शादी के बाद फैमिली फ्रेंड से चुदाई करवाई

दिव्या वर्मा

08-10-2023

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देसी मैरिड गर्ल पोर्न सेक्स स्टोरी एक लड़की की है जिसे अपने पति से सेक्स का सुख नहीं मिला. तो उसे अपने पुराने दोस्त की याद आई जो उसका रिश्तेदार भी था.


यह कहानी सुनें.


दोस्तो, मेरा नाम ज्योति है. मैं शादी से पहले एक सरकारी हॉस्पिटल में नर्स की जॉब करती थी.


मेरा एक फैमिली फ्रेंड है, उसका नाम सोनू है. वह दूर के रिश्ते में मेरा कज़िन लगता है. मैं शुरू से ही उसके टच में रही हूँ.


जब मेरी शादी नहीं हुई थी, तब मैं कभी कभी उससे मिल लिया करती थी और उसके ऑफिस में भी जाया करती थी. हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त भी हैं.


यह मैरिड गर्ल पोर्न सेक्स स्टोरी उसी सोनू और मेरी चुदाई की है.


हालांकि मुझे इस बात का अहसास था कि सोनू मुझे चोदना चाहता है लेकिन मैं ही उसे लिफ्ट नहीं देती थी.


फिर कुछ टाइम बाद मेरी शादी हो गयी तो मैं कोलकाता चली गयी.


लेकिन मैं सोनू से जुड़ी रही और अक्सर उससे फोन से बात कर लिया करती थी.


एक दिन मुझे पता लगा कि सोनू हमारे फैमिली फ़ंक्शन में कोलकाता आ रहा है.


चूंकि वह मेरे परिवार से जुड़ा हुआ है तो उसे भी हमारे कोलकाता वाले घर के फ़ंक्शन में आने का निमंत्रण दिया गया था. उसने मुझे बताया कि मैं कोलकाता आ रहा हूँ.


यह सुनकर मुझे बड़ी खुशी हुई. मैंने सोचा कि चलो अब मैं सोनू से भी मिल लूँगी और मुझे उसे कुछ बताना भी था.


इस बार न जाने क्यों मुझे लग रहा था कि मेरे लिए सोनू ही ठीक है.


अब मुझे उससे खुल कर बात करनी थी था कि मेरे पति के लंड में दम नहीं है तो अपने सेक्स आनन्द के लिए मैं किसी दूसरे के साथ क्या क्या कर सकती हूँ.


अगले दिन मैं अपने घर में होने वाली शादी के फ़ंक्शन में गयी. इत्तफाक से उस शादी में मेरा पति मेरे साथ नहीं गया था, शायद उसे अपने दोस्तों के साथ दारू पीने जाना था.


अब मुझे पूरा मौका मिलने वाला था कि मैं सोनू से खुल कर बात कर सकूँ. मैं दोगुने उत्साह से शादी में पहुंच गई.


मैं वहां जाकर सबसे मिली. सोनू भी अपने दोनों भाइयों के साथ आया हुआ था.


मैं सोनू के पास गयी और उसने मुझसे हाथ मिलाया. हम दोनों ने औपचारिक हाय हैलो किया.


उससे मिलते ही अचानक से मुझे जैसे पता नहीं क्या हो गया था, मैं एकदम से बौरा सी गई थी.


मैं सोनू के साथ में बैठ गई और हम दोनों बातें करने लगे थे.


फिर उसने कहा कि चलो कुछ खाते हैं. तो हम दोनों कुछ खाने के लिए चले गए.


सोनू ने कहा- वैसे तुमसे एक बात बोलूँ ज्योति? मैंने कहा- हां बोलो ना यार?


सोनू ने कहा- अब तुम ज़्यादा सुन्दर लगने लगी हो … और आज तो कमाल की लग रही हो. मैंने कहा- सोनू, मुझे तुमसे एक बहुत ही ज़रूरी बात करनी है.


सोनू ने कहा- हां बोलो, क्या बात है? मैंने कहा- यह बात यहां नहीं हो सकती है. मुझे तुमसे अकेले में बहुत ज़रूरी बात करनी है.


