मेरी बड़े लंड से गांड मरवाने की ख्वाहिश

गुप्त

06-12-2023

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गे चुदाई की कहानी में मुझे गांड मराने में ज्यादा मजा आता है तो मैंने पहले अपने दोस्तों से गांड मरवाई. फिर एक दिन मेरे भाई ने मुझे अपने बड़े लंड से चोदा.


मेरे प्यारे भाइयो और लड़कियो … मैं 25 साल का लड़का हूँ. मेरा नाम मनोज है. यह नाम बदला हुआ है. मेरी हाईट 5 फीट 3 इंच है.


आप इस गे चुदाई की कहानी को पढ़कर जरूर अपना हस्तमैथुन करने वाले हैं, यह मेरा वादा है.


मैं दिखने में थोड़ा छोटा जरूर हूँ पर लंड बड़े बड़े ले लेता हूँ. हां जी आपने सही पढ़ा है. मुझे गांड मराने में ज्यादा मजा आता है और मारने में कम मजा आता है क्योंकि मेरा लंड सिर्फ 5 इंच का है.


मेरे बड़े भाई कौशल की हाईट 6 फीट है और उनका लंड आठ इंच का है.


इस गे सेक्स कहानी में मैंने उस वक्त का वर्णन किया है जब मेरे बड़े भाई ने अपने बड़े लौड़े से मेरी गांड मारी थी.


उस वक्त मैं 20 साल का था. मेरे बड़े भाई 22 साल के थे.


मेरी गांड उनके आठ इंच का लंड लेने की काबिलियत रखती है.


हालांकि मेरे भाई से पहले मेरी गांड मेरे दोस्त ने भी मारी थी, तब मैं 19 साल का था. उससे पहले भी मैं गांड मरवा चुका था.


मेरे दोस्त और मेरे बीच में शर्त लगी थी कि सबसे ज्यादा कौन दौड़ता है. जो भी हारेगा, वह अपनी गांड मराएगा.


मैं तो पहले से गांड मराता था तो मैं जानबूझ कर हार गया था.


मेरे दोस्त ने (पीकेश) ने पहले भी एक बार मेरी गांड मारी थी. उसकी हाईट भी 6 फीट की थी. उसका लंड 6 इंच का था. उससे गांड मरवाने में मुझे मजा आता था.


उसने शर्त जीतने पर मुझे उसके घर रात को पढ़ाई के बहाने बुला लिया था. वह बड़ा शातिर था; उसने अपने दो दोस्तों को भी बुलाकर रखा था.


तीन लड़कों को देख कर पहले तो मैं थोड़ा डर गया था, मैं उधर से बाहर जाने लगा.


मेरे उस कमीन दोस्त ने मुझे पकड़ लिया और वह मुझे अन्दर ले जाने लगा.


मैंने कहा- मैं अभी आ रहा हूँ. मुझे कुछ जरूरी काम याद आ गया.


लेकिन वे सब हरामी लौंडे थे, समझ गए थे कि मैं तीन को देख कर भाग रहा हूँ.


मेरे दोस्त ने कहा- बस मेरी बात सुन लो, फिर चले जाना. तब तक उसके एक साथ वाले लड़के ने मेन दरवाजे को बंद कर दिया था और दूसरे साथी ने कुछ ऐसी पोजीशन बना ली थी कि मैं यदि भागने की कोशिश करूं तो वह मुझे पकड़ ले.


मैं गांड मराने का शौकीन तो था पर आज तक कभी भी तीन तीन लंड के सामने अकेला नहीं फंसा था.


दोस्त ने मुझे छोड़ा तो उसके साथी ने मुझे पकड़ लिया और मुझे घुटने के बल बैठने के लिए दबा दिया.


सामने खड़े मेरे दोस्त ने अपना पैंट खोला और वह अपना लंड निकाल कर मेरे मुँह में देने लगा. मैंने चुपचाप अपना मुँह खोला और उसका लंड अपने मुँह में ले लिया.


वह अपना लंड चुसवाते हुए कहने लगा- मादरचोद, मुझे मालूम है कि तू किस लिए भाग रहा था. साले गांडू … जब तेरा गांड मरवाने का जी कर ही रहा था तो जैसे एक से मरवाएगा, वैसे तीन से मरवा लेना. मैंने कहा- नहीं भाई, वो जरूरी काम याद आ गया था इसलिए जा रहा था.


वह बोला- चल अब ठीक है. यह भी तेरे लिए जरूरी काम ही है. अपनी गांड मरा कर सुबह चले जाना.


मैं फिर से मिमयाया. पर वे तीनों नहीं माने और मैं अपनी बात कहता रहा.


उस रात उन तीनों लोगों ने मिल कर पूरी रात में मुझे 9 बार चोदा था. यानि हर एक ने तीन बार मेरी गांड मारी थी.


