मेरी चुदासी मम्मी रंडी जैसे चुदी

ऋषि जय

09-11-2023

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देसी हाउसवाइफ सेक्स कहानी मेरी मम्मी, उनकी सहेली और एक पड़ोसी अंकल की है. मैंने उन तीनों को एक साथ हमारे घर में ग्रुप सेक्स का मजा लेते देखा है.


दोस्तो, कैसे हो आप सब! मेरा नाम ऋषि है, उम्र 22 साल है. मेरी हाइट 5 फुट 10 इंच है और बॉडी औसत है. मेरे लंड का साइज़ 6.7 इंच है.


यह देसी हाउसवाइफ सेक्स कहानी मेरी और मेरी मम्मी की चुदाई के सफ़र की है कि कैसे मैंने अपनी मम्मी को चुदती देखा और दूसरी महिला से भी लेस्बियन करते देखा.


मेरी मम्मी का नाम सरिता है, उनकी उम्र 43 साल है, हाइट 5 फुट 4 इंच है और फिर 34-32-36 का है.


मम्मी की सहेली राहत आंटी (उम्र लगभग 44, फिगर 36-34-38) अनिरूद्ध अंकल (उम्र 43, लंड साइज़ 7 इंच).


यह बात 4 साल पहले तब की है, जब मैं 12वीं में पढ़ता था. जब कभी मेरी मम्मी गेट नहीं खोलतीं या सोती रहती थीं तो मैं घर के अन्दर पड़ोस की बिल्डिंग की छत से आ जाता था,


एक दिन मैं स्कूल से बंक मार कर जल्दी घर आ गया. जब मैंने गेट खोला तो मुझे लगा मम्मी सो रही होंगी, उन्हें डिस्टर्ब नहीं करता हूँ; बगल की बिल्डिंग से घर में चला जाता हूँ.


मैं अपने घर की सीढ़ियों से अन्दर जाने लगा तो मुझे अचानक मम्मी के रूम से आवाज़ आई. यह आवाज किसी की सीत्कारों की थी.


मैं वहीं पर रुक गया क्योंकि मम्मी का कमरा सीढ़ी के बगल वाला था और उसके कोने में एग्ज़ॉस्ट वाली विंडो लगी थी.


मैंने वहां से अन्दर झांक कर देखा तो मेरा सिर चकराने लगा. मेरी मम्मी बेड पर टांगें फैला कर नंगी लेटी हुई थीं और सीत्कार कर रही थीं.


राहत आंटी मेरी मम्मी की चूत चाटती हुई सीत्कार कर रही थीं और अनिरूद्ध अंकल राहत आंटी को कुतिया बना कर चोद रहे थे.


मुझे पसीने आने लगे. मैं 2 मिनट के लिए एकदम से शांत पड़ गया था.


अंकल आंटी को चोदते रहे और वह मम्मी की चूत चाटती हुई सीत्कार करती रहीं. मेरी मम्मी भी ‘उम्म्म … ईईइई … स्स्स्स्स …’ कर रही थीं.


बीच बीच में अंकल आंटी के बूब्स भी मसल देते और ज़ोर ज़ोर से झटके भी लगा देते.


यही कोई 5-7 मिनट चोदने के बाद अंकल के मुँह से आहह निकली और उन्होंने अपना लंड बाहर निकाल लिया.


उस वक्त अंकल का लंड एकदम चमक रहा था और पूरी लंबाई में हिचकोले ले रहा था. शायद अंकल झड़ गए थे.


आंटी मम्मी के बगल में लेट गईं और अंकल भी बेड पर बैठ गए. देसी हाउसवाइफ सेक्स का नजारा देखने के बाद मैं वहां से बाहर चला गया और शाम को आया.


पूरे दिन मुझे वही दृश्य याद आता रहा था. जब मैं घर आया तो मम्मी नॉर्मल थीं.


मुझे बिल्कुल भी अहसास नहीं था कि मेरी मम्मी ऐसे करती होंगी. मम्मी को लेकर ये मेरा पहले वाकिया था.


