पड़ोस वाली भाभी की मदद का ईनाम उनकी चूत

कर्ण ऑप्शन

08-01-2024

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चूत चाट के मजा दिया पड़ोस की भाभी को. मैं काफी दिन से भाभी को ताड़ रहा था. एक दिन भाभी ने बिजली ठीक करने को बुलाया तो वहां क्या क्या हुआ?


दोस्तो, मेरा नाम कर्ण (बदला हुआ) है। हमारे परिवार में 4 लोग हैं, मैं मेरे पापा, मम्मी और बहन!


मैं एक कॉलेज स्टूडेंट हूं और अपने सिटी के कॉलेज में ही पढ़ता हूँ। इस वेबसाइट का मैं बहुत बड़ा प्रशंसक हूं और नियमित रूप से यहाँ कहानियां पढ़ता हूं।


यह मेरी पहली कहानी है जो मैं यहां आपको बताने जा रहा हूं. मैंने एक भाभी को चूत चाट के मजा दिया. तो कृपया कर मेरी गलती को नजर अंदाज करें और कहानी का मजा लें।


अब आपका ज्यादा समय ना लेते हुए मैं कहानी पे आता हूं।


बात तब की है जब मैं ड्रॉप ईयर में था. स्कूली शिक्षा पूर्ण हो गई थी लेकिन मैंने कॉलेज में एडमिशन नहीं लिया था.


मेरे पड़ोस में एक परिवार रहटा था, वो सिर्फ दो ही जन थे, पति और पत्नी। पति तो कुछ करता नहीं था, हर वक्त नशे में रहता था. उनकी बीवी काम करके घर का खर्चा संभालती थी।


एक दिन की बात है जब उनके घर में लाइट नहीं थी, बाकी सभी के घर में थी यानि उनकी बिजली खराब थी. तो भाभी मुझे बुलाने आयी ताकि मैं देख सकूं कि हुआ क्या है। मुझे इसके बारे में काफी ज्ञान है.


तो जब मैं उनके घर गया तो मैं मेन स्विच के पास गया, देखा तो उनके वायर का ज्वाइंट था, वो जल गया था।


मैंने ठीक करने के लिए उनके दूसरा वायर माँगा तो उन्होंने बोला- ऊपर रखा हुआ है. आओ मेरी मदद कर दो नीचे उतारने में!


मैं अब आपको भाभी के बारे में बताता हूं. उनका नाम ज्योति (बदला हुआ नाम) है।


वे दिखने में काफी सुंदर और सुलझी हुई हैं। उनका फिगर 38-34-40 होगा तकरीबन! रंग गोरा और ऊंचाई 5 फीट 4 इंच होगी।


अब मैं गया उनकी मदद करने! ऊपर सामान रखा हुआ था तो भाभी स्टूल पर चढ़ी और सामान निकालने की कोशिश करने लगी.


वहां अंधेरा था तो कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. तो वे अंदाजे से ही सामान खोज रही थी।


मैंने उनका स्टूल पकड़ा हुआ था ताकि वे गिरे ना!


अब उनकी गांड मेरी आंखों के ठीक सामने थी. यह देख कर मेरी नीयत थोड़ी डोल गई और मैं उनकी गांड की ओर खिंचा चला गया.


धीरे से मैंने अपने चेहरे को ले जा कर उनकी गांड से सटा दिया. इससे भाभी एकदम सिहर गयी तो थोड़ा झटका सा लगा उन्हें… वे पीछे मुड़ कर पूछने लगी- क्या हुआ? मैंने कहा- कुछ नहीं।


वैसे मेरी नजर भाभी पर पहले से ही खराब थी और भाभी भी मुझे बराबर लाइन देती थी।


अब मैं अपने चेहरे की भाभी की गांड में और दबाता गया और भाभी के मुंह से आह निकल गई।


मैं डर गया और थोड़ा दूर हट गया और बोला- क्या हुआ भाभी? तो वे बोली- मेरे हाथ में कुछ लग गया है. मुझे वायर नहीं मिल रहा. तुम ही खोज दो ना!


