तलाकशुदा ममेरी बहन की चूत चुदाई का मजा

रॉकी प्ले बॉय

08-01-2023

200,998

Xxx दीदी स्लीपिंग सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं मामा के घर गया तो उनकी तलाकशुदा बेटी ने मेरे पास सोकर मुझे गर्म कर दिया, फिर खुल कर चूत और गांड मरवाई.


नमस्कार दोस्तो, मैं रॉकी फिर से असली वाली सेक्स कहानी लेकर आया हूँ. मेरी पिछली कहानी दोस्त की चुदक्कड़ गर्लफ्रेंड मेरे लंड के नीचे को आप सभी ने बहुत पसंद किया और मुझे खूब सारे मेल भी आए. मैं सभी को देर से रिप्लाई कर पाया.


अब मेरी इस Xxx दीदी स्लीपिंग सेक्स कहानी का मजा लें.


मेरी मामा की तीन लड़कियां हैं. पहले वाली की शादी होकर तलाक़ हो चुका है.


दूसरी वाली की शादी तय हो चुकी थी और उसके लिए मैं पन्द्रह दिनों के लिए मामा के गांव में गया था. तीसरी वाली से मैं प्यार करता हूँ.


लेकिन हुआ ये कि मुझसे बड़ी वाली बहन पट गयी और मैंने उसे खूब चोदा.


मामा की बड़ी लड़की का नाम स्नेहा है और छोटी वाली का आम्रपाली.


स्नेहा दीदी एक कामुक बदन वाली औरत है. उसे देख देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाएगा. शादी के बाद उसके किसी के साथ अनैतिक संबंध हो गए थे और उसी के साथ उसके पति ने रंगे हाथ पकड़ लिया था. उसी मामले को लेकर बड़ी दीदी का अपने पति से तलाक़ हुआ था.


मैं हमेशा आम्रपाली के आस पास ही रहता था और वो भी मुझे लाइन देती थी. हम सबके घरवाले हमें एक दूसरे के नाम से चिढ़ाते थे. जब भी हमें कोई चिढ़ाता, आम्रपाली मुस्करा कर भाग जाती थी.


शादी वाला घर था और लोग भी बहुत थे. उस वजह से मैं छत पर अकेला सोता था.


एक दिन जगह नहीं थी तो स्नेहा दीदी ऊपर सोने आ गयी और मेरे बगल में लेट गयी. मैं सो रहा था और उसके आने से मेरी नींद टूट गयी थी. उस वक्त शायद रात क़े एक बजे होंगे.


दीदी लेटी हुई थी और उसके पास कम्बल भी नहीं था. वो मेरे कम्बल को खींचने लगी तो मैंने उसके ऊपर मेरा कम्बल डाल दिया. वो पूरी तरह से कम्बल में आ गयी.


अब हम दोनों एक ही कम्बल में थे. स्नेहा दीदी मेरी तरफ़ पीठ करके सोयी हुई थी और उसकी गांड की गर्मी से मेरे लंड महाराज खड़े हो गए.


थोड़ी देर बाद मैं स्नेहा दीदी से चिपक गया और मेरे लंड ने उसकी गांड को टच किया. मेरे कड़क लंड का अहसास करते ही स्नेहा दीदी थोड़ी सी हिली लेकिन कुछ प्रतिक्रिया नहीं दी.


उसने गाउन पहना था. मैं अपना लंड स्नेहा दीदी की गांड में दबाने लगा.


स्नेहा दीदी ने अपनी कमर थोड़ी और पीछे की ओर की. मैं उसका इशारा समझ गया.


मैंने स्नेहा दीदी के ऊपर हाथ डालकर उसे अपनी बांहों में ले लिया. वो अभी तक मेरी तरफ़ पीठ करके सोयी थी और उसकी सांसें फूलने लगी थीं.


मैं उसके गाउन के ऊपर के बटन खोलने लगा. उसने अन्दर से ब्रा नहीं पहनी थी. जल्दी ही स्नेहा दीदी के दूध बाहर आ गए. मैं उनको दबाने लगा और मैंने अपना एक पैर स्नेहा दीदी के ऊपर डाल दिया.


अब मैं उसके मम्मों को जोर जोर से दबाने लगा. दीदी की सांसें एकदम से फूल गयी थीं वो एकदम से उठी और छत का दरवाज़ा बंद करने चली गई.


उसके जाते ही मैं एक बार को चौंक गया था. मगर अब मैं पक्का हो गया था कि आज दीदी की चूत में मेरा लंड खलबली मचाएगा. मुझे Xxx दीदी स्लीपिंग सेक्स का मजा मिलने वाला था. वो अपना गाउन निकाल कर मेरे कम्बल में आकर लेट गयी.


मैंने उस पर हमला बोल दिया. दीदी ने पैंटी भी नहीं पहनी थी और वो भी चुदवाने के प्लान से आयी थी.


