दीदी की जवान ननद के साथ सेक्स

प्रकृति शाडिल्य

11-10-2022

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कॉलेज स्टूडेंट पोर्न कहानी में पढ़ें कि कैसे लॉकडाउन में मेरी दीदी की ननद को मेरे साथ रूम शेयर करना पड़ा. हम दोनों एक ही बिस्तर पर थे. मुझे उसकी जवानी ही दिख रही थी.


मेरा समीर है और मैं 22 साल का जवान लड़का हूं. मैं रांची में रहता हूं, वहीं पढ़ाई भी कर रहा हूं.


मैं अन्तर्वासना को पिछले 6 वर्षों से पढ़ता आ रहा हूं. इधर ये मेरी पहली सेक्स कहानी है.


ये कॉलेज स्टूडेंट पोर्न कहानी आज से एक वर्ष पहले की है.


मेरी दीदी की ननद शालू (बदला हुआ नाम) भी रांची में ही पढ़ती थी पर उससे मेरी बहुत कम बातचीत होती थी. इसलिए मैंने पहले कभी उस पर ध्यान नहीं दिया था.


एक बार हम दोनों एक साथ ट्रेन से अपने घर जा रहे थे.


रास्ते में मोबाइल की सैटिंग के बारे में वो मुझसे कुछ पूछने लगी और मैं उसे बताने लगा. किसी एप को लेकर मैं उसे ईमेल आईडी के बारे में बताने लगा.


उसने चैक करने के लिए ईमेल आईडी का लॉगिन मेरे फोन में किया लेकिन गलती से मेरे फोन से वो लॉगआउट नहीं हुई.


कुछ देर बाद मैंने उसकी मेल को चैक किया तो मेल की ड्राइव में कुछ वीडियो लोड थे जिसमें एक लड़का बिना कपड़ा पहने खड़ा था और अपना लंड हिला रहा था. मैं मजा लेता रहा और उसकी तरफ देखता रहा.


उस समय तो कुछ बात नहीं हुई और वो अपनी घर पहुंच गई.


फिर एक दिन मैंने उसको व्हाट्सैप पर मैसेज किया ‘हैलो.’ ‘हाय, कैसे हो?’


मैंने लिखा- मैं ठीक हूँ बस मन नहीं लग रहा है. उसने कहा- अरे मन नहीं लग रहा है तो कहीं घूमने निकल जाओ.


मैंने बोला- मुझे कुछ और करने का मन कर रहा है. पता नहीं वो कुछ समझ गई और उसने कुछ नहीं जवाब दिया.


फिर हिम्मत करके मैंने ही लिखा- मुझे सेक्स करने का मन कर रहा है. वो गुस्सा हो गई.


चैट बंद हो गई और हम दोनों में कुछ दिन तो बात ही नहीं हुई.


कुछ दिन बाद लॉकडाउन लग गया, तो कॉलेज जाना रुक गया. फिर धीरे धीरे सब सामान्य हो गया, तो उसने मुझे कॉल किया.


वो मुझसे रहने के लिए रूम खोजने के लिए मदद मांग रही थी. मैंने हां बोल कर फोन कट कर दिया.


फिर हम दोनों घर से साथ रांची के लिए निकले. रूम पर पहुंचते पहुंचते आठ बज गए थे.


उसके पास कोई कमरा नहीं था और होटल आदि में अभी भी बंदिश थी. जिस वजह से वो अपनी किसी सहेली के कमरे में जाने की सोच रही थी. मगर उस वक्त तक कोई भी सहेली रांची नहीं आई थी. वो परेशान होने लगी.


मैंने उससे अपने ही रूम पर ही रुकने के लिए बोला तो वो मान गई. उसके पास कोई विकल्प भी नहीं था.


हम दोनों ने घर से लाया हुआ खाना साथ में खाया, फिर बातचीत करने के लगे. काफी देर तक बातचीत होने के बाद हम दोनों सोने के लगे.


यात्रा की थकान होने के कारण नींद उसके सर पर चढ़ रही थी जबकि मुझे कुछ कुछ होने लगा था. वो मेरे साथ ही सोने वाली थी क्योंकि कमरे में एक ही बेड था.


इस कारण से उसने मेरे साथ सोना स्वीकार कर लिया. हालांकि बेड काफी बड़ा था.


फिर उसने हंसते हुए कहा- मुझे नींद में पैर चलाने का आदत है, अगर लग जाए तो बुरा मत मानना. मैंने भी हंसते हुए बोला- कोई बात नहीं, मैं तुम्हें झेल लूंगा.


