कर मैं घर जाने लगा तो प्रिया भाभी रोने लगीं.


मैंने उनको समझाया- भाभी, मैं दोपहर को फिर से मिलने आऊंगा. अब दोपहर को मैं प्रिया भाभी से मिलने फिर से आ गया.


प्रिया भाभी नहा धोकर तैयार थीं और मेरा ही इन्तजार कर रही थीं. मेरे अन्दर आते ही प्रिया भाभी ने मुझे गले लगा लिया और मेरा स्वागत किया.


मैंने भी गले लगते ही भाभी की टी-शर्ट उतार दी. उन्होंने अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी.


मैं भाभी की मदमस्त चूचियों पर टूट पड़ा. फिर मैंने भाभी का लोअर उतारा, तो वो काली पैंटी में थीं.


मैंने मुँह से पैंटी को फाड़ दिया और भाभी की चूत चाटना शुरू कर दिया. एक हाथ से मैं चूचियां मसलने लगा.


प्रिया तड़प कर कहने लगीं- प्लीज, लंड चूत में डाल दो. मैंने लंड चूत में डाला और बीस मिनट तक भाभी को दबा कर चोदा.


इतनी देर में प्रिया भाभी दो बार झड़ गयी थीं. वो चुदकर बहुत खुश हो गईं.


इस तरह से पूरे मार्च और अप्रैल भर मैंने प्रिया भाभी को चोदा. अब वो बहुत खुश रहने लगी थीं.


हम दोनों ने लॉकडाउन का पूरा मजा लिया.


लॉकडाउन खत्म होने के बाद उनकी फैमिली वापिस आ गयी थी.


अब मेरा भाभी से एक साल से कोई सम्पर्क नहीं है. मैं अपनी जिंदगी में फिर से अकेला हो गया हूँ.


मुझे उम्मीद है कि भाभी की चुदाई बहुत अच्छी रही थी और वो मेरी चुदाई को जिंदगी भर याद रखेंगी. मैंने भी काफी दिनों तक शादीशुदा चूत चोदने के मजे ले लिए थे.


मैं आशा करता हूं आप सभी पाठकों का प्यार यूं ही बना रहेगा. मेरी इस हॉट लेडी मैरिड सेक्स कहानी के बारे में आप अपनी प्रतिक्रियाओं को मेल जरिये भेजना न भूलें. अपना प्यार जाहिर करें. मुझे आप लोगों के मैसेज का इंतजार रहेगा.


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