खूबसूरत जवान डॉक्टर की सील तोड़ चुदाई

राहुल बिग 10

25-10-2023

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Xxx डॉक्टर की चुदाई कहानी में मैंने एक जवान कुंवारी डॉक्टर को होटल के कमरे में चोदा. मेरा फोन नंबर उसे मेरी एक पुरानी दोस्त ने दिया था जिसने मेरे लंड का मजा पहले लिया था.


दोस्तो, मेरा नाम राहुल है उम्र 44. दिखने में ठीक हूं. दिल्ली रहता हूं.


मैं इस सेक्सी साइट का फैन हूं. मैंने तकरीबन सभी कहानियां बहुत बार पढ़ी हैं.


लेकिन लिखना मैंने अभी शुरू किया है ताकि आपका मनोरंजन किया जा सके.


मेरे किस्से शत-प्रतिशत सच्चे होते हैं. मेरे पास चुदाई के ढेरों सच्चे किस्से हैं इसलिए झूठी कहानी लिखने की जरूरत मुझे नहीं है.


मेरे लंड का साइज बड़ा है. भगवान की कृपा से चूतें बहुत मिलती हैं. चुदी चुदाई तो बहुत मिलती हैं, किस्मत कुछ ज्यादा ही अच्छी हो तो कुंवारा माल भी मिल जाता है.


यह Xxx डॉक्टर की चुदाई कहानी कुछ दिन पहले की है.


मुझे किसी लड़की का फोन आया- आप राहुल बोल रहे हैं? मैंने कहा- हां.


वह बोली- आप मोहाली से किसी पूनम ( बदला हुए नाम ) को जानते होंगे? मैं उसकी सहेली हूं. मैं एकदम सोच में पड़ गया क्योंकि मैं लड़की की गोपनीयता और सम्मान बनाये रखने के लिए कभी भी किसो लड़की का नाम नहीं पूछता.


मैंने उससे 2-4 बातें और पूछी तो याद आ गया कि वह पम्मी ( बदला हुआ नाम ) की बात कर रही है जो करीबन 1 साल पहले मुझसे चुदी थी.


दोस्तो, 23 साल की पटाका, टाइट माल, जवान लड़की पम्मी की सील तोड़ने की कहानी किसी और दिन!


तब वह लड़की काफी संकोच से बोली- आप आज मिल सकते हैं क्या? मैंने हां कहा.


वह बोली- आप मयूर विहार वाले होटल में रूम नम्बर 408 में आ जाइये. बाकी बातें वहीं कर लेंगे.


थोड़ी देर में जब रूम में पहुंचा तो एक बहुत ही जवान और गज़ब की सुंदर लड़की ने दरवाजा खोला.


मैं लड़की का नाम कभी नहीं पूछता. मैंने कहा- जी आपने ही मुझे बुलाया था? उसने कहा- हां, प्लीज कम इन साइड!


पूरा रूम किसी बढ़िया परफ्यूम से महक रहा था. चुदाई का बहुत मस्त समां बन रहा था.


मैं- जी मैं कभी लड़की का नाम नहीं पूछता. आप मुझे सिर्फ सम्बोधित करने के लिए कुछ भी नाम बता दीजिये. उसने कहा- आप मुझे कविता बुला सकते हैं.


मैंने कविता के जिस्म का मुआयना शुरू किया. गोरा रंग, स्तन का साइज कम से कम 36 होगा. उम्र उसकी मुश्किल से 25 साल थी. लंबाई अच्छी थी और उसकी गांड बहुत ज्यादा भारी थी. कुल मिलाकर एटम बम थी.


हल्की फुल्की बातें होने लगीं. उसने खुद ही बताया कि वह डॉक्टर है और किसी कांफ्रेंस में आयी है जो रात को 8 बजे है.


मैंने मजाक में कहा- आज पहली बार उलटी गंगा बहने बाली है. मैं पहली बार किसी डॉक्टर को मोटा इंजेक्शन लगाने जा रहा हूं. कविता हंस पड़ी बोली और शरमा गयी.