वो न जाने कुछ मुस्कुरा दी. मैंने उससे कुछ नहीं कहा. हम दोनों लेट गए.


कुछ ही देर में सो गई पर मुझे नींद नहीं आ रही थी.


मुझे शालू की जवानी ही दिख रही थी. उसके तने हुए बूब्स कपड़ों के ऊपर से ही पता चल रहे थे. और पता चलेगा भी क्यों नहीं, उसके फिगर का साइज 32-28-34 का जो था.


मैं सोने का नाटक करते हुए धीरे धीरे शालू की ओर खिसकने लगा. मैंने धीरे से उसकी टांग पर अपनी एक टांग को रख दिया और सहलाने लगा.


उसकी तरफ से कोई विरोध नहीं दिखा.


फिर मैंने उसके एक मम्मे पर अपना हाथ रख दिया. उसकी तरफ से कोई विरोध नहीं होने के कारण मैं हौले से दबाने लगा.


इस बार वो हिली और उसने मेरा हाथ अपने दूध से हटा कर एक साइड कर दिया और टांग भी हटा दी.


मैंने कुछ देर सोचा कि इसको शायद गुस्सा नहीं आया इसलिए इसने ऐसा किया है. यदि इसे बुरा लगता तो शायद ये मुझ पर चिल्लाने लगती.


थोड़ी देर बाद फिर मैंने दुबारा वैसे ही किया. इस बार वो भी शायद हल्की गर्म होने लगी थी और उसने कोई विरोध नहीं किया.


अब मैं अपना मुँह उसके मुँह के करीब ले गया और उसकी सांसों को महसूस करने लगा. उसकी गर्म सांसें मेरी सांसों को भड़काने लगी थीं और मेरी गर्म सांसें उसके चेहरे पर पड़ने लगी थीं. मुझसे न रहा गया और मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ चिपका दिए.


उसका कोई विरोध नहीं होने के बाद मैं शालू के होंठों को चूसने लगा. फिर भी वी नींद का बहाना करके सोती रही.


मैं भी उसकी जवानी देख कर काफी गर्म हो गया था. मैंने हिम्मत जुटा कर एकाएक उसके दूध को दबा दिया. वो हल्की सी चिहुंकी मगर उसने कुछ नहीं कहा.


मैं अब नहीं रुक सका और उसके ऊपर चढ़ गया. इस बार वो जाग गई लेकिन जोश तो उसके ऊपर भी चढ़ चुका था.


उसने भी मुझे कस कर पकड़ लिया और अपने सीने में मुझे खींचने लगी. मैं समझ गया कि शालू काफी गर्म हो गई है. वो मेरे साथ सेक्स कर सकती है.


हम दोनों जोरदार किस करने लगे. मैंने उसके मुँह में अपनी जीभ ठेल दी और वो भी मेरी जीभ को चाटने चूसने लगी.


मैंने अपना हाथ उसके मम्मों पर रखा और एक चूची को दबाते हुए मजा लेने लगा. वो भी अपने हाथ से मेरे हाथ को अपने दूध पर दबाने लगी.


फिर मैं अपना हाथ उसकी पैंटी के ऊपर ले गया, पैंटी के ऊपर से ही उसकी बुर को दबाने लगा.


उसकी टांगें फ़ैल गईं और मैंने उसकी चूत को उंगली से रगड़ना चालू कर दिया. वो आह आह करके मेरे चुम्बन का मजा ले रही थी. अब हम दोनों काफी गर्म हो गए थे.


मैंने धीरे से उसके पैंटी में हाथ डालने की कोशिश की पर उसने मना कर दिया. मैंने जबरदस्ती नहीं की.


हमारे बीच लगातार किस चलता रहा और बुर चूची दबाने के बाद मैंने फिर से उसकी पैंटी के अन्दर हाथ डालने कोशिश की. इस बार उसने विरोध नहीं किया.


चड्डी में हाथ डालते ही समझ आ गया कि उसकी बुर से कुछ चिप चिप जैसा निकल रहा है. मैंने जैसे ही उसकी बुर के दाने को छुआ, तो ऐसा लगा कि उसकी बुर दो भागों में चिर सी गई है.


मैंने एक उंगली उसकी बुर में घुसा दी, तो वो बिन पानी की मछली के जैसे तड़पने लगी. फिर भी मैंने हाथ को रोका नहीं और उंगली को चूत में अन्दर बाहर करने लगा.