अब मैं मम्मी पर नज़र रखने लगा और मम्मी का फोन चैक करने लगा.


मुझे अंकल का व्हाट्सैप पर कोई भी मैसेज नहीं दिखा. लेकिन आंटी से नॉर्मल बातचीत वाली चैट दिखी.


कुछ दिनों बाद मैंने रात में मम्मी का फोन चैक किया तो मुझे आंटी का मैसेज दिखा. उन्होंने कहा था- कल दोपहर में तैयार रहना! और किस वाली इमोजी भेजी थी.


मैं रात में सो नहीं पाया और अगले दिन की प्रतीक्षा करने लगा.


सुबह मैं समय से स्कूल निकल गया. लेकिन स्कूल न जाकर मैं घर से कुछ दूर जाकर वापस आ गया. मैं पड़ोसी के घर की छत पर आ कर छिप गया.


फिर जब 12 बजने वाले थे, तब दरवाजे पर लगी दरवाजे की घण्टी बज उठी.


राहत आंटी घर आई थीं और 5 मिनट बाद अनिरूद्ध अंकल भी आ गए.


उन लोगों में क्या बातें हुईं, मुझे नहीं पता.


मैंने मौका देख कर नीचे झांक कर देखा तो आंटी अंकल सोफे पर बैठे थे और मम्मी वहां पर नहीं थीं.


फिर मैं वापस ऊपर आ गया.


दस मिनट बाद मुझे लगा कि मम्मी के कमरे का दरवाजा बंद हुआ है. तो मैं फिर से सीढ़ियों के पास आ गया और एग्ज़ॉस्ट वाली खिड़की से अन्दर का नजारा देखने लगा.


तीनों एक साथ थे. राहत आंटी सलवार सूट पहनने हुई थीं और मम्मी नाइटी. दोनों खड़ी होकर बांहों में बांहें डाल कर स्मूच कर रहे थे. अंकल मम्मी के पीछे खड़े होकर उनके बूब्स दबा रहे थे.


कुछ देर बाद अंकल ने मम्मी को अपनी ओर किया और उन्हें खींच कर होंठों से होंठ मिला कर चूसने लगे. मेरी मम्मी भी उनका साथ दे रही थीं.


तभी आंटी अंकल के पीछे आईं और वे अंकल के पैंट के ऊपर से ही उनका लंड सहलाने लगीं. मम्मी भी अपना हाथ अंकल के पैंट के पास ले गईं और उनके लौड़े को सहलाने लगीं.


कुछ मिनट की चूमा चाटी के बाद आंटी बोलीं- अब मैं करूंगी, तू हट. वे मम्मी को हटा कर अंकल को किस करने लगीं.


अंकल ने आंटी को किस करते हुए उनका कुर्ता उतार दिया और एक हाथ से बूब्स दबाने लगे.


उसी समय पीछे से मम्मी ने आंटी की सलवार खोल दी और अपने एक हाथ को आंटी की पैंटी में डाल दिया और एक हाथ को आगे बढ़ा कर अंकल का लंड पकड़ने लगीं.


आंटी ने भी अंकल की शर्ट को उतार दिया और बनियान भी निकाल दी.


उसके बाद अंकल ने आंटी को बेड पर लिटा दिया और उनकी ब्रा को साइड में करके आंटी के स्तन चूसने लगे.


मम्मी ने भी अपनी नाइटी उतार दी और वे भी आंटी के मम्मों को दबाने लगी थीं. आंटी हल्के हल्के से सीत्कार कर रही थीं ‘आहह … आहह … जरा रुक जाओ …’


ये कह कर आंटी ने अपनी ब्रा खोल दी और दोनों बूब्स को आज़ाद कर दिया. अब मम्मी और अंकल दोनों मिलकर आंटी के एक एक बूब को चूसने लगे.


