एक अकेला मर्द पांच औरतों का पति बना- 2

रिया राजपूत

22-02-2024

50,584

टोटल फेक सेक्स कहानी में सब कुछ झूठ है, फर्जी है, काल्पनिक है. इस कहानी में मैंने अपने विशाल लंड से भाभी की चूत की सील तोड़ी, बहन की बुर को पहली बार चोदा.


दोस्तो, मैं सुशांत आपको अपनी फेक सेक्स कहानी बता रहा था. कहानी के पहले भाग नंगे लोगों का परिवार में अब तक आप पढ़ चुके थे कि मैं एक असाधारण व्यक्तित्व का मर्द हूँ. मेरा कद 6 फुट 4 इंच है और लंड किसी मोटे खीरे के जैसा है. मैंने अपनी मॉम को चोद दिया था और उनकी चुदाई के वक्त मेरी बड़ी दीदी मुझे मॉम को चोदता हुआ देख रही थीं. वे भी गर्म हो गई थीं और हम दोनों मां बेटे की चुदाई के साथ खुद भी चुदने के लिए मचलने लगी थीं.


अब आगे टोटल फेक सेक्स कहानी:


मेरी बड़ी बहन ने आगे बढ़ कर मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और वे मॉम और मेरे लंड चूत का मिश्रित रस चूस कर मदमस्त होने लगीं. दीदी ने मेरे लंड को चूस चूस कर फिर से खड़ा कर दिया था.


अब मैंने अपनी दीदी की चूत चाटना शुरू कर दी. मॉम फर्श पर पड़ी सिर्फ देख रही थीं और वे अपनी चूत को सहलाने लगी थीं.


जल्दी ही मैंने अपनी बहन की कुंवारी चूत में अपना मूसल लंड पेल दिया और उन्हें चोदने लगा. दीदी भी खूब चिल्लाईं लेकिन वे भी जल्द ही मेरे लौड़े की फ्रेंड बन गईं.


मेरी और दीदी की चुदायी पूरे एक घंटा तक चली थी.


दीदी की चुदायी के बाद मैंने उनकी चूत चाटकर साफ कर दी थी.


मेरे चोदने से मां और दीदी दोनों ही खुल गई थीं और अब हम तीनों में खूब चुदाई होने लगी थी.


बिना किसी प्रोटेक्शन के चुदाई करने से मॉम और दीदी प्रेग्नेंट हो गयी थीं और दोनों ही अपने अपने गर्भ में पल रहे बच्चों को जन्म देना चाहती थीं.


अब यह मामला काफी गम्भीर बन चुका था. दोनों ही मेरे चोदने के बाद मुझे अपना पति भी मान चुकी थीं. दीदी ने तो बाकायदा मेरे लंड से अपनी बुर की सील टूटने से जो खून निकला था, उसी से अपनी मांग भर ली थी.


ये सब मेरे भाई को भी मालूम पड़ गया था कि इन दोनों के गर्भ में मेरे ही बच्चे पल रहे हैं.


घर में इस अहम मुद्दे पर वोटिंग करायी गयी कि मुझे किसके साथ शादी करनी होगी. हमारे कोई रिश्तेदार नहीं थे और हम सदस्य ही किसी भी विषय पर निर्णय कर लेते थे.


वोटिंग के बाद यह निर्णय लिया गया कि इस इमरजेंसी में पहले भाई की शादी जल्द से जल्द कराई जाएगी. फिर मेरी शादी मॉम और दीदी के साथ पूरे रीति रिवाज के साथ होगी.


डैडी भी इसी पक्ष में थे कि घर का मामला घर में ही रहना चाहिए.


एक महीने के अन्दर भाई की शादी हो गयी और नयी भाभी घर आ गई थी. भाभी के घर आने के दूसरे ही दिन भाई को अपनी नौकरी के चलते विदेश एक ट्रेनिंग पर जाना पड़ गया. वह छह महीने बाद वापस आने वाला था.


भाभी भी इतनी ज्यादा हॉट माल थी कि मैंने पहली बार में देखते ही उसे चोदने का मन बना लिया था. भाभी का भी उसकी मां के सिवा इस दुनिया में कोई अपना नहीं था.


