बाजू वाले ऑफिस की लड़की की चुदाई

सुरजीत माथुर

28-12-2023

84,134

सेक्सी नंगी लड़की की चुदाई का मजा लिया मैंने बारिश वाले दिन अपने ऑफिस में! वह लड़की भीग गयी थी और मेरे ऑफिस में रुक गयी थी.


मित्रो, मेरा नाम सुनील है. मैं 22 साल का हूँ और दिल्ली का रहने वाला हूँ.


कैसे हैं आप सब … मैं आशा करता हूँ कि आप सब अच्छे ही होंगे.


आज मैं अपने ऑफिस के बाजू वाले ऑफिस की सेक्सी नंगी लड़की की चुदाई कहानी सुना रहा हूँ. उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को पसंद आएगी.


यह बात कुछ 3 साल पहले की है. तब मैंने इस ऑफिस को नया नया ही जॉइन किया था.


इस ऑफिस में मेरी जॉब सुबह से सबसे पहले ऑफिस आकर उसकी सफाई आदि करना था.


वह सर्दी का मौसम था. मैं सुबह जल्दी उठकर ऑफिस गया.


उस वक्त यही कोई सुबह के 9.30 बजे थे. मैंने रोज की तरह अपना ऑफिस खोला और अपने काम में लग गया.


मेरे सामने वाले ऑफिस में मेरा दोस्त जॉब करता था तो उसने सफाई करने के बाद अपनी बाल्टी का पानी ऑफिस की गैलरी में डाल दिया.


उसके बाद वह सारा पानी सभी के ऑफिस में दरवाजों पर आ गया. उतने में उसी के ऑफिस की एक लड़की आई और मेरे ऑफिस में आकर मुझे डांटने लगी. जबकि मैंने कुछ किया ही नहीं था.


उस लड़की ने मुझे डाँटने के बाद मेरे ऑफिस में मेरी कंप्लेंट कर दी कि मैंने पानी से भारी बाल्टी फेंकी है. उसके बेवजह डांटने से मैं भी बहुत गुस्से में था.


मैंने अपने ऑफिस में अपने से ऊपर के अधिकारी से कहा- सर, यह काम मैंने नहीं किया है. लेकिन उस लड़की ने मानने से बिल्कुल मना कर दिया.


वह लड़की बड़बड़ करती हुई अपने ऑफिस में चली गई.


कुछ समय बाद मेरे दोस्त ने उस लड़की से बोला होगा कि वह पानी उसने फेंका है. तब जाकर उस लड़की ने अपनी ग़लती मानी. लेकिन तब तक तो तीर कमान से निकल ही चुका था.


मेरी जो बेइज्जती हुई थी, मैं उसी बारे में बार बार सोच रहा था.


तभी मेरे बॉस ने मुझे किसी काम से बाहर भेजा. उसी समय वह लड़की भी अपने ऑफिस से निकल रही थी.


उसकी और मेरी टक्कर हो गई.


उसने मुझे सॉरी कहा- ग़लती से टक्कर लग गई. मैं कुछ नहीं बोला और चला गया.


जब मैं बाहर से वापस आया तो वह गैलरी में ही खड़ी थी. उसने मुझसे फिर से माफी मांगी.


मैंने उससे कहा- बार बार माफी क्यों मांग रही हो आप? तो उसने बोला- सुबह भी आपकी कोई ग़लती नहीं थी लेकिन मैंने फिर भी आपको बुरा भला कहा और आपकी शिकायत भी की.


मैंने कहा- कोई बात नहीं, आपको अपनी गलती का अहसास हो गया, यही बहुत है.


उसके बाद हम दोनों अच्छे दोस्तों की तरह घुल-मिल कर रहने लगे.


तीन दिन बाद की बात है, शाम को बहुत तेज़ बारिश हो रही थी. घर जाने का समय हो गया था.


उस लड़की को घर भी जाना था. मैंने उससे कहा- मैं तुमको घर छोड़ देता हूँ. लेकिन उसने मना कर दिया.


