क्लासमेट लड़की मेरे घर आकर चुद गयी

अक्की 5

06-02-2023

184,307

इंडियन कॉलेज गर्ल सेक्स के लिए मेरे घर आई और तीन दिन मेरे साथ नंगी रहा कर बीसियों बार चूत चुदवा कर गयी. साली बहुत गर्म थी, बहुत मजा आया उसे चोद कर!


दोस्तो, मैं ऋषि, परिचय आदि में समय न गंवाता हुआ सीधा इंडियन कॉलेज गर्ल सेक्स कहानी पर आता हूँ.


मैं अपनी गर्लफ्रेंड स्वाति के साथ अपनी सेक्स कहानी का वाकया लिख रहा हूँ. स्वाति के बदन के बारे में बताऊं तो उसका कद पांच फिट का ही था और फिगर 36-28-32 की थी.


वो एक डीजल माल थी. हम लड़कों की भाषा में डीजल माल उसे कहते हैं, जो नाटे कद की भरी पूरी हो.


उस दिन उसने सफेद कलर कुर्ती पहनी थी जिसमें से उसकी लाल ब्रा साफ दिखाई दे रही थी. स्वाति पहली ही नजर में मुझे पसंद आ गयी थी और मैं उससे बात करने की कोशिश कर रहा था. पर मेरी बात नहीं हो पाई.


फिर एक दिन मेरी किस्मत इतनी अच्छी थी कि वो मुझे मेरी ही क्लास में पढ़ते हुए मिल गयी थी. मैंने उसे देखा और उसी वक्त उसकी नजरें मुझसे मिल गईं. मैं उस पर फ़िदा हो गया था और वो भी मुझ पर दिल दे बैठी थी.


हुआ यूं कि स्वाति उस दिन आगे वाली बैंच पर बैठी हुई थी.


मैंने उसे देखा तो ऐसा लगा कि यही है वो, जो मेरे लिए बनी है.


मैं उसके बाजू वाली बैंच पर जाकर बैठ गया जिससे मैं उसे ठीक तरीके से देख सकूँ. थोड़े थोड़े वक़्त में मैं उसको देख लेता और उसकी चूचियों को भी.


मेरा सात इंच का शैतान खड़ा हो गया था. मैं उसे बार बार अपने हाथ से ठीक कर रहा था.


थोड़ी देर बाद स्वाति ने मुझे अर्थशास्त्र का एक सवाल पूछा, जो मैंने तुरंत उसे बता दिया. इससे वो काफी प्रभावित हुई.


उस दिन के बाद से हम लोगों के एग्जाम शुरू होने वाले थे और प्रिप्रेशन लीव होने वाली थीं.


फिर कुछ ऐसा हुआ कि मैंने हिम्मत करके उसे बोल दिया कि अगर और भी कुछ डाउट है, तो मुझे फोन कर लेना. वो बोली- मगर मेरे पास तुम्हारा नम्बर नहीं है!


मैंने एक कागज पर लिख कर उसको अपना नम्बर दे दिया. उसने भी उसी समय अपने फोन से मेरा नम्बर डायल कर दिया.


इस तरह से हम दोनों ने नंबर एक्सचेंज कर लिए थे.


कुछ देर बाद हम दोनों क्लास से बाहर चले गए.


चूँकि वो एग्जाम के पहले, कॉलेज में आखिरी दिन था तो मैं अपने सारे दोस्तों से मिल कर घर थोड़ा देर से पहुंचा.


मेरे दिमाग में बस वही घूम रही थी. न जाने क्यों बार बार यही लग रहा था कि वो मुझे मैसेज या कॉल करेगी.


उस रात मैं उसके मैसेज का इंतजार कर रहा था, पर उसका मैसेज नहीं आया.


हिम्मत करके मैंने ही उसे हाय लिखा और उसका सामने से भी हाय का मैसेज आ गया.


थोड़ी देर इधर उधर की बातें हुईं और मुझे पता नहीं क्या हुआ, मैंने उसे लिख दिया. ‘आई लाइक यू.’ इस पर उसने सिर्फ ‘ठीक है …’ बोला. और वो ऑफ़लाइन हो गई.


कुछ देर बाद मैं भी सो गया. दूसरे दिन जब मैं उठा तो फोन देखा. उसका कोई मैसेज नहीं था.


मैंने सोचा कि वो शायद गुस्सा हो गई होगी. तो मैंने उसे माफी वाला मैसेज भेज दिया.


उसका थोड़ी देर बाद जवाब आया ‘माफी किस चीज़ की मांग रहे हो, तुमने तो अपने दिल की बात बताई थी!’


मैंने हिम्मत करके उससे उसका जवाब पूछा. उसने थोड़े नखरे दिखाए और बाद में उसने मुझे हां में जवाब दे दिया.


मुझे बड़ी ख़ुशी हुई.


हमारी बातें होने लगीं. वो मुझसे मिलना चाहती थी मगर उसने मुझसे कुछ कहा नहीं था.