सोनू ने कहां- तो ठीक है, चलो मेरी कार में बैठ कर बात करते हैं. मैंने पूछा- क्या तुम लोग दिल्ली से कोलाकाता कार से आए हो?


उसने कहा- नहीं, हम सब ट्रेन से आए हैं. मैंने इधर होटल से कार ली हुई है. मैंने कहा- ओके, तो चलो वहीं ठीक रहेगा.


फिर मैं सोनू के पीछे पीछे जाने लगी.


जब मैं उसके साथ कार पार्किंग में गयी और सोनू की कार में बैठ गई.


उसने मेरे कंधे पर हाथ रख कर कहा- क्या बात है ज्योति, आज तुम बड़ी घबराई सी हो? मैं उसी पल उसके गले से लग कर रोने लगी.


उसने कहा- क्या हुआ, पति ने कुछ कहा है क्या तुम्हें … वैसे वह आज आया क्यों नहीं? मैंने कहा- यार, मेरे पति में दम नहीं है.


सोनू ने चौंकते हुए कहा- क्या मतलब? मैंने कहा- मेरा मतलब है कि मेरा पति नामर्द है. वह मेरे साथ सेक्स भी नहीं कर पाता है. वह ना ही मुझसे अच्छे से बात करता है और ना ही कहीं घूमने लेकर जाया करता है. उसे सिर्फ दारू पीने से मतलब रहता है.


वह मेरी तरफ हैरानी से देखने लगा.


मैंने कहा- तुम कुछ रास्ता बताओ ना! सोनू ने कहा- फिर तुम अपने घर वालों से बोल कर किसी और से शादी कर लो.


मैंने कहा- नहीं, ये नहीं हो सकता. घर वाले नहीं मानेंगे.


सोनू ने कहा- फिर तुम किसी और के साथ सैटिंग कर लो, जो तुम्हारे साथ सेक्स करके तुम्हें खुश कर सके. मैंने कहा- यार, तुम ही मेरे साथ सेक्स कर लो ना … मैं तुम्हें अच्छे से जानती भी हूँ और तुम पर मुझे पूरा भरोसा भी है.


सोनू ने फिर से मेरे कंधे पर हाथ रखा और मुझे अपने पास खींच कर कहा- मेरी जान सोच लो, मैं तुम्हें बहुत चोदूंगा! मैंने कहा- हां, मुझे मंजूर है.


सोनू ने कहा- यार, पर हम दोनों बहुत दूर रहते हैं, तो बार बार कैसे होगा? मैंने कहा- मैं तुम्हें रोज वीडियो कॉल करके सेक्स कर लिया करूँगी और फोन सेक्स भी कर लिया करूँगी. तुम जिस तरह की फोटो बोलोगे, वैसी ही फोटो दे दिया करूँगी. मैं तुम्हें निराश नहीं होने दूँगी.


सोनू ने कहा- अच्छा चलो ठीक है. तुम आज से मेरी जान हो. मैंने कहा- हां, मैं तुम्हारी जान हूँ.


सोनू ने कहा- तो मेरी जान, चलो फिर पहली किस दे दो. मैं और करीब आई और सोनू ने मेरे होंठों को अपने होंठों से मिला लिया.


वह मुझे किस करने लगा. बंद कार में हमारी स्मूच 15 मिनट तक चली.


फिर सोनू ने मेरा हाथ पकड़ा और कहा कि मेरे पैंट में हाथ डाल कर मेरा लंड हिलाओ.


मैंने उसकी पैंट से उसका लंड बाहर निकाला. उसके लंड को जब मैंने अपने हाथ में लिया तो देखा कि उसका लंड काफ़ी बड़ा था और मोटा भी.


मैंने कहा- उंह यार … तुम्हारे साथ सेक्स करने में मज़ा आएगा. मैं उसके लंड को हिलाने लगी.


उसने कहा- मेरी जान, एक बार इसे अपने मुँह में लेकर चूसो. मैं मना करने लगी.