थोड़ी देर तक आंटी के दूध चूसने के बाद अंकल उठे और मम्मी की ब्रा में हाथ डाल कर मम्मी के मम्मे दबाने लगे.


मम्मी बोलीं- खोल कर दबाओ ना!


अंकल ने मम्मी की ब्रा को खोल दिया और एक हाथ से मम्मी के बूब्स पकड़ लिए. अंकल अभी भी आंटी के दूध को चूस रहे थे.


मम्मी आंटी के मुँह के पास गईं और अपने एक दूध का निप्पल आंटी के मुँह में दे दिया. आंटी मम्मी के निप्पल को चूसने लगीं.


फिर अंकल उठे और मम्मी को नीचे लेटा कर उनके बूब्स दबाते हुए किस किया.


उन्होंने मम्मी के दोनों पैर फैला दिए. फिर टांगों के बीच में आकर मम्मी की पैंटी के ऊपर से चूत को सूंघने लगे, किस भी किया.


आंटी भी मम्मी के मम्मों को मसल मसल कर पीने लगीं. अंकल ने मम्मी की पैंटी उतार दिया और चूत को अपनी जीभ की नोक से चाटने लगे.


मम्मी आहें भरने लगीं.


आंटी बोलीं- जरा रूको. उन्होंने अंकल को किस किया और अपना थूक मम्मी की चूत में लगाने लगीं.


अंकल और आंटी दोनों ने मम्मी की चूत में थूका और अंकल चाटने लगे.


अगले कुछ पल बाद आंटी मम्मी के ऊपर 69 की पोजीशन में आ गईं. अब अंकल जब भी अपना मुँह ऊपर करते, आंटी मेरी मम्मी की चूत में थूक देतीं.


दूसरी तरफ आंटी की चूत मम्मी के मुँह के ऊपर लगी थी. मम्मी आंटी की चूत चाटने लगीं.


मम्मी की चूत और उस पर लगता आंटी के थूक को कुछ देर चाटने के बाद अंकल खड़े हो गए. आंटी मम्मी दोनों अंकल से सट कर उन्हें किस करने लगीं.


अंकल के दोनों हाथ उन दोनों के एक एक बूब्स पर था. अंकल गाली देते हुए बोलने लगे- तुम दोनों रंडियों के साथ में मुझे जितना मजा आता है, उतना मेरी बीवी को भी चोद कर मुझे कभी नहीं आया.


अंकल ने अपनी पैंट का बटन खोल कर लंड बाहर निकाल दिया.


लंड देख कर आंटी व मम्मी दोनों नीचे बैठ गईं और दोनों ने मिल कर अंकल का पैंट निकाल दिया.


मम्मी अंकल की चड्डी के ऊपर से ही लंड को सूंघने लगीं और आंटी ने अपनी एक उंगली से चड्डी की किनारी को पकड़ा और अपने दांतों में फंसा कर नीचे खींच दिया.


इससे अंकल का फनफनाता हुआ मोटा लंड दोनों के सामने आ गया. मम्मी और आंटी दोनों ने एक दूसरे को देखा और लिप किस की.


फिर अंकल के लंड के टोपे को पकड़े दोनों में अपनी जीभ की टिप से किस किया और चूसने लगीं. दोनों ने मिल कर लंड चूसा.


फिर आंटी ने लंड का टोपा मुँह में भर लिया और मम्मी अंकल के टट्टों को चाटने लगीं.


अंकल सीत्कार करने लगे- आहह … . मस्त चूसती हो तुम दोनों रंडियो … हाअईई … जन्नत तो यही है.


थोड़ी देर तक आंटी ने लंड चूसा, फिर मम्मी ने अपने मुँह में लंड ले लिया और चूसने लगीं.


आंटी ने लंड पर थूक कर उसे गीला कर दिया और मम्मी चूसती रहीं. अंकल के मुँह से आहें निकलती रहीं. वे मदहोश होकर डीप-थ्रोट देने लगे.