ये मेरा आखिरी साल था तो इधर मैं भी एग्जाम की तैयारी में लग गया और स्वाति पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पा रहा था. अब तो हालत ये हो गई थी कि मैं उसकी चैट का जवाब भी नहीं दे पा रहा था. इसी के चलते हम दोनों में काफी बार लड़ाई भी हुई.


वो मुझसे मिलना चाहती थी मगर मैं जगह की समस्या के चलते उससे मिल नहीं पा रहा था.


एक दिन मेरे माता पिता और बहन गांव जाने की बात कर रहे थे तो मैंने ये सुन लिया था. ये बात मैंने स्वाति को बता दी कि तीन दिन घर खाली रहेगा तो हम एक दूसरे के साथ वक़्त बिता सकते हैं.


हालांकि तब तक मेरे मन में उसे चोदने का कोई ख्याल नहीं था. वो मान गयी.


वो 12 दिसम्बर को सुबह 10 बजे मेरे घर आई. मेरे घर वाले 7 बजे ही जा चुके थे. उनकी ट्रेन 7:30 बजे की थी.


स्वाति उस दिन कयामत लग रही थी. वह सफेद रंग की कुर्ती, नीली लेग्गिंस. आज उसने अन्दर काली ब्रा पहनी हुई थी. कमाल लग रही थी वो!


मैं दो पल के लिए तो उसे देखता ही रह गया.


उसने कहा कि सब यहीं देखोगे या अन्दर आऊं? मैं हंस दिया और वो अन्दर आ गई.


वो अन्दर आकर सीधे बाथरूम में चली गई, उसे सुसु आई थी. जब तक वह बाहर आती, तब तक मैंने भी खुद को ठीक किया और दोनों के लिए चाय बना ली, नाश्ता पहले ही रेडी था.


हम दोनों ने साथ में बैठ कर नाश्ता किया और एक दूसरे की बांहों में बांहें डाल कर बैठे रहे.


मैंने उसके माथे पर एक किस की और उसे जकड़ लिया.


वो बोली- आज कुछ तूफानी करते हैं.


पहले तो मैं समझा नहीं … मैंने कहा- तूफ़ानी मतलब? वो बोली- तुम न बिल्कुल वो हो!


मैंने उसकी आंखों में आंखें डालकर कहा- मैं क्या हूँ? वो धीमे से हंसी और बोली- चूतिया हो.


तब तक उसने मेरा एक हाथ अपने मम्मों पर रखा और मुझे किस करने लगी. मैं समझ गया कि स्वाति आज चुदने के मूड में है.


तो मैं भी उसे किस करते करते उसके मम्मों को दबाने लगा था. मेरा लंड खड़ा होता जा रहा था, जो उसे पता चल गया था.


हमारे बीच तापमान बढ़ने लगा था.


वो बोली- किसी और को आना है क्या? मैंने कहा- नहीं तो … क्यों?


वो बोली- मुझे ऐसा लगा. मैंने कहा- और तुम्हें ऐसा क्यों लगा?


वो बोली- शायद कपड़े पहन कर ही प्यार किया जाता होगा. अब मुझे समझ आया कि बंदी नंगी होने के लिए कह रही है.


सच में मैं चूतिया ही था. पर अब मुझे सब समझ आ गया था.


मैंने धीरे से उसकी कुर्ती को उतारा और उसे ऊपर से नंगी कर दिया. वो मेरे सामने काले रंग की ब्रा में थी.


काले रंग में दूध सा गोरा बदन वास्तव में एक अलग ही छटा बिखेर रहा था.


मैं उसके मम्मों को दबा रहा था. उसने भी मुझे नंगा कर दिया था और मेरे लंड के साथ खेल रही थी. पर उसने अभी भी अपनी लेग्गिंस नहीं उतारी थी.


मैंने उसे खड़ा किया और उसकी लेग्गिंस उतार दी. अब वो मेरे सामने पिंक कलर की पैंटी में थी, जो आगे से उसकी चूत के रस से भीग चुकी थी. मैंने वक़्त और न जाया करते हुए उसे भी उतार दिया.


उसकी चूत पर हल्के हल्के बाल थे. मैं उससे खेलने लगा. उसकी चूत थोड़ी काली थी, पर रसीली थी.


उसके मुँह से सिसकारियां निकलने लगीं- उम्म आह ऋषि, तुम कितने सेक्सी हो … अअह उम्म ओह्ह बेबी.


जल्द ही हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए. मैंने उसको लंड चाटने को कहा. मैं उसकी चूत को चाटने लगा और वो मेरे लंड को कुल्फी के जैसे चूसने लगी.


उसकी चूत को मैं अपनी जीभ से चोद रहा था. वो कुछ ही देर में एकदम से झड़ गयी और मैंने उसका पूरा पानी पी लिया.


वो कुछ पल के लिए निढाल हुई मगर जल्द ही पूरे जोश में आ गई और मेरा लौड़ा चूसने लगी. मैं अभी भी उसकी चूत को चाट रहा था.


