मैंने दो अनजाने लण्ड का लिया मज़ा

रेहाना खान

29-06-2023

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हॉट गर्ल ग्रुप Xxx का मजा लिया मैंने दो अनजान लड़कों के साथ बारिश वाले दिन! वे बारिश से बचने के लिए मेरे बरामदे में खड़े थे, मैंने उन्हें अन्दर बुला लिया.


मेरे प्यार दोस्तो और सहेलियो, कैसे हैं आप सब? अपने मेरी पिछली कहानी विदेशी लंड से चुदवाई बेटी बहू की बुर पढी और पसंद की, उसके लिए आप सबका तहेदिल से शुक्रिया.


आज की मेरी कहानी मेरी खाला की एक बेटी हाफिज़ा की है. उसने खुद मुझे यह वाकया बताया था. मैंने उससे पूछा कि क्या उसकी कहानी अन्तर्वासना पर भेज दूँ. तो उसने ख़ुशी खुशी हाँ कर दी.


तो हाज़रीनो, मेरी मौसेरी बहन की चुदाई की हॉट गर्ल ग्रुप Xxx कहानी उसी की जुबान से सुनें.


क्या मस्त मौसम था उस दिन! क्या मस्त नज़ारा था उस दिन!


उस दिन सच में बड़ी घनघोर बारिश हो रही थी, बादल गरज़ रहे थे, बिजली चमक रही थी। पानी बरसने की आवाज़ चारों तरफ से आ रही थी।


सड़कों पर नालियों पर यहाँ तक की घरों में भी पानी भर गया था।


रात के 10 बज चुके थे। बिजली बंद हो गयी थी.


मैंने इन्वर्टर से लाइट का इंतज़ाम कर लिया था।


मौसम आशिकाना भी था और डरावना भी।


इत्तिफाक से मैं घर में अकेली ही थी. एक तरफ मैं चुदाई करवाने के लिए तड़प रही थी।


बरसात के मौसम में पानी तो बाहर बरसता है लेकिन आग अंदर चूत में लग जाती है बहनचोद! मुझे लण्ड की बहुत याद आ रही थी और दूसरी तरफ बादलों की गर्जना सुन सुन कर मेरी गांड भी फट रही थी।


मेरा मन हुआ कि ऐसे में अगर कोई मरद मेरे साथ होता तो मैं उसे नंगा करके और खुद नंगी होकर उससे लिपट कर बिस्तर पर लेटी रहती। कितना मज़ा आता!


लेकिन जो सोचो, वो होता तो है नहीं। मैं मन मसोस कर बैठी हुई थी.


मेरा नाम हाफिज़ा है. मैं 26 साल की एक मदमस्त, खूबसूरत, सेक्सी और हॉट लड़की हूँ। मैं यहाँ अपने फ्लैट में अकेली ही रहती हूँ।


अचानक किसी ने डोर बेल बजा दी। मेरे मन में आया कि इस समय कौन भोसड़ी वाला आ गया?


मैं उठी और मैंने दरवाजा खोल कर बाहर झाँक कर देखा तो वहां दो लड़के खड़े थे। एक बोला- मेम हम लोग बहुत भीगे हुए हैं , क्या हम यहाँ बैठ सकते हैं? मैंने कहा- वहां कहाँ बैठोगे, यहाँ अंदर आकर बैठ जाओ।


दोनों अंदर आ गए।


उसने कहा- मेरा नाम अमित है और इसका प्रकाश। हम दोनों दोस्त हैं। सड़क पर पानी बहुत भरा हुआ है। मेरी गाड़ी पानी में डूब गयी है और ख़राब भी हो गयी है। अब मेरा यहाँ से जाना संभव नहीं हो पा रहा है। हम बरसात रुकने का इंतज़ार कर रहे हैं। जैसे ही बरसात रुकेगी, वैसे ही हम लोग चले जायेंगे।


मुझे वो दोनों भले आदमी लगे तो मैंने उन्हें कमरे में अंदर बैठा लिया और एक एक बड़ी तौलिया दी।


मैंने कहा- तुम लोग गीले कपड़े उतार दो नहीं तो फिर मुसीबत में फंस जाओगे। मैं ये कपड़े वाशिंग मशीन में डाल कर धो दूँगी और सुखा भी दूँगी। वे लोग मेरी बात मान गए।


मैंने जब दोनों को नंगे बदन देखा तो मेरे बदन में आग लग गयी। उनका गोरा बदन, चौड़ी छाती, छाती पर घने घने काले बाल, मस्त भुजायें और पतली कमर सब देख कर मैं तो दोनों पर मोहित हो गयी।


मैंने मन में कहा कि मर्द तो दोनों ही बहुत सेक्सी और हॉट हैं। इनके लण्ड भी जबरदस्त होंगे।


अब मेरी नज़र उनके लण्ड पर थी। मैं पल पल इंतज़ार करने लगी और सोचने लगी कि कैसे मैं इनके लण्ड देखूं? हॉट गर्ल ग्रुप Xxx मजा लेना चाह रही थी.