रात भर में गांड का गड्डा बन गया था और बेहद परपरा रही थी. उसी कारण से मैं अगले दिन स्कूल नहीं जा पाया था.


दूसरे दिन भी पूरे दिन मैं सोया हुआ था और पूरा दिन सोचता रहा था कि उस कमीने ने मेरे साथ चीटिंग की थी.


दोस्तो, अब तो हाल ये हो गया था कि जब मुझे कोई लंड नहीं मिलता था, तो मैं गाजर और मूली से अपनी गांड मार कर काम चला लेता था.


फिर मुझे मेरे भाई क्या मिले, समझो मुझे स्वर्ग की दुनिया मिल गई. वे तो मेरी जिंदगी में मेरे पति परमेश्वर बन कर आए थे. उनके लंड से मुझे जो जन्नत मिली है, उसके लिए क्या बताऊं.


आगे अब पूरी गे सेक्स कहानी उनके द्वारा मेरी गांड मारने को लेकर लिखी है.


यह बात उस रात की है, जब मेरे बड़े भाई ने मेरी गांड फाड़ दी थी. उस समय नवरात्रि चल रही थी, गांव में बड़ी चहल पहल रहने लगी थी.


नवरात्रि के पहले दिन ही मैं और मेरे बड़े भाई मेरे चाचू के घर गए थे. तब चाचू के घर में कोई नहीं था. यह बात मेरे बड़े भाई को पता था कि चाचू के घर में कोई नहीं है.


उन्हें शायद ये बात भी पता थी कि मैं एक गांडू लड़का हूँ. वही सोच कर उनका लंड पूरा खड़ा हो गया था. उनका लवड़ा उनकी पैंट में उठा हुआ साफ साफ दिख रहा था.


उनका फूला हुआ लंड देख कर मेरी गांड में भी खुजली होने लगी थी. तभी बिजली चली गई और अंधेरा हो गया.


अंधेरे का लाभ उठाते हुए उन्होंने मुझे अपने आगे ले लिया और मुझे सहलाते हुए अपना लंड मेरी गांड में सटाने लगे. मुझे भी उनकी इस हरकत से मजा आने लगा और मैं भी अपनी गांड को उनके लौड़े से घिसने लगा.


कुछ देर बाद भैया ने मेरे सीने पर हाथ फेर कर मेरे निप्पलों को सहलाया और दबाने लगे. मुझे भी मजा आने लगा और मैंने खुद को उन्हें समर्पित सा कर दिया।


उनका लंड भी मेरी गांड में अब गड़ने लगा था और मुझे उनके लंड के बड़े आकार का अहसास होने लगा था.


अनायास ही मेरे हाथ ने उनके लंड को पकड़ लिया और उसे महसूस करने लगा. उनका लंड वाकयी बहुत बड़ा था. उनके जितने बड़े लंड से मैंने आज तक गांड नहीं मरवाई थी.


मेरी गांड में कुलबुली होने लगी और जी मचलने लगा कि भैया का लंड अपनी गांड में जल्दी से ले लूँ.


तभी मेरे बड़े भाई ने मुझसे कहा कि मनोज आज मेरा लंड तेरी गांड में जाना चाहता है … क्या तुम मजा लेने दोगे! उनकी बात सुनकर मुझे अन्दर से काफी खुशी मिली लेकिन सामने से मैं डरने जैसा रिएक्ट किया कि भैया आप ये क्या कह रहे हैं. आपका इतना बड़ा लंड मेरी गांड में नहीं जा पाएगा.


मगर मेरी गांड में भी आग लगी थी, तो उनके जरा सा ही और कहने पर मैंने हां कह दिया.


मेरे बड़े भाई मेरे हां कहते ही खुश हो गए और वे बिना एक पल जाया किए, मेरे ऊपर टूट पड़े. उन्होंने फटाफट मुझे नंगा कर दिया और खुद भी नंगे हो गए.


उनका साढ़े आठ इंच का मोटा लंड देखकर मैं मना करते हुए दूर को होने लगा. मेरे बड़े भाई का लंड एकदम रेडी दिख रहा था, तो वे ऐसे में मुझे थोड़ी जाने देते.


उन्होंने मुझे कसके पकड़ लिया और मुझे चुप रहने को कहा. अब उन्होंने मुझे घुटनों के बल नीचे बिठाया और अपना हैवी लंड मेरे मुँह में देने लगे.


मैंने अपना मुँह बंद कर रखा था तो उन्होंने मेरे बाल पकड़ कर ऊपर सर उठाते हुए खींचे तो दर्द से मेरा मुँह खुल गया और उन्होंने अपने लवड़े को मेरे मुँह में पेल दिया. मैं उनका लंड चूसने लगा.