फिर बहुत देर इंतजार करने बाद मैं अपना ऑफिस बंद करके बाहर आया, तो देखा कि वह अभी भी वहीं खड़ी थी.


मैंने उससे फिर से कहा- चलो न मैं तुमको तुम्हारे घर छोड़ देता हूँ.


बहुत बार मना करने के बाद उसने मेरी बात मान ली और हां बोल दी. उसने कहा- ओके, तुम मुझे घर छोड़ दो.


चूंकि बारिश बहुत तेज़ थी और रोड पर ट्रॅफिक जाम भी बहुत था. जिस जगह पर हम दोनों का ऑफिस था, वहां तो सड़क पर पानी भर गया था.


मैंने उससे कहा- बारिश तो अभी भी बहुत तेज़ हो रही है. तुम अपने घर फोन करके बोल दो कि तुमको आने में देरी हो जाएगी. लेकिन उसने मना कर दिया और वह बारिश में ही आगे चली गई.


जैसा कि मैंने बताया कि बारिश तेज़ थी … तो वह पूरी तरह से भीग गई थी. सड़क पर पानी भरने और जाम लगा होने से वह भीगी हुई वापस आ गई.


उससे मैंने ऑफिस में रुकने को बोला कि जब तक बारिश नहीं रुकती, तब तक हम दोनों मेरे ऑफिस में इंतजार कर लेते हैं. मैंने अपना ऑफिस फिर से खोल दिया दिया और उससे बैठने को बोला.


बारिश अभी भी काफी तेज़ हो रही थी. मैं उसके लिए चाय लेने चला गया.


जब वापिस आया तो मैं भी भीग चुका था. जब मैं ऑफिस में अन्दर पहुंचा तो मैंने देखा कि वह पंखे के नीचे खड़ी होकर अपने बाल सुखा रही थी.


उस वक्त मैंने ध्यान दिया कि क्या बॉडी थी उसकी … फिगर 34-30-36 का. ऊपर पीले रंग की कुर्ती और नीचे सफेद रंग की लैगी.


उसकी कुर्ती भीग जाने से उसमें से उसकी ब्रा की लाइन साफ दिख रही थी. नीचे लैगी में से पैंटी की लाइन दिख रही थी.


पूछो मत यार … मेरे दिमाग़ में कैसे कैसे विचार आ रहे थे. बस लग रहा था कि अभी ही उसको यहीं बॉस की टेबल पर लेटा दूँ और चोद दूँ.


सच कह रहा हूँ कि मैंने उसको चोदने का पूरा मूड बना लिया था.


तभी उसने पलट कर मुझे देखा और बोली- तुम कहां चले गए थे? मैंने कहा- मैं चाय लेने गया था.


उसने कहा- अरे यार चाय कौन पीता है बारिश के मौसम में! मैंने अचकचा कर बोला- तो क्या पीते हैं … कॉफी लेने जाऊं?


उसने धीमे से कहा- नहीं, कॉफी नहीं … वाइन मिल सकती है क्या? मैंने कहा- हां नीचे वाइन की दुकान तो है. तुम बता दो कौन सी लानी है, मैं अभी लेकर आ जाता हूँ.


उसने मुझसे वोदका लाने को बोला. साथ ही उसने मुझसे पूछा कि तुम्हारे बॉस तो नहीं आएंगे अभी?


मैंने मना कर दिया कि अब वह नहीं आएंगे.


उसने अपने पर्स में मुझे 500 रुपए निकाल कर दिए और बोली- जल्दी वापस आना और एक पैकेट सिगरेट व कुछ खाने के लिए भी लेते आना.


मैं जल्दी से नीचे गया और जल्दी से सारा सामान लेकर ऊपर ऑफिस में पहुंच गया. वहां जाकर देखा तो मेरे ऑफिस का शटर नीचे गिरा हुआ था मतलब अन्दर से शटर को गिरा कर बंद कर दिया गया था और लॉक भी नहीं लगाया गया था.


