लॉकडाउन में मामा की लड़की का कुंवारापन छीन लिया

आदित्य तिवारी

06-01-2024

99,219

कजिन क्यूट सेक्स कहानी में मैंने 19 साल की मामा की बेटी को बड़े प्यार से चोदा उसी के घर में! मुझे मेरी क्यूट कजिन शुरू से ही पसंद थी. मौक़ा मिला तो मैंने उसे पटाकर चोदा.


नमस्कार मेरे प्रिय मित्रो, सभी को मेरा आदरपूर्वक नमस्कार.


मैं इस साइट पर बहुत समय से कई बेहतरीन और मनोरंजक कहानियां पढ़ता आ रहा हूँ. मगर कभी इतनी हिम्मत न हुई कि अपनी सेक्स कहानी को आप सभी के साथ साझा कर सकूं.


यह कजिन क्यूट सेक्स कहानी 2020 में लगे लॉकडाउन की है जो मेरे और मेरे मामा की लड़की के साथ घटित हुई थी. मैं आप सभी का प्रिय आदित्य तिवारी और मेरे मामा की लड़की शिवि दीक्षित है.


हम लोग कानपुर उत्तर प्रदेश के निवासी हैं.


मेरे मामा की लड़की मुझसे 3 साल छोटी है और जब ये घटना हुई, तब मैं 22 साल का था और वह 19 की हुई थी.


उस समय लॉकडाउन की वजह से घर में मेरा मन लग नहीं रहा था तो मैंने सोचा कि क्यों न मामा के यहां ही चला जाए. मैंने सुबह सुबह बाइक उठाई और निकल गया. मामा के घर तक का रास्ता एक घंटे का है, तो जल्दी ही पहुंच गया.


वहां पर भी सभी लोग थे. सभी मुझे देख बहुत खुश हुए और मैं वहीं रह गया.


ऐसे ही कुछ दिन बीत गए. गांव में वही पुराने टाइप से दिन बीतते थे. सुबह उठो, नाश्ता करो, थोड़ा बहुत टाइमपास करो, फिर खाना, फिर दोपहर मे सो जाना.


यही दोपहर में सोना मेरे लिए लाभदायक साबित हुआ.


मेरी बहन मुझे तब से ही पसंद थी, जब से वह स्कूल में थी, मगर कभी कहने का साहस नहीं हुआ. लॉकडाउन के टाइम तक उसका फिगर भी एकदम कमाल का हो गया था.


मेरे अंदाजे से उसका फिगर 32-30-34 का रहा होगा.


एक दिन रोजाना की तरह हम सब दोपहर में सो रहे थे. मेरे बगल में मेरी बहन और उसके बगल में मेरा छोटा भाई था. हम तीनों एक रूम में सो रहे थे. दोपहर के करीब 2 बजे मेरी आंख खुल गई.


मैंने देखा कि मेरी बहन बिल्कुल मुझसे लग कर सोई हुई है तो मुझसे खुद पर कंट्रोल नहीं हुआ. मैंने धीरे धीरे उसके एक स्तन पर हाथ रख दिया और उसे धीरे से दबाने का प्रयत्न करने लगा.


इधर गांड भी फट रही थी कि जाग गई तो कहीं चिल्ला न दे. मगर वासना में अंधा मैं लगा रहा और थोड़ी देर एक एक करके बहन के दोनों दूध दबाए … फिर मुठ मार के सो गया.


शाम को वह मुझे जगाने आई तो मुझे अन्दर से डर भी लग रहा था. मगर कुछ भी ऐसा वैसा नहीं हुआ.


फिर अगले दिन से 6 दिन तक यही रूटीन लगातार चलता रहा. कभी मैं उसके बूब्स दबाता, कभी टी-शर्ट ऊपर करके निप्पल देख लेता.


मगर फिर एक दिन मेरा मन कुछ और करने को किया तो मैंने दूध दबाते दबाते उसे अपना लंड पकड़ा दिया और उसकी पजामी के ऊपर से ही चूत पर हाथ रख कर उसकी चूत सहलाने लगा.


मैं अपनी वासना में इतना मगन हो गया कि मैंने देखा ही नहीं कि कब उसकी नींद खुल गई और उसने मेरा हाथ झटके से हटा दिया. साथ ही उसने अपना हाथ भी मेरे लौड़े से हटाया और उठ कर दूसरे कमरे में चली गई.


मेरी फट कर हाथ में आ गई कि कहीं ये सबको न कह दे. हालांकि उसने ऐसा नहीं किया मगर उसने मुझसे भी दो दिन तक बात नहीं की.


