मुंह बोली बहन मेरे फ्लैट पर रहने आई- 2

अहमर खान

05-06-2024

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Xxx कपल फक कहानी में ऑनलाइन बहन बनी लड़की मेरे किराये के घर में रहने आ गयी. हमारे कमरे अलग अलग थे. एक रात मेरी नीन्द खुली तो वह मेरे साथ नंगी लेटी थी.


कहानी के पहले भाग मुंह बोली बहन मेरे साथ नंगी थी में आपने पढ़ा कि इन्स्टा से मेरी दोस्ती एक लड़की से हुई. वह मुझे भाई कहती थी. मेरी जॉब भी उसी के शहर में लग गयी. संयोग से हम एक ही घर के दो अलग अलग कमरों में रहने लगे थे. एक रात मेरी नींद खुली तो वह मेरे बिस्तर में थी.


अब आगे Xxx कपल फक कहानी:


अब मुझसे रहा नहीं गया, मैंने इल्मा की चूत पर अपने होंठ रख दिए और चाटना शुरू कर दिया.


बहुत मस्त स्वाद था उसकी चूत का … मुझे चाटने में बहुत मजा आ रहा था. उसकी चूत से हल्का हल्का सा पानी बह रहा था जो मुझे और भी मदहोश कर रहा था.


अब मैंने इल्मा की चूत में अपनी जीभ डालनी शुरू की और धीरे धीरे जीभ अंदर तक डाल के मैं उसकी चूत चाटने का मजा लेता रहा।


अभी 10 मिनट हुए थे मुझे इल्मा की चूत चाटते हुए … अब वह धीरे धीरे कसमसाने लगी थी. लेकिन अब मुझे उसके जागने का कोई डर नहीं था क्योंकि मुझे पता था वह जाग रही है, सिर्फ सोने का नाटक कर रही है.


अब वह हल्की सी सिसकारियां लेने लगी थी और मैं लगातार उसकी चूत को ऐसे चाट रहा था जैसे बरसों का प्यासा हूं.


फिर धीरे धीरे उसके हाथ मेरे सिर पर आ गए और वह मेरे बालों में हाथ फेरने लगी.


शायद अब वह झड़ने के करीब थी.


धीरे धीरे उसके हाथों का दबाव मेरे सिर पर बढ़ता जा रहा था. अचानक वह काफी ज़ोर ज़ोर से चिल्ला कर झड़ने लगी.


अब वह बिना किसी डर के चिल्ला रही थी और मैं उसकी चूत से निकलता हुआ सारा पानी पीता रहा और उसकी चूत चाट चाट के साफ कर दी।


तब मैंने अपना सिर उठा के इल्मा की तरफ देखा तो हम दोनों की नज़रें मिली. उसने मुझे पकड़ के अपने ऊपर खींच लिया.


अब हम दोनों के होंठ आपस में लिपट गए और वह मुझे पागलों की तरह ऐसे किस करने लगी जैसे वह कबसे इस पल के इंतजार में थी.


कभी वह मेरे होंठ चूसती तो कभी मैं उसके होंठ चूसता. कभी वह मेरी जीभ चूसती तो कभी मैं उसकी जीभ चूसता.


ऐसे ही हम दोनों 15 मिनट तक पागलों की तरह एक दूसरे को किस करते रहे.


फिर हम दोनों के होंठ अलग हुए.


अब मेरी नज़र उसके बूब्स पर थी.


उसके बूब्स काफ़ी बड़े बड़े हैं और उन पर छोटे छोटे गुलाबी रंग के निप्पल क्या गज़ब ढा रहे थे! वह एक भरे हुए जिस्म की चबी गर्ल है उसका फिगर 38-34-36 का बहुत जबरदस्त फिगर है।


अब मैंने उसके बूब्स चूसने शुरू कर दिए और वह मेरे बालों को सहलाती रही. मैं बारी बारी से उसके दोनों बूब्स चूसता रहा और उसके गुलाबी निपल्स का मजा लेता रहा.


