जिम वाली आंटी को बियर पिलाकर चोदा

नीरज कुमार 92

07-12-2022

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Xxx इंडियन आंटी सेक्स कहानी जिम में मिली एक आंटी की चूत चुदाई की है. वो जिम में एकदम कसी लेगिंग पहनती थी तो उनकी चूत की कैमल टो साफ़ दिखती थी.


दोस्तो, मैं काफी दिनों से सोच रहा था कि मैं भी अपने ऊपर बीती हुई सच्ची घटना लिख कर आपके साथ साझा करूं. काफी हिम्मत के बाद मैं अपनी सेक्स कहानी को लिख रहा हूँ. मैं आशा करता हूँ कि आपको ये Xxx इंडियन आंटी सेक्स कहानी पसंद आएगी.


मेरा नाम नीरज है और मैं हरियाणा के गुरुग्राम से हूँ. मेरी उम्र 25 साल है और हाइट 5 फुट 11 इंच है. जिम जाने की वजह से मेरी बॉडी भी काफी अच्छी है.


मुझे सफाई बहुत पसंद है और मैं अपने लंड के आस पास का एरिया हमेशा झांट रहित रखता हूँ. हफ्ते में दो बार शेव करता हूँ. क्योंकि सफाई अच्छी हो तो सेक्स का मज़ा भी दोगुना हो जाता है.


मेरे लंड का साइज सामान्य से बड़ा है. ये काफी मोटा भी है और एकदम गोरा भी है. जबकि आमतौर पर भारतीय लंड काले होते हैं.


मुझे ज्यादातर अधिक उम्र वाली औरतों के साथ सेक्स करना पसंद है क्योंकि वो पूरी अनुभवी होती हैं और काफी समझदार भी. उनको बात को गोपनीय रखना भी पसंद होता है.


यह सेक्स कहानी जिम वाली पायल आंटी की है. उनकी उम्र 39 साल की है और फिगर 34-30-36 का है, जो मुझे बाद में पता चला था.


जिम में वो हमेशा टाइट कपड़े पहनती थीं, जिससे उनकी पैंटी की शेप साफ़ साफ़ दिखती थी. आंटी का पेट न के बराबर था.


जो भी उन्हें देखता था, तो उसका लंड खड़ा हो जाता था. आप आंटी की फिगर से अंदाजा लगा सकते है कि वो कैसी दिखती होंगी.


उनके 2 बच्चे भी हैं, जो हॉस्टल में पढ़ते हैं. उनके हस्बैंड की जॉब ट्रेवलिंग की है तो वो ज्यादातर टूर पर ही रहते हैं.


आप सब जानते ही होंगे कि गुरुग्राम एक ऐसे एरिया में आता है, जहां काफी धनाड्य वर्ग के लोग रहते हैं. यहां काफी जिम भी हैं.


ये घटना जिम से शुरू होकर होटल के बेडरूम में जाकर खत्म हुई थी.


बात आज से दो साल पहले उस समय की है जब मैंने जिम जाना शुरू किया था.


शुरू का एक महीना सामान्य निकला. शाम को पांच बजे जिम आना और छह बजे वापस आना.


मैं एक दिन शाम को देरी से जिम पहुंचा. उस दिन सात बज रहे थे, जिम में काफी भीड़ थी क्योंकि ऑफिस वाले भी ज्यादातर शाम को ही आते हैं.


मैंने जाकर पहले साइकिलिंग की, फिर थोड़ी देर बाद मेरे साथ वाली साइकिल पर एक लेडी आकर बैठ गयी.


वो काफी सुन्दर दिख रही थी और उसकी बॉडी भी काफी मेंटेन थी. मैंने साइकिल चलाते वक्त उसके डाइट चार्ट की तरफ देखने लगा जो उसके साइकिल के आगे की तरफ रखा था. उस चार्ट पर सबसे ऊपर उनका नाम पायल (बदला हुआ नाम) लिखा हुआ था.