सोनू ने कहा- देखो, मैं तुम्हारे साथ सब कुछ करूँगा. तुम्हारी चूत मारूँगा, गांड भी मारूँगा. हर स्टाइल में तुम मेरे साथ सेक्स कर सको तो अभी बोल दो … वर्ना रहने दो. मैंने कहा- अच्छा ठीक है ना, गुस्सा मत हो.


मैंने सोनू का लंड अपने मुँह में ले लिया और उसको चूसने लगी. चूसते चूसते मुझे मज़ा आने लगा. मैं उसके लंड अब खूब अच्छे से चूसने लगी थी.


उसने कहा- ज्योति, तुम लंड काफी अच्छे से चूसती हो, मज़ा आ गया. अगर सेक्स करते हुए मैं तुम्हें गाली दूँ, तो बुरा मत मानना. मैंने कहा- हां, मैं तुम्हारी किसी बात का बुरा नहीं मानूँगी.


सोनू ने मेरे ब्लाउज में से मेरे बूब्स बाहर निकाले और पहले उसने मेरे बूब्स को अच्छे से मसला. फिर कहा- वाह जान, तेरे चूचे तो बहुत अच्छे हैं. सही साइज़ के हैं, तेरा पति तो चूतिया है … जो ऐसी माल को अपने नीचे नहीं लेटाता. मैं तेरा पति होता तो रोज तेरी चुदाई करता. मैंने कहा- काश, मेरी शादी तुमसे हुई होती.


सोनू ने मेरे एक दूध को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगा. मुझे भी मज़ा आ रहा था.


उसने एक हाथ से मेरी साड़ी को ऊपर किया और मेरी जांघों को सहलाने लगा. मुझे काफी अच्छा लग रहा था.


उसने मेरी चूत में अपनी दो उंगलियां डाल दीं. मेरी चीख निकल गई- ओह सोनू आराम से.


उसने कहा- मेरी जान, अभी तो ये उंगली घुसी है. जब लंड जाएगा तो तुम तो मर ही जाओगी!


उसी समय मेरी मम्मी का कॉल आने लगा कि कहां है? मैंने कहा- मैं वॉशरूम आई हूँ, अभी आ रही हूँ.


मैंने सोनू से कहा- यार, मम्मी का फोन आ रहा है. अब चलें क्या? उसने कहा- हां, चलो चलते हैं. इधर पूरी चुदाई भी नहीं हो सकती है.


तब उसने एक बार मुझे अपनी गोद में बैठा कर मेरी चुम्मी ली और हम दोनों कार से बाहर आ गए.


उधर से हम दोनों अलग अलग दरवाजे से अन्दर जाकर शादी में शामिल हो गए.


थोड़ी देर बाद हम दोनों फिर से साथ में बैठ कर बात करने लगे.


सोनू ने कहा- मज़ा आया ना बेबी डॉल? मैंने कहा- हां बहुत मज़ा आया मुझे. सोनू ने कहा- अच्छा कभी आओ ना फिर से दिल्ली अपनी मम्मी के घर?


मैंने कहा- हां, मैं कुछ दिनों में ही आती हूँ और इस बार मैं दो महीने के लिए आऊंगी. तुम्हारे साथ रोज खुल कर पोर्न सेक्स किया करूँगी. सोनू ने कहा- कल मेरे साथ फोन में फोन सेक्स करना. मैंने कहा- ठीक है.


वह बोला- तुम नहाते हुए भी मुझे वीडियो कॉल करना. तुम मेरे साथ ज़्यादा टाइम वीडियो कॉल में रहने की कोशिश करना.


फिर अगले दिन से मैं उसके साथ काफी देर देर तक वीडियो कॉल में रहने लगी. जब मैं अकेली रूम में होती थी तो रूम बंद करके मैं अपने सारे कपड़े उतार कर नंगी हो जाती थी और वीडियो कॉल में सोनू से बात किया करती थी. कुछ दिनों बाद मेरा दिल्ली जाने प्लान बन गया.


