दो पत्नियों ने पति की अदला बदली की

किरण मनोज

02-07-2023

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वाइफ हस्बैंड स्वैप स्टोरी में पढ़ें कि सेक्स में कुछ नया करने की चाह में एक पति पत्नी ने सेक्स ग्रुप सेक्स की योजना बनाई. वे एक दोस्त कपल के साथ घूमने गए. वहां क्या हुआ?


यह कहानी सुनें.


फ्रेंड्स, मेरा नाम किरण है और मुझे सेक्स स्टोरी पढ़ने का बहुत शौक है. मैंने और मेरे पति ने अन्तर्वासना की दोनों साइट्स की पिछली पूरी कहानियां पढ़ ली हैं और रोजाना नयी कहनियाँ पढ़ते हैं, विडियो देखते हैं.


हम दोनों ने ये पाया है कि इधर से ज्यादा मस्त सेक्स किसी अन्य साइट पर नहीं मिल सकता है. हालांकि कुछ लोग ऐसी कहानी डाल देते हैं जिसमें खूब मिर्च मसाला होता है. जिससे वो कहानी कुछ अजीब सी और फेक सी लगने लगती है.


मैंने कई बार अपनी सच्ची घटना को वाइफ हस्बैंड स्वैप स्टोरी के रूप में आप सबके लिए लिख कर डालने का मन बनाया. लेकिन हर बार कुछ न कुछ हिचक और संकोच के कारण डर गयी. मैं सोचने लगती थी कि कहीं कुछ ग़लत ना हो जाए.


फिर आज मैंने अपने पति से बात करके अपने जीवन की एक सच्ची घटना को लिखने का फ़ैसला कर लिया. मुझे कुछ दिन लगे उस कहानी को लिखने में … और आज वो सच मैं आपको सुना रही हूँ.


आप विश्वास करना कि मेरी कलम से लिखी हुई इस सेक्स कहानी का एक एक शब्द सच है.


मैं 35 साल की एक हाउसवाइफ हूँ और मेरी शादी माता-पिता की मर्जी से हुई थी.


मेरे पति रोहण एक इंजीनियर है और हमारे दो बच्चे भी हैं. हमारी लाइफ बहुत अच्छी चल रही है. मेरे पति की सेक्स में खूब रुचि है.


जब हमारी शादी हुई थी तो हम दोनों को जब भी समय मिलता था, हम खूब सेक्स करते थे. उसकी इस आदत के चलते मुझे भी सेक्स में खूब मज़ा आने लगा और मैं भी खूब एंजाय करती.


पहले तो मैं बहुत शर्माती थी, लेकिन धीरे धीरे हम दोनों खूब बातें करने लगे.


मेरे पति की प्राइवेट नौकरी की वजह से हम जयपुर, फिर पुणे, फिर हैदराबाद और फिर लखनऊ आ गए.


ऑफिस मैं इतना ज्यादा काम होता था कि मेरे पति बहुत थक जाते थे. लेकिन उन्होंने कभी भी मुझसे ऐसा नहीं कहा. तब भी मैं समझती थी क्योंकि वो काम की वजह से परेशान रहते थे और उन्हें तरो ताजा रखने के लिए और उनको शांत करने के लिए मैं रात को सेक्स कर लेती थी जिससे वे अपनी सारी थकान भूल जाते थे.


अपनी सेक्स इच्छा बढ़ाने के लिए हम लोग सेक्स स्टोरी पढ़ते थे, उसमें लिखे हुए पात्र मैं अपने आपको कल्पना करके सेक्स करने लगते थे … और हां एक से एक गंदी गालियां भी एक दूसरे को देते थे.


हम दोनों कभी कभी व्हिस्की भी पीते थे.


मेरे दोनों बच्चे नॉर्मल डिलीवरी से नहीं हुए थे तो मेरी चूत कसी हुई थी. शायद इसी वजह से मुझे देर तक चुदाई करने में असमर्थता होती थी.


चूत की कसावट के कारण मेरा स्खलन जल्दी हो जाता था इसलिए मैं रोहण को खुश करने के लिए उसके लौड़े को मुँह में लेकर खूब चूसती हूँ.


रोहण को भी अब मुख मैथुन में ही ज्यादा मज़ा आता है. वे थक कर आते थे तो मैं उसके मुरझाए हुए लौड़े को चूसकर ही उसमें जान डालती थी.