तभी उन्होंने देखा कि मैं उनके चार्ट की तरफ देख रहा हूँ, तो उन्होंने मेरी तरफ देखा. ऐसे ही सामन्यत: हमारी नजरें एक दो बार मिलीं.


जिम करते वक्त भी एक दो बार हमारी नजर मिली. वो मुझे देखने लगी थीं.


फिर ऐसे ही कुछ ऐसा हुआ कि मैं दो हफ्ते तक उसी समय जाता रहा और उनके साथ मेरा ऐसा ही चलता रहा.


एक दिन मेरी किस्मत अच्छी थी. जैसे ही मैं जिम करके बाहर निकला तो मैंने देखा कि पायल आंटी अपनी गाड़ी के पास खड़ी थीं और कुछ परेशान सी लग रही थीं.


मैंने पास जाकर उनसे बात की- हैलो, मेरा नाम नीरज है. मैं भी इसी जिम में जिम करता हूँ. पायल- हैलो मेरा नाम पायल है, मुझे पता है कि आप भी यहीं जिम करते हो.


मैं- क्या हुआ आप कुछ परेशान सी लग रही हैं? पायल- हां यार, वो मेरी गाड़ी का टायर पंचर हो गया है और मुझे टायर चेंज करना भी नहीं आता.


मैं- कोई बात नहीं, मैं आपकी मदद कर देता हूँ. पायल- नहीं नहीं, मैंने अपने हस्बैंड को कॉल किया है. वो आधे घंटे में आ रहे हैं.


मैं- कोई नहीं, आप उन्हें मना कर दीजिए, मैं आपकी हेल्प कर देता हूँ. पायल- ओके, ठीक है. मैं- यहीं पास में पंचर वाला है. मैं उसे बुला कर लाता हूँ, आप परेशान मत हो.


मैं दस मिनट में उसे अपने साथ बैठा कर ले आया. फिर उसने 20 मिनट में पंचर लगाकर गाड़ी ओके कर दी. उसको पैसे देकर उसकी दुकान पर छोड़ आया. पायल आंटी मेरे इन्तजार में अभी भी वहीं खड़ी थीं, उन्होंने मुझे थैंक्स बोला.


मैंने कहा- अरे नहीं, ये कोई बड़ी बात बात नहीं, हेल्प सभी को करनी चाहिए. वो हल्की सी मुस्कुरा दीं.


मैं- अगर आप बुरा न मानो तो यहीं पास में बहुत अच्छी कॉफी मिलती है, पीने चलें? पायल आंटी हंस कर बोलीं- ओके चलो, आज तो वैसे भी जिम से घर जाने का टाइम भी काफी लेट हो गया है … और थोड़ा हो जाएगा तो क्या फर्क पड़ता है.


हम दोनों पायल की गाड़ी में बैठ कर कॉफ़ी पीने चले गए.


हमारे बीच काफी बातें हुईं. वो क्या करती हैं, उनके दो बच्चे हैं, हस्बैंड भी जॉब करते हैं. ये सब उन्होंने मुझे बताया.


मैंने भी अपने बारे में सब कुछ बताया. फिर हमने नंबर एक्सचेंज किए.


उस दिन मैं घर पर नौ बजे पहुंचा. खाना खाकर जैसे ही मैंने अपना फ़ोन चैक किया तो देखा पायल आंटी का मैसेज आया हुआ था कि पहुंच गए घर?


मैंने भी रिप्लाई कर दिया- हां बस अभी आया हूँ. फिर मैंने पूछा- और क्या चल रहा है. अंकल कहां हैं?


उन्होंने बताया कि वो ऑफिस के काम से अभी बाहर निकले हैं. परसों तक वापस आएंगे. मैंने तुमको बताया था न कि मेरे हस्बैंड का ट्रेवलिंग का काम ज्यादा है.


ऐसे ही बात चलती रही … और रात को हमारी बारह बजे तक बात हुई.


काफी दिनों तक हमारी नार्मल बातें होती रहीं. जिम में भी हम दोनों मिलते रहते थे.


अब हम काफी अच्छे से एक दूसरे को जान गए थे.