कुछ समय बाद उसका कंपकपाना बंद हो गया और मैं मजे से चूत को उंगली से चोदने लगा. काफी देर तक चूत में उंगली करने के बाद मेरा भी 6 इंच का लंड एकदम खड़ा हो गया था.


मैं धीरे से उसके लोअर को पैंटी समेत नीचे करने लगा तो वो सेक्स के लिए ना बोलने लगी. मैंने उसे बहुत मनाया, लेकिन वो राजी नहीं हो रही थी.


वो बोलने लगी- कुछ हो जाएगा. मैंने उसे समझाया- कुछ नहीं होगा.


वो मेरी बात नहीं मान रही थी. मैंने उससे कहा- हम प्रोटेक्शन का उपयोग करेंगे.


अब उसने बोला- ठीक है, पर ज्यादा नहीं करेंगे. मैं कंडोम निकालने लगा.


उसने हंसते हुए पूछा- तुमने कंडोम कब खरीदा था? मैंने हंसते हुए कहा- आज दिन में ही खरीद लिया था. मैं तुमको चोदने के लिए एकदम मूड में था. वो भी हंस दी और उसने कहा- मेरा भी तुम्हारे साथ सेक्स करने का मन था.


अब मैंने शालू का लोअर उतारा और पैंटी को नीचे सरका दिया. कमरे में अंधेरा था और उसकी गोरी बुर जैसे चांद की तरह चमक रही थी.


मैंने देर न करते हुए उस पर सवारी की और उसे किस करने लगा. मेरा लंड बुर पर रगड़ मारने लगा था.


मैं नीचे को सरका और उसकी बुर पर मुँह लगा कर चाटने लगा.


वो मना करने लगी. फिर भी मैंने उसकी बुर को चूसा. हालांकि मैंने ज्यादा देर नहीं करते हुए चूत से मुँह हटाया और अपने लंड पर कंडोम लगा लिया.


वो बड़ी गौर से मेरे लंड को देख रही थी. उसकी आँखों में वासना थी. ऐसा लग रहा था कि उसको पोर्न देख कर लंड के साइज़ का अंदाजा हो गया था.


मुझे अभी नहीं मालूम था कि ये चुदी हुई है या नहीं.


हालांकि चूत की हालत बता रही थी कि ये चुदी हुई नहीं है और यदि चुदी हुई भी है तो एक दो बार से ज्यादा बार नहीं चुदी होगी.


फिर अभी लॉकडाउन में तो काफी समय से चूत में कुछ भी गया हुआ नजर नहीं आ रहा था. एकदम टाईट चूत थी.


मैंने उसकी बुर की फांकों को फैलाया और चूत के छेद में अपना 6 इंच के लंड का मोटा सुपारा लगा दिया. वो मस्ती से कसमसाई.


उसी समय मैंने हल्का सा धक्का लगा दिया. जैसे ही सुपारा अन्दर घुसा, वो मछली की तरह छटपटाने लगी और रोने लगी.


मैंने समझ लिया कि सीलपैक माल चोदने मिला है. मैंने झट से उसका मुँह बंद किया और फिर से एक जोरदार धक्का लगा दिया. इस बार उसकी नन्हीं सी बुर में मेरा पूरा लौड़ा घुस गया था.


वो रोने लगी और छटपटाने लगी. मैं उसके ऊपर चढ़ा हुआ था तो वो सिवाए छटपटाने के और कुछ नहीं कर पा रही थी. मेरा मुँह उसके मुँह पर जमा हुआ था और उसके हाथों में हाथ फंसाए हुए था.


किसी तरह से मैंने उसे चुप कराया और धीरे धीरे चोदने लगा. कुछ देर बाद दर्द खत्म हो गया और चुदाई का सागर हिलोरें मारने लगा.


अब वो भी अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी. मैंने लगातार 25 मिनट तक अपनी बहन की ननद की चुदाई की. इस बीच वो दो बार स्खलित हो चुकी थी.


लम्बी चुदाई के बाद मेरे लंड का माल कंडोम में निकल गया और शालू के ऊपर ही लेट गया. कुछ देर बाद मैं उसके ऊपर से उठा आर उसे चूमने लगा.


हम दोनों जवान थे और हमारी जवानी अभी और चुदाई की मांग कर रही थी. मेरा लंड फिलहाल ढीला हुआ पड़ा था.


मैंने उससे कहा- इसे खड़ा करो. उसने मेरा लंड पकड़ कर सहलाना शुरू कर दिया.


मैंने उससे कहा- मुँह से चूसो. उसने मना कर दिया. मैंने कुछ नहीं कहा.