वह भी जल्द ही हम सभी से अच्छी खासी तरह से घुल मिल गयी थी. इधर घर के पुराने नियम के अनुसार अब भी मैं, मॉम और दीदी एक साथ ही नंगे होकर नहाते थे, एक ही बिस्तर में नंगे सोते थे.


एक रात को भाभी ने मुझे नंगे घूमते देख लिया था और वह भी मेरे खड़े औजार के साथ. दोस्तो, जो भी लड़की या औरत मुझे नंगा देख लेती थी, वह मेरे असाधारण लंड के कारण मुझसे मोहित हो जाती थी.


भाभी भी मुझ पर और मेरे लौड़े पर मोहित हो गयी थी. वैसे भी वह अपने पति से अब तक चुदी नहीं थी.


एक सुबह मैं नहाने के लिए बाथरूम में घुस गया था. आज मॉम घर में नहीं थीं, वे डैडी से मिलने गयी थीं.


अब तक भाभी को हमारे रिश्तों के बारे में भनक नहीं थी. मैं अपने कपड़े उतार कर नंगा ही बाथरूम में दीदी के आने का इन्तजार करने लगा.


दीदी के नहीं आने पर मैंने उनको आवाज दी. उस वक्त दीदी टॉयलेट में थीं इसलिए वे चिल्ला नहीं सकी थीं.


मेरी आवाज सुन कर भाभी बाथरूम के पास आ गईं.


मैंने सोचा कि दीदी आई हैं. मैंने उन्हें देखा ही नहीं था.


मैंने दरवाजा खोला और भाभी को दीदी समझ कर अन्दर खींच लिया. जैसे ही मैंने भाभी को खींच लिया तो भाभी चिल्ला उठीं. तब मुझे समझ में आया कि यह तो भाभी है.


भाभी ने आज फिर से मुझे नंगा देख लिया था. वह इठला कर बोली- शर्म नहीं आती अपनी भाभी को ऐसे खींचते हुए … और रात में ऐसे ही नंगे क्यों रहते हो? माना कि तुम्हारी बॉडी अच्छी है और औजार भी बड़ा है, तो इसका मतलब ये तो नहीं कि भाभी से ही लंपटई कर लो!


मैंने भाभी से क्षमा मांगी और कहा- मुझे लगा दीदी हैं, इसलिए खींच लिया था. भाभी- दीदी होतीं, तो क्या उनके साथ भी ऐसे ही करते?


अब मामला खुल गया था. मैंने उन्हें सब बता दिया- देखो भाभी, मैं दीदी और मॉम रोज ऐसे ही नंगे नहाते हैं एक साथ. मैं दीदी और मॉम के बच्चे का बाप बनने वाला हूँ. अब वे दोनों मेरी पत्नियां बनेंगी. वह भी बहुत जल्द और पूरे रीति रिवाज के साथ. मैंने आपको दीदी समझ कर खींच लिया था. वैसे आप भी चाहें तो मेरे साथ नहा सकती हैं. मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है. मैं आपको अपनी तीसरी पत्नी बनाकर भी रख सकता हूँ, अगर आप चाहें तो!


भाभी- ये क्या बकवास कर रहे हो, मॉम और दीदी के पति कैसे हो सकते हो? तुम झूठ बोल रहे हो! मैं- नहीं भाभी, अब जब दीदी मेरे साथ नंगी नहाने आ जाएंगी, तब आप देख लेना कि मैं सच बोल रहा हूँ या झूठ.


भाभी- ओके … देखती हूँ.


इतने में दीदी नंगी ही बाथरूम में आ गईं और उन्होंने आते ही भाभी के सामने ही पहले मुझे किस कर दिया क्योंकि उन्होंने भी टॉयलेट में ही सब सुन लिया था. भाई बहन दोनों को नंगा देख कर और चूमाचाटी का यह मनभावन नजारा देख कर भाभी चौंक गयी थी.


