लालची दोस्त ने नई नई चूत दिलवाई- 2

प्ले बॉय रांची

23-02-2023

3,793

लड़की की गांड फाड़ कहानी में मेरी एक दोस्त लड़की ने आई फोन माँगा तो मैंने उसकी गांड मारने की बात की. वो अपनी गांड मरवाने के लिए तैयार हो गयी. मैंने उसकी गांड कैसे मारी.


दोस्तो, मैं रवीश कुमार आपको अपनी चालू दोस्त प्राची की कुंवारी गांड चुदाई की कहानी सुना रहा था. कहानी के पहले भाग चुदक्कड़ लड़की की चूत मारी में अब तक आपने पढ़ा था कि उसने मुझे पूनम आंटी की चूत और 19 साल की कुंवारी लड़की उर्वशी की सीलपैक चूत दिलाने की बात कह कर मुझसे आईफोन लेने का वायदा करवा लिया था.


इस पर मैंने उससे कहा था कि मुझे तुम्हारी भी सीलपैक गांड मारनी है और पूनम आंटी की चूत भी चाहिए.


वो मन मसोस कर गांड मराने के लिए राजी हो गई और उसने मुझे वैसलीन की डिब्बी निकाल कर दे दी. मैं उंगली से उसकी गांड में वैसलीन लगाने लगा.


अब आगे लड़की की गांड फाड़ कहानी:


प्राची ने एक उंगली आराम से गांड में ले ली. एक उंगली से मैंने दो मिनट तक गांड की चुदाई की.


उसके बाद मैंने दो उंगलियों पर वैसलीन लगाई और गांड में उंगली करने लगा. इस बार प्राची को थोड़ा दर्द हुआ लेकिन उसने बर्दाश्त कर लिया, दो उंगलियां भी उसकी गांड में अन्दर बाहर होने लगीं.


मैंने प्राची के मुँह में लंड दे दिया ताकि वो अपने से लंड को गीला कर सके.


उसने थूक से लंड को गीला किया और वैसलीन की पूरी डिब्बी खाली करके मेरे लंड पर लगा दी. लंड का सुपारा चमकने लगा था.


अब प्राची डॉगी स्टाइल में हो गई. मैंने उसकी गांड के छेद पर अपना सुपारा सैट किया और लंड अन्दर धकेलने लगा. प्राची गांड सिकोड़ लेती और आगे सरक जाती.


मैंने प्राची को वैसे ही लेटा दिया और उसकी टांगों को फैला दिया. उसकी गांड का छेद खुल गया.


मैंने छेद पर लंड टिकाया और प्राची के ऊपर लेट गया जिससे वो हिल नहीं पाए.


मैंने प्राची के मुँह में अपनी चड्डी को ठूंस दिया, जिससे वो चिल्ला भी नहीं पाए. अब मैंने प्राची को गांड ढीला छोड़ने को बोला.


जैसे ही उसने गांड को ढीला किया, मैंने धक्का लगा दिया और मेरा सुपारा प्राची की गांड में फंस गया. प्राची रोने लगी और छटपटा कर छूटने की कोशिश करने लगी.


मैं पांच मिनट तक गांड में लंड फंसा कर उसके गाल पर किस करता रहा, हल्के हल्के लंड को गांड पर हिलाता रहा.


कुछ देर बाद प्राची ने गांड हिलाना शुरू ही किया था कि मैंने एक जोर का धक्का दे मारा. मेरा पूरा 6 इंच का लंड गांड में उतरता चला गया.


प्राची की आवाज नहीं निकल रही थी, वो सिसक सिसक कर रो रही थी. मैं उसके ऊपर लेट कर उसे सहलाता रहा.


जब प्राची का रोना बन्द हुआ तो मैंने लंड को धीरे धीरे अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया. प्राची की सिसकारियां अब आह आह में बदल गई थीं.


अब प्राची को भी मजा आने लगा था, लेकिन उसने धीरे धीरे करने को बोला. पन्द्रह मिनट तक मैं धीरे धीरे गांड चोदता रहा. मैं उसकी गांड में ही झड़ गया और उसके बगल में लेट गया.


लड़की की गांड फाड़ चुदाई के थोड़ी देर में हम दोनों सो गए.


अगली सुबह जब उठा तो मैंने देखा कि मेरे लंड पर हल्का सा खून लगा हुआ था. मैं समझ गया कि प्राची की गांड की सील कल ही सही से टूटी है.