एक बात तो पक्की थी कि बरसात में अगर मेरी चूत में आग लगती है तो इनके लण्ड में भी आग लगती होगी।


फिर मैं अंदर गयी और सिर्फ एक घाघरा पहन लिया। ऊपर कुछ नहीं … बस अपने लम्बे बालों को आगे करके अपनी दोनों चूचियाँ ढक लीं।


फिर उन्हें अपने बाल इधर उधर करती हुई उनको चूचियों की झलक दिखाने लगी। तभी मैंने तीन पैग व्हिस्की बनाई और उन्हें देते हुए कहा- लो अब तुम लोग गरम गरम व्हिस्की पियो, इससे सर्दी ख़त्म हो जाएगी.


और मैं भी उनके सामने सोफा पर बैठ कर व्हिस्की पीने लगी। वे दोनों मुझे बड़े गौर से देखने लगे। उनकी नज़रें मेरे बूब्स पर टिकी हुईं थीं। मरदों की नज़रें औरत की चूचियों पर ही टिक जातीं हैं बहनचोद!


मैंने पूछा- तुम दोनों दोस्त हो या रिश्तेदार? उसने कहा- हम दोनों दोस्त हैं रिश्तेदार नहीं! हमारी दोस्ती बहुत पुरानी है और हमारा घूमना फिरना भी साथ साथ होता है।


“तो फिर हंसी मजाक, गन्दी गन्दी बातें, नॉन वेज चुटकुले सब साथ ही साथ करते होंगे?” “हां बिल्कुल करते हैं। जब दोस्त हैं तो शरमाने की क्या जरूरत?”


“अच्छा ऐसी बात है। लड़कियां एक दूसरे से कभी नहीं शर्माती. लेकिन क्या लड़के भी एक दूसरे से नहीं शर्माते? क्या वो एक दूसरे के आगे नंगे हो जाते हैं?” “हां बिल्कुल नहीं शर्माते! जरूरत पड़ती है तो नंगे भी हो जाते हैं!”


“अच्छा तो क्या कभी तुम लोगों ने एक दूसरे को नंगा देखा है?”


वे कुछ देर तो चुप रहे, फिर बोले- हां देखा है। इसमें कौन सी बड़ी बात है। दोस्तों के बीच तो ऐसा होता ही रहता है।


मैंने कहा- अच्छा तो तुम लोग ज़रा खड़े हो जाओ। वे खड़े हो गए.


मैं चुपचाप उठी और उनके बिल्कुल नजदीक आ गई। उनको ज़रा सा भी अहसास नहीं हुआ कि मैं क्या करने वाली हूँ. मैंने झट से दोनों के तौलिये एकदम से एक ही झटके में खींच लिये। तो वे नंगे हो गए और अपने अपने लण्ड पर हाथ रख कर बैठ गए।


मैंने कहा- देखा, शर्मा गए न तुम लोग? नहीं शर्माते तो नंगे नंगे ही खड़े रहते! अपने अपने लण्ड पर हाथ भी नहीं रखते! अमित बोला- हम एक दूसरे से नहीं शरमाये मैडम, हम तो तुम्हारे आगे शर्मा गए। मैंने कहा- अच्छा, क्या तुम लड़की हो? शर्माने का काम तो लड़कियां करतीं हैं। लड़कों को अगर कोई मस्त जवान लड़की नंगा करे तो उन्हें ख़ुशी ख़ुशी नंगे हो जाना चाहिए।


प्रकाश बोला- अरे मैडम, देखो, हो तो गए हम लोग तुम्हारे आगे ख़ुशी ख़ुशी नंगे! उन दोनों ने अपने अपने हाथ लण्ड पर से हटा लिया।


फिर मैंने बड़े प्यार से उन दोनों के लण्ड अपने एक एक हाथ से पकड़ लिया। मैंने दोनों लण्ड को चूम कर कहा- अब तुम भोसड़ी वालो … क्यों शर्मा रहे हो मुझसे?