फिर हम दोनों ने एकदम बिंदास होकर भाभी के सामने ही अपना पति पत्नी वाला खेल शुरू कर दिया. जल्द ही हम दोनों भाई बहन की चुदाई बाथरूम में ही शुरू हो गयी.


भाभी बड़ी गौर से चुदाई देख रही थी. करीब आधा घंटा तक मैंने बहुत जोरदार सेक्स किया. उसके बाद दीदी की चूत चाटते हुए मैं भाभी को भी देख ले रहा था.


दीदी ने अपनी चुदाई करवाते समय भाभी को सब कुछ बता दिया था. ये सब सुनकर भाभी चौंक गयी.


दीदी ने भाभी को मना लिया और अब वह भी नंगी ही नहाने आ गयी. मैं दीदी की चूत चाट रहा था और दीदी और भाभी एक दूसरे को किस कर रही थीं.


दीदी ने भाभी को भी गर्म कर दिया था. अब मैंने भाभी की चूत पर अचानक हमला बोल दिया और अपनी जीभ भाभी की चूत में डालकर इधर उधर घुमाने लगा.


भाभी की चूत को तो मैं कुत्ते की तरह चाटने लगा था. दो ही मिनट में भाभी ने अपनी चूत से पानी छोड़ दिया.


मैंने उसकी चूत से निकला सारा पानी पी लिया. ये देख कर भाभी भी अब पागलों की तरह मुझे किस करने लगी.


फिर 15 मिनट की चूमाचाटी के बाद मैं भाभी की चूत में लंड घुसाने लगा. लेकिन उसकी चूत बहुत टाइट थी, बड़ी मुश्किल से लंड अन्दर गया था. वह अब तक चुदी ही नहीं थी.


मैंने भाभी की चुदाई करके उसकी सील तोड़ दी थी. भाभी को मेरे मोटे लवड़े से चुदवाने में दर्द भी होने लगा था.


वह छोड़ देने के लिए चिल्ला रही थी लेकिन मैंने उसे छोड़ा नहीं था. थोड़ी देर के दर्द के बाद भाभी भी मजे लेने लगी थी.


करीब एक घंटा तक मैंने भाभी को सभी पोज़ीशन में चोद लिया था. भाभी थक गयी और उसने मुझसे कहा- आज के बाद में तुम्हारी तीसरी पत्नी मैं हूँ. मैं भी तुम्हारे साथ ही शादी कर लूंगी.


दीदी- और आपके पहले पति का क्या होगा भाभी? भाभी- मैं दोनों को पति बनाकर खुश रखूंगी. आज से मेरे दो पति हैं, जैसे मॉम के हैं. सच में देवर जी आपका लंड कमाल का है, मेरी तो इस घर में चांदी हो गयी है.


मैं और दीदी हंसने लगे. दीदी- इसी लिए मैंने भाई से शादी करने का फैसला किया है. अब मैं और मॉम दोनों गर्भवती हैं. हम दोनों तो एक ही बार में अपने इस भाई से प्रेग्नेंट हो गयी थीं.


भाभी- अच्छा तो मेरे पतिदेव यह बताएं कि आपके लंड में इतनी ताकत कहां से आ गयी? दीदी- जी भाभी, हम सभी ने 13 साल तक लगातार अपनी मां का दूध पिया है. ये उसी का फल है कि मेरा भाई रोज किसी को चोदे बिना रह ही नहीं पाता है. कभी कभी तो यह पूरी पूरी रात मुझे और मॉम को चोदता रहता है. मॉम ने इसके लंड की मालिश करके इसका लंड इतना बड़ा बनाया है और अपने इसी बड़े लंड से इसने मॉम को भी चोद दिया है.


भाभी- तो फिर आप रात को ऐसे ही नंगे सोते हो एक साथ … वाओ काश मुझे मौका मिलता. मेरे पहले पति ने तो अभी तक मुझे चोदा ही नहीं है. मैं उससे नहीं तुमसे प्यार करती हूँ देवर जी. अब मुझे आप से ही शादी रचानी है. मैं- मुझे कोई ऐतराज नहीं है, मुझे तो बस चूत चोदने को मिलती रहे.