तब मैं बाथरूम गया, फ्रेश हुआ और किचन में जाकर दो कप चाय बना कर ले आया. मैंने प्राची को उठाया और उसकी तरफ़ चाय बढ़ा दी.


वो उठ कर बैठी तो उसकी गांड में दर्द होने लगा. मैंने उसे सहारा देकर बैठने में मदद की.


प्राची उठ कर बाथरूम जाने को हुई, पर वो चल नहीं पा रही थी. उसकी चाल बदल गई थी.


मैंने उसे सहारा दिया और बाथरूम तक पहुंचा कर बाहर आ गया.


प्राची ने फ्रेश होकर मुझे आवाज लगाई, मैं उसे बाथरूम से ले आया और बेड पर लिटा दिया.


मैंने उसे एक पेनकिलर दी और दवा खाकर आराम करने को बोल दिया. दवा खाकर प्राची सो गई.


मैं उसके बगल में लेट कर टीवी देखने लगा. अब मुझे प्राची की सेवा करनी थी.


सुबह के ग्यारह बज प्राची उठी, मैंने गर्म पानी से उसकी गांड की सिकाई कर दी, जिससे प्राची को थोड़ा आराम मिला.


मैंने रात का बचा हुआ खाना गर्म किया और कुछ होटल से मंगवा लिया, दोनों ने साथ में नाश्ता किया.


मैंने नाश्ता करते हुए उससे उर्वशी के बारे में पूछा.


प्राची- साली की चूत कुलबुलाने लगी है, ब्वॉयफ्रेंड बनाने के मूड में हैं. कॉलेज ट्रिप में विशाखापत्तनम में, मैं और उर्वशी साथ में सो रही थी, साली मुझपर चढ़ गई थी. मुझे नंगी करके उसने दो घंटे तक चाटा और चूसा. कमीनी ने मेरे होंठ काट कर लाल कर दिए थे. चूचों को भी मसल मसल कर चूसा था. मैंने शराफत की देवी बन कर उसे सब करने दिया. अगली सुबह उसने मुझसे माफ़ी मांगी और सब भूल जाने को कहा.


मैं- मुझे उसकी चूत कैसे मिलेगी? प्राची- साली के साथ अब मैं लेस्बियन करूंगी, उसे लंड के मजे बताऊंगी. ऐसे भी वो ब्वॉयफ्रेंड बना कर चुदने का सोच रही है. उसे ब्वॉयफ्रेंड के चोंचले और नखरे बता दूंगी और घूमते फिरते चुदने की राय दे दूंगी. मैं कैसे भी समझा कर उसे तेरे लंड के नीचे ले आऊंगी.


मैं- बहुत बड़ी कमीनी है तू! प्राची- इसमें कमीनी क्या, जो भी उर्वशी का ब्वॉयफ्रेंड बनेगा, एक साल फ्री में चोदेगा, फिर उसे छोड़ कर चला जाएगा. इससे अच्छा है कि तुझसे ठुक जाए, तू उसे थोड़ी अय्याशी भी करवा देगा.


मैं- सही है और ये पूनम का क्या चक्कर है? प्राची- अंकल बूढ़े हो गए हैं, उनसे कुछ होता नहीं है. सरकारी नौकरी के लालच में बारह साल बड़े आदमी से शादी हो गई. शुरू में अंकल ने ठोक ठोक कर तीन बच्चे निकाल दिए. पूनम आंटी अभी भी ठुकवाना चाहती हैं. बेचारी गाजर मूली से काम चलाती हैं. उनकी इच्छा है कि वो किसी जवान लड़के को ब्वॉयफ्रेंड बना कर घूमें और चुदाई के मजे लें. लेकिन बदनामी के डर से वो कुछ कर ही नहीं पाती हैं.


मैं- खुशी क्यों चुदेगी? उसे क्या दिक्कत है? प्राची- जीजा जी थोड़े मॉडर्न ख्याल के थे, उनको ये शादी पसंद नहीं थी लेकिन घर वालों के दबाव में उन्होंने शादी कर ली. सुहागरात पर दीदी की फटी चूत ने उनका मूड और खराब कर दिया. जीजा जी कभी कभी दारू पीकर दीदी को चोद देते थे, जिससे उन्हें बेटी हो गई. उसके बाद से वो अपने कैरियर पर ध्यान देने लगे और बहुत बड़ी कंपनी में जॉब लग गई. अब वो साल में 8 महीने शहर से बाहर ही रहते हैं. चार साल हो गए हैं, जीजा जी ने दीदी को छुआ नहीं है.


