पड़ोसन लड़की के साथ पहली चुदाई

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11-04-2023

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Xxx टीन फक़ कहानी में पढ़ें कि मैं बड़ा होने लगा था पर मुझे सेक्स करना नहीं आता था. मेरे पड़ोस की एक हमउम्र लड़की ने मुझे सेक्स करना सिखाया. मजा लें.


सभी दोस्तों को मेरी प्यार भरी नमस्ते। दोस्तो, मैं बहुत समय से इस साईट सेक्स स्टोरी पढ़ता आ रहा हूं, आज सोचा मैं भी आपको अपनी कहानी बता ही दूं. अगर लिखने में कोई गलती लगे तो प्लीज़ छोटा भाई समझकर माफ कर देना.


दोस्तो, मैं आपको अपना परिचय दे दूं. मैं सोनू हरियाणा के सोनीपत शहर में रहता हूं, उम्र 24 साल हाईट 5’6″, कसरती शरीर है रंग साफ है.


वैसे तो कई लड़कियों और महिलाओं के साथ सेक्स कर चुका हूं पर आज जो Xxx टीन फक़ कहानी मैं आपको बताने जा रहा हूं वो मेरी चढ़ती जवानी की है. यह समझ लो कि सेक्स की समझ आ ही रही थी उस उम्र में, ये मेरा पहला सेक्स था.


मेरे पड़ोस में एक लड़की रहती थी, उसका नाम फ़िज़ा था. फ़िज़ा मुझसे 2 साल बड़ी थी, वो‌ मेरी गली में ही रहती थी. रंग गोरा, एकदम आलिया भट्ट जैसी दिखती थी वो!


फ़िज़ा मेरे स्कूल में ही पढ़ती थी, हम दोनों साथ ही खेलते थे.


एक बार की बात है उसने मुझे बातों बातों में बताया कि उसने कल अपने अंकल आंटी को सेक्स करते देखा, कैसे वो किस कर रहे थे.


दरअसल उसके अंकल की कुछ ही महीने पहले शादी हुई थी.


और मुझे फ़िज़ा के मुंह से ऐसी सेक्सी बातें सुनकर अजीब लग रहा था. पर अलग ही मजा भी आ रहा था और मैं बार बार उसके अंकल आंटी के बारे में पूछ रहा था और मजा ले रहा था.


कुछ दिन बाद हमारे स्कूल की सर्दियों के कारण 15 दिन की छुट्टियां हो गई.


हमारी गली में ही एक खाली प्लॉट था उसमें पराल यानि गाय भैंस को खिलाने के लिए धान का भूसा पड़ा था. हम वहीं खेलते थे.


एक दिन फ़िज़ा मुझे बोली- चलो आज मम्मी पापा खेलते हैं. मुझे यह खेल नहीं आता था, मैंने मना कर दिया.


पर उसने बोला कि वो सिखा देगी. और हम खेलने लगे.


उसने बोला- तुम पापा हो, मैं मम्मी हूं तुम काम पर जाओ मैं आपके लिए खाना बनाऊंगी.


मैं थोड़ा दूर चला गया फिर 2 मिनट बाद वापिस आ गया.


तब तक उसने मिट्टी से लड्डू बना दिए। हमने नकली में लड्डू खाए.


फिर वो बोली- चलो रात हो गई, अब सो जाते हैं. मैंने कहा- कहां सोओगी? वो बोली- यही पराली में घर बना लो।


फिर हमने दीवार के साथ पराली लगा कर घर बना लिया और उसमें लेट गए. पर मुझे नींद नहीं आ रही थी।


1-2 मिनट बाद मुझे मेरे लंड पर फ़िज़ा के हाथ महसूस हुए. मैंने कहा- ये क्या कर रही हो? वो बोली- चलो वही करेंगे जो मम्मी पापा करते हैं।


मैंने कहा- मुझे कुछ पता नहीं कि मम्मी पापा क्या करते हैं. फ़िज़ा- मैं सिखा दूंगी. तुम अपनी पैन्ट खोलो।


मैंने अपनी पैंट खोल कर घुटनों तक सरका दी।


फ़िज़ा ने अपना कमीज ऊपर सरका लिया, उसके छोटे छोटे चूचे बाहर आ गए. तब फ़िज़ा बोली- लो दूधू पी लो।


मैंने उसके नींबू जैसे आकार की चूचियों को पकड़कर दबाया. वो सी ई इ ईई करने लगी.


फिर बारी बारी मैं उनको मुंह में लेकर चूसने लगा. वो मजे से मेरे बालों में उंगलियां चलाने लगी.


कुछ देर बाद उसने मुझे हटा दिया.


और अब फिर फ़िज़ा के हाथ फिर से मेरे लौड़े पर आ गए और वो मेरे लंड की चमड़ी को खोल कर देखने लगी और ऊपर नीचे करती. धीरे-धीरे मेरा लंड खड़ा होने लगा।


फ़िज़ा- मैं मुंह में लेकर देखून इसे? मैं- ले ले!