फिर वह बोली- अपने आप पर बहुत कॉन्फिडेंस है? मैं भी हंस पड़ा.


ऐसे करते-करते वातावरण बहुत ही हल्का हो गया था.


कविता बहुत ही टिकी हुई और शालीन लड़की थी. वह बोली- आज सोचा कि थोड़ी मौज मस्ती की जाये.


मैंने कहा- कोई बात नहीं, मैं हूं ना मौज मस्ती करने के लिए. तब वह बोली- मैं भी नहा लेती हूं और आप भी नहा लो.


पहले वह नहाई और आकर बिस्तर में घुस गई उसके बाद मैं नहाने चला गया और आते ही उसके बिस्तर में घुस गया.


कविता ने लाल रंग का गाउन पहन रखा था जो बहुत फब रहा था.


कविता मुश्किल से 24 साल की थी. उसकी बॉडी बहुत टाइट थी. उसके बूब्स बहुत टाइट थे और पूरा शरीर इतना टाइट जैसे पत्थर का बना हुआ हो.


दोस्तो, मैंने ज्यादातर जितनी लड़कियां चोदी हैं वह करीबन सभी 40 42 साल की होती हैं.


माफ करना उनमें कुछ नहीं बचता है. बच्चे पैदा करके शरीर बिल्कुल खत्म हो चुका होते हैं. बची खुची कसर पति लोग निकाल देते हैं जो चोद चोद कर चूत को खोखला बना देते हैं.


लेकिन यहां तो एक 24 साल की अति सुंदर कन्या मेरे साथ लेटी हुई थी.


दोस्तो, जवान लड़की के साथ संभोग करने का मजा कुछ अलग ही होता है. यह बात सिर्फ वही समझ सकते हैं जिन्होंने जवान लड़की को चोदा हो.


मैंने उसका गाउन उतार दिया था. अब वह सिर्फ अंडरवियर और ब्रा में थी.


लाल कलर का बिकिनी सेट उस पर गजब ढा रहा था. उसका शरीर दूध की भांति सफेद था.


अब मैंने उसके नंगे मम्मी ध्यान से देखें. बिल्कुल क्रिकेट की बड़ी बॉल की तरह मम्मे और उस पर पिंक चेरी की तरह लगा हुआ छोटा सा निप्पल.


मैंने उसके बूब्स को चूसना शुरू कर दिया. बहुत ही कठोर थे.


उसके बूब्स पर किस करते करते मैंने उसकी गर्दन और मुंह पर किस करना शुरू कर दिया. उसके शरीर में उठती हुई गर्मी को मैं साफ तौर से महसूस कर सकता था. उसके शरीर का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा था.


धीरे-धीरे उसके हाथ भी हरकत में आ गए और उन्होंने मेरे लिंग को टटोलना शुरू कर दिया. उसकी इस हरकतों से मेरे लिंग का साइज भी विकराल होता चला गया.


थोड़ी देर में उसने मेरा अंडरवियर उतार फेंका पर मेरा लंबा सांप पुकारे मारता हुआ बाहर आ गया.


बेड में फुसफुसाते हुए उसने कहा- मैं यह सब आज पहली बार करने जा रही हूं. मैं कुंवारी हूं. डॉक्टरी में टाइम ही नहीं मिलता. और सबसे बड़ी बात, यह सब बातें लीक हो जाने का खतरा क्योंकि डॉक्टर लोग मशहूर हस्ती होते हैं.


मैंने उसकी बात सुनी तो विश्वास नहीं किया क्योंकि आजकल कौन लड़की कुंवारी मिलती है?


लेकिन मैंने सोचा कि चलो कोई बात नहीं, एक रांड भी दावा करती है कि वो बहुत कम चुदती है. और यहां तो एक डॉक्टर की बात हो रही है. चूत की हालत से थोड़ी देर में पता चल जायेगा.


उसके अंडरगारमेंट उतर चुके थे.


मेरा हाथ उसकी बिल्कुल चिकनी चूत को स्पर्श कर रहा था. मक्खन की तरह चिकनी थी और मक्खन की तरह ही मुलायम थी. चूत पर एक भी बाल नहीं था.