करीब 5 मिनट मैंने उसके बूब्स चूसे उसके बाद एक लंबा स्मूच किया.


मैंने उसे और फिर होंठों को अलग करके उसकी आंखों में देखा और उससे पूछा- इल्मा, मजा आया? तो उसने हां में सिर हिलाया.


फिर मैंने उससे पूछा- मेरा लंड चूसोगी? तो भी उसने हां में सिर हिलाया और मुझे साइड में पलट के मेरे ऊपर आ गई।


अब वह पहले तो मुझे पागलों की तरह किस करने लगी. क्या जबरदस्त किस था वह … उसका मैं शब्दों में बता नहीं सकता.


फिर किस करने के बाद वह मेरे सीने पर किस करने लगी और धीरे धीरे नीचे की तरफ बढ़ने लगी.


अब वह मेरे पूरे बदन को चूमते हुए मेरे लंड तक पहुंच गई. मेरा लंड एकदम सख्त खड़ा था.


पहले वह लंड को हाथ से सहलाती रही, फिर उसने लंड पर जीभ फिरा के लंड को चाटना शुरू कर दिया.


मेरे लंड पर उसकी जीभ लगते ही मेरे अंदर करेंट सा दौड़ गया, मैं पूरे सुकून से इस पल का मजा ले रहा था.


उसने 3-4 बार अपनी जीभ से मेरे लंड को टोपे तक चाटा और फिर टोपा मुंह में लेकर चूसने लगी.


धीरे धीरे इल्मा मेरा पूरा लंड अपने गले तक अंदर लेकर चूसने लगी।


अब पूरे कमरे में उसके लंड चूसने की ‘पच पुच गप’ की आवाज गूंज रही थी और मैं मजे में आंखे बंद किए लंड चुसवाने का मजा ले रहा था.


कभी वह लंड को पूरा हलक तक लेजाकर रोक लेती तो और फिर झटके से बाहर निकलती, तो कभी वह मेरी गोलियों को चाटती.


ऐसे ही अलग अलग तरह से वह मुझे लंड चूस के मज़ा दे रही थी।


अब मेरा झड़ने का टाइम करीब आ रहा था. मैंने इल्मा को बोला- मैं झड़ने वाला हूं.


तो उसने नज़रें उठा के मेरी तरफ देखा और अब उसने अपने होंठों को और अच्छी तरह से मेरे लंड पर जकड़ के चूसना शुरू कर दिया. अब उसके होंठों की पकड़ और मेरे लंड के बीच हवा जाने भर की भी जगह नहीं थी.


इस तरह से वह फिर आंखें बंद करके लंड चूसने में मस्त हो गई।


उसके होंठों की पकड़ मजबूत होने से मुझे समझ आ गया था कि वह भी मेरे लंड का माल पीना चाहती है.


इसके बाद उसने लंड पर 7-8 चुस्कियां और लगाई. अब मेरा लंड झड़ने लगा था लेकिन उसने अपने होंठों को जरा सा भी नहीं खोला और मैं उसके मुंह के अंदर झड़ने का मज़ा ले रहा था.


उसके मुंह की पकड़ मेरे लंड पर पूरी तरह से जकड़ी हुई थी.


मेरे झड़ने के 20 सेकंड बाद उसने मेरे लंड को अपने मुंह से बाहर निकाला. तब तक लंड बिल्कुल साफ था.


इल्मा लंड से निकले माल की एक एक बूंद चाट गई और सारा माल पी गई.


अब वह मेरी तरफ देख के मुस्कुराई और फिर लंड मुंह में ले लिया और 30 सेकंड तक जब तक लंड में जान रही, तब तक उसने लंड चूसा।


उसके बाद वह मेरे पास में लेट गई. हम दोनों एक दूसरे से लिपट गए और धीरे धीरे एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे.