एक दिन हम दोनों ने साथ में कहीं घूमने जाने का प्लान बनाया और पायल आंटी ने भी ऑफिस से छुट्टी ले ली. उस दिन उन्होंने मुझे पिक किया और हम निकल गए.


जब हम वापिस आ रहे थे तो रास्ते में आंटी ने कहा- कुछ ड्रिंक करने का मन हो रहा है. मैंने हामी भर दी और हमने कुछ ड्रिंक और स्नैक्स ले लिए.


मैंने दो बियर और पायल आंटी ने एक कैन बियर पी ली. कार मैं चला रहा था.


आंटी ने कहा- मुझे और बियर पीनी है. एक में मजा कम आया. मैंने कहा- ओके अभी और ले लेते हैं.


कुछ दूर आगे एक बियर शॉप आई तो मैंने पूरी एक क्रेट ले ली. उसके बाद हम दोनों कार हाईवे पर साइड में पार्क करके बैठे रहे और ड्रिंक करते रहे.


पायल आंटी को चढ़ गयी थी और मुझे भी हल्का सा नशा हो रहा था क्योंकि अब तक हम दोनों 4-4 बियर गटक चुके थे और अंधेरा भी गहरा गया था. हमें घर पहुंचने में अभी दो घंटे और लगने वाले थे.


अब पायल आंटी थोड़ी ज्यादा ही खुल गयी थीं, वो मुझे टच करने लगी थीं. कभी वो मेरे हाथ को टच करतीं, तो कभी जांघ को.


मेरे मन में भी अब बेचैनी बढ़ गयी थी क्योंकि इतनी मस्त फिगर वाली और इतनी सुंदर माल साथ में हो, तो अच्छे अच्छों का मन बहक जाता है, मैं तो साधारण बीस साल का जवान लौंडा था.


पता नहीं मुझे उस वक्त क्या हुआ, मैंने एकदम से आंटी को अपनी तरफ खींचा और किस कर दिया. किस करने के बाद भी मैंने उनको अपने से दूर होने नहीं दिया.


पहले तो आंटी कसमसाईं मगर कुछ सेकण्ड्स के बाद वो भी मेरा साथ देने लगीं. उनके होंठ मेरे होंठों को जन्नती रस पिलाने लगे थे.


क्या बताऊं यार … इतने रसीले होंठ मैंने आज तक नहीं चूमे थे, मज़ा आ गया था. वो किस करते करते पागल सी हो गयी थीं.


हम दोनों थोड़ी देर बाद अलग हो गए. गाड़ी में बिल्कुल सन्नाटा था. हम एक दूसरे से नजर नहीं मिला रहे थे.


फिर मैंने गाड़ी स्टार्ट की और हम दोनों घर की तरफ चल दिए. दस मिनट बाद पायल आंटी ने कहा कि गाड़ी साइड में रोको.


मैं उस वक्त डर गया. मैं सोच रहा था कि अब क्या बोलेंगी.


मैंने जैसे ही गाड़ी साइड में रोकी, वो एकदम से मेरे ऊपर चढ़ कर बैठ गईं. हमारे चेहरे इतने पास थे कि मुझे उनकी तेज सांसें महसूस हो रही थीं.


वो किस करने लगीं. मैं भी उन्हें किस करने लगा. मैं चूमने के साथ उनकी चूची भी दबा रहा था. काफी भरी हुई और टाइट चूची थी.


वासना की वजह से उनकी चूचियां बिल्कुल टाइट हो चुकी थीं. दस मिनट तक वो मेरे ऊपर ही बैठी रहीं और किस करती रहीं.


मैं उनकी चूचियों से खेलता रहा. उनको भी मज़ा आ रहा था और मुझे भी.


अब वो साइड वाली सीट पर बैठ गईं और मेरी पैंट की चैन खोलने लगीं.


आंटी ने मेरे लौड़े को बाहर निकाल लिया और हाथ में लेकर बोलीं- बहुत मोटा लंड है. वो एकदम से मेरे लंड पर झुकी और मुँह में लंड लेकर चूसने लगीं.