एक साल पहले की बात है. मेरे बच्चे मेरे पापा के घर 15 दिन के लिए गए थे.


उस दिन रोहण और मैंने शराब पी. जब खासा नशा हो गया तो एक गंदी स्टोरी पढ़ने लगे. वह स्टोरी थ्रीसम सेक्स की थी. हमारे दिमाग में नशे के चलते सेक्स चढ़ा हुआ था.


उस दिन कल्पना करके सेक्स करने का जोश सातवें आसमान पर था. मैंने रोहण को जॉनी सिन माना और उसने मुझे सनी लियोनी समझ कर चोदा. उस दिन हम दोनों ने लगभग सभी स्टाइल में सेक्स किया.


उसी दौरान अचानक से रोहण ने गंभीर होकर मुझसे पूछा- अगर हम भी ग्रुप सेक्स करें … तो तुम्हें कोई ऐतराज तो नहीं है? मैं एक बार तो शॉक हो गयी लेकिन सेक्स की चाहत की वजह से मैंने सोचा कि एक बार ये भी ट्राइ करना चाहिए.


मैं रोहण को जवाब देने की जगह चुप रही और हल्की सी मुस्कान बिखेर दी. रोहण मेरी मुस्कान से सब समझ गया.


फिर हमने बहुत से प्लान बनाए … लेकिन कुछ भी नहीं जमा. हमेशा यह डर सामने आ जाता था कि कहीं कोई हमारी जानकारी लेकर हमें बदनाम न कर दे.


फिर भी हम दोनों का मन बन चुका था कि ग्रुप सेक्स का मौका मिलते ही इसका मजा भी लेना है.


अभी दो महीने पहले रोहण की कंपनी की तरफ से पिकनिक अरेंज की गई. यह जिमकॉर्बेट वाइल्ड लाइफ में थी. उसमें सिर्फ कपल्स ही जाना स्वीकृत थे. उधर के एक रिज़ॉर्ट में करीब 30 से 35 रूम बुक थे.


शाम को जब कॉकटेल पार्टी हुई तो सब ने खूब एंजाय किया.


वहां पर रोहण का फ्रेंड सुनील और उसकी वाइफ मेघा मिली. हमारी खूब अच्छी दोस्ती हो गयी.


मैंने शॉर्ट्स और स्लीवलेस टी-शर्ट पहनी थी और मेघा ने मिडी पहनी थी. रात को दो बजे डिनर करके गप्पें मारते हुए हम सब एक ही रूम में इधर उधर सो गए क्योंकि नशा बहुत हो गया था.


सुबह करीब 5 बजे रोहण टॉयलेट के लिए उठा. उसने देखा कि मेघा की मिडी पूरी ऊपर हो चुकी थी और उसकी पैंटी से चूत दिख रही थी.


वह यह नजारा देख कर पागल हो गया. चूंकि सब गहरी नींद में थे, तो वह धीरे धीरे उसकी चूत चाटने लगा और अपना हथियार हिला करके झड़ने लगा. उसने अपना माल मेघा की पैंटी पर गिरा दिया और दूर जा कर सो गया.


बाद में एक एक करके सब जब उठे तो एक दूसरे को इस हालत में देख कर शर्मा गए और मन ही मन ग्रुप सेक्स की चाहत करने लगे. लेकिन किसी ने किसी को कुछ नहीं कहा.


उसी समय मेघा भी उठी थी तो उसे अपनी पैंटी में कुछ कुछ गीला सा लगा. उसे लगा कि उसकी चूत से सफेद रस स्खलित हुआ होगा लेकिन रोहण के खड़े लंड को देख कर उसको डाउट हो गया.


उसने मुझे सब बताया. तब मैंने कहा- जो हुआ, सो हुआ. जब तक बात पक्की न हो जाए, तब तक कुछ भी कहना ठीक नहीं है.


फिर रोहण की ग्रुप सेक्स की इच्छा को ध्यान मैं रख कर मैंने मेघा से कहा- यार देख, हमारे पास आज का दिन और है. ये बात कहीं और नहीं जाएगी अगर हम सब मिल कर खूब एंजाय कर लें मेरा मतलब ग्रुप में एंजाय … तो कैसा रहेगा?


मेघा ने पूछा- क्या तुम फोरसम की बात कर रही हो? तो मैंने कहा- हां.