करीब 5 मिनट तक किस करने के बाद हम दोनों के होंठ अलग हुए।


फिर मैंने इल्मा से पूछा- तुम मेरे पास रात में किस टाइम लेटी आकर?


तो वह मुस्कुराई, उसने मुझे बताया- मैं 3 दिन से लगातार तुम्हारे रूम के दरवाज़े से तुम्हें पोर्न देख के मुठ मरते हुए देख रही थी. ये सब देख कर मेरा मन भी नहीं मान रहा था. तभी आज अचानक मेरा हाथ दरवाज़े पर लग गया और तुमने सुन लिया और मुझे आवाज़ लगाई. तो मैं पानी पीने का बहाना करके वापस चली गई.


उसने आगे बताया- फिर मुझे नींद नहीं आई तो मैंने 1:30 बजे नीचे आकर देखा तो तुम सो रहे थे. मैंने चादर हटा कर देखी तो तुम नंगे थे और तुम्हारा लंड खड़ा था. तो मुझसे रहा नहीं गया और मैंने भी अपने सारे कपड़े उतारे और तुम्हारे पास में लेट गई. मैं जाग ही रही थी, तभी 2 बजे तुम भी जाग गए और फिर खेल शुरू हो गया।


उसके इतना बताते ही मैंने उससे पूछा- क्या तुमने कभी सेक्स किया है? तो उसने बताया- किसी लड़के के साथ सेक्स कभी नहीं किया. लेकिन यहां शिफ्ट होने से पहले मैं और सबा (इल्मा की फ्रेंड) दोनों आपस में लेस्बियन सेक्स करती थी और रात भर मेरी तरह वह भी नंगी ही सोती थी!


मैंने पूछा- क्या क्या करती थी तुम दोनों लेस्बियन सेक्स में? तो उसने बताया- किस करती थी, एक दूसरी के बूब्स दबाती थी, चूसती थी और चूत चाटती थी. सबा के पास डिल्डो भी था तो उस डिल्डो से एक दूसरी की चूत की चुदाई भी करती थी।


मुझे यह सब सुन कर मज़ा आया और अब मुझे ये भी पता चल गया था कि इल्मा की चूत चोदने के लिए मुझे खून खराबा नहीं करना पड़ेगा क्योंकि वह पहले ही डिल्डो का इस्तेमाल कर चुकी है।


अब मैंने उसकी मर्जी जानने के लिए उससे पूछा- मेरे साथ सेक्स भी करोगी या जितना अभी हुआ बस इतना ही? तो उसने जवाब दिया- भाई, मुझे तुम्हारे साथ पूरा मज़ा चाहिए. जो चाहे करो मुझे फुल मज़ा चाहिए और मैं भी आपको फुल मज़ा देने को कोशिश करूंगी.


इतना सुन कर मैं तो खुश हो गया।


अब चुदाई का दौर शुरू होना था, मैं इल्मा के ऊपर चढ़ गया और अपने लंड को उसके मुंह के पास ले जाकर मैंने उससे कहा- लंड को गीला कर दो ताकि चूत में आसानी से चला जाए!


उसने गप से लंड मुंह में ले के चूसना शुरू कर दिया और कुछ ही देर में उसने लंड चूस चूस के गीला कर दिया.


अब मैंने पोजीशन बनाई और लंड को इल्मा की चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया.


इल्मा तड़पने लगी और कहने लगी- भाई, प्लीज जल्दी से अन्दर डाल दो अपना लंड!


मैंने कुछ देर उसे तड़पाने के बाद मैंने लंड का टोपा उसकी चूत पर सेट किया और धीरे से धक्का लगाया. वह चिल्लाई- भाई धीरे से करो, तुम्हारा लंड बहुत मोटा है.


मैंने कहा- थोड़ा दर्द सह लो मेरी जान!