उसके सहलाने और मुठ मारने से मेरा धीरे धीरे लंड खड़ा हो गया. अब मैंने भी नीचे सरक कर उसकी बुर को जोर जोर से चाटना शुरू किया.


वो मदमस्त हो गई और बोलने लगी- समीर अब जल्दी से पेलो न … मेरी बुर फाड़ दो. मैंने उससे कहा- इस बार कंडोम नहीं है.


उसने चुदास में कहा- मां की चूत कंडोम की, तुम बिना कंडोम के ही चोदो … जल्दी से मेरी बुर में लंड डाल दो. उसने ऐसा कहा, तो मैं समझ गया कि लौंडिया की चूत अब लंड लंड करने लगी है.


मैंने कुछ नहीं किया. तो वो गाली देती हुई मेरे लंड के ऊपर बैठ गई. ‘साले मादरचोद चूत चोद न भोसड़ी के.’


मैंने कुछ नहीं कहा. फिर जैसे ही उसने लंड का सुपारा अपनी बुर के छेद में लिया, उसकी गांड फटने लगी. वो लंड से उतरने लगी. वो बोलने लगी- बिना कंडोम के बहुत लहराता है.


मैंने कहा- ऐसा कुछ नहीं है बेबी. अभी तेरी बुर सही से फैली नहीं है. चल आ मैं ही चोदता हूँ. और मैंने देर न करते हुए उसकी चूची को पकड़ा और उसे नीचे पटक दिया.


शालू भी जोश में आ गई. मैं जोर जोर से उसकी चूची दबाने लगा और एक चूची को चूसने लगा.


उसकी चूची मेरे मुँह में पूरी नहीं आ रही थी. उसको पूरा जोश चढ़ गया था. वो गाली देती हुई बोलने लगी- साले, मुझे चोद कर रंडी बना दे भैन के लंड!


मैंने उसकी दोनों टांगें अपने दोनों कंधों पर रखीं और एक ही बार में लंड को ठोकर मार दी.


मेरा मोटा सुपारा चूत में सट्ट से घुस गया और मैं बिना कुछ सोचे जोर जोर से पेलने लगा. उसकी तेज आवाज निकली- आह मर गई … आह धीरे पेल साले.


मगर कुछ देर बाद वो अपने कूल्हे उठा उठा कर साथ देने लगी. इस बार हम दोनों ने तीस मिनट तक चुदाई की.


उसका 2 बार माल गिरा मगर मैं लगा रहा.


इस तरह से हम दोनों ने पूरी रात में 4 बार चुदाई की. मुझे इस कॉलेज स्टूडेंट पोर्न में बहुत मजा आया.


सुबह होने के बाद मैंने उसे दवा खाने को कहा ताकि बच्चा ना हो.


लेकिन उसने दवा खाने से मना कर दिया. मुझे समझ नहीं आया कि क्या बात है.


दूसरे दिन मैंने उससे कहा- अब रूम खोजने की क्या जरूरत है.


मगर वो नहीं मानी. उसे अपने घर में बताना था कि वो अलग कमरा लेकर रह रही है. मैंने उसकी मदद की और वो अलग कमरा में रहने लगी.


मैंने उससे कहा कि रात को मेरे कमरे में ही सोना. फिर से मजा करेंगे. उसने हां कह दिया.


रात को मैंने उससे पूछा कि तुमने दवा खाने से क्यों मना कर दिया था? वो हंस कर बोली- अभी एक दिन पहले ही तो मेरी माहवारी खत्म हुई है और ये सेफ समय था.


उस दिन उसकी गांड की चौड़ाई देख कर गांड मारने का मन हुआ, पर उसने मना कर दिया. उस रात दो बार चूत चोद कर ही मामला खत्म हो गया.


वो अगले दिन से अपने कमरे में ही रहने लगी और उसने मुझसे सेक्स के लिए मना कर दिया.


पता नहीं क्यों … मगर शालू के साथ दुबारा चुदाई करने का मौका नहीं मिल पाया.


आज भी उसे चोदने का बहुत मन करता है पर वो देती ही नहीं है. कोई दूसरी बुर भी नहीं मिल पा रही है. अब जैसे ही चूत चुदाई के लिए मिलेगी, मैं आपका लंड चूत गर्म करने के लिए हाजिर हो जाऊंगा.


फिलहाल इस कॉलेज स्टूडेंट पोर्न कहानी के लिए आपके मेल का इन्तजार रहेगा. [email protected]


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