मम्मियों का आपस में सेक्स करवाया

अंकित यादव

27-03-2022

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लेस्बियन मॉम सेक्स कहानी मेरे दोस्त की मम्मी के साथ मेरी मम्मी के सेक्स की है. हम दोनों ने उन दोनों को एक साथ सेक्स करने के लिए राजी कर लिया.


दोस्तो, आपने हमारी सेक्स कहानी एक दूसरे की मॉम की चुदाई पढ़ी थी, उसकी लिंक मैंने ऊपर दी है. अगर नहीं पढ़ी तो आप एक बार उसे पढ़ लें तभी इस कहानी का मजा आयेगा.


मैं और मेरा दोस्त अनिल अपनी अपनी मॉम को चोदते थे. हम एक दूसरे की मॉम को भी चोद चुके थे.


अब आगे लेस्बियन मॉम सेक्स कहानी:


इसके बाद हमने आपस में बात की कि हम दोनों अपनी मॉम को एक साथ एक बिस्तर पर लाएंगे और उन्हें लेस्बियन सेक्स करने के लिए कहेंगे.


मैंने अनिल से कहा- तुम अपनी मॉम को बता देना और मैं भी अपनी मॉम से कह दूंगा. अनिल ने कहा- ठीक है.


ये बात मैंने अपनी मॉम शालिनी डार्लिंग से कही. तो पहले वो ना ना करती रहीं, फिर मैंने किसी तरह से उन्हें लेस्बियन सेक्स के लिए तैयार कर लिया.


उधर अनिल ने भी अपनी मॉम को तैयार कर लिया. इधर हम दोनों भी तैयार थे. उस समय हम लोग गांव में ही थे.


दोपहर का समय था. मेरे घर में और अनिल के घर में अधिक दूरी में नहीं थी.


मैं बाइक से उसके घर पहुंच गया और खेत के रास्ते से मॉम भी पहुंच गईं. मैं और अनिल बैठे थे.


मेरी मॉम के आते ही अनिल ने उन्हें गले से लगा लिया. अनिल ने पूछा- और शालिनी आंटी कैसी हो? तब मॉम ने भी उसे चूमते हुए जवाब दिया- एकदम मस्त हूँ.


मेरी मॉम सज संवर कर आयी थीं.


फिर अनिल मेरी मॉम को रूम में ले गया, जहां उसकी मॉम सुमन बैठी थीं.


अनिल ने कहा- आज मैं देखना चाहता हूँ कि किसमें कितनी जान है?


हम दोनों दोस्त कुर्सी पर बैठ गए.


मेरी मॉम और अनिल की मॉम बेड पर बैठ गई थीं.


मैंने कहा- हां अब शुरू हो जाओ. दोनों लेडीज़ शर्मा रही थीं.


मैंने कहा- पहले एक दूसरे की साड़ी निकालो. सुमन डार्लिंग, ये तुम्हारा बैडरूम है. इसी पर तुम अपने बेटे और मेरे लंड से न जाने कितनी बार चुदी हो. शर्माओ मत यार … चलो अब शुरू तुम ही करो.


तब मेरी जान सुमन डार्लिंग ने मेरी मॉम की साड़ी को अलग किया. फिर मॉम ने भी सुमन डार्लिंग की साड़ी निकाली. वो दोनों रंडियां इस समय केवल पेटीकोट और ब्लाउज में थीं.


मेरी मॉम ने ही सुमन को बेड पर लिटा दिया और सुमन डार्लिंग के होंठों को चूसने लगीं.


फिर मॉम ने ब्लाउज और ब्रा को निकाल दिया और सुमन डार्लिंग की दूध जैसी चूचियों को आजाद कर दिया. मॉम ने मर्दों की तरह एक चूची को मुँह में डाल लिया और मजे से चूसने लगीं.


इधर सुमन आंटी के मुँह से आवाजें निकली ही जा रही थीं.


अनिल ने कहा- शालिनी डॉर्लिंग, पहले दोनों लोग पूरी तरह से नंगी हो जाओ यार. तब देखने में ज्यादा मजा आएगा.


ये सुनते ही हमारी दोनों रंडियां नंगी हो गईं. सुमन डार्लिंग मेरी मॉम की चूचियों को पीने लगीं. मॉम के ऊपर चढ़कर उनके जिस्म का आनन्द लेने लगीं.


सुमन आंटी भी धीरे धीरे मॉम के पूरे शरीर को अपनी जीभ से चाटने लगीं. फिर वो मेरी लेस्बियन मॉम की चूत चाटने के लिए नीचे आ गईं.