फ़िज़ा मेरे लंड को अपने मुंह में डाल कर चूसने लगी. वो उसे पूरा गले तक ले रही थी.


मुझे बहुत मजा आ रहा था. मैंने मजे से आंखें बंद कर ली।


फ़िज़ा लंड को अपने मुंह में अंदर-बाहर कर रही थी और पुच्च पूच की आवाज़ आ रही थी.


3 – 4 मिनट बाद उसने लंड को मुंह से निकाल दिया। मैं- अब मैं तेरी चूत चख के देखूंगा।


फ़िज़ा ने अपनी सलवार उतार कर एक तरफ़ रख दी और नीचे लेट कर दोनों पैरों को फैला दिया.


मैंने पहली बार चूत देखी थी, बिल्कुल लाल रंग की कसी हुई संतरे की फांकों जैसी लग रही थी. तब मैंने उसको छुकर देखा, फिर एक उंगली अंदर डाल दी.


आधी उंगली ही अंदर गई थी कि वो ‘आ … आ … दर्द हो रहा है. मत डालो.’ बोलने लगी।


उसकी चूत अंदर से बिल्कुल गर्म थी. मैंने उंगली बाहर निकल ली और नीचे होकर उसकी चूत चाटने लगा. मुझे अजीब सा स्वाद आ रहा था.


वो मेरा मुंह अपनी चूत पर दबाने लगी और बोलने लगी- आ … ई … सोनू … मजा आ रहा है. जीभ और अन्दर डाल दो! मैं जीभ अंदर तक डाल कर उसकी चूत चाट रहा था.


फिर मेरा मुंह दुखने लगा तो मैं चूत से हट गया.


वो मुझे चूमने लगी, मैं भी उसको चूम रहा था.


कुछ देर बाद फ़िज़ा बोली- अब अपना लंड अंदर डाल दो। और वह लेट गई.


मैं उसके ऊपर लेट कर लंड डालने लगा पर अंदर नहीं जा रहा था बार बार साईड में फिसल जाता क्योंकि ये मेरा पहला सेक्स था।


फ़िज़ा- मेरी चूत व अपने लंड पर थूक लगा लो! मैं- मुझे शर्म आती है, तू लगा ले।


फ़िज़ा ने मेरा लंड अपने थूक से गीला किया और उंगली से अपनी चूत पर भी थूक लगा कर गीला कर लिया।


मैंने लंड उसकी चूत पर रखा उसने हाथ से पकड़ कर छेद पर रख लिया. तब मैंने हल्का सा धक्का दिया तो 2 इंच लंड उसकी चूत के अन्दर चला गया.


वो चिल्ला पड़ी- आई … मां … मर गई … बाहर निकाल ले। पर मैं ऐसे ही लेटे रहा.


फिर वो चुप हो गई और हाथ लगा कर नीचे लंड को छूकर देखा. तब फ़िज़ा बोली- थोड़ा सा रह गया है, इसे भी डाल दे!


मैंने बचा हुआ लंड भी एकदम से अंदर डाल दिया. फ़िज़ा- आआ आआ मार दिया … रूक जा … हिला मत … मेरी चूत फ़ाड़ दी. आराम से नहीं डाल सकता था क्या … आ इई इ अम्मी … आह मर गई … आइ आइई!


थोड़ी देर में वो ठीक हो गई और नीचे से अपनी कमर हिलाने लगी. मैं भी हल्के हल्के धक्के लगाने लगा.


उसने अपने पैर उठा लिए और मुझे किस करने लगी.


थोड़ी देर में उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और अपने पैर मेरी कमर से लपेट लिए, बोली- मुझे कुछ हो रहा है. मैंने कहा- हां, मुझे भी लगता है बहुत जोर की पेशाब निकले वाली है.


और मेरे धक्कों की रफ़्तार बढ़ गई. वो भी मुंह से आ आ आआ मम्मी उइ आ करने‌ लगी.


अचानक पता नहीं मेरे अंदर से क्या निकला, हम दोनों ने एक दूसरे को कसकर पकड़ लिया और हांफने लगे. मेरी तो जान ही निकलने को हो गई.


Xxx टीन फक़ करके हमारे कपड़े पसीने से भीग गए थे.


कपड़े ठीक करके हम बाहर आ गए.


हमारे चेहरे बिल्कुल लाल हो चुके थे. पर हमारे चेहरे पर अलग ही खुशी थी और एक दूसरे को देख कर हंस रहे थे और थोड़ा शर्मा भी रहे थे.


उसने मेरी तरफ आंख मारी. मैंने उसको पकड़ कर गले लगा लिया और किस करने लगा.


वो बोली- अब छोड़ दो, कोई देख लेगा, फिर कभी मिलेंगे अब घर जाओ।


मुझे भूख भी लग चुकी थी. फिर हम घर भाग गए.


​तो दोस्तो, यह थी मेरी पहली सच्ची Xxx टीन फक़ कहानी. आपको कैसी लगी, कमेंट्स में जरूर बताएं, इमेल भी कर सकते हैं. ​[email protected]


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