मैं मस्त हो गया और आंटी का सर अपने लंड पर दबाते हुए उनके मुँह को चोदने लगा. कुछ ही मिनट बाद मेरा लंड झड़ गया और वो सारे माल को गटक गईं.


मैं- मज़ा आया? पायल आंटी- रूम होता तो और ज्यादा मजा आता.


हम दोनों ने उसी वक्त निर्णय ले लिया कि अगली बार हम होटल में मिलेंगे. क्योंकि वो भी मैरिड थीं, कहीं कोई जानने वाला देख न ले इसलिए हमने एक थ्री स्टार होटल में कमरा बुक करने का निर्णय लिया.


अगले दिन मैंने सुबह रूम बुक किया. उन्होंने भी लंच टाइम के बाद आने के लिए बोला. मैं भी 12 बजे पहुंच कर सब फॉर्मलिटीज पूरी करके अपने बैग में कुछ बियर कैन लेकर रूम में पहुंच गया क्योंकि वो होटल वाले मेरे ब्रांड की बोतल नहीं देते थे.


मैंने जो रूम बुक किया था, उसमें बाथरूम बहुत सुन्दर था और बड़ा भी था. पायल आंटी का फ़ोन आया कि वो एक घंटे में पहुंच जाएंगी.


फिर मैंने शॉवर लिया और 2 कैन के साथ कुछ स्नैक्स गटक लिए.


थोड़ी देर में आंटी आ गईं. क्या कांटा माल लग रही थीं. बिल्कुल टाइट जींस और वाइट कलर की शर्ट पहनी थी. उनकी चुस्त शर्ट में से चूचियों का आकार बिल्कुल साफ़ नजर आ रहा था, एकदम उठी हुई चूचियां बड़ी ही कातिलाना नजर आ रही थीं.


मेरा बाबूलाल तो उन्हें देखकर ही खड़ा हो गया और सलामी देने लगा.


मुझे ऐसा लग रहा था कि अभी पकड़ कर चोद दूँ. फिर मैंने सोचा कि आज तो ये अपना ही माल बन कर आई हैं, आंटी को आराम से चोदूँगा.


वो फ्रेश होने वाशरूम में चली गईं. जब वो बाहर आईं तो मस्त क्या लग रही थीं.


आंटी टू पीस में बाहर आई थीं. खुले बाल, लाल रंग की पैंटी और जरा सी ब्रा में थी. एकदम मक्खन जैसा रंग. मैंने आज तक ऐसा फिगर सिर्फ फिल्मों में देखा था.


आज वो मेरे सामने आधी नंगी खड़ी थीं. मेरे लिए ये एक सपना जैसा था.


फिर हमने बियर पीना शुरू किया. उसने जल्दी जल्दी दो कैन खाली कर दी थीं. मैंने आंटी को पकड़ कर किस करना चालू कर दिया.


वो भी बहुत अच्छे से साथ दे रही थीं. आज मैं सातवें आसमान पर था.


मैंने आंटी को बेड पर पटका और उनकी चूचियों पर किस करने लगा, निप्पल को हल्का का काटने लगा. उससे वो और भी उत्तेजित हो गईं. मैं कभी गर्दन पर, कभी गालों पर किस करने लगा.


धीरे धीरे मैं नीचे सरका और आंटी के पेट पर किस करने लगा. उन्होंने पेट को उठा लिया और मेरे सिर को पकड़ कर अपने पेट पर दबाने लगीं.


मैंने आंटी से कहा कि पहले राउंड में मुझे करने दो, जो मैं कर रहा हूँ. सेकंड राउंड में आप जैसा बोलोगी, वैसे करेंगे.


वो मुस्कुराने लगीं. फिर मैं धीरे धीरे नीचे की तरफ गया और दांतों से पकड़ कर उनकी पैंटी को खींच कर उनके बदन से दूर कर दिया.


आंटी की चूत बिल्कुल साफ़ थी और गोरी थी. फांकों के अन्दर से बिल्कुल लाल. पहले मैंने आंटी की चूत में उंगली डाली, तो उनकी सांसें बहुत तेज चलने लगी थीं.