कुछ देर बाद अंकल ने लंड को मुँह से बाहर निकाल लिया और आंटी को खड़ी करके उन्हें किस करने लगे. अंकल का लंड पूरा तना हुआ था.


उनका लंबा काला सा लंड भंयकर चमक रहा था.


आंटी को किस करने के बाद वे मम्मी को लेटा कर उनके दूध पीने लगे.


तब आंटी बोलीं- आज किसे पहले चोदोगे? अंकल ने कहा- तुझे.


यह सुनकर आंटी बेड पर लेट गईं और अपने सिर के नीचे तकिया लगा लिया.


आंटी ने अपनी टांगें फैलाईं, अंकल आंटी की टांगों के बीच में आ गए.


अंकल मेरी मम्मी को किस करने लगे. फिर अंकल अपने लंड को आंटी की चूत के ऊपर फेरने लगे और आंटी की चूत को लौड़े से रगड़ने लगे.


आंटी गर्म लंड की तपिश से कामुक हो गई थीं और सीत्कार कर रही थीं ‘आअहह आअहह आहह.’


मम्मी ने आंटी की चूत को जरा चाटा और थूक लगा कर छेद को गीला कर दिया. वे चूत में उंगली भी करने लगीं.


फिर अंकल ने मम्मी के बालों को पकड़ा और उनके मुँह में लंड पेल दिया.


थोड़ी देर लंड चुसवाने के बाद अंकल वापस लंड को आंटी की चूत में घिसने लगे. तो आंटी बोलीं- अब डालो ना!


अंकल ने ये सुनते ही लंड का सुपारा आंटी की चूत में पेल दिया.


आंटी कराह उठीं और ज़ोर से आआ अहह की सीत्कार की.


फिर अंकल ने एक और झटका दिया और पूरा लंड अन्दर घुस गया. आंटी फिर से चिल्लाईं- उम्म्म्म अह आराम से! मम्मी मुस्कुरा दीं.


अंकल धीरे धीरे आंटी को चोदने लगे. आंटी सीत्कार कर रही थीं ‘आअहह अह आह आओ आह.’


फिर अंकल ने स्पीड बढ़ा दी और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे. चुदाई से आंटी के बूब्स ज़ोर ज़ोर से हिल रहे थे.


आंटी ने भी ज़ोर ज़ोर से सीत्कार करना शुरू कर दिया था.


मम्मी आंटी के मुँह के पास आ गईं और अपना एक दूध आंटी के मुँह में दे दिया.


बीच बीच में मम्मी, आंटी का दूध खुद चूसने लगीं.


अंकल आंटी के बूब्स दबाते और जांघों पर भी चांटे मारते.


कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद अंकल ने मम्मी के बालों को पकड़ा और बोले- अब तू आ जा! अंकल ने लंड निकाला और मम्मी को चुसवाने लगे.


उतनी देर में आंटी उठ गईं और मम्मी लेट गईं.


आंटी ने मम्मी की टांगें फैलाईं और मम्मी की चूत में दो उंगली घुसा कर उन्हें चिढ़ाती हुई बोलीं- आआ अहह मेरी रांड अब लंड लेगी! मम्मी बोलीं- तुझसे बड़ी रंडी तो नहीं हूँ तूने तो 10-12 लंड लिए हैं. मेरे लिए तो ये दूसरा लौड़ा ही है.


फिर अंकल आंटी को किस करते हुए बोले- साली ने पूरे मजे लिए हैं! आंटी बोलीं- तुमने भी तो 14-15 औरतों को चोदा है. ये तो नई है साली … मुझे तो पिछले 6 साल से चोद रहे हो.


अंकल बोले- हां तू तो मेरी रखैल है ना कुतिया … बस ऐसे ही चूत दिलवाती रह. मैं तुझे हमेशा चोदता रहूँगा.


फिर अंकल ने आंटी को साइड करके चूत के ऊपर लंड घिसा और मम्मी आहें भरने लगीं ‘इसस्स्शह …’


आंटी ने थूक कर लंड चूसा और मम्मी की चूत को चाट चाट कर गीला कर दिया.


