प्यासी भाभी ने सेक्स करना सिखाया

संजय शुक्ला 23

08-02-2023

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Xxx भाभी फक स्टोरी में मैंने अपनी सगी भाभी की प्यासी चूत की चुदाई बताई है. तब तक मुझे चुदाई करनी नहीं आती थी. भाभी ने ही मुझे सब सिखाया.


दोस्तो, मेरा नाम संजय है. मैं उड़ीसा के छोटे से गांव समालपुर का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 19 साल की है. अब से पहले मुझे सेक्स के बारे में कुछ भी नहीं पता था.


ये Xxx भाभी फक स्टोरी मेरी और मेरी भाभी की है. उनका नाम जसमीन है और उनकी उम्र 26 साल की है. भाभी दिखने में बहुत सेक्सी हैं.


भैया भाभी भुवनेश्वर में रहते हैं. मेरे भैया की एक दुकान है. वो सुबह दुकान जाते हैं और शाम को घर वापस आते हैं.


अपनी पढ़ाई के लिए मैं अपने भैया के घर रहने गया था.


मैं दिन में भैया के घर पहुंचा, घर पर आकर मैंने घंटी बजाई. भाभी ने दरवाजा खोला और मुझे आया देख कर मुस्कुरा दीं.


भाभी ने मुझे अन्दर बुलाया और बैठने का कहा. वो मेरे लिए पानी ले आईं और हम दोनों औपचारिक बातें करने लगे.


थोड़ी देर बातें करने के बाद वो मुझसे फ्रेश होने के लिए बोलीं. मैं फ्रेश होने के लिए चला गया.


तब तक भाभी मेरे लिए खाना आदि का इंतजाम करने लगीं. फ्रेश होकर मैं आया और खाना खाने लगा.


मैं काफी थक गया था, इसलिए खाना खाकर सो गया. करीब 4 बजे शाम को मैं उठा और टीवी देखने लगा.


जब शाम की भैया दुकान से घर आए तो वो मुझे देख कर बहुत खुश हुए. वो मुझसे घर में सबका हाल-चाल पूछने लगे.


फिर हम सबने रात का खाना खाया और अपने अपने कमरे सोने के लिए चले गए.


मेरे बाजू वाला कमरा भैया और भाभी का कमरा था.


मुझे नींद नहीं आ रही थी, फिर भी मैं किसी तरह से सो गया.


आधी रात को मैं सुसु करने के लिए उठा तो मुझे भैया के कमरे से कुछ आवाज़ आ रही थी. मैं उनके दरवाजे के पास आया, तो भाभी की आवाज आ रही थी.


वो भैया को बोल रही थीं- आपका इतना जल्दी हो जाता है, मैं प्यासी रह जाती हूँ. ऐसा बोलकर वो भैया से गुस्सा कर रही थीं.


मैं कुछ देर सुनता रहा और उसके बाद मैं अपने रूम में सोने के लिए चला गया. अगले दिन सुबह करीब 8 बजे मैं उठा और नहाकर नाश्ता करके अपने दाखिले के लिए कॉलेज चला गया.


एक बजे मैं घर लौटा और गर्मी की वजह से फिर से नहाने चला गया. मैं बाथरूम में तौलिया पहन कर गया और उधर नंगा होकर नहाने लगा.


पानी डाला और देखा कि साबुन नहीं था तो मैंने भाभी को आवाज़ दी और उनसे कहा- भाभी अन्दर साबुन नहीं है. वो बोलीं- रूकिए, मैं लेकर आती हूं.


वो साबुन लेकर सीधे अन्दर ही आने लगीं. मुझे इस बात का इल्म ही नहीं था कि भाभी अन्दर ही आ जाएंगी.


तब भी मैंने तौलिया बांध लिया था कि भाभी से साबुन लेने के लिए मुझे दरवाजा खोलना पड़ेगा.


जैसे ही वो बाथरूम में अन्दर आईं तो उनका पैर फिसल गया. वो सीधी मेरे ऊपर आ गिरीं.


उनके अचानक से मेरे ऊपर गिरने से मैंने भी अपना संतुलन खो दिया और मैं भी गिर गया. मेरा तौलिया भी गिर गया और मैं नंगा हो गया.


भाभी की आंख मेरे लंड पर पड़ी और वो मेरे लंड को देखते ही रह गईं. मैंने जल्दी से तौलिया लपेट ली.


भाभी भी सॉरी बोल कर बाहर चली गईं. अगले दिन फिर से बाथरूम में साबुन नहीं था तो मैंने फिर से भाभी को साबुन के लिए आवाज़ दी.


वो साबुन लेकर आ गईं.


आज मैंने गमछा को तौलिया के जैसे लपेटा हुआ था. ये एकदम पतला था और भीग जाने की वजह से मेरा लंड साफ़ दिख रहा था.


भाभी मेरे लंड को घूर रही थीं. वो धीमे से बोलीं- रात की भैया बोल रहे थे कि उन्हें दुकान के काम से 5-6 दिन के लिए बाहर जाना होगा.