मैं धीरे-धीरे नीचे आया और उसकी चूत की लकीर पर अपना मुंह लगा दिया. उसकी लकीर बहुत पतली सी थी.


स्वर्ग का दरवाजा बहुत ध्यान से देखने पर ही पता चल पा रहा था, इतना छोटा था और लाल रंग का था कि उसमें मेरी एक उंगली बड़ी मुश्किल से जा पा रही थी.


मैं समझ गया कि लड़की सही कह रही थी. मेरी किस्मत कितनी अच्छी है कुंवारी लड़की आज लंड को नसीब हुई है. मैंने अपनी किस्मत की सराहना की.


मेरी जीभ उसकी चूत में घुस गयी. चूत की एक अलग ही गंध और अलग स्वाद होता है जिसकी एक विशेष पहचान होती है. उसकी सुगंध दिल में समा गयी.


अब मेरी नजर उसकी चूत के साथ उसकी मोटी और मस्तानी गांड पर भी थी. मैंने सोचा किसी तरह इस को बहला-फुसलाकर गांड मार लूं तो मजा ही आ जाएगा.


खैर टाइम की कमी तो थी नहीं. अभी तो सिर्फ 2:30 से और हमारे पास कम से कम 5 घंटे थे.


मेरा मुंह उसकी चूत को चाट कर काम रस से भर गया था और मुंह का स्वाद भी नमकीन हो गया था. मैं बाथरूम में जाकर मुंह धो आया.


मैंने उसको कहा- आर यू रेडी? उसकी आंखें नीची हो गई और आंखों में इशारा किया ‘हां’.


वह बोली- बिना कंडोम मत करना. मुझे बहुत दिक्कत हो जाएगी.


मैं कंडोम साथ लेकर गया था. मैंने कहा- कंडोम है मेरे पास … तुम मेरे लंड पर कंडोम चढ़ाओ. उसने कहा- मुझे यह सब नहीं आता. अपने आप चढ़ा लो.


कंडोम लगाकर मैंने धीरे से लंड को उसकी चूत के मुहाने पर रखा और हल्का सा अंदर घुसा दिया.


लन्ड घुस ही नहीं पा रहा था. स्वर्ग का दरवाजा बहुत तंग था.


फिर धीरे से बाहर निकाल लिया. मैंने फिर घुसाया और फिर बाहर निकाल लिया.


यह प्रक्रिया मैंने कम से कम 5 बार की. ऐसा करने से औरतों का सेक्स बहुत भड़क जाता है और वह लन्ड के लिए बेताब हो जाती है.


कविता के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा था. उसकी बेताबी देखने लायक थी लेकिन वह अब तक कभी नहीं चुदी थी इसलिए वह डर भी रही होगी.


उसकी चूत का छेद हद से ज्यादा टाइट था. आखिर वह सिर्फ 24 साल की कुंवारी लड़की ही तो थी.


जब उसने कहा था कि कुंवारी हूं, तब मैंने उसकी बातों विश्वास नहीं किया था क्योंकि हर लड़की ऐसा ही बोलती है. लेकिन उसकी चूत की हालत से साफ रहा था कि वह सच कह रही थी.


मुझे अपनी किस्मत पर बहुत नाज हो रहा था बिलकुल प्योर और अनचुदा माल मेरे साथ लेटा था. हालत साफ-साफ बता रही थी कि इसने अब तक कोई लंड हीं खाया होगा. नई नवेली गोरी चूत पर पतली सी लकीर गज़ब थी.


मैंने धीरे धीरे प्रेशर बनाकर लन्ड घुसाना शुरू कर दिया.


छेद बहुत तंग था, मेरा मोटा लन्ड बहुत ही मुश्किल से उसमें जा पा रहा था. कविता नीचे से बचने की कोशिश कर रही थी लेकिन बच नहीं पा रही थी.


क्योंकि मेरी कोहनियों नें उसके कंधों को जाम किया हुआ था.