मैं- नेहा क्यों चुदेगी? प्राची- वो साली रंडी, कुत्ते से भी चुद जाए. उसकी वजह से तो मेरी सील टूटी थी. उसे बचाने के लिए मुझे चुदाई करवानी पड़ती थी. मैं जब, जिससे बोलूंगी, नेहा उससे चुदेगी.


मैं- उर्वशी की पहले दिला दो. प्राची- कोशिश करती हूं.


मैंने शराब का पूछा, तो प्राची ने छोटे छोटे पैग बनाने को बोल दिया. प्राची और मैं ड्रिंक करते हुए इधर उधर की बातें करने लगे.


मैं उसके चूचों से खेल रहा था जिससे वो थोड़ी गर्म होकर चुदने को तैयार हो जाए.


प्राची ने मेरे खड़े लंड को देखा और हाथ से हिलाने लगी. मैं उसे किस करते हुए, उससे लंड हिलवा रहा था.


थोड़ी देर के बाद मैंने चुदाई का पूछा तो प्राची ने मना कर दिया. मैंने भी ज्यादा जोर नहीं दिया.


थोड़ी देर के बाद प्राची बोली- मुँह की चुदाई कर लो, सुबह से चोदे नहीं हो. मैंने तुरंत उसके ऊपर आकर पोज बनाया और मुँह में लंड डाल दिया और अन्दर बाहर करने लगा.


पांच मिनट मुँह चोदने के बाद मैं मुँह में ही झड़ गया. प्राची उठ नहीं सकती थी तो उसने सारा माल पी लिया.


हम दोनों ने दिन भर साथ में ड्रिंक करते हुए बात की. उसने अपनी सभी बहनों के बहुत से राज खोले, उनकी बातें बताईं.


चारों बहनें रंडी से कम नहीं थीं. नेहा सबसे बड़ी रंडी थी.


इसी तरह से मेरा लंड जब खड़ा होता, मैं प्राची के मुँह में डाल कर चुसवा लेता.


दो दिन में मैंने लगभग 10 बार मुँह की चुदाई की और हर बार मैं उसके मुँह में ही झड़ जाता, अपना पूरा माल पिला देता था.


प्राची के मम्मी पापा घर आने वाले थे और अब प्राची भी चलने लगी थी तो मैं वहां से निकल गया.


अब मेरे दिमाग में नयी चूत घूम रही थी.


कुछ दिनों के बाद मुझे प्राची का फोन आया कि पूनम आंटी को आधार कार्ड में कुछ बदलाव करवाने हैं. मैं कहीं व्यस्त हूँ, तो तुम उनके साथ चले जाओ.


मैंने 20 मिनट में आने का बोल कर फोन रख दिया.


प्राची ने मुझे अलग से मैसेज किया कि पटाने की कोशिश करना, काम बन जाएगा.


मैं प्राची के घर के बाहर पहुंच गया, पूनम मेरा ही इंतजार कर रही थी.


पूनम सबके सामने मेरे साथ बाइक पर बैठ कर मेरे साथ आ गई. पूनम ने गुलाबी रंग की साड़ी पहनी हुई थी और मेकअप भी किया था. वो दोनों पैर एक तरफ़ करके बैठी थी, जिससे मुझे बाइक चलाने में थोड़ी दिक्कत हो रही थी.


मैंने पूनम को अच्छे से पकड़ कर बैठने को बोला, तो उसने मेरे कंधे पर हाथ रख कर मुझे पकड़ लिया. हम दोनों इधर उधर की बात करते हुए आधार सेंटर पहुंच गए.


मैंने बात करके पूनम का काम तुरंत करा दिया.


तब मैंने पूनम से बोला- मुझे भूख लग रही है, कुछ खा लेते हैं. पूनम मान गई.


मैं पूनम को शहर से 5 किलोमीटर दूर एक रेस्तरां में ले गया. रास्ते में पूनम मेरी कमर में हाथ डाल कर बैठी थी. वो बात करती हुई मुझसे बार बार चिपक रही थी. इससे पूनम की हवस नजर आ रही थी.


रेस्तरां में खाते हुए मैं पूनम की तारीफ करने लगा, वो शर्माने लगी. मैंने उसके फिगर की तारीफ करते हुए कहा- आपको देख कर लगता नहीं है कि आप तीन बच्चों की मां हैं.


वो मेरी आंखों में देख कर मुस्कुराने लगी. खाना लेने देने में मैंने पूनम के हाथ को 2-3 बार पकड़ भी लिया. पूनम की तरफ से मुझे रास्ता साफ़ नजर आ रहा था.