हम दोनों एक दूसरे को चूमने लगे. मैंने दीदी के एक दूध को मुँह में भर लिया और चूसने लगा.


वो आह आह करने लगी और अपने हाथ से मेरे मुँह में दूध देने लगी. मैं उसके एक दूध को चूसता और दूसरे को हाथ से भर कर दबाता.


अलट पलट करके मैं स्नेहा दीदी के दोनों मम्मों का मजा ले रहा था. मैं एक दूध को खींच खींच कर चूसने लगा और हाथ से उसकी चूत में उंगली करने लगा. कभी मैं दायां दूध चूसता तो कभी बायां दूध खींचता और साथ ही चूत में उंगली करता.


जैसे जैसे मैं दीदी की चूत में अन्दर तक उंगली करने लगा, दीदी भी कमर उठा उठा कर मेरी उंगली अन्दर लेने लगी. उसकी चूत ने रस छोड़ना शुरू कर दिया था.


कुछ ही पल बाद दीदी बोली- रॉकी प्लीज़ मुझे चोद दे … मैं बहुत प्यासी हूँ. मैंने कहा- दीदी, अभी कुछ देर और तड़पाऊंगा … फिर चोदूंगा.


वो बोली- मेरी चाटेगा? मैंने हां कही और दीदी की चूत चाटने लगा.


अब दीदी पागल होने लगी, वो मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगी.


दीदी मस्त हो गयी थी और बोलने लगी थी- रॉकी, इतना अच्छा मजा किसी ने नहीं दिया. मैं अभी तक चुदी भी नहीं और तूने मेरा पानी भी पी लिया … आह और चाट मेरी चूत को साले … तेरी रखैल बनकर रहूँगी मैं. आह ऐसा ही चोदेगा तो मैं हर वक्त चूत खोल कर राजी रहूँगी … आह आई लव यू रॉकी और चाट आह चाट … आह आह आह.


कुछ मिनट चूत चाटने के बाद दीदी बोली- रॉकी, चोद दे मेरी चूत को … सच में चूत बहुत प्यासी है! उसने मेरी टी-शर्ट और नाइट पैंट निकाल दी, मेरा अंडरवियर निकाल दिया.


मेरा लंड देख कर उसकी आंखों में चमक आ गयी. दीदी बोली- मस्त लंड है तेरा … बहुत चुदवाऊंगी तुझसे!


मैंने कहा- मस्त लगा तो इसे प्यार करके भी बता न! वो बोली- चल 69 करते हैं.


मैंने ओके कहा और दीदी की चूत में अपना मुँह लगा कर लंड उसके मुँह में दे दिया. वो मस्ती से मेरे लंड का सुपारा चाटने लगी.


उसने मेरी गर्दन को अपनी टांगों से जकड़ लिया था और चूत मेरे मुँह पर मारने लगी थी.


कुछ देर बाद वो पगला गई और गाली देने लगी- मादरचोद, अब मुझे चोद दे … मेरी चूत में आग लग गई है. आ जल्दी से मेरे ऊपर चढ़ जा. मैंने कहा- दीदी, तुम पहले अपनी आग मेरे लंड की सवारी करके बुझा लो. मैं बाद में आपको चोद लूंगा.


वो ओके बोल कर उठी और मेरे लंड पर बैठ गयी. उसकी चिकनी चूत में जरा सा दबाव पड़ा तो लंड आधा अन्दर घुस गया.


दीदी आह आह करके धीरे धीरे चूत हिला हिलाकर लंड अन्दर ले रही थी. मैं कहा- क्या हुआ … आह आह क्यों कर रही हो दीदी?


दीदी- साले, बहुत दिन बाद लंड चूत में गया है. तेरा लंड भी काफी मोटा है. मेरी चूत में दर्द हो रहा है. मैं हंस दिया और उसकी चूचियां सहलाने लगा.


कुछ देर में उसने लंड पर हिलना शुरू कर दिया और कुछ देर बाद लंड पूरा अन्दर जाने लगा. दीदी अब जोर जोर से गांड हिला कर लंड ले रही थी. वो मेरी छाती पर हाथ रख कर अपनी मस्त अपनी गांड हिला रही थी, उसके दूध ऊपर नीचे हो रहे थे.


मैं उसके दूध चूस कर उसकी जवानी का मजा लेने लगा. अब दीदी ने स्पीड बढ़ा दी.


वो धीरे धीरे कामुक आवाजों में आहें भर रही थी और बोल रही थी- रॉकी … मस्त लंड है तेरा … आज से मेरी चूत बस तेरी है. अब वो अपनी कमर आगे पीछे कर रही थी, मेरा पूरा लंड चूत के अन्दर लेकर मजे ले रही थी.


मैं भी उसे अपनी छाती से लगा कर उसकी चूत में लंड की ठोकरें मार रहा था. फिर अचानक से उसने सीधी होकर अपनी गति बढ़ा दी और आह आह करके पानी छोड़ दिया.