तब वह बोली- मुझे बहुत दर्द हो रहा है, प्लीज इसको निकाल लो.


मैंने कहा- देखो, थोड़ी देर के बाद मजा आएगा.


तब मैंने उसको इधर उधर की बातों में लगाकर उसका ध्यान बटाने की कोशिश की. लेकिन दर्द ज्यादा लग रहा था.


अचानक मेरे दिमाग में एक आइडिया आया. मैं अपने साथ बियर लेकर गया था.


मैंने उससे पूछा- क्या तुम ड्रिंक करती हो? उसने कहा- हां कभी-कभी कर लेती हूं.


मैंने कहा- गुड. अब ड्रिंक करते हैं. चुदाई बाद में हो जाएगी. वह तो बचने का मौका ढूंढ रही थी. तुरंत मान गयी.


तो हमने बियर पीनी शुरू कर दी. हम दोनों बिल्कुल नंगे मादरजात थे. हमने बियर का एक एक कैन खाली कर दिया.


तब मैंने नए कैन थोड़ी सी बीयर उसके बूब्स पर गिराई और उसे कुत्ते की तरह चाटना शुरू कर दिया.


ऐसा ही मैंने कुछ उसके होठों के साथ किया मैंने उसके होंठो पर भी थोड़ी बीयर गिराई और नीचे मुंह लगाकर बियर चाटना शुरू कर दिया.


बियर मैंने बहुत ज्यादा नहीं गिराई थी, कोई मुश्किल से चार पांच चम्मच ही होगी. लेकिन माहौल बनाने के लिए काफी थी. हम दोनों को यह स्टाइल बहुत अच्छा लगा.


अब हम बीयर छोड़कर दोबारा बैड में घुस गए.


बीयर ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया था और कविता अब खुल कर चुदने के मूड में आ गयी.


इस बार मैं भी किसी रहम करने के मूड में नहीं था. मेरा लंड तो तना हुआ खड़ा था ही, मैंने धीरे से उसकी चूत में धकेल दिया.


डॉक्टर की चूत पानी छोड़ रही थी इसलिए लन्ड को ज्यादा दिक्कत नहीं आयी. बीयर अपना असर ना दिखाती तो चुदाई शायद बहुत मुश्किल से होती.


अब मेरे शॉट्स लंबे हो गए थे. लन्ड चूत में बिलकुल छिलकर जा पर रहा था.


चुदाई करते करते काफी समय हो चुका था.


तब वह बोली- मेरा दो बार हो चुका है, तुम जब चाहो डिस्चार्ज कर देना. मैंने कहा- मुझे बता देना. मैं डिस्चार्ज कर दूंगा क्योंकि मेरा अपने आप पर पूरा कण्ट्रोल है.


5-7 मिनट के बाद उसने बोला- आप कर दो डिस्चार्ज!


मैंने जोर जोर से धक्के लगाने शुरू किए. जबरदस्त विस्फोट के साथ मेरा वीर्य निकल गया.


कंडोम लगा हुआ था इसलिए वीर्य उसकी चूत में नहीं जा पाया. जाना भी नहीं चाहिए था क्योंकि वह तो कुंवारी लड़की थी, गर्भ ठहर जाता तो बहुत मुश्किल हो जाती.


हम दोनों पसीने से लथपथ थे; हमारी सांस उखड़ी पड़ी थी.


वह बोली- आपने बहुत मेहनत की है, पसीने पसीने हो गए. नहा लेते हैं और फिर रेस्ट करते हैं अभी कम से कम 2 घंटे और हैं अपने पास!


फिर हम दोनों बारी-बारी से नहा कर आए और वापस आकर बिस्तर में घुस गए. हम दोनों अभी भी बिल्कुल नंगे पड़े हुए थे.


लेकिन दोस्तो, इतनी सुंदर और सेक्सी लगी आपके पड़ोस में सो रही हो तो नींद कैसे आएगी.


थोड़ी देर में धीरे-धीरे मेरे लंड दोबारा खड़ा होना शुरू हो गया.


इतना चुदकर और शराब के नशे में कविता थोड़ी सी बेहोश सी हो रही थी.