फिर भाभी स्टूल से नीचे उतर कर आ गई और मैं स्टूल पर चढ़ गया. भाभी ने स्टूल पकड़ा लेकिन सामने की तरफ से।


मैं अब सामान खोज रहा था और भाभी मेरे लन्ड के पास अपना चेहरा लाए जा रही थी. शायद मेरी हरकत की वजह से उनमें भी जोश आ गया था।


अब वे अपने मुंह को मेरे लन्ड के एकदम पास ले आयी जिसकी वजह से मेरा 6 इंच का लन्ड खड़ा हो गया जो भाभी के नाक से जा टकराया।


उनकी इस हरकत से मुझसे रहा नहीं जा रहा था. मैं सामान खोजने के बहाने अपना लन्ड भाभी के मुंह से टकरा रहा था. भाभी भी अपना मुंह नहीं हटा रही थी।


अब मुझसे रहा नहीं गया, मैं स्टूल से उतरा और भाभी को बांहों में भर लिया और लिप किस करने लगा. भाभी भी मेरा साथ देने लगी. उनकी भी चूत में खुजली हो रही थी तो!


अब हम दोनों वहीं बेड पे आ गए और लगातार एक दूसरे को पागलों की तरह चूमे जा रहे थे; कभी मैं ऊपर तो कभी वे मेरे ऊपर! मुझसे ज्यादा तो भाभी जंगली हो रही थी।


हम दोनों ने एक दूसरे के कपड़े का उतरे पता ही नहीं चला। अब भाभी सिर्फ़ काले ब्रा और लाल पैंटी में थी और मैं सिर्फ चड्डी में था।


मैंने भाभी की चड्डी भी निकाल दी और भाभी ने मेरा कच्छा उतार दिया।


अब हम एक दूसरे के सामने एकदम नंगे थे. मेरा लन्ड पूरी तरह से खड़ा था. उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था, एकदम क्लीन थी।


हम दोनों एक दूसरे को चूमे का रहे थे. मैं उनके चूचे की निप्पल को मुंह में ले के चूसे जा रहा था और एक हाथ से उनकी चूत को सहला रहा था।


भाभी का एक हाथ मेरी पीठ पर और दूसरा मेरे लन्ड पर था। ऐसे ही हम 10 मिनट एक दूसरे को सहलाते रहे और चूमते रहे।


मैं भाभी की चूत में अपनी उंगली डालने लगा लेकिन भाभी की चूत एकदम टाइट थी. मैंने भाभी को कहा- भाभी, आपकी चूत तो बहुत टाइट है. तो भाभी ने जवाब दिया- 4 महीनों से तेरे भैया ने मुझे चोदा नहीं है. मैं भी लंड के लिए कब से मरी जा रही थी. आज मेरी जरूरत पूरी हो रही है.


मैंने भाभी से कहा- भाभी, आप चिंता मत कीजिए. आपकी 4 महीने की चुदाई मैं एक ही दिन में कर दूंगा. भाभी ने बोला- हां बिल्कुल … कर दो ना मेरी जान!


अब मैं उनकी चूत में उंगली किए जा रहा था और भाभी के मुंह से निकल रहा था- आह आआ … आओह या आहा हाहा बेबी … हाँ … और जोर से करो। मैं उनकी आवाज सुन के और जोश में आ गया और भाभी की फुद्दी में उंगली करता रहा.


फिर मैंने उनकी चूत पर अपना मुंह रख दिया और जीभ से चूत चोदने लगा. चूत चाट के मजा मिलने से भाभी से रहा नहीं गया और उनका सारा माल मेरे मुंह में आ गया.


मैंने कुछ अंदर किया और कुछ माल भाभी को किस कर के उनके ही मुंह में डाल दिया। मेरा ऐसा करना भाभी को काफी अच्छी लगा।


तभी मैंने भाभी से पूछा- भाभी, आपने अब तक कितनों से चुदाई कराई है? तो भाभी ने कहा- शादी से पहले या बाद में? मैं बोला- दोनों बता दो मेरी जान!