मैंने जैसे ही शटर ऊपर की, तो देखा कि उसने अपनी कुर्ती और लैगी उतार रखी थी. वह रेड कलर की ब्रा ओर ब्लैक पैंटी में बैठी थी.


उसे इस तरह से देख कर मेरे तो होश ही उड़ गए. उसने मुझसे कहा- जल्दी से शटर को नीचे कर दो. मैं बिना कपड़ों के हूँ तो कोई मुझे ऐसे देख ना ले.


मैंने शटर गिरा दी और उसे ही घूर रहा था. उसने मुझसे सिगरेट की डिब्बी और माचिस लेते हुए कहा- ऐसे क्या देख रहे हो … क्या तुमने कभी अपनी जीएफ को बिना कपड़ों के नहीं देखा?


मेरे मुँह से तो आवाज़ ही नहीं निकल रही थी. उसने अब तक सिगरेट जला ली थी और धुआं छोड़ती हुई फिर से पूछने लगी- चुप क्यों हो … क्या पहले कभी नंगी लड़की नहीं देखी?


मैंने सिगरेट के धुआं को बाहर निकालने वाला फ्रेशियर फैन चालू करते हुए जवाब दिया- मेरी कोई जीएफ ही नहीं है और मुझे तो अभी तक तुम्हारा नाम तक पता नहीं है. उसने हंसते हुए मुझे अपना नाम बताया- मेरा नाम अनाया है.


दोस्तो, उसका कसा हुआ जिस्म देख कर और वह भी बिना कपड़ों के, मेरा तो ठंड में भी पसीना निकल रहा था. उसने मुझे ग्लास लाने को बोला, तो मैंने उसको एक ग्लास दे दिया.


उसने पूछा- क्या तुम नहीं पियोगे? मैंने कहा- नहीं, मुझे बाइक चलानी पड़ेगी. मैं नहीं पियूंगा. क्योंकि बारिश की वजह से जाम भी बहुत लग रहा है और ऐसे में तो मेरा एक्सीडेंट हो जाएगा.


उसने कहा- कुछ नहीं होगा. तुम आज ऑफिस में ही क्यों नहीं रुक जाते? मैंने मना कर दिया.


अब उसने अपने गिलास को सिप करते हुए मेरे बारे में पूछा. मैंने उसको बताया कि मैं दिल्ली में अपने मॉम डैड के साथ रहता हूँ. आज घर में मॉम नहीं हैं, तो मेरा घर जाना जरूरी है.


उसने पूछा- तुम्हारे मॉम डैड बाहर गए हैं क्या? मैंने हां करते हुए कहा- डैड घर पर हैं और मॉम बाहर हैं.


मैंने कहा- पर तुमको कैसे पता कि वे लोग बाहर गए हैं? उसने मुझे बताया कि सुबह तुम अपनी मॉम से बात कर रहे थे कि कब तक आओगी. मुझे अकले रहने में दिक्कत हो रही है. तब मैंने सुना था और तभी मैंने तुमको बोला कि आज तुम ऑफिस में क्यों नहीं रुक जाते.


मैंने कहा- तुमको भी तो घर पर छोड़ कर आना है! उसने कहा- तुम मेरी टेंशन मत लो, अपनी ड्रिंक लो.


मैंने एक पैग उठा लिया. हालांकि मुझे वोदका पसंद नहीं है लेकिन बारिश का मौसम था और एक लड़की के साथ उसकी पसंद की दारू पीने में फिलहाल मुझे कोई गुरेज नहीं था.


मैंने अपने घर पर डैड को फोन करके बता दिया था कि हो सकता है कि मैं आज ऑफिस में ही रुक जाऊं.


फोन काटने के बाद अब मैंने तय कर लिया था कि मुझे रात को ऑफिस में ही रुकना है. बाहर कहीं जाना भी नहीं है तो मैं अनाया के साथ पैग पर पैग लगाता गया.


बहुत देर तक दारू पीने के बाद उसने मुझसे मेरी जीएफ के बारे में पूछा. तो मैंने साफ कह दिया कि बताया तो है कि मेरी कोई जीएफ नहीं है.