फिर मैंने धीरे धीरे लंड को इल्मा की चूत में डालना शुरू कर दिया. इल्मा दर्द के मारे चादर को अपने हाथों में समेट रही थी.


लगभग 8-10 धक्कों में मेरा पूरा लंड इल्मा की चूत में अपनी जगह बना चुका था. लेकिन अब तक इल्मा को काफी दर्द होने लगा था.


तो मैंने लंड को ऐसे ही उसकी चूत के अंदर रोक के इल्मा को किस करना शुरू कर दिया.


थोड़ी देर बाद वह बराबर से मेरे होंठों को चूसने लगी. मैं समझ गया कि अब इल्मा का दर्द बंद हो गया.


तो मैंने अब धीरे धीरे धक्के देना शुरू कर दिया. मैंने 7-8 मिनट तक धीरे धीरे धक्के लगाए.


उसके बाद इल्मा भी नीचे से अपनी कमर चलाने लगी. तो मैंने धक्कों की स्पीड बढ़ानी शुरू कर दी.


अब मैं इल्मा को पूरे मज़े में चोद रहा था और वह मेरा पूरा साथ दे रही थी.


वह बड़ी गजब की आवाज़ें निकल रही थी- आह … भाई ई चोदो … अपनी इल्मा को … और ज़ोर से चोदो भाई … बहुत मज़ा आ रहा है तुम्हारा लंड अपनी चूत में ले के! आआ आआ अह्ह आह्ह्हह मेरी जान अहमर!


मैं लगातार इल्मा को मस्ती में चोदता रहा और वह सेक्सी आवाज़ें निकालती रही.


ऐसे ही चूत में लंड डाले डाले ही मैं उसकी साइड में पलट गया. अब हम दोनों के जिस्म का एक हिस्सा बिस्तर पर था और हम दोनों मिरर पोजीशन में थे.


इस पोजीशन में मैं उसे चोदने लगा.


इल्मा मेरे होंठों को चूसने लगी. मैं भी उसका साथ देने लगा और किस करते करते मैं उसकी चुदाई करने लगा.


इल्मा और ज़्यादा जोश में मुझे किस करने लगी और मुझे ज़ोर से अपनी बाहों में जकड़ने लगी. फिर वह झड़ गई.


उसका पानी निकलने के बाद मुझे उसको चोदने में और भी ज़्यादा मज़ा आने लगा.


अब पूरे कमरे में चुदाई की फच्च् फच्च् फच्चह की आवाज़ें गूंजने लगी. इस पोजीशन में एक अलग ही मज़ा आ रहा था.


कुछ देर तक इसी पोजीशन में हमारी चुदाई चली, फिर इल्मा ने अपनी चूत से मेरा लंड निकाल दिया और मैं सीधा लेट गया।


अब वह मेरा लंड चूसने लगी. 2-3 मिनट तक उसने मेरा लंड चूसा फिर वह अपनी दोनों टांगें मेरे दोनों तरफ करके मेरे ऊपर आ गई.


मेरे लंड पर उसने अपनी चूत को सेट किया और धीरे धीरे लंड पर बैठने लगी. इल्मा को चूत तो पहले से ही डिल्डो से खुली हुई थी.


अब मैं चुदाई कर रहा था तो इल्मा को लंड लेने में ज्यादा तकलीफ नहीं हुई, उसने पूरा लंड अपनी चूत में ले लिया और वह मेरे लंड पर उछलने लगी और लंड को चूत के अंदर तक लेने की कोशिश करने लगी.


अब तो मैं सिर्फ लेट के मज़ा ले रहा था और इल्मा बहुत मज़े से मेरे लंड पर कूद रही थी.


कुछ देर बाद इल्मा ने मेरा हाथ पकड़ कर उसी पोजीशन में मुझे अपनी तरफ खींचा तो मैं उठ कर बैठ गया.


मेरा लंड तो उसकी चूत में ही