मैं हवाई जहाज से दिल्ली आई तो मुझे लेने मेरा सोनू आया था. उसके साथ और कोई नहीं था.


उसने मुझसे कहा- चलो आज एक छोटा सा सेलिब्रेशन कर लेते हैं. मैंने कहा- घर पर क्या कहूँगी कि कहां रह गई? वह बोला- वो सब मैं मैनेज करके आया हूँ.


उसने अपनी जेब से एक इनविटेशन कार्ड दिखाया कि मैं तुम्हारे घर पर कह कर आया हूँ कि हम दोनों सीधे इस फ़ंक्शन में जाएंगे और उधर से सुबह ही घर आएंगे. मैं कुछ नहीं बोली. मेरे मन में इतनी ज़्यादा खुशी थी कि मैं क्या कहूँ.


वह मुझे अपने एक दोस्त के खाली फ्लैट में ले गया. उधर जाते ही वह मेरे से बोला- जान, मैं बाहर बाल्कनी में बैठा हूँ. तुम अन्दर चली जाओ और उधर तुम्हारे लिए एक सरप्राइज़ है.


मैं ये सुनकर कमरे में गई.


उधर सुहागरात जैसी सजावट थी; कमरा महक रहा था. बिस्तर पर लाल लहंगा चुनरिया का सैट रखा था, कुछ आभूषण और मेकअप का सामान भी रखा था.


उसी के साथ एक पत्र भी रखा था कि आज हमारी सुहागरात है.


मैं बहुत खुश हुई और जल्दी से बाथरूम में जाकर नहाने लगी. मैंने अपनी झांटें तो पहले ही साफ कर ली थीं.


आधे घंटे में पूरी दुल्हन बन कर सुहाग सेज पर बैठ गई थी.


मैंने अपने फोन से सोनू को वीडियो कॉल किया और उसे अपना दुल्हन का स्वरूप दिखाया. वह खुश हो गया और जल्दी से कमरे में आ गया.


उसने भी शेरवानी पहन ली थी और वह दूल्हा बना हुआ था.


कमरे के अन्दर आकर उसने मेरे पास बैठ कर मेरे हाथ को अपने हाथ में लिया और मेरी अनामिका में फंसी हुई मेरी अंगूठी को उतार कर एक नई चमचमाती हुई सोने की अंगूठी पहना दी. फिर मेरे घूँघट को उठा कर उसने मेरे होंठों से अपने होंठ मिला दिए.


हम दोनों चुंबन में लिप्त हो गए और धीरे धीरे हम दोनों के वस्त्र उतरते चले गए. उसने मुझे नंगी कर दिया और मेरी चिकनी चूत पर अपने होंठ लगा दिए.


आह … कितना गर्म अहसास था वो … आज तक मेरे पति ने मुझे ये सुख कभी दिया ही नहीं था.


कुछ देर बाद मैंने भी अपना फर्ज निभाया और सोने के साथ 69 में आ गई. उसका लंड आज कुछ ज्यादा ही कड़क लग रहा था.


मैं उसके लौड़े को चूसने लगी और जल्द ही हम दोनों वासना के दरिया में डूब गए.


फिर सोनू ने सीधे होकर मेरी चूत पर अपना लौड़ा सैट कर दिया और मेरी आंखों में झाँकते हुए उसने मेरी चूत में अपना मूसल पेलना चालू कर दिया. उसका लंड बहुत मोटा था. मुझे दर्द हुआ पर मैंने सहन कर लिया.


उस दिन रात भर में सोनू ने मुझे चार बार चोदा और सुबह हम दोनों बाथरूम में एक बार चुदाई और करके अपने घर आ गए.


उसके बाद से सोनू ने मुझे अनगिनत बार चोदा होगा.


तो दोस्तो, यह थी मेरी मैरिड गर्ल पोर्न सेक्स स्टोरी … आपको कैसी लगी, प्लीज मुझे जरूर बताएं. अगली पोर्न सेक्स कहानी में मैं आपको अपनी गांड फटने की सेक्स कहानी का जिक्र करूंगी. नमस्ते. [email protected]


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