मैं उनके मुँह से ये सुनकर समझ गया कि भाभी का दिल मेरे लंड पर आ गया है. मैं नहा कर बाहर आ गया.


अगले दिन सुबह भैया चले गए.


मैं कॉलेज से घर आया तब भाभी बोलीं- आपके भैया दुकान के काम से बाहर गए हुए हैं, आज नहीं लौटेंगे.


मैंने कुछ नहीं कहा, बस नहा कर खाना खाकर सोने के लिए चला गया. शाम को उठ कर बाहर घूमने चला गया.


कुछ देर बाद घर वापस आकर अपनी पढ़ाई करने लगा. फिर करीब 9 बजे भाभी ने खाने के लिए आवाज लगाई.


हम दोनों साथ में खाने को बैठ गए. खाना खाकर जैसे ही मैं सोने के लिए जा रहा था, भाभी बोलीं- आप आज मेरे साथ मेरे कमरे में सो जाना. मुझे अकेले में डर लगता है.


मैं हां बोलकर उनके रूम में सोने के लिए चला गया.


कुछ देर बाद भाभी कमरे में आईं और उन्होंने टीवी ऑन कर दिया. उन्होंने चैनल बदले और एक मूवी लगा दी.


फिर भाभी मेरे पास आकर लेट गईं और हम दोनों मूवी देखने लगे. ये एक अडल्ट मूवी थी.


उस वक्त मुझे सेक्स का कोई अनुभव नहीं था तो मुझे उस समय ज्यादा कुछ समझ नहीं आ रहा था कि उस वक्त मुझे क्या करना चाहिए.


फिर अभी ये भी तय नहीं था कि वास्तव में भाभी मुझसे चुदना चाह रही हैं या ये सिर्फ मुझे ही लग रहा है.


फिर भाभी कुछ हिलीं तो उनका बदन मुझसे स्पर्श हो गया. मुझे कुछ महसूस हुआ और मेरा लंड खड़ा होने लगा.


भाभी ने मुझसे पूछा- आपके कॉलेज में आपकी कोई जीएफ बनी क्या? मैंने ना कहा.


फिर भाभी हंसी और बोलीं- आप इतने हैंडसम हो और आपकी कोई जीएफ नहीं है, ताज्जुब है! मैं कुछ नहीं बोला.


हम दोनों मूवी देखने लगे. कुछ देर बाद मूवी में एक सेक्स सीन आया तो मैंने मासूमियत से भाभी से पूछा- भाभी, ये लड़का उस लड़की की कपड़े क्यों उतार रहा है?


पहले उन्होंने मेरी तरफ देखा और कुछ पल बाद वो मेरे सवाल पर भी हंस पड़ीं. वो बोलीं- आपको धीरे धीरे सब पता चल जाएगा.


मेरा सवाल सुनकर शायद भाभी को समझ आ गया था कि मैं कोरा कागज हूँ. कुछ देर बाद भाभी ने टीवी ऑफ किया और हम दोनों सोने लगे.


मुझे नींद नहीं आ रही थी, तो मैंने भाभी से कहा- भाभी, मुझे नींद नहीं आ रही है. वो बोलीं- ठीक है, तो चलो एक गेम खेलते हैं.


मैंने कहा- कौन सा गेम? वो वासना भरी आवाज में बोलीं- सेक्स का गेम.


मैंने उनसे पूछा कि वो कैसे खेलते हैं? भाभी ने मुझे देखा और हंस कर बोलीं- चलो, मैं आपको सिखाती हूँ. मैं जैसा बोलती हूँ, आप वैसा करते जाना. मैंने ओके कह दिया.


भाभी ने मुझसे टी-शर्ट खोलने को बोला, तो मैंने टी-शर्ट खोल दी.


फिर वो अपनी साड़ी खोलने लगीं और बोलीं- मेरे ऊपर आ जाओ और मेरे लिप्स में अपने लिप्स लगा दो.


मैंने वैसा ही किया. फिर भाभी मेरे लिप्स चूसने लगीं.


थोड़ी देर तक किस करने के बाद उन्होंने मुझसे अपनी गर्दन पर किस करने को बोला.


मैं उनकी गर्दन पर किस करता हुआ उनके पेट पर आ गया और किस करने लगा. उनकी चुदास बढ़ने लगी और उन्होंने अपने ब्लाउज को खोल दिया.


वो अन्दर ब्रा नहीं पहनी थीं, जिस वजह से उनके बूब्स मेरे सामने नंगे हो गए थे. वो बोलीं- मेरे बूब्स को दबाओ.


मैं उनके बूब्स को दबाने लगा. वो आह करती हुई बोलीं- इनको अपने मुँह में ले लो और दूध पियो.


मैं उनका दूध पीने लगा. करीब दस मिनट तक भाभी के दोनों मम्मे चूसने के बाद मैं मस्त हो गया था.


अब भाभी उठीं और उन्होंने मुझे चित लेटने का कहा. मैं चित लेट गया.


भाभी ने मेरी पैंट और अंडरवियर को खोल दिया. अब उनके सामने मेरा खड़ा लंड था; उसे देख कर उनकी आंखें फटी की फटी रह गईं.


