छोटी बहन गांड चूत में भाई का लंड

सन्ध्या कुमारी

08-07-2022

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Xxx भाई बहन सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं अपनी छोटी बहन की गांड पर नजर रखता था. मैंने उसको चोदने का मन बना लिया था. मेरी तमन्ना पूरी भी हुई.


हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम अमित है और मेरी उम्र 22 साल है. मैं बिहार का रहने वाला हूं.


यह Xxx भाई बहन सेक्स कहानी मेरे ही घर की है.


मेरी बहन का नाम अंजलि है. मेरी बहन मुझे तीन साल छोटी है. उसकी चूचियां अभी छोटी हैं मगर उसकी गांड बड़ी उभारदार है.


हमारे घर में दो कमरे हैं. एक कमरे में मम्मी पापा सोते हैं और एक में मैं और मेरी बहन सोती है.


मेरी बहन की गांड देख कर मेरा मन करता था कि मैं उसकी में मुँह लगा कर उसका रस पी जाऊं; अपनी जीभ गांड के छेद में अन्दर तक पेल दूँ और उसका मजा ले लूं.


वो मुझे देख कर कुछ भी ऐसा रिएक्ट नहीं करती थी जिससे लगे कि वो भी मेरे बारे में ऐसा कुछ सोचती हो.


मगर उसको देख कर मेरा लंड ठनक जाता था. मैंने उसको चोदने का मन बना लिया था.


उन दिनों सर्दियों का मौसम चल रहा था और हम दोनों एक ही बेड पर पास पास सोते थे.


एक दिन सोते सोते रात में मैं उसके काफी पास को चला गया. उस दिन मैंने उसकी चूची दबाई और मजा लेने लगा. वो बेसुध सो रही थी.


फिर धीरे से मैंने उसके पजामा के ऊपर से उसकी गांड को सहलाया. वो अभी भी कुछ नहीं कह रही थी, बस चुपचाप सो रही थी.


मैंने पजामे के ऊपर से ही उसकी गांड के छेद में उंगली घुसेड़ना शुरू कर दी. उसने अभी भी कुछ प्रतिक्रिया नहीं की थी.


मैं उंगली करता रहा.


फिर धीरे धीरे मैंने उसकी कमर से पजामे को नीचे किया तो उसने पैंटी नहीं पहनी थी.


मैंने पजामा उसके चूतड़ों से नीचे किया और गांड में हाथ डाला तो उसकी गांड का छेद मुझे बड़ा ही नर्म लगा.


मैंने उसके पजामे को चूतड़ों से नीचे सरका दिया और अपनी नाक उसकी गांड से लगा दी.


आहा … क्या मस्त सुगंध आ रही थी यार … मैं क्या बयान करूं. मेरा मन कर रहा था कि मैं उसके पजामा खोल कर उसके गांड के छेद पर मुँह लगा दूँ और गांड को चाट लूं.


मैंने अपने हाथ की एक उंगली छेद में डाल दी और उसकी गांड में उंगली चलाने लगा. मेरी उंगली की पोर ही उसकी गांड में गई थी कि मुझे मजा आ गया था.


मैंने अपनी उस उंगली को बाहर निकाला और अपने मुँह में लेकर चूसने लगा. मुझे बड़ा ही स्वादिष्ट लगा.


अब मैं अपनी उसी उंगली को उसकी गांड में बार बार पेल कर उसकी गांड के रस को चाटने लगा. मेरा मन कर रहा था कि आज इसकी गांड में अपना लंड पेल कर गांड फाड़ दूँ.


अब मैंने उसकी गांड में थूक लगाया और अपना लंड उसकी गांड पर सैट कर दिया.


मैंने धक्का लगाया. तो लंड अन्दर नहीं गया.


मैंने जोर से धक्का लगाया तो थोड़ा सा लंड अन्दर चला गया. इस बार वो चिहुंक गई और उसकी आवाज आई- भैया धीरे धीरे धक्के मारिए … मुझे दर्द हो रहा है.


मैं अब बेफ़िक्र हो गया था कि मेरी बहन भी मेरा साथ दे रही है. मैंने उसे सही पोजीशन में लिया और धीरे धीरे अपने लंड को पूरा घुसा दिया.


वो ‘आह आह ओह ओह …’ करने लगी और मेरा लंड निकाल कर बोली- यार, क्या कर रहे हो, बड़ा दर्द हो रहा है. मैंने बोला- साली, तेरी गांड चोद रहा था. उसने बोला- साले पहले तू मेरी गांड चाट.