करीब 10 मिनट तक भैया ने मेरे मुँह चोदा और उसके बाद उन्होंने लंड बाहर निकाल कर मुझसे झुकने को बोला. मैं नहीं झुका. उन्होंने मुझसे कहा- तुझे जन्नत मिलेगी.


फिर मैं झुक गया. उन्होंने मेरी गांड के छेद पर बहुत सारा थूक लगा दिया और अपने लंड का सुपारा मेरी गांड पर रगड़ने लगे.


मुझे उनके लंड की गर्मी से काफी मजा आ रहा था. उस समय ऐसा लगने लगा था कि बस जल्दी से भैया का लंड मेरी गांड में घुस जाए और तहलका मचा दे.


मैं अपनी गांड हिला कर उन्हें कामुक करने लगा. उसी समय मेरे बड़े भाई ने एक झटका लगा दिया.


उनके लंड का सुपारा मेरी गांड के पाहले छल्ले को फैला कर अन्दर चला गया था. मैं हल्की सी आवाज करते हुए चिल्लाया- उई मम्मी रे … फट गई.


कुछ तो मुझे वाकयी में दर्द हुआ था क्योंकि इस बार काफी दिनों बाद गांड में लंड गया था और वो भी भैया ने बिना चिकनाई के लंड घुसेड़ा था … तो गांड में परपराहट हुई थी.


दूसरी बात यह भी कि भैया का लंड वास्तव में कुछ ज्यादा ही मोटा था.


मैं चीखा … पर बड़े भाई ने मुझ पर रहम नहीं किया. उन्होंने दूसरा झटका भी काफी जोर से लगा दिया था. इस बार उनका पूरा लंड मेरी गांड में घुस गया था.


बिना चिकनाई के लंड गांड में लेना किसी के लिए भी पीड़ादायक होता है. मैं तड़फड़ाने लगा और भाई की पकड़ से छूट कर भागने की कोशिश करने लगा.


वास्तव में मुझे उनके मोटे लौड़े से असहनीय पीड़ा होने लगी थी और मैं रोने लगा था.


यह देख कर मेरे भाई ने अपना लंड बाहर निकाल दिया पर मुझे जाने नहीं दिया.


वे मुझे लेटा कर मेरा लंड सहलाने लगे. इससे मुझे मजा आने लगा और मैं अपनी गांड का दर्द भूल गया.


कुछ मिनट के बाद वह मेरी गांड में उंगली करने लगे. कुछ और देर के बाद मैं फिर से गर्म होने लगा.


उन्होंने मुझे फिर से झुकाया और फिर से लंड पेल कर मुझे चोदने लगे. मैं कसमसाता हुआ गांड में लंड लेता रहा.


भैया की हाईट मुझसे बहुत बड़ी थी तो उनको भी अच्छे से चोदने में मजा नहीं आ रहा था.


उन्होंने मुझे उठाया और वे खुद खड़े हो गए, मुझे उठाकर मेरी गांड के छेद को अपने लंड पर सैट कर दिया.


फिर धीरे धीरे मुझे नीचे लाने लगे और कुछ ही पलों में उनका पूरा का पूरा लंड मेरी गांड में घुस गया.


मुझे बहुत दर्द हो रहा था, पर मजा भी आ रहा था.


भाई उचक उचक मुझे चोदने लगे.


मेरा बदन टूट गया था, मैं तो अपने होश में बिल्कुल भी नहीं था. पर भाई ने मुझे चोदने में पूरी ताकत लगा दी.


वे मुझे उठा उठा कर चोद रहे थे इसलिए उनका पूरा लंड गांड को फाड़ता हुआ अन्दर जा रहा था. भाई फुल मस्ती में मुझे चोद रहे थे.


करीब 15 मिनट के बाद वे झड़ने वाले थे तो उन्होंने मुझे लौड़े से नीचे उतार कर पेट के बल कर दिया और फिर से चोदना चालू कर दिया.


अगले एक मिनट में वे मेरी गांड में झड़ गए. उनके माल से मेरी गांड भर गयी.


उनका गर्म माल मेरी गांड में सिकाई कर रहा था और मैं गे चुदाई के आनन्द के सातवें आसमान पर उड़ता महसूस कर रहा था.


दोस्तो, इसके बाद पूरी नवरात्रि मेरे बड़े भाई ने मेरी गांड मारी और उन्होंने ने 9 दिन में मेरी गांड का हाल फटे भोसड़े की तरह कर दिया था.


आज भी मेरे बड़े भाई मेरी गांड मारते हैं, पर महीने में एक बार … क्योंकि उनकी शादी हो गयी है.


मैं अब एक नए लंड की तलाश में हूँ जो मेरी गांड फाड़ कर मुझे सुख दे और मेरी जेब भी भर दे.


दोस्तो, गे चुदाई की कहानी आपको अच्छी लगी हो तो मुझे आप कमेंट्स करके जरूर बताएं.


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