फिर उन्होंने मेरे लंड को हाथ में लिया और ऊपर नीचे करने लगीं. कुछ पल बाद भाभी ने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगीं.


मुझे मज़ा आ रहा था.


कुछ देर बाद मुझे लगा कि मेरे लंड के अन्दर से कुछ निकलने वाला है. मैं कसमसाने लगा, तभी मेरे लंड से पानी निकल गया.


मैं भाभी के मुँह में ही झड़ गया. भाभी ने मेरे लंड का सारा पानी पी लिया और वो बड़े स्वाद से मेरे वीर्य को चाट कर खा गईं. उन्होंने मेरे लंड को चूस चाट कर पूरा साफ़ कर दिया.


अब वो उठीं और उन्होंने अपना पेटीकोट और पैंटी को निकाल दिया.


वो मेरे सामने उस वक्त पूरी नंगी थीं. उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था.


फिर भाभी लेट गईं और उन्होंने अपने पैर फैला कर चूत खोल कर मुझे इशारा किया. वो मुझे अपनी चूत चाटने की कह रही थीं.


मैं उनकी दोनों टांगों के बीच में आ गया और कुत्ता बनकर भाभी की चूत चाटने लगा. मेरी जीभ लपलप करती हुई भाभी की चूत चाट रही थी तो उन्हें बड़ा मजा आ रहा था.


वो मेरे सर पर हाथ रख कर मेरे सर अपनी चूत पर दबाए जा रही थीं और नीचे से वो अपनी गांड उठा कर मुझे अपनी चूत में घुसाने जैसा कर रही थीं. मुझे भी भाभी की चूत चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था.


तभी अचानक से भाभी की आवाजें तेज तेज निकलने लगीं और उनकी चूत से कुछ नमकीन पानी निकल गया. मुझे वो नमकीन पानी बड़ा मस्त लगा, मैं उनकी चूत का सारा पानी चाटता चला गया.


फिर भाभी उठीं और मेरे लंड को हिलाने लगीं. जैसे ही मेरा लंड खड़ा हुआ, भाभी लेट गईं और मुझे पास बुला कर मुझे खुद के ऊपर चढ़ने का कहा.


मैं भाभी के ऊपर चढ़ गया. उन्होंने मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत के मुँह में रख दिया. वो मुझसे धक्का मारने को बोलीं.


जैसे ही मैंने धक्का मारा, मेरा लंड उनकी चूत के अन्दर घुस गया. मेरा मोटा लंड एकदम लोहे के जैसा कड़क था.


भाभी ने अभी तक मेरे जैसा लंड अपनी चूत में नहीं लिया था शायद … इसी वजह से वो एकदम से चीख उठीं. मैं डर गया और रुक गया; मैं अपना लंड बाहर निकालने की सोच ही रहा था कि वो ज़ोर ज़ोर से कराहने लगीं.


मैंने उन्हें देखा तो वो कहने लगीं- बाहर मत निकालना … आह पेले रहो. तो मैंने कहा- आपको दर्द हो रहा हा भाभी … मैं इसे निकाल देता हूँ.


भाभी मना करने लगीं और लंड को अन्दर बाहर करने के लिए बोलीं. मैं लंड चूत में अन्दर बाहर करने लगा. मेरा पूरा लंड चूत में चला गया था.


मुझे भाभी की टाईट चूत में लंड पेलने में मज़ा आने लगा और मैं तेजी से लंड अन्दर बाहर करने लगा. भाभी दर्द से कराह रही थीं.


मैं जोश में होने की वजह से उनकी बात नहीं समझ पा रहा था, बस उन्हें धकापेल चोदने में लगा रहा. भाभी बोल रही थीं- आह चोद मुझे … चोद चोद कर मेरी चूत का भोसड़ा बना दे आह और ज़ोर से चोदो अपनी भाभी को … आह चोदो.


ये सब सुन कर मैं और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा. करीब 20 मिनट के बाद मैं उनकी चूत में ही झड़ गया और उनके ऊपर लेट गया.


Xxx भाभी मुस्कुरा दीं और हांफती हुई बोलीं- कैसा लगा गेम? मैं भी तेज तेज सांस लेते हुए बोला- आह भाभी, बहुत मज़ा आया.


भाभी बोलीं- इस Xxx भाभी फक गेम की बात किसी को मत बताना. मैंने कहा- हां ,मगर मुझे अभी ये गेम और खेलना है.


भाभी बोलीं- अभी कुछ देर रुक जाओ. आधा घंटा बाद मैंने भाभी की फिर से चुदाई की. फिर हम दोनों नंगे ही सो गए.


सुबह मैंने फिर से भाभी की चुदाई की.


अब हम दोनों के बीच चुदाई का मजा चलने लगा था. जब भी भैया घर पर नहीं होते, हम दोनों सेक्स कर लेते.


ये थी मेरी सच्ची Xxx भाभी फक स्टोरी आपको कैसी लगी, प्लीज़ बताएं. [email protected]


Bhabhi Sex

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