फिर दो दिन बाद जब बात चालू हुई तो मैंने उससे सॉरी बोला.


उसने कहा- तुमने ऐसा क्यों किया? मैं तो तुम्हें भाई मानती हूं. मैंने भी कह दिया- तुम्हारे बूब्स देख कर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ.


वह कहने लगी- तुम्हें इतने अच्छे लगते हैं? मैंने भी कह दिया- मुझे तो तुम पूरी की पूरी अच्छी लगती हो.


वह कहने लगी- अच्छा … और क्या क्या किया है मेरे साथ नींद में? मैंने बता दिया. तो फिर वह अच्छा बोल कर चली गई.


मैं बस यही सोचता रहा कि ये मानेगी या नहीं … और फिर कुछ ऐसा हुआ कि जो मैंने सोचा ही नहीं था.


रात में मेरे साथ ही छत पर बिस्तर लगा कर मुझसे पूछने लगी- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या? मैंने भी सच बता दिया कि है, पर अभी लॉकडाउन की वजह से हम दोनों मिल नहीं पा रहे हैं.


फिर मैंने भी अपने मन की बात कह दी- मैं तुम्हें किस करना चाहता हूं. मेरे काफी मनाने के बाद वह मान गई.


उस रात में सबके सोने के बाद हम दोनों नीचे चले गए. वहां पर मैंने अपनी बहन को लिप किस करने से खेल शुरू किया और धीरे धीरे उसके उरोज दबाने शुरू किए.


पहले तो वह मना करती रही पर धीरे धीरे उसका विरोध कम हो गया और मेरा साथ देने लगी.


मौका देख कर मैंने टी-शर्ट निकाल कर अलग कर दी और ब्रा उसने रात की वजह से पहनी नहीं थी. क्योंकि ज्यादातर लड़कियां जानती हैं रात में ब्रा पहन कर नहीं सोना चाहिए.


उस टाइम लॉकडाउन भी था तो सब लोग रोज पहनने वाले कपड़े पहने हुए ही दिन काट रहे थे. उसने भी शायद इसीलिए ब्रा नहीं पहनी थी.


अब मेरे सामने उसके बिल्कुल नंगे स्तन थे, जिन्हें मैंने दबाना और चूसना चालू किया.


धीरे धीरे वह भी गर्म होने लगी और मादक सिसकारियां लेने लगी ‘आह उह आह आआह और जोर से चूसो …’ मैंने उसके एक दूध को अपने मुँह में भरा और खींच कर पीने लगा.


वह भी अपने दूध को हाथ में पकड़ कर मुझसे चुसवाने का मजा ले रही थी. उसकी आंखों में वासना भर गई थी.


मैंने उससे पूछा- मजा आ रहा है? वह मेरे सर को अपने दूध पर दबाती हुई कहने लगी- आह सच क्यूट सेक्स में बड़ा मजा आ रहा है भैया … तुम बस चूसते रहो!


मैंने उसके दोनों दूध बदल बदल कर खूब चूसे और निप्पल लाल कर दिए.


इसी बीच उसने मेरा लंड अपने हाथ से पकड़ा और आगे पीछे करने लगी. वह मेरे लंड की मुठ मारने लगी.


मैंने कहा- क्या हाथ से ही काम कर दोगी? वह हंसने लगी और बोली- क्यों, इसमें एक बार का ही रीचार्ज है क्या?


मैंने उसकी एक चूची को मुट्ठी में भर दबाते हुए कहा- चल, चैक कर लेते हैं कि इसमें कितनी बार का रीचार्ज है.


वह हंसने लगी और तेज रफ्तार से लौड़े की मुठ मारने लगी.


जब मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ, तो मैंने उससे लंड मुँह में लेने के लिए कहा. मगर उसने उसे गंदा कह कर मना कर दिया.


मैंने भी उस बात पर ज्यादा जोर नहीं दिया और उसकी पजामी उतार दी.


अब वह नंगी हो गई थी. मैंने उसकी टांगों के बीच में आकर उसकी चूत को धीरे धीरे चाटना और चूसना चालू कर दिया.


जैसे ही मैंने उसकी चूत पर मुँह लगाया, वह सिहर उठी और अपनी चूत को मेरे मुँह से अलग करने लगी.


मैंने जबरन उसकी टांगों को अपनी पकड़ में कसा और चूत को जीभ से चाटना चालू कर दिया. कुछ ही देर में वह चूत की चुसाई का मजा लेने लगी और उसने अपनी दोनों टांगें खोल कर चूत पेश कर दी.


अब चूत गीली होने लगी थी, तो मैंने अपनी जीभ को चाटने के काम पर लगा दिया. मैंने पहले उसकी चूत के दाने को और फिर चूत के अन्दर जीभ चलाना चालू कर दिया.