वो भी पूरी जोश में थी.


मैंने कहा- चल बता कैसे करवाना है? वो बोली- साले साइड हट, अब मैं तुझे बताती हूं कि गांड कैसे चोदते हैं. चल पहले तू सीधा लेट जा. मैं लेट गया.


बहन बोली- अपनी जीभ बाहर निकाल. मैंने अपनी जीभ बाहर निकाल दी. वो मेरे मुँह पर बैठ गई और गांड रख कर हिलाने लगी. उसकी गांड मेरे मुँह में रगड़ मारने लगी थी.


मेरी बहन तो पक्की रांड निकली. मैं समझ गया कि इसे खुद से मेरे लंड से चुदने का मन था.


कुछ देर तक अपनी गांड मेरे मुँह से चटवाने के बाद वो बोली- साले चल हट … अब मेरा छेद जरा खुल कर चाट. मैं अपनी बहन कि गांड का छेद चाटने लगा. वो आह ओह ओह ओह करने लगी.


मुझे भी मजा आ रहा था तो मैं भी आह ओह करते हुए छेद चाट रहा था.


मैं- क्या मस्त महक है तेरी गांड की. वो खुश हो गई और बोली- चल साले कुत्ते, अब मेरी बुर भी चाट.


मैंने कहा- हां क्यों नहीं, मेरी छोटी चुदक्कड़ बहना … आ जा. आज तो मैं तेरी सुसु भी पी लूंगा. वो भी बोली- सुसु बाद में पी लेना अभी मेरी गांड चूत में बड़ी खुजली होने लगी है, पहले तू मेरी चूत की खुजली शांत कर.


मैंने उसकी बुर के तरफ मुँह घुमाया तो देखा कि क्या मस्त जन्नत थी. उसी बुर पर छोटी छोटी झांटें उगी थीं और उसकी कमसिन बुर की मादक महक आ रही थी.


मैंने अपनी बहन की बुर के छेद में मुँह लगा दिया. बड़ा मस्त लग रहा था मानो जन्नत में आ गया होऊं.


मैंने जीभ से उसकी बुर का दाना कुरेदा, तो वो मस्त होने लगी. अब वो ‘आह ओह सी सी आह आह ओह …’ कर रही थी और अपनी बुर मेरे मुँह पर रगड़ रही थी.


कुछ पल बाद उसने बोला- साले तू अब उठ कर खड़ा हो जा. मैं खड़ा हो गया, उसने मेरा लंड हाथ में लिया और अपने मुँह में डाल कर चूसने लगी.


वो किसी पेशेवर रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही थी. मैं उसकी लंड चूसने की अदा देख कर हैरान था. मुझे साफ़ समझ आ रहा था कि मेरी बहन पुरानी चुदक्कड़ है.


मैंने उसके बाल पकड़े और अपना लंड उसके गले तक देने लगा.


मेरी बहन लंड चूसती हुई बोली- साले भैन के लंड … क्या लंड है तेरा यार … कितने इंच का है? मैंने कहा- पूरे 8 इंच का है. मजा आ रहा है मेरी बहना. मेरी बहन बोली- हां यार, बड़ा मजा आ रहा है.


मैंने कहा- हां साली रांड, आज मेरा पूरा लंड खा जा. वो मेरे लंड को चूसती हुई बोली- भाई, कहीं तू मेरी बुर तो नहीं फाड़ देगा? मैंने कहा- नहीं यार … मैं धीरे धीरे चोदूंगा.


फिर मैंने उससे कहा- वैसे तूने अब तक लंड तो अपनी चूत में लिया है न! बहन हंस कर बोली- तुझे क्या लगता है? मैंने कहा- मुझे तो लगता है कि तूने अपनी गांड में लंड पक्का लिया है. चूत का नहीं पता.


वो कहने लगी- तुझे मेरी गांड का कैसे पता चल गया? मैंने कहा- जब तूने मेरी उंगली को अपनी गांड में बिना तड़फे ले लिया था, तभी मुझे लगा था कि तूने पीछे से मजा ले लिया है.


मेरी बहन हंसने लगी और बोली- वो सब बाद में बात करना, अभी तो बस तू मजा ले. मैं चूत चाटने लगा.


कुछ देर बाद मेरी बहन बोली- चल अब मैं घोड़ी बनती हूं. तू पहले गांड चोदेगा समझा, फिर बुर.


वो घोड़ी बन गई और उसने मुझे इशारा किया- चल फाड़. मैंने उसकी गांड पर थूक लगाया और अपना लंड सैट करके एक तेज धक्का लगा.