उसके लंड चुसाई से थोड़ी ही देर में मेरा होने वाला था तो मैंने उससे पूछा- कहां डालूँ? उसने कहा- मेरे मम्मों पर छोड़ो.


मैं उठा और उसके मम्मों के बीच में लंड फंसा कर उसके मम्मों को चोदने लगा. वो भी अपने दूध दबाए हुई थी.


मेरे लंड ने एकदम कड़क होकर उसके मुँह में ठोकर मारनी शुरू कर दी थी. कुछ ही धक्कों की बाद मैं झड़ गया और मैंने पूरा माल उसके मम्मों पर गिरा दिया जिसे वो अपनी उंगलियों से उठाकर चाटने लगी.


थोड़ी देर हम दोनों ऐसे ही नंगे लेटे रहे.


उतनी देर में मेरा लौड़ा वापस तैयार हो गया. खड़ा लंड देख कर स्वाति ने वापस उसे अपने मुँह में ले लिया. अब मैं उसकी चूत में उंगली कर रहा था.


वो कह रही थी- बेबी, अब मत तड़पाओ, लंड अन्दर डाल दो और मिटा दो मेरी चूत की खुजली … आह मिटा दो इसकी आग! मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और अपना लौड़ा उसकी चूत पर सैट करने लगा.


वो टांगें खोल कर मुझे बुला रही थी. थोड़ी देर ऐसे ही मैं अपने लंड का टोपा उसकी चूत के ऊपर रगड़ता रहा और उसे तड़पाने लगा.


वो परेशान होकर बोलने लगी- बेबी, प्लीज फ़क मी … प्लीज फ़क मी! ये सुनते ही मैंने अपने कड़क लंड को उसकी गुफा में डाल दिया.


एक बार के लिए वो इंडियन कॉलेज गर्ल सेक्स के आनन्द में चिल्ला कर बोली- आंह मर गई … इतना बड़ा पहले बार ले रही हूँ यार … आराम से करो न! मुझे उसकी इस बात से समझ आ गया कि ये पहले भी लंड खा चुकी है.


पर मैं ध्यान न देते हुए उस वक्त उसे चोदता रहा. चुदाई के समय उसके मम्मे मेरे सामने आगे पीछे हो रहे थे जिनको मैं कभी काट लेता या चूस ले रहा था.


दस मिनट की चुदाई के बाद मैंने उसको अपने ऊपर आने को कहा. वो मेरे ऊपर आ गयी और उछलने लगी.


कुछ ही देर में वो थक गयी थी. वो अब तक तीन बार झड़ चुकी थी.


मैं उसकी कमर को पकड़ कर उसे धकापेल चोदने लगा और फच फच की आवाज कमरे में गूँजने लगी. वो एक बार और झड़ गयी.


अब मेरा भी होने वाला था, मैंने उसे बताया. तो वो बोली- मैं तुम्हारे माल को पीना चाहती हूँ.


मैं वक़्त जाया न करते हुए उसे अलग हो गया और वो मेरे लौड़े को चूसने लगी.


थोड़ी ही देर में मैंने अपना पूरा माल उसके मुँह में डाल दिया, जिसे वो पूरा पी गयी. उसने एक बूंद भी जाया नहीं होने दी.


वो काफी थक गई थी इसलिए मेरे ऊपर गिर कर सो गई. मैंने भी आंखें बंद कर लीं.


हम दोनों काफी गहरी नींद में सो गए थे.


जब मेरी नींद खुली, तो वो नहाने गयी थी. उसके आने के थोड़ी देर बाद मैं भी नहा लिया.


सारा दिन मस्ती होती रही. अब शाम के 6 बज चुके थे.


तब उसने अपनी सहेली को फोन किया और उसे कॉन्फ्रेंस पर लेकर अपने घर पर फ़ोन करके बता दिया कि वो 3 दिन घर नहीं आएगी. उसकी सहेली घर में अकेली है, तो वो वहीं रहेगी. उसकी सहेली ने भी कह दिया- हां आंटी, मैंने ही इसे अपने साथ रोका है.


उसकी मम्मी ने हामी भर दी, उनको भी कोई ऐतराज नहीं था.


उस दिन हम दोनों ने चार बार सेक्स किया और उन तीन दिनों में चुदाई का धमाल मचा दिया.


उन तीन दिनों तक हमने कपड़े पहने ही नहीं. जब वो अपने घर वापस गयी, तब उसकी हालत थोड़ी खराब हो गयी थी. उसकी चूत सूज गयी थी.


उसके बाद हम दोनों फ़ोन सेक्स और सेक्स चैट करके अपना समय पास कर लेते थे, मौका मिलने पर वीडियो सेक्स भी. कभी मिलने का अवसर मिलता, तो एक दूसरे को मसल कर चोद लेते थे.


तो दोस्तो, कैसी लगी इंडियन कॉलेज गर्ल सेक्स कहानी, जरूर बताइएगा और कुछ गलती हो गयी हो तो माफ कर दीजिएगा. [email protected]


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