अब वह अपने हाथ को मेरे सर पर रख कर मेरे सर को अपनी चूत पर दबा रही थी और अपनी गांड भी उठा रही थी. उसने करीब 3-4 मिनट में ही अपना पानी छोड़ दिया, जिसे मैं बड़े मजे से पी गया.


अब मैं भी पूरा नंगा हो गया और मेरा लंड 6 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा उसके सामने लहराने लगा.


लंड देख कर पहले वह थोड़ा घबरा गई, बोली- भैया, तुम्हारा ये बहुत बड़ा है. मैंने तो अपनी चूत में अभी तक सिर्फ उंगली ही की है. वह अपनी चूत में लंड लेने से मना करने लगी.


मैंने कहा- तो क्या जिंदगी भर उंगली से ही काम चलाना है? वह हंसने लगी और बोली- कहीं मेरी चूत फट गई तो?


मैंने कहा- चूत कहीं फटती भी है? आजतक कोई की चूत फटने की खबर सुनी भी है? वह चुप हो गई. मगर अभी भी उसको डर लग रहा था.


मैंने उसे काफी देर तक समझाया कि चूत को लंड से ही चुदना पड़ता है … इसके लिए अन्य कोई इंतजाम नहीं होता है. वह एक तो झड़ चुकी थी और दुबारा से उसे उत्तेजित होने में अभी समय था.


तो मैंने मोबाईल पर एक ट्रिपल एक्स ब्लू फिल्म लगाई और उसके बाजू में नंगा लेटकर उसे दिखाने लगा.


उसमें एक गोरी लड़की काले अफ्रीकन का लंबा लंड चूस रही थी.


उस फिल्म को देखते हुए ही उसने मेरे लौड़े को अपने हाथ में ले लिया और सहलाने लगी. मैं समझ गया कि अब ये चूत में लंड ले लेगी.


फिर उस फिल्म में लड़की ने अपनी चूत में उस काले अफ्रीकन के दस इंच से बड़े लंड को अपनी चूत में लेना शुरू किया. उस वक्त मैंने देखा कि मेरी बहन उस सीन को बड़े ध्यान से देख रही थी.


जब लड़की ने लंड को अपनी चूत में पूरा अन्दर ले लिया तब वह बोली- ओ तेरी की … साली ने पूरा लौड़ा खा लिया!


मुझे उसकी बात पर हंसी आ गई और मैंने कहा- हां, एक बार तुम भी जब मेरे लौड़े को अन्दर ले लोगी … तब तुम्हें भी मेरे लंड से बड़ा लंड लेने की इच्छा होने लगेगी. वह हंसने लगी और इस तरह से वह मेरे बहुत मनाने पर मान गई.


उसके बाद मैंने धीरे धीरे उसे वापस गर्म किया और वहीं रखा तेल अपने लंड पर लगाकर तैयार हो गया. पहले लंड को बाहर से ही चूत पर धीरे धीरे रगड़ता रहा, इस क्यूट सेक्स से उसे भी थोड़ा मजा आने लगा.


वह अपनी गांड उठा कर लंड को खाने की चेष्टा करने लगी. उसके बाद मैंने उसकी चूत में घुसाने का प्रयास करना शुरू किया.


इतनी सारी सेक्स कहानियां पढ़ कर मुझे ये भी पता चल गया था कि पहली बार में लड़की चिल्लाती है.


इसी लिए मैंने लंड घुसेड़ने से पहले ही उसको किस करना चालू कर दिया था और धीरे धीरे करके उसकी चूत में लंड पेल दिया. वह काफी तड़फी मगर तब भी मैं हर तरीके से लगा रहा.


कुछ देर में वह भी मस्त हो गई तो मैं उसे चोदने लगा. मैंने रात भर में उसकी चूत के मजे दो बार लिए और 2 बजे तक हम दोनों फारिग हो गए.


फिर मैंने वहां रह कर लॉकडाउन में कई बार उसकी चूत चोदी और मौका मिलने पर उसकी एक बार गांड भी मारी. आज भी हम दोनों को जब भी मौका मिलता है, तो हम भाई बहन एक दूसरे को चुदाई का मजा दे देते हैं.


अब तो कभी कभी वह मेरा लंड भी चूस लेती है और मुझे पूरे मजे देती है. दोस्तो, ये थी मेरी बहन की पहली चुदाई की कजिन क्यूट सेक्स कहानी. उम्मीद है आप सभी को पसंद आई होगी.


आपका प्रिय उभरता लेखक आदित्य तिवारी [email protected]


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