क्योंकि वह भी एक बार ये सब करना चाहती थी तो उसने भी हां कर दी. वह बोली- रोहण और सुनील कैसे मानेंगे? मैंने कहा- दुनिया मैं ऐसा कोई मर्द नहीं है, जो दूसरी औरत को चोदना ना चाहे.


बस फिर क्या था … मेघा ने भी बताया कि वह और सुनील भी ग्रुप सेक्स की बातें करके चुदाई करते हैं, सुनील उसकी चूचियां चूसता है और चूत चूसता है.


उसने बताया कि उसके पास डिल्डो भी था, वो दोनों खूब चूत और गांड मैं मज़ा करते हैं. ये सब सुनकर मैंने कहा- रोहण को भी फोरप्ले में मज़ा आता है और वह 69 पोजीशन का तो दीवाना है.


ऐसी बातें करके मेघा और मेरे अन्दर कामोत्तेजना बढ़ गई और हम दोनों एक दूसरे से ये पूछने लगे कि क्या क्या कैसे कैसे करते हैं.


मेघा अपने पड़ोसी समीर के साथ सेक्स के बारे में सोच कर बाईब्रेटर से चूत रगड़ती थी. सुनील हर बार कुछ ना कुछ नए स्टाइल में सेक्स करता था लेकिन उसका लंड 4 इंच का ही था और उसे अपना लंड चुसवाने में बहुत मज़ा आता था.


और मेघा भी उसका पूरा ख्याल रखती थी, रोज रात को सोने से पहले वो सुनील का लंड चूसती थी और अपनी चूत में चॉकलेट डलवा कर सुनील से अपनी चूत चुसवाती थी.


मेघा बोली- सुनील जब चोदता है, तब अपने चरमसुख को पाने के लिए वो मुझसे अपने टट्टों को रगड़वाता है और लौड़े की मुठ मारता है. जिस वक्त वो झड़ने को होता है तो अपना लौड़ा मेरे मुँह में देकर मुझे अपनी रबड़ी खिला देता है.


उसकी ये बातें सुनकर मेरी चूत में चींटियां रेंगने लगी थीं. अब मेघा भी मुझसे मेरे और रोहण की चुदाई के समय होने वाली घटनाओं के बारे में बताने की ज़िद करने लगी.


मैंने भी बताया कि मैं रोहण को बहुत प्यार करती हूँ. उसका लंड 7 इंच का है और वो मेरी गांड में जैली लगा कर गांड में लंड पेलता है. हम दोनों खूब वाइन पीते हैं और नशे में एक दूसरे को गाली देते हैं. ग्रुप सेक्स की कल्पना करके फोरप्ले करते हैं. फिर जब वो झड़ता है, तो उसके माल में मैं एलोवेरा मिक्स करके अपने मुखड़े पर लगाती हूँ.


मेरी बात सुन कर मेघा रोमांचित हो उठी और मुझे किस करके बोली- तेरी मेरी दोस्ती लाइफ टाइम के लिए पक्की! अब हम दोनों ने तय किया कि किसी को कुछ नहीं बताएंगे.


फिर दोपहर से ही हमने शराब पीनी शुरू कर दी. रोहण और सुनील को समझ नहीं आया कि उनकी बीवियों को ये क्या हो गया.


लेकिन उनको भी हवस थी इसलिए वो भी हमारे साथ आ गए और खूब साथ देने लगे थे.


शाम 6 बजे स्विमिंग पूल में हम सब उतरे. वे दोनों केवल अंडरवियर में थे और मैं व मेघा सिंगल पीस कॉस्ट्यूम में बिना पैंटी के थीं.


यह देख कर वो दोनों पागल हो गए और स्विमिंग करने के बाद हम सब बोनफायर वाली जगह पर ऐसे ही बैठ गए और सिगरेट पीने लगे. अब हम सब वासना के नशे में पागल हो गए थे और चुदाई के लिए मचलने लगे. हमारे बीच गंदे सेक्स वाले जोक्स चलने लगे थे.


सबका मूड बन गया था तो मैंने कमरे में चलने के लिए कहा.


सब लोग जल्दी से रूम में आ गए. हम चारों एक साथ ही बेड पर बैठ गए.


सुनील बोला- किरण भाभी आपके कपड़े गीले हो गए हैं, उतार दो! उसकी नीयत मुझ पर खराब हो गई थी और मैं भी इसी पल का इंतज़ार कर रही थी कि कब खेल शुरू हो.


मैंने भी बोला- भैया, आप भी उतार दो ना … क्या मैं ही गीली हुई हूँ आप भी तो हुए हैं. माहौल गर्म था.