अंकल बोले- चल बेबी, अब आ जा. मम्मी बोलीं- ऊओह ईईस सस्स बेबी रेडी है तुम्हारी!


अंकल ने हंसते हुए एक ही बार में मम्मी की चूत में लंड ठोक दिया. मम्मी ज़ोर से चिल्ला उठीं- आअहह मर गई! अंकल मेरी माँ चोदने लगे.


आंटी मम्मी से बोलीं- कैसा लग रहा रंडी! मम्मी बोलीं- मजाआ आआहह राहहाअ हह इईसशह.


आंटी ने उठ कर मम्मी के मुँह के ऊपर अपनी चूत रख दी और चूत चटवाने लगीं. ऐसे ही चोदने के बाद अंकल मम्मी के दोनों टांगों को कंधे पर रख कर वापस चोदने लगे.


फिर जब अंकल का रस निकलने वाला था, तो आंटी से लेटने को बोले.


उन्होंने आंटी के मुँह में लंड दे दिया. आंटी लंड चूसने लगीं और अंकल झड़ गए.


अंकल ने आंटी के मुँह में अपना पूरा माल निकाल दिया. फिर मम्मी और आंटी ने किस करके अंकल का रस पी लिया.


कुछ मिनट बाद अंकल बाहर निकलने लगे, तो मैं ऊपर भाग गया. फिर दस मिनट बाद वापस आया, तो आंटी लेटी हुई थीं और अंकल ऊपर चढ़ कर लंड चुसा रहे थे.


वे मम्मी से बोले- अब जोरदार करते हैं. तो मम्मी बोलीं- हां.


फिर अंकल आंटी को उल्टा लेटने को बोले और उनके लेटते ही उनकी चूत में लंड पेल दिया. उन्हें चांटा मारते हुए ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे.


आंटी भी ज़ोर ज़ोर से सीत्कार करने लगीं. उनकी सीत्कार से रूम में आहें सुनाई दे रही थीं.


‘उफ्फ़ मार दिया … आअहह उम्म्मम आअहह और पेलो … आअहह आअहह.’


कुछ देर बाद अंकल ने ऐसे ही चोदने के बाद आंटी को सीधा किया और उनकी एक टांग उठा कर चोदने लगे.


फिर लंड निकाल के मम्मी को मिशनरी में एक टांग उठा कर चोदने लगे.


अंकल मम्मी की चूत में ज़ोर ज़ोर से लंड पेलते हुए बोले- सरिता रांड … बहन की लौड़ी … तेरी चूत बहुत मस्त है … तुझे चोदने में मजा आ जाता है. मम्मी भी सीत्कार करती हुई बोल रही थीं- आआहह मांआ बहुत तेज चोदते हो तुउउंम्म मेरीई चूत को … आआहह और चोदो मैं तुम्हारी ही रंडी हूँ … आअह फाड़ दो अहह आआहह मांआ उफ … तुम्हारा लंड बहुत मस्त चोदता है.


अंकल भी बोले- तो ले मादरचोद … और ले सरिता रांड. ऐसे ही कुछ देर चोदने के बाद मम्मी की चूत में अंकल ने अपना पूरा कम भर दिया और लेट गए.


फिर मम्मी जैसे ही उठीं तो अंकल का कम बाहर आने लगा, मम्मी की जांघों से बहने लगा. आंटी बोलीं- बहनचोद रुक जा … रस तो चाट लेने दे.


उन्होंने मम्मी की जांघों को और चूत को चाट कर साफ कर दिया. इन सबके बीच में मैं भी 3 बार लंड हिला चुका था.


फिर मैं वहां से चला गया. इसके बाद भी अंकल ने चोदा हो, तो पता नहीं.


तो दोस्तो, कैसी लगी आपको ये देसी हाउसवाइफ सेक्स कहानी, ज़रूर बताएं. मेरा ईमेल आईडी है [email protected]


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