मैं चूत में उंगली अन्दर बाहर करता रहा, फिर चूत चाटना शुरू किया. आंटी ने बोला- आह मजा आ गया जान. आज पहली बार मेरी चूत कोई चाट रहा है. मेरा मन तो बहुत करता था पर मेरा पति चूत नहीं चाटता था.


मैं पायल आंटी की नमकीन चूत चाटता रहा. उनको बहुत मज़ा आ रहा था, वो मुँह से सिसकारियां भर रही थीं.


कमरे में उनकी मादक आवाजों की आवाज आ रही थी.


जीभ अन्दर बाहर करते करते उन्होंने चूत से दो बार पानी छोड़ दिया था.


मैं आंटी की चूत का पूरा पानी पी गया और उनको फिर से गर्म कर दिया. उन्होंने कहा- अब मैं ऊपर आती हूँ.


वो मेरे ऊपर आकर लौड़े को हाथ में लेकर चूत पर सैट करके एकदम से बैठ गईं और पूरा लौड़ा झटके से आंटी की चूत में समा गया.


एकदम से लंड चूत में जाते ही उनकी चीख निकल गयी और मुँह पूरा खुला रह गया. वो इंडियन आंटी सेक्स का मजा लेती हुई बोलीं- आंह … इतना बड़ा तो मेरे पति का भी नहीं है. एकदम से लिया तो दर्द होने लगा. मेरी चूत चिर सी गई.


मैंने कहा- अब आदत पड़ जाएगी. वो हंस दीं.


थोड़ी देर बाद उन्होंने उछलना शुरू किया, उनको मज़ा आने लगा.


कुछ देर बाद हमने पोजीशन चेंज की, मैंने उन्हें अपने नीचे आने को कहा.


आंटी के नीचे आते ही मैंने लौड़ा उनकी चूत में फिर से घुसा दिया. उनकी एक चुची को मुँह में लेकर चूसते हुए चोदने लगा, एक हाथ से दूसरी चूची को दबाता रहा.


इस तरह से हम दोनों ने 5-6 बार पोजीशन चेंज की.


Xxx इंडियन आंटी इतनी देर में झड़ चुकी थीं. मैंने बोला- मेरा होने वाला है. उन्होंने कहा- अन्दर मत करना, बाहर करना.


जैसे ही मेरा स्खलन होने वाला था, मैंने कहा, तो उन्होंने एकदम से चूत में से निकाल कर लौड़े को मुँह ले लिया और मेरा पूरा वीर्य पी गईं. फिर हम ऐसे ही नंगे एक दूसरे से लिपट कर लेटे रहे.


हमने पहले राउंड के बाद एक साथ शॉवर लिया. फिर 2-2 कैन बियर और पी लीं. बियर पीने के बाद खाना खाया.


तब तक रात के 10 बज गए थे. आंटी को घर जाने में लेट हो रहा था. उनकी सास के काफी बार फ़ोन भी आ चुके थे. वो फोन नहीं उठा रही थीं.


चूंकि उनके हस्बैंड आउट ऑफ़ स्टेशन थे, इसलिए वो आज पूरा मजा ले लेना चाह रही थीं. मेरा भी मन कर रहा था कि एक बार और चोद दूँ, पर आंटी को देर हो रही थी.


वो कपड़े पहन कर जाने लगीं. मैंने जाते वक्त उन्हें पकड़ लिया और एक जोरदार किस किया.


वो भी मुझे छोड़ना नहीं चाह रही थीं मगर मजबूरी थी.


उसके बाद हम दोनों हमेशा ही होटल में ही मिलने लगे थे. उन्हें मेरे लंड से प्यार हो गया था.


दोस्तो, आपको ये Xxx इंडियन आंटी सेक्स कहानी पसंद आई होगी. मुझे मेल कीजिएगा. मैं अपनी कुछ सच्ची सेक्स कहानी और भी लिखूंगा. [email protected]


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