तो रोहण ने भी कहा- हां सब लोग अपने कपड़े उतार दो. उसने ये कह कर अपना अंडरवियर नीचे कर दिया और नशे में होने का ड्रामा करके आंखें बंद कर ली.


उसका 7 इंच का खड़ा लंड देख कर मेघा भी पागल हो गयी. वह सुनील से बोली- तुम भी उतार कर रिलॅक्स हो जाओ.


सुनील अब तक सब समझ चुका था; उसने फटाफट अपना अंडरवियर उतार दिया और बेड पर ही लेट जाने का नाटक करने लगा.


इधर मैंने मेघा को आंख मारी और हम दोनों ने भी अपने कॉस्ट्यूम उतार दिए.


पूरी नंगी होकर हम दोनों उसी बेड पर जाकर दोनों मर्दों के साथ लेट गईं. हम चारों के मन में हवस चरम पर थी.


तभी सुनील का हाथ रोहण के तने हुए लंड पर गया और रोहण का सुनील के लंड पर. इधर मैं और मेघा अपनी अपनी चूत फैलाए हुए आंख बंद करके सेक्स की आग में जल रही थीं कि कब खेल शुरू होगा.


तभी रोहण उठा और मेघा की चूत पर जीभ रख कर बोला- किरण भैनचोद तेरी चूत बहुत मीठी है. सुनील को भी सहन नहीं हुआ, वह भी मेरी चूत को चाटने लगा और बोला- मेघा भोसड़ी वाली, तेरी चूत का सारा पानी मैं पी जाऊंगा.


बस अब क्या था. वो दोनों मर्द एक दूसरे की बीवियों की चूत चाटते हुए खूब गाली दे रहे थे.


‘तू रंडी है … रंडी की छूट मैं कुत्ते का लंड.’ ‘मां की लवड़ी छिनाल साली, आज दूसरे मर्द का लंड खाएगी.’


ये सब सुनकर मैंने बोला- चूस चूस रंडवे कुत्ते साले … भोसड़ी वाले तुझे तो सर के बल अपनी चूत में घुसा लूँगी … भैन के लंड चूस … मादरचोद आह. मेघा भी गाली देती हुई बोली- इस सुनील भोसड़ी वाले को तू अपनी गांड चटा दे कुतिया और इसको अपनी चूत की सुसू भी पिला दे.


इतना सुनते ही मैं और मेघा अपनी चूत चटवाती हुई एक दूसरे के पति से लग गईं और जल्दी ही झड़ गईं. कसम से आज पहली बार इतनी मस्ती चढ़ी थी.


सुनील ने मेरा और रोहण ने मेघा की चूत का सारा पानी पी लिया था.


हम दोनों तो थक कर लेट गए थे, ये दोनों कुत्तों की तरह जीभ बाहर निकाले हुए हमारी चूचियां चाट रहे थे.


जब हम दोनों की तरफ से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला तो रोहण और सुनील ने कुछ इशारा किया और 69 पोज़िशन में आ गए. वे दोनों हम दोनों को हैरान करते हुए एक दूसरे का लंड चूसने लगे.


मैंने कभी ये सीन को लेकर सोचा भी नहीं था. उन दोनों को ऐसा करते देख कर मैं फिर से उत्तेजित हो गयी.


मैं मेघा को किस करने लगी. मेघा भी गर्मा गयी. अब इधर हम दोनों 69 में आ गईं.


मैं आपको एक एक बात सच बोल रही हूँ कि ऐसे सेक्स का माहौल और दृश्य एकदम अनोखा था. वे दोनों कुछ ही मिनट में ही झड़ गए और इधर हमारा भी मन शांत हो गया.


अब सब रिलॅक्स होकर ऐसे ही न्यूड पड़े रहे और आपस मैं बात करते रहे. हम सबने खूब एंजाय किया.


अब डिसाइड हुआ कि शाम की पार्टी में नदी किनारे चलते हैं और आने के बाद फिर धूम मचा कर ग्रुप सेक्स करेंगे. रात को 9 से 11 बजे तक डांस कर करके और व्हिस्की पीकर हम सब टल्ली हो गए.


फिर से हम चारों मेघा के रूम में जाकर बैठ गए.


हमारी नजरें एक दूसरे से मिलीं और फ़ौरन सबने कपड़े उतार दिए.