सुनम आंटी ने मेरी मॉम की चुत में अपनी जीभ डाल दी और चूत चाटने लगीं. मॉम की चुत में से पानी लगातार निकल रहा था. मॉम के मुँह से आह भरी आवाजें निकल रही थीं.


फिर वो दोनों रांड 69 की पोजीशन में आ गईं और एक दूसरे की चूत चाटने लगीं.


इधर हम लोगों की भी हालत खराब होने लगी थी. मन कर रहा था कि एक एक के ऊपर एक चढ़ कर उन दोनों की चुदाई कर दें लेकिन हम दोनों कन्ट्रोल किए बैठे बैठे उन्हें देखते रहे.


फिर मेरी मॉम रंडी सुमन के ऊपर आ गईं. मॉम ने सुमन आंटी की दोनों चूचियों को आटे की तरह गूंथना शुरू कर दिया. उधर सुमन आंटी भी आंख बंद करके चूचियों की मालिश का आनन्द ले रही थीं.


फिर मेरी मॉम ने अपनी दो उंगलियों को सुमन डार्लिंग की चूत में डाल दीं और उनकी चूत को चोदने लगीं. सुमन आंटी मस्ती भरी आहें भरने लगीं.


जब सुमन आंटी की चूत ने पानी छोड़ दिया तो वो निढाल हो गईं. मगर मेरी मॉम अभी नहीं झड़ी थीं.


कुछ पल बाद सुमन आंटी ने मेरी मॉम को पटका और वो मॉम के ऊपर चढ़ गईं, मॉम के होंठों को चूसने लगीं.


झड़ने के बाद सुमन आंटी काफी गर्मा गई थीं और कामुक होकर बोलीं- साली, मुझसे बड़ी छिनाल हो गई है क्या? मेरी मॉम भी पीछे नहीं थीं, वो बोलीं- हां कुतिया … मैं तो छिनाल हूँ ही!


इस तरह से गालियों में बात करती हुई वो दोनों हंसने लगीं.


फिर हम लोग उठे.


अनिल ने सुमन आंटी को ऊपर से हटने को कहा और आंटी के हटते ही उसने मेरी मॉम की चूत में अपना लंड डाल दिया.


मेरी मॉम की आह निकल गई. सुमन आंटी बोलीं- बेटा फाड़ दो इस छिनाल की चूत को!


अनिल बोला- चूत तो तुम दोनों रंडियों की फटेगी. आ जा दोस्त … मेरी मॉम की चुत में पेल लंड और इनकी चुत को भी फाड़ दे. मेरा लंड वैसे ही कड़क था.


अनिल मुझसे कहा- यार अंकित, तुम्हारी मॉम को कब से जी भरके पेलने का सोच रहा था. मैंने कहा- आज जितना मन करे उतना पेल लो.


फिर अनिल मेरी मॉम की चूत को पेलने लगा. अनिल के हर झटके में मॉम की चूचियां उछल रही थीं जो अनिल को और उत्तेजित बना रही थीं.


इधर मैं सुमन डार्लिंग को अपनी गोद में बैठाकर उनकी पीठ को सहला रहा था. उधर मॉम की जोरदार चुदाई हो रही थी.


मेरी मॉम अनिल के लंड को झेल रही थीं और कह रही थीं- आह … फाड़ दो मेरी चूत को मादरचोद!


अनिल उतने ही तेजी से लंड पेल रहा था. मॉम हर झटके में मुँह से उतेजक आवाजें निकाल रही थीं जिन्हें सुनकर हम दोनों और ज्यादा आनंदित हो रहे थे.


मेरी मॉम की चुत का भुर्ता अच्छी तरह से बन रहा था. मॉम की चूत ने पानी पहले ही छोड़ दिया था.


अब अनिल ने भी मेरी मॉम की चूत में पानी छोड़ दिया.


चुत चोदने के बाद अनिल मेरी मॉम के ऊपर ही लेट गया. इधर मैं अपनी सुमन डार्लिंग के होंठों को चूस रहा था.


मेरी मॉम कुतिया की तरह चुदी थीं.


अनिल बोल रहा था- आह शालिनी मेरी जान … कैसा लगा, बड़ी मस्त चुदती हो यार … मजा आ गया. मेरी मॉम बोलीं- हां मुझे भी बहुत अच्छा लगा. इधर मैंने भी होंठों को चूसकर सुमन डार्लिंग को कुतिया बना दिया और पीछे से अपना लंड चूत में डाल दिया.