उसने सीधा ही बोल दिया- फिर तुम्हारी सेक्स लाइफ कैसे चल रही है?


मैंने भी नशे की हालत में बोल दिया- तुम हो ना देखने के लिए! उसने हंस कर कहा- मुझमें ऐसा क्या है? मैंने उसके दूध देखते हुए कहा- सब कुछ तो है तुम्हारे पास … इसी से मेरी सेक्स लाइफ मस्त चल रही है.


उसने कहा- बस मुझे देखने से लाइफ कट जाएगी तुम्हारी? मैंने कहा- ऊपर भगवान बैठे हैं. एक ना एक दिन तो वे भी सुन ही लेंगे.


उसने कहा- जरा सोचो … अगर मैं तुमको पूरी एक नाइट के लिए मिल जाऊं, तो तुम क्या करोगे? मैं सिगरेट का कश खींचते हुए बोला- ऐसा हो ही नहीं सकता कि तुम मुझे मिल जाओ!


उसने कहा- सोचने के पैसे नहीं लगते हैं. सोचो तो! मैंने उससे कहा- तुम मेरे बारे में ग़लत सोचने लगोगी!


उसने कहा- ऐसा कुछ नहीं है. अभी हम दोनों दोस्त हैं. दोस्ती में कोई अच्छा या बुरा नहीं होता. तुम बताओ के अगर मैं तुमको पूरी नाइट के लिए मिल जाऊं तो तुम क्या करोगे? मैंने उससे कहा- पहले किस से शुरू करूंगा और फिर तुम्हारे साथ सेक्स करूंगा.


वह बोली- और कुछ? मैंने बोला- बस.


वह बोली- बस तुमने कभी सोचा अगर तुम मुझे पूरी नाइट के लिए मिल गए तो मैं क्या करूंगी? मैंने बोला- नहीं.


तभी हमने अपना लास्ट पैग भी खत्म कर दिया. मैंने बोला- बताओ तुम मेरे साथ क्या करोगी?


उसने उठ कर मेरे होंठों में होंठ लगा दिए और मुझे किस करने लगी.


मैं हैरान रह गया कि ये क्या हो रहा है.


दस मिनट तक किस करने के बाद उसने मेरी शर्ट उतार दी और मेरी पैंट खोलने लगी.


जैसे ही उसने मेरा अंडरवियर उतारा, तो वह भी मेरे 6 इंच के लंबे और मोटे लंड को देखती रह गयी.


उसने कहा- कितना बड़ा है ये … क्या साइज़ है तुम्हारे लंड का? मैंने बोला- मुझे सही से नहीं पता, यही कोई 6 इंच का होगा.


उसने उसी टाइम मेरे लंड को अपने मुँह में रख लिया और चूसने लगी.


मेरे लंड को वह इस तरीके से चूस रही थी कि मुझे लगा कि मैं कहीं झड़ ना जाऊं.


कुछ मिनट तक मेरा चूसने के बाद वह बोली- कभी सेक्स किया है? मैंने मना कर दिया.


उसने मुझसे लेटने को बोला. मैं लेट गया.


उसने अपनी पैंटी उतार कर साइड में रख दी और मेरे ऊपर चढ़ गई. मेरे लंड को अपनी चूत में रगड़ने लगी. मेरा बुरा हाल हो रहा था.


बहुत देर बाद उस सेक्सी नंगी लड़की ने मेरे लंड को अपनी चूत की दरार में लेते हुए नीचे बैठ कर अन्दर लेना चाहा. मगर जैसे ही मेरे लंड ने उसकी चूत में जाने की कोशिश की, वैसे ही उसकी चीखने की आवाज़ आई.


उसने बोला- तुम कुछ मत करो, मैं अपने आप कर लूँगी. फिर धीरे से उसने अपनी चूत में मेरा लंड ले लिया.


भाई मैं तो ये सोच रहा था कि ये हो क्या रहा है. मेरी तो हालत इतनी खराब हो रही थी कि पूछो मत. लंड चूत में जाने के बाद मानो मेरे लंड में जान सी आ गई थी.