मैं सुनील से लिपट गई और मेघा रोहण से. कभी मैं सुनील को छोड़कर रोहण से लिपटती तो कभी वापस सुनील से.


ऐसे ही मेघा कर रही थी. बस फिर क्या था … सेक्स का एक नया अंदाज शुरू हुआ.


मेघा अपने घुटनों के बल बैठ गई और रोहण के खड़े लंड के टट्टे चूसने लगी. इधर मैं सुनील के टट्टे चूसने लगी.


उधर सुनील मेघा की चूचियां दबा रहा था और रोहण मेरे दूध मसल रहा था.


जब मेघा से रुका नहीं गया तो वह अपने बैग से डिल्डो निकाल लाई.


उसने वो रोहण की गांड में डाल दिया तो रोहण एकदम से चीख पड़ा- उई भोसड़ी वाली भैनचोदी कुतिया ने फ़ाड़ डाली मेरी गांड … हरामजादी रुक जा … अब मैं तेरी भी गांड फाड़ दूँगा.


मेघा रुकी ही नहीं, वह मेरी तरफ देख कर आंख दबाती हुई अपने डिल्डो का बाईब्रेटर ऑन करके रोहण की गांड में डिल्डो चलाने लगी.


कुछ ही देर में रोहण ने डिल्डो से मजा लेना शुरू कर दिया और उसने अपनी गांड मरवाने का फुल मज़ा लिया.


यह देखकर सुनील ने अपना लंड मेरी गांड में घुसाना चाहा लेकिन वो नहीं घुसा.


आखिर में उसने अपने लंड को मेरे मुँह में डाल दिया.


उसके बाद मेघा ने एक बार रोहण का लंड अपनी चूत में लेना शुरू किया और एक बार सुनील का. ऐसे ही मैं भी कर रही थी.


हम दोनों अपनी अपनी चूत में बदल बदल कर लंड ले रही थी … बहुत मज़ा आ रहा था.


एक बात बता दूँ कि हम लोगों के पास ना तो कंडोम था और ना ही हमें कंडोम लगा कर चुदाई का मज़ा आता था. इसलिए हम ऐसे ही बिना कंडोम के चुदाई का पूरा मज़ा ले रहे थे.


एक साथ एक ही रूम में खूब मस्ती चलने लगी. जब मन किया, तब चुदाई चालू कर दी.


सुनील बोला- यार, मेरी एक तमन्ना थी कि मेरी बीवी मेरे सामने किसी और से चुदे और आज वो इच्छा पूरी हो गई. तभी रोहण भी यही कहा- हां यार, मेरी भी अदला बदली की विश थी, जो आज पूरी हो गयी.


फिर फाइनली सुनील मेरे ऊपर आया और मेघा के ऊपर रोहण चढ़ गया. कुछ ही झटकों में उन दोनों ने अपना सारा माल हमारे अन्दर ही निकाल दिया.


वाइफ हस्बैंड स्वैप के बाद पूरी रात हम सब ऐसे ही नंगे पड़े रहे और सो गए. फिर सुबह उठ कर हम लोग ब्रेकफास्ट करके लखनऊ के लिए चल दिए और ऐसी ट्रिप फ्यूचर में एक बार फिर से प्लान करने की बात करके अपने घर आ गए.


बारह दिन के बाद मेरे पीरियड आने वाले थे लेकिन नहीं आए. तभी मैंने मेघा को फोन किया. उसको भी यही चिंता थी.


हम दोनों ने प्रेग्नेन्सी टेस्ट करवाया जो पॉज़िटिव आया.


अब तो बस होश उड़ गए. हम लोग उसी शाम को मिले और डिसाइड किया कि हम लोग ये बच्चा रखेंगे. यह हमारे प्यार की निशानी है. रोहण और सुनील की कामनाओं का तोहफा है.


मैंने जो भी लिखा, ये सच में हुआ और आज सुनील से पैदा हुआ बेटा मेरे पास है और रोहण के वीर्य से पैदा हुआ बेटा मेघा पाल रही है.


यह इतनी ज्यादा गंभीर बात थी जिस वजह से मैंने और रोहण ने इसे लिखने से पहले बहुत बार सोचा था.


ये सत्य घटना है, मुझे उम्मीद है कि आपको ये वाइफ हस्बैंड स्वैप स्टोरी ज़रूर अच्छी लगी होगी. आपको हमारे इस रिश्ते पर क्या कहना है, प्लीज कमेंट्स से बताएं. [email protected]


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