दीदी थक कर मेरे ऊपर लेट गयी. मेरा लंड अभी भी चूत में था, उसका पानी नहीं निकला था.


मैं अब दीदी के ऊपर आ गया, उसके पैर कंधों पर लेकर जोर जोर से पेलने लगा. दीदी भी बड़े प्यार से मेरा लंड ले रही थी.


वो अपनी टांगें हवा में फैला कर लंड लेती हुई बोली- आह … कितना मस्त चोदता है रे … आधा घंटा हो गया और तू चोदे जा रहा है. आह जोर से कर … फाड़ दे मेरी चूत को … आह रॉकी पेल … बस अन्दर मत निक़ालना. मुझे तेरा पानी पीना है. निकालने से पहले बताना.


दीदी नीचे से गांड उछाल के मेरा लंड ले रही थी.


कुछ और मिनट के बाद मुझे लगा कि मेरा निकलने वाला है. मैंने दीदी से कहा- अब मेरा निकलने वाला है.


दीदी बोली- साले, मेरा दो बार निकाला अभी तक तूने. अब जल्दी से मुँह में दे! और दीदी बाजू में बैठ गई और मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी. मेरा रस नहीं निकल रहा था.


उसने अच्छे से चाटा और बोली- तेरा रस क्यों नहीं निकल रहा है? मैंने कहा- पता नहीं, ये साला उस वक्त तो झड़ने को हो रहा था.


वो मेरे लंड के सुपारे को अपनी जुबान से चाटने लगी.


दोस्तो, मैं तो जन्नत में था. कुछ मिनट बाद वो लंड को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.


मैं एकदम से गर्मा गया. कुछ देर में मैंने अपना पानी छोड़ दिया.


दीदी मेरा लंड चूसती रही. मेरा पूरा पानी दीदी पी गयी. वो अभी भी मेरा लंड चूस रही थी.


मेरा लंड चूस चूस और चाट कर दीदी ने एकदम साफ़ कर दिया. दीदी बोली- तेरा लंड तो अभी फिर से खड़ा हो गया है. पहली बार निकलने में एक घंटा लगा, अब तो और देर से निकलेगा.


उसने आंख मारी और बोली- चल अब पीछे से आ जा! उसने घोड़ी बन कर अपनी गांड दिखायी.


मैं दीदी की गांड में चालू हो गया. दीदी बोलने लगी- रॉकी जोर से और जोर से!


मेरा लंड दीदी की गांड में आधा ही जा रहा था. फिर भी चुदाई जोर से करने को बोल रही थी.


अब लंड पूरी तरह से अन्दर जा रहा था. मैं दीदी की गांड जोर जोर से मार रहा था.


काफी देर बाद दीदी औंधी हो गई और मेरे लंड पर बैठ गयी.


मेरी तरफ़ उसकी गांड थी. मैं लेटा हुआ था. दीदी ऊपर नीचे कर रही थी.


उसकी गांड मेरे लंड को अन्दर बाहर ले रही थी. मुझे सब साफ़ दिखाई दे रहा था. काफी देर बाद मेरा रस दीदी की गांड में निकल गया.


मैं बोला- दीदी, आपको चुदाई का बहुत शौक़ है? दीदी- इसी शौक़ ने ज़िंदगी बरबाद की है. लेकिन पति अब मुझे ले जाने को तैयार है. शादी के बाद ले जाएगा.


मैंने कहा- तो दीदी तुम मुझे भूल जाओगी? Xxx दीदी बोली- नहीं रे पगले, तूने आज मुझे जो सुख दिया है वो किसी और ने ज़िंदगी में नहीं दिया. जब भी मौक़ा मिला, मैं तुझसे जरूर चुदवाऊंगी.


मैंने कहा- दीदी, आम्रपाली से ठीक से सैटिंग करवाओ ना! दीदी बोली- अरे वो तो तेरी हो चुकी है न … तूने उसके साथ अभी तक कुछ नहीं किया?


मैं बोला- नहीं. दीदी ने कहा- वो तेरी हो चुकी है. हमेशा तेरे बारे में बोलती और सोचती है. फिर भी तू कल अकेला में मिलना है सैटिंग करती हूँ तेरी. लेकिन ज्यादा कुछ मत करना, शादी के बाद वो तेरी ही है.


मैं बोला- और तुम आज से मेरी ही हो. वो हंस दी.


फिर शादी होने तक मैंने स्नेहा दीदी को रोज़ रात को चोदा. आम्रपाली से पूरी सैटिंग हो गयी. कई बार हम अकेले मिले लेकिन उसने कुछ करने नहीं दिया. वो बोली कि शादी के बाद तो तुम्हारी ही हूँ.


आशा करता हूँ कि आपको मेरी Xxx दीदी स्लीपिंग सेक्स कहानी पसंद आयी होगी. मेल कीजिएगा. आपका रॉकी [email protected]


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