फिर हुई चूत की जोरदार चुदाई. सुमन आंटी भी मस्त होकर चुदवा रही थीं.


मैं अपना लंड धीरे धीरे सुमन आंटी की चूत में डाल रहा था. सुमन आंटी भी मस्ती भरी आवाजें निकाल रही थीं.


उधर अनिल ने भी मेरी मॉम को अपने ऊपर लिटा लिया था और वो मेरी मॉम की चौड़ी गांड को सहला रहा था. इधर मैं भी सुमन आंटी की चूत का भोसड़ा बना रहा था.


अभी सुमन आंटी की उम्र भी कम ही थी. सुमन आंटी चुदवाने के समय इतनी मादक आवाज निकाल रही थीं कि मेरे लंड की गर्मी बढ़ती ही जा रही थी.


इसी जोश के कारण हम दोनों साथ में झड़ गए. मैं भी सुमन आंटी के ऊपर ही ढेर हो गया.


कुछ देर बाद मैंने सुमन आंटी को अपने ऊपर लिटा लिया. मैं उन्हें चूमते हुए बोला- सुमन डार्लिंग मजा आया? वो हंस कर चूमती हुई बोलीं- हां यार, तुम मस्त चोदते हो.


मैं सुमन आंटी की गांड को अभी भी सहला रहा था. उधर अनिल भी मेरी मॉम की पीठ को सहला रहा था.


अनिल बोला- यार अंकित, शालिनी को एक साथ दोनों तरफ से पेला जाए. तब मॉम बोलीं- पेलना हो तो एक दो बार और पेल लो, लेकिन एक साथ नहीं.


मैं बोला- क्या हुआ मेरी छिनाल मम्मी को, दो लंड एक साथ लेने में क्या दिक्कत है? इस पर मेरी मॉम कुछ नहीं बोलीं.


अब मैं अनिल से बोला- बोल किसमें लंड डालोगे? वो बोला- तेरी मॉम की गांड में!


मैंने कहा- ठीक है. सुमन आंटी बोलीं- फिर मेरा क्या होगा?


अनिल बोला- जब शालिनी आंटी की चुदाई होगी, तब आपको नाचना होगा. वो हंसने लगीं.


अनिल ने मेरी मॉम से बोला- चल भैन की लौड़ी साली बुरचोदी … अपनी गांड चौड़ी करके मेरे लंड पर बैठ जा. मेरी मॉम बोलीं- लगता है, आज मेरी जान लेकर ही मानोगे.


अनिल बोला- शालिनी मेरी जान, आज तुम्हारी चूत और गांड की खुदाई एक साथ होगी. अब अनिल के मोटे लंड पर मेरी मॉम अपनी चौड़ी चिकनी गांड को फैलाकर बैठ गईं.


अनिल ने हल्का सा धक्का मारा तो मेरी मॉम की गांड में अनिल का लंड का टोपा जैसे ही घुसा, मॉम के मुँह से हल्की सी चीख निकल गयी.


ये चीख सुनकर अनिल को और जोश आ गया. फिर कुछ ही धक्कों में अनिल का पूरा लंड मॉम की गांड में घुस गया.


अनिल अच्छी तरह से मेरी मॉम की गांड मार रहा था.


फिर अनिल ने मॉम को अपने ऊपर हल्के से झुकाया और इस प्रकार सैट किया कि आगे से चूत में भी लंड डाला जा सके.


अनिल मुझसे बोला- चल आ जा अंकित, अब तुम भी अपना लंड अपनी मॉम की चूत में पेल डालो.


मैंने भी मॉम की चूत को फैलाया और एक जोरदार झटके से अपना लंड चूत में पेल दिया.


मेरी मॉम की बुरी हालत हो गई.


मॉम के दोनों छेदों में दो लंड घुस गए थे. वो बुरी तरह से छटपटाने लगीं और कराहने लगीं.


हम दोनों दोस्त उनकी चुत और गांड को पेलने लगे.


मॉम की मादक आवाज सुनकर बहुत ही मजा आ रहा था. मेरी मॉम पसीने पसीने हो गयी थीं.


ऊपर से मैं आहिस्ता आहिस्ता मॉम को पेल रहा था और नीचे से अनिल भी धक्के लगा रहा था.


कुछ देर बाद मेरी मॉम को भी मजा आने लगा. उधर सुमन आंटी ये सब देख मजे ले रही थीं.