वह बोली- अरे दोबारा खड़ा हो गया? मैंने कहा- तुम्हारी गुफा में दोबारा जाने के लिए खड़ा हुआ है. वह कुछ नहीं बोली, शरमा कर मेरी छाती पर मुक्के मारने लगी.


मैंने फिर से कन्डोम लगाया और खड़े लंड को उसकी चूत में धकेल दिया.


अब की बार वह पहले से कहीं ज्यादा खुलकर चुदी.


Xxx डॉक्टर की चुदाई का हमारा यह सेशन भी काफी लम्बा चला और थोड़ी देर बाद हम दोनों डिस्चार्ज हो गए.


कविता ने कहा- मुझे इतना मजा कभी नहीं आया. तुमने मुझे बिल्कुल एक सभ्य लड़की समझ कर चोदा है. तुमने मुझे धंधे वाली,सड़क छाप लड़की नहीं समझा तुमने मेरी पूरी इज्जत की. थैंक्स. लेकिन सीक्रेसी बहुत जरूरी है क्योंकि कौन लड़का मिल जाए! कोई ऐसा मिल जाए कल को जाकर ढिंढोरा पीट दे तो लेने के देने पड़ सकते हैं. इसलिए मैं अपना नंबर चेंज कर दूंगी ताकि आप भी मुझे फ़ोन ना मिलायें.


यह बात सुनकर मुझे थोड़ी मायूसी हुई क्योंकि मैं कविता से दोबारा मिलना बनता था. मैं- मुझे कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन मेरा नंबर अपने किसी फोन में संभाल कर रखना और जिंदगी में मुझे दोबारा याद जरूर कर लेना.


उसने कोई जवाब नहीं दिया, बोली- शायद!


फिर वह बोली- लेकिन आप अच्छे आदमी हो, तभी तो मेरी फ्रेंड ने आपका नंबर दिया था. तब उसने मेरे सामने ही अपना सिम तोड़ कर फेंक दिया.


दोस्तो, मुझे लगा जैसे किसी ने मेरा दिल के दो तीन टुकड़े कर दिए हैं.


24 साल की जवान, कुंवारी, सेक्सी लड़की आपसे चुदी हो और यह भी उम्मीद नहीं हो कि आप से आगे संपर्क करेगी या नहीं करेगी. तो यह सोच कर मेरा मन अचानक उदास हो गया.


लेकिन क्योंकि मुझे लड़कियों की कमी नहीं है कोई … इसलिए मैंने इस बात पर बहुत ज्यादा गौर नहीं किया. लेकिन हां, यह उन लड़कियों में से थी जिनको मैं बार-बार चोदना चाहूंगा.


कविता इतनी पटाका लड़की थी कि अगर वह एक बार चूत चुदाई के लाख ₹ भी मांग ले तो भी सौदा सस्ता है.


लेकिन चलो, मैंने सोचा कि किस्मत में होगी तो दुबारा फोन कर लेगी, नहीं तो गई आज.


मैंने उसे माथे पर हल्का सा किस किया और उसे बहुत थैंक्स कहा और मैं चला आया. लेकिन जाते हुए मैं उसको अपना परमानेंट नंबर देकर आया- जिंदगी में जब भी चाहो मुझे फोन कर लेना.


यह बात आज से करीब 6 महीने पहले की है. अब तक तो फोन आया नहीं है.


अगर बाई चांस वह यह कहानी पढ़ रही है तो कृपया करके मुझे जरूर फोन करें, मुझसे जरूर संपर्क करें क्योंकि मैं उसको बहुत याद कर रहा हूं.


मेरी है कहानी शत प्रतिशत सच्ची है, इसमें सिर्फ कहानियों के पात्र के नाम बदल दिए गए हैं. मैं आगे भी अपनी और ढेरों कहानियां आपको प्रस्तुत करता रहूंगा. मुझे मेल करके बताइएगा कि आपको मेरी Xxx डॉक्टर की चुदाई कहानी कैसी लगी. धन्यवाद. [email protected]


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