भाभी- तो अभी से तुम मेरे पति हो. दीदी- ये खुशखबरी मॉम और भाई को सुना देते हैं, आने दो उन्हें भी!


करीब दो घंटे बाद मॉम भी आ गईं. उनके आते ही दीदी ने मॉम से सब कुछ बोल दिया कि कैसे मैंने भाभी को चोद कर उसे भी बीवी बना लिया है.


मॉम- हे ऊपर वाले … इस लड़के का मैं क्या करूँ, यह तो बस चूत ढूंढता रहता है. इतनी ताकत कहां से आती है इसके पास?


मैं- आपके दूध की ताकत है मॉम, बस और कुछ नहीं! मॉम- तू तो बस दूध का दीवाना है!


यह सुनकर सब हंसने लगे. अब मैं भाभी, दीदी, मॉम सब नंगे ही एक साथ सो जाते थे.


अब छह महीने हो गए थे. भाई को घर वापस आना था. कुछ दिनों बाद सिविल हॉस्पिटल से अचानक फोन आ गया और पता चला कि विदेश से वापस आते समय भाई और पिता दोनों की एक दुर्घटना में मौत हो गयी थी. पूरे परिवार में अब मैं ही अकेला मर्द बच गया था.


कुछ दिनों बाद मॉम ने मेरी शादी मेरी ही गर्ल फ्रेंड से करा दी थी. मैंने पहले ही उसे सब बता दिया था.


मेरे घर की सभी स्त्रियां मेरे ही बच्चों की मां बनने वाली थीं. इस बात से मेरी गर्ल फ्रेंड को कोई प्रॉब्लम नहीं थी.


दरअसल वह भी भारी चुदक्कड़ थी और उसे मेरे लंड से बेइंतिहा मुहब्बत थी.


उसने बस एक शर्त रख दी थी कि तुम्हें मेरी बहन से भी विवाह करना होगा क्योंकि उसके घर में भी कोई नहीं था. मेरे घर के सब लोग उसकी बात से मान गए थे.


अब मेरी शादी एक साथ 5 महिलाओं से करा दी गयी थी और मैं अब 5 औरतों का अकेला पति था. मेरी पत्नियों में मेरी मॉम, दीदी, विधवा भाभी और ये दोनों बहनें अब मेरी पत्नियां थीं.


उनमें से तीन तो पहले से ही गर्भवती थीं. कुछ महीने बाद मेरी सभी पांचों पत्नियों ने बच्चों को जन्म दे दिया था.


अब मैं खाना खाता ही नहीं हूँ, बस जब भूख लगती, तो किसी एक बीवी का दूध पी लेता हूँ. मां ने सबको औषधि दे दी थी, तो सबके मम्मों से भर भर कर दूध आने लगा था.


यह सब अगले दस साल तक लगातार चलने वाला था. हम सभी सुख से रह रहे हैं.


जैसे जैसे मैं किसी एक बीवी के थन से दूध पीता हूँ, वैसे ही मेरा शरीर बलशाली बनता जा रहा है और इसी कारण से मैं एक साथ एक ही बिस्तर पर उन पांचों औरतों की चुदाई करके उन्हें संतुष्ट रखने का दम रखता हूँ.


मैं पूरी पूरी रात चुदाई करता हूँ. मैं आज सच में बहुत खुश हूँ. ऊपर वाला करे कि ये दूध कभी समाप्त ही ना हो. मॉम के दूध से बने ये संबध ऐसे ही अटूट रहें.


मेरी सारी बीवियां मुझे खुद का दूध पिलाने के लिए लालायित रहती हैं और मैं सबको चोद कर संतुष्ट रखने में कामयाब भी हूँ.


अब भी हम सब घर में पूरे नंगे ही रहते हैं. प्रकृति के हिसाब से जियो … और मजे करो.


आपको मेरी टोटल फेक सेक्स कहानी कैसी लगी प्लीज कमेंट में जरूर बताएं. [email protected]


Family Sex Stories

ऐसी ही कुछ और कहानियाँ