मेरा आधा लंड उसकी गांड में घुस गया. वो कराही- उई मादरचोद … साले भोसड़ी के धीरे पेल कमीने. मैंने बिना उसकी कुछ सुने एक और धक्का लगा दिया.


मेरा पूरा लंड अन्दर घुस गया, मैं अन्दर बाहर करने लगा. वो आवाजें करने लगी- आह ओह और जोर से … आह ओह साले जोर लगा आह ओह.


मैं उसके दूध पकड़ कर गांड मारता रहा.


पांच मिनट बाद मेरी बहन बोली- चल अब बुर में लंड पेल और चोद मुझे. मैंने कहा- पीछे से ही लेगी या लेट कर लेगी?


वो बोली- चल लेट कर लेती हूँ. वह चित लेट गई और उसने अपने दोनों पैरों को फैलाकर चूत खोल दी.


अब वो बोली- चल चोदकर फाड़ दे साले … ये बुर आज से तुम्हारी हुई … पेल अपना मूसल और इसको फाड़ दे. जितना मन उतना चोद ले. मैंने अपनी छोटी बहन की बुर के छेद पर मुँह लगाकर चाटा, फिर मैंने अपना लंड उसकी बुर पर सैट कर दिया.


एक बार मैंने अपनी बहन की आंखों की वासना को देखा और धक्का लगा दिया. इस बार मेरा लंड एक बार में ही उसकी बुर में घुसता चला गया.


वो जोर से ‘आह आह ओह ओह …’ करने लगी. मैंने उसके मुँह बंद किया और ताबड़तोड़ आठ दस शॉट मार दिए.


अब मैंने उसके मुँह से हाथ हटा दिया. वो बोलने लगी- आंह ज़ोर से चोद … और से पेल … फाड़ दे मेरी बुर को.


वो मेरी शर्ट पकड़कर खुद जोर जोर से धक्का लगाने लगी. वो सिसक रही थी और ‘सी आह आह ओह सी आह ओह ओह आह की आवाजें निकाल रही थी.


मैं चुदाई के नशे में अपनी बहन की चूत फाड़ने में लगा था.


वो बोली- साले, आज क्यों ना तू मुझे मार डाल लेकिन आज मुझे पूरी ताकत से चोदेगा … समझ गया. उसकी बुर से पट पट की आवाज़ आ रही थी और वो सिसक रही थी- आह आह ओह ओह सी और चोद दे मुझे … चोद मुझे … आंह चोदता जा साले.


उसकी तेज होती आवाजें बता रही थीं कि मेरी बहन अब झड़ने के कगार पर थी. तभी उसकी बुर से रस निकल गया और वो झड़ गई. कुछ देर बाद मैं भी झड़ गया.


वो हांफती हुई बोली- भैया सॉरी, मैंने आपको गाली दी और आपसे अपनी गांड चूत चुदवायी. मैंने बोला- कोई बात नहीं यार, पहले शुरुवात तो मैंने ही की थी. वो हंसने लगी.


मैंने बोला- तेरी गांड तो बड़ी मस्त है. अब तक कितने लंड ले चुकी है? वो मेरी छाती पर मुक्का मारती हुई बोली- क्या भैया आप भी बड़े वो हो!


मैंने कहा- मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता बहना. तू किसी से भी चुदवाए. हां ये जरूर कहूँगा कि अपनी गांड का छेद जरा और बड़ा करवा. फिर तुझे अपनी गांड चुदवाने में ज्यादा मजा आएगा. अभी तेरी चूचियां भी छोटी हैं. इनको भी बड़ा करवा. मेरी रांड बहन मुझे बरगलाने लगी- वो क्या है न भइया कि किसी ने आज तक मुझे चोदा नहीं है, इसलिए मेरी चूचियां अभी छोटी हैं.


मैंने कहा- चल फिर मुझे ही कुछ करना पड़ेगा. वो बोली- हां भइया आप ही मुझे मस्त करो न … आप ही मुझे चोद चोद कर और मेरी चूचियां मसल मसल कर बड़ा कर दीजिएगा.


अब तक सुबह हो गई थी और हम लोग एक दूसरे को साफ़ करके अपने अपने काम में लग गए.


मेरी बहन को चोदने की लालसा रखने वाले और उसकी चुदाई की कहानी पढ़ने वाले लोग मुझे ईमेल कर बताएं कि Xxx भाई बहन सेक्स कहानी कैसी लगी. [email protected]


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