वह धीरे धीरे अपनी मस्ती के साथ मेरे लंड को ले रही थी. कुछ देर बाद मैंने उससे कहा- अब मुझे करना है तुम्हारे साथ!


उसने कहा- अभी भी तो तुम्हारे साथ ही कर रही हूँ. तुम्हें कैसे करना है. मैंने कहा- ऊपर आना है.


वह बोली- आ जाओ. वह मेरे लंड से उठ गई.


मैंने उठ कर एसी ऑन कर दिया. सर्दी का मौसम था उस वक्त एसी ऑन करके सेक्स करना एक अलग ही लग रहा था. वह ठंड से कंपकंपा रही थी.


उसी टाइम मैंने उसकी बॉस की टेबल पर उसे लेटा दिया और उसकी दोनों टांगों को फैला कर लंड पेल दिया. वह कराह उठी. मैंने अब उसको जो झटके दिए, उससे वह हिल उठी.


वह भी मस्ती में आ गई और बोली- और तेज़ पेलो … और तेज़! मैंने उसके बोलने पर झटके तेज़ कर दिए और दस मिनट बाद वह झड़ गई.


उसने मुझे अपने ऊपर से हटाया और बोली कि पानी मिलेगा पीने के लिए! मैंने उसको पानी दिया.


उसने कहा- बड़ा दम है तेरे अन्दर! अब वह नीचे ज़मीन पर लेट गई और मुझे खड़ा होने को बोला.


उसने मेरे लंड को अपने मुँह में लिया और फिर से चूसने लगी. कुछ ही देर बाद जैसे ही उसका मूड फिर से बना तो उसने कहा- मुझे टेबल पर नहीं … और कोई पोज़ सोचो.


मैंने उसको सोफ़ा पर घोड़ी बनने को बोला. वह राज़ी हो गई.


फिर करीब 10 मिनट बाद हम दोनों एक साथ खलास होने वाले थे, तो उसने मुझसे कहा कि चूत में माल मत झड़ाना! मैंने बोला- क्यों?


उस सेक्सी नंगी लड़की ने मुझसे कहा- मेरे मुँह में झड़ना. उसके एक मिनट बाद ही वह झड़ गई और उसी के साथ ही मैं भी झड़ने वाला था.


मैंने उससे कहा कि मैं झड़ने वाला हूँ. उसने झट से मेरे लंड को चूत से निकाला और अपने मुँह से चूसने लगी.


मैंने उसके मुँह में ही लंड झाड़ दिया. उसने मेरा सारा माल ऐसे पी लिया जैसे वह कोई क्रीम खा रही हो.


उसके बाद हम दोनों बहुत देर तक लेटे रहे और रात भर सेक्स करते रहे.


हमने रात को करीब 9 बजे सेक्स शुरू किया था और पता ही नहीं चला कि कब सुबह के 5 बज गए.


अब हम दोनों सो गए और दो घंटे बाद उठ कर खुद को ठीक करके बाहर आ गए.


अब जब भी उसका या मेरा मूड होता है, तो हम दोनों पहले से ही टाइम सैट कर लेते हैं. कभी होटल में, तो मेरे घर पर. कभी उसकी फ्रेंड के घर, कभी उसके घर पर सेक्स कर लेते हैं.


हम दोनों जब भी सेक्स करते हैं, पूरी रात चुदाई का मजा करते हैं.


एक दिन तो मज़ा ही आ गया था. उस दिन मैं उसकी फ्रेंड के यहां सेक्स करने गया था. तो वहां मूड बन गया और ड्रिंक करने के बाद मैंने थ्रीसम सेक्स किया.


वह सेक्स कहानी को मैं अगली बार में बताऊंगा. आप कमेंट्स करें और बताएं कि सेक्सी नंगी लड़की की चुदाई कहानी कैसी लगी. [email protected]


हिंदी सेक्स स्टोरीज

ऐसी ही कुछ और कहानियाँ