मेरा ऐसा कहते ही दोनों लण्ड एकदम से तन कर खड़े हो गए और मैं दोनों को बारी बारी से चूमने चाटने और चूसने लगी।


फिर मैंने अपने बालों का जूड़ा बना लिया तो मेरी दोनों चूचियाँ उनकी आँखों के सामने नाचने लगीं। मैं भी गरमा गयी थी तो मैंने घाघरा उतार कर फेंक दिया। मैं मादरचोद एकदम नंगी नंगी उन दोनों के लण्ड चूसने लगी।


मुझे नंगे मर्द बहुत अच्छे लगते हैं। मुझे नंगे मर्दों के आगे नंगी होने में बड़ा मज़ा आता है।


लण्ड दोनों ही लगभग बराबर थे। अमित के लण्ड का सुपारा गोल था और प्रकाश में लण्ड का सुपारा अंडाकार। झांटें दोनों की साफ़ थीं।


मेरी चूत पर बहुत ही हल्की हल्की झांटें थीं जिससे मेरी चूत ज्यादा सेक्सी और हॉट लग रही थी।


बेड पर मैं नंगी लेट गयी. वे दोनों अपनी गांड मेरी तरफ किये हुए थे और मेरी गांड उन दोनों के मुंह के बीच में थी। दोनों मिलकर मेरी चूत चाटने लगे और मैं बारी बारी से उन दोनों के लण्ड!


यह नज़ारा बड़ा ही मनमोहक था बहुत हॉट भी! मुझे आज दो दो लण्ड का मज़ा एक साथ मिल रहा था। मैं कुछ देर के लिए भूल गयी कि बाहर बरसात हो रही है।


दोनों नये अनजाने लण्ड मेरी जिस्म की आग को और हवा दे रहे थे। दो दो लड़के मिलकर मेरी चूत चाट रहे थे तो मैं सिसकारियां क्यों नहीं लेती? मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था।


इधर मैं भी दो दो लण्ड और लण्ड के सुपारे चाट रही थी तो वो लोग भी सिसकारियां ले रहे थे। आग दोनों ही तरफ लगी थी … मज़ा दोनों ही तरफ आ रहा था।


फिर कुछ देर बाद अमित ने लण्ड आहिस्ते से पेल दिया मेरी चूत में! मेरे मुंह से निकला- उई माँ, मर गई मैं … फट गयी मेरी बुर! पूरा लौड़ा पेल दिया इस मादरचोद ने! हाय दईया कितना मोटा लण्ड है इस भोसड़ी वाले का!


मैं फिर प्रकाश का लण्ड चाटते हुए अमित से चुदवाने लगी। अमित बड़ी अच्छी तरह से चोद रहा था और मैं भी उसके हर जवाब दे रही थी।


मैं तो पहले से ही खूब चुदी हुई थी और मुझे लगा कि अमित भी कई चूत में लौड़ा पेल चुका है। मुझे उसकी चुदाई बड़ी अच्छी लग रही थी।


मैंने पूछा तो उसने बताया- मैं कई लड़कियां चोद चुका हूँ।


उसने चोदने की रफ़्तार बढ़ा दी और मैं मज़ा लूटने लगी।


फिर अचानक प्रकाश ने लंड पेल मारा मेरी चूत में और अमित ने लण्ड मेरे मुंह में। प्रकाश भी खूब झमाझम चोदने लगा।


मुझे मालूम हो गया कि प्रकाश भी भोसड़ी का बड़ा अनुभवी है।


ये साले दोनों देखने में बड़े भोले भाले लग रहे थे … पर हैं मादरचोद बड़े हरामी। लड़की चोदने में देर नहीं लगाई।


प्रकाश बोला- यार अमित, आज का दिन तो हमारे लिए बहुत अच्छा है। इतनी बरसात में इतनी मस्तानी चूत बड़े मुकद्दर से मिलती है।


वह मुझसे बोला- मैंने जब आपको देखा था हाफिज़ा जी … तो मैं आप पर मर मिटा था। जब आप हमारे कपड़े मशीन में डालने गयी तो मैंने अमित से कहा कि अगर आज इस मस्त बरसात में इसकी चूत चोदने को मिल जाए तो मज़ा आ जाए। ये बुरचोदी हाफिज़ा बड़ी मस्त माल है यार!


मैंने कहा- अच्छा, तो इसका मतलब तुम्हारे लण्ड में आग लग चुकी थी जब तुमने एक अकेली खूबसूरत लड़की को देखा था?


फिर मैंने दोनों के झड़ते हुए लण्ड पिये और सुपारे चाट चाट कर मज़ा लिया। मैंने डिनर का भी इंतज़ाम कर लिया।


हमने नंगे नंगे ही डिनर लिया और खूब अश्लील बातें की। मैंने अपने चुदाई के किस्से सुनाये और उन लोगों ने अपने चोदने के किस्से सुनाये.


इतने में दुबारा फिर मेरी चूत कुलबुलाने लगी और उनके लण्ड टनटनाने लगे। फिर दोनों ने मिलकर चोदा मुझे।


जब सवेरा हुआ तो वे दोनों चले गए।


तो दोस्तो, यह थी मेरी हॉट गर्ल ग्रुप Xxx कहानी। आपको कैसी लगी? [email protected]


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