बिल देने के लिए मैं और पूनम लड़ने लगे. मैंने पूनम से अगली बार बिल देने को बोला.


पूनम- हम फिर मिलेंगे क्या? फिर से रेस्तरां आएंगे क्या? मैं- आपको जब मन हो, मुझे बुला लेना. मैं आ जाऊंगा.


पूनम- लड़की घुमाने की उम्र में आंटी घुमाओगे क्या? मैं- आपके सामने तो कुंवारी लड़की भी फेल है.


पूनम चुप हो गई और मैंने बिल दे दिया.


रेस्तरां से निकल कर हम लोग घर के तरफ चल दिए.


पूनम- कल फ्री हो तो कल मिलते हैं, कल मैं बिल दूंगी. मैं- ठीक है.


पूनम- सबको बोल देना, आज काम नहीं हुआ, बहुत भीड़ थी. कल फिर से जाना है. मैं- ठीक है.


पूनम- कोई शांत रेस्तरां में चलेंगे, जहां 2 से 3 घंटे आराम से बात करेंगे. मेरी समझ में सब कुछ आ रहा था.


मैं- रेस्तरां से थोड़ी दूरी पर मेरे दोस्त का घर है. हम लोग वहां शांति से बात कर सकते हैं. पूनम- रेस्तरां से खाना पैक करवा कर तुम्हारे दोस्त के रूम पर खाते हुए, बात करेंगे. मैं- ये भी ठीक है.


पूनम- तुम्हारा दोस्त भी रहेगा क्या? मैं- नहीं, मैं उसे बाहर भेज दूंगा. पूनम- ठीक है.


हमने मोबाईल नंबर अदला बदली कर ली. फिर मैंने पूनम को उसके घर पहुंचा दिया.


मैं अब अगले दिन का इंतजार करने लगा. मैंने लंड के बाल साफ़ कर लिए.


पूनम ने मैसेज करके मुझे घर से थोड़ी दूर मिलने को कहा. मैं ग्यारह बजे बताई हुई जगह पर पहुंच गया और पूनम का इंतजार करने लगा.


थोड़ी देर के बाद पूनम आ गई. उसने आज सलवार सूट पहना था, जिसमें वो 28 साल की माल लग रही थी. उसे देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया.


आज पूनम बाइक पर दोनों तरफ पैर करके बैठी थी. ब्रेक मारने पर पूनम के दोनों चूचे मेरे पीठ से चिपक जा रहे थे. मैंने पूनम को पकड़ कर बैठने को बोला, तो उसने मेरी कमर को पकड़ लिया. इससे वो और चिपक गई.


आज पूनम की चुदाई होनी तय थी.


मैंने एक मेडिकल शॉप पर बाइक रोक कर कंडोम का पैकेट ले लिया. पूनम ने देख कर भी अनदेखा कर दिया.


मैं- पहले दोस्त के रूम चलते हैं, मैं अपने दोस्त को रेस्तरां से खाना लाने भेज दूंगा. पूनम- ठीक है.


मैं और पूनम, मेरे दोस्त के रूम पहुंच गए. मैंने अपने दोस्त को बाइक देकर कहीं से घूम कर आने को बोल दिया और आते समय कुछ खाने को लाने बोल दिया.


मेरा दोस्त पूनम को ललचाई हुई नजरों से देख रहा था, वो भी पूनम का रस निचोड़ कर पीना चाहता था.


मेरा दोस्त चला गया, हम दोनों रूम में आ गए.


मैंने पूनम को बिस्तर पर बैठने को बोला और दरवाजा बंद कर दिया.


पूनम की सांसें तेज हो गई थीं जो साफ़ सुनी जा सकती थीं.


मैं पूनम के बगल में बैठ गया और बात करने लगा.


पूनम- मेडिकल स्टोर से कौन सी दवा ली? मैं- कल से कमजोरी लग रही है. किसी की याद में 3 बार … मैंने इतना कह कर बात खत्म कर दी.


पूनम मुस्कुराने लगी. मैंने उसके गाल पर किस कर दिया.


पूनम आंख बन्द करके शांत हो गई.


दोस्तो, अब पूनम आंटी की कामुक चुदाई की कहानी का मजा अगली बार लिखूंगा. आप मेल जरूर करें, बताएं कि आपको लड़की की गांड फाड़ कहानी रुचिकर लग रही है. [email protected]


लड़की की गांड फाड़ कहानी का अगला भाग:


XXX Kahani

ऐसी ही कुछ और कहानियाँ