तब अनिल उनसे बोला- चल साली अब तू डांस कर … थोड़ी देर बाद तेरा भी यही हाल होगा.


सुमन आंटी नंगे बदन नाचने लगीं, उनकी चूचियां मस्त हिल रही थीं.


इधर मेरी मॉम अपनी चौड़ी गांड और चूत की एक साथ सेवा करवा रही थीं.


मॉम कामुक हो गई थीं और चिल्ला रही थीं- आह मजा आ रहा है सालो फाड़ दो मेरी चूत और गांड को आह मेरे दोनों लौंडे कितना मस्त चोद रहे हैं.


मॉम गर्म होकर बहुत ही सेक्सी आवाजें निकालने लगी थीं.


कुछ देर की चुदाई में मेरी मॉम का रस निकल गया.


अनिल मेरी मॉम को ठोकर देते हुए बोला- शालिनी डार्लिंग, तेरी जैसी औरतों को मेरे लंड के नीचे ही होना चाहिए. आह तेरी जैसी रंडियां लंड लेने से घबराती नहीं हैं.


उस समय रूम एक रंडीखाना लग रहा था.


अब मेरा भी पानी निकलने वाला था तो मैं अपनी स्पीड बढ़ा कर मॉम की चूत को तेजी से पेलने लगा और उनकी चूत में ही पानी निकाल दिया.


जब मेरा पानी निकल गया तो अनिल ने मेरी मॉम को कुतिया बनाया और बोला- आह शालिनी रंडी … तेरी गांड को मारने के लिए मेरा लंड न जाने कब से तरस रहा था.


मेरी मॉम अपनी गांड हिलाती हुई बोलीं- आह साले, अब मेरी गांड पा गया है, तो जी भरके मेरी गांड मार साले.


ये सब सुमन आंटी देख रही थीं. अनिल मेरी मॉम की चौड़ी गांड को पेलने में लगा था.


कुछ मिनट बाद अनिल ने मॉम की गांड में अपना पानी गिरा दिया. वो दोनों थक कर गिर गए.


फिर कुछ पल बाद मेरी मॉम खड़ी हो गईं.


मॉम बोलीं- अब तुम दोनों ने अपनी तमन्ना पूरी कर ली या कुछ बाकी है?


हम दोनों थक गए थे. मैं बोला- हां हो गई कामना पूर्ति.


फिर मॉम बाथरूम में गईं और नहा कर नंगी ही बाहर आ गईं. वो कपड़े पहनने लगीं.


लेकिन अनिल की मॉम सुमन डार्लिंग अभी भी नंगी ही थीं.


अब तक हम दोनों के लंड फिर से गर्मा गए थे.


मैंने सुमन डार्लिंग को बेड पर लेटा लिया और उनकी एक एक चूची को मुँह में लेकर कर पीना शुरू कर दिया.


फिर मैंने आंटी के होंठों को चूसा.


मेरी मॉम मुझसे बोलीं- बेटा अब घर चलो. काफी देर हो गई है.


मैंने मॉम की बात मान ली और कपड़े पहन लिए.


अनिल मेरी मॉम से बोला- शालिनी आंटी, दुबारा फिर से सेवा का मौका दीजिएगा. मेरी मॉम हंस कर बोलीं- आज के लिए इतनी सेवा ही काफी है.


अनिल ने मेरी मॉम को गले लगाया और उनके होंठों को कुछ मिनट चूस कर रस पिया.


अब मेरी मॉम पैदल ही घर को चल दीं. दस मिनट बाद मैं भी घर चल दिया.


तब तक मॉम घर पहुंच चुकी थीं.


जब मैं घर पहुंचा तो मॉम अपने बेड पर लेटी थीं. तब तक चाची आ गईं और बोलीं- आप कहां गई थीं?


तब तक मैं अन्दर आकर बोला- अनिल के घर गए थे चाची … मॉम को आराम करने दीजिए. आज इनकी जबरदस्त चुदाई हुई है.


चाची हंस दीं. मैं उनसे बोला- आप चाय बना लाओ चाची.


कुछ मिनट बाद चाची चाय बना कर ले आईं. हम सभी ने साथ में चाय पी.


फिर मैंने मॉम से कहा- आज की चुदाई कैसी लगी? मॉम बोलीं- मजा आ गया.


चाची उनको देख कर मुस्कुरा दीं.


तो दोस्तो, आपको कैसी लगी मेरी ये लेस्बियन मॉम सेक्स कहानी, प्लीज़ ईमेल करके जरूर बताएं. [email protected]


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