तो भाभी ने कहा- शादी के पहले तो 15-16 लड़कों से … और शादी के बाद कम मौका मिला इसलिए 8 लोगों से ही चुदाई का मजा ले पाई हूँ मैं!


अब मैंने अपना लन्ड भाभी के मुंह में दे दिया जिसे भाभी किसी एक्सपर्ट की तरह चूसने लगी. और मैं आसमान में उड़ने लगा.


भाभी गले में अंदर तक मेरा लन्ड ले जा रही थी जिससे मुझे बड़ा मजा आ रहा था।


अब मुझसे रहा नहीं गया, मैंने भाभी को बेड पे लिटाया और लंड को उनकी चूत़ के मुंह के ऊपर रगड़ा और अन्दर डालने के लिए झटका मारा. लेकिन मेरा लंड फिसल के बाहर आ गया क्योंकि उनकी चूत काफी टाईट थी.


फिर मैंने थूक लगाया उनकी चूत में … और अपने लन्ड पर भी! तब मैंने भाभी की चूत में लंड टिकाया और धक्का मारा तो मेरा आधा लंड उनकी चूत को चीरता हुआ अन्दर चला गया. जिसे भाभी सह ना पाई और उनके मुंह से चीख निकल गई।


मैंने उन्हें लिप किस किया और थोड़ी देर रुका रहा. जैसे ही भाभी शांत हुई, मैंने एक और धक्का मारा तो मेरा लन्ड पूरी तरह चूत के अन्दर चला गया और भाभी की आंखों में आंसू आ गए।


मैं थोड़ी देर रुका, फिर भाभी को पेलना शुरू किया. भाभी को भी धीरे धीरे मजा आने लगा. अब हम दोनों सेक्स का असीम आंनद उठाने लगे।


मैं उनको चोदे जा रहा था. उनके मुंह से ‘आ आह आह … आह ओह … आ आ’ की मधुर आवाज आ रही थी जो मेरे कानों को भा रही थी।


पूरे कमरे में चूत लंड के मिल्न की पच पच की आवाज आ रही थी जो कमरे के माहौल को और गरमा रही थी. फिर मैंने भाभी को दीवार से टिकाया और नीचे से लंड उनकी चूत में घुसा दिया.


उसके बाद मैंने भाभी को धड़ाधड़ चोदना शुरू किया. भाभी की ‘आ आह आह ओह ओह’ की आवाज और बढ़ती गई.


मैंने उनके मुंह को हाथ से ढक लिया और चोदता रहा।


तभी भाभी बोली- मैं छूटने वाली हूं! मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी क्योंकि अब मैं भी छुटने वाला था.


2 मिनट की चुदाई के बाद भाभी का माल निकल गया जो मेरे लन्ड पे मुझे महसूस हुआ. जिसकी वजह से मैं भी छुट गया।


मेरा और भाभी के माल का संगम भाभी जी की चूत में हुआ. जैसे ही मैंने अपना लन्ड निकाला, मिक्स माल बाहर आने लगा और फर्श पे गिरने लगा।


मैं भाभी से अलग होकर बेड पर लेट गया। कुछ देर बाद फिर से हम दोनों मूड में आ गए और एक राउंड और चुड़ाई का शुरू हुआ और 20 मिनट बाद खत्म हुआ।


फिर मैंने भाभी के घर की लाइट ठीक की और भाभी को किस करके उनकी चूची को चूम के मैं घर वापस आ गया।


उसके बाद तो मैंने बहुत बार चूत चाट के मजा दिया पड़ोस की भाभी को और हमारे बीच कई बार और सेक्स हुआ. वह सब कभी और बताऊंगा दोस्तो … अभी के लिए सिर्फ इतना ही! बाय … अपना ख्याल रखना आप सभी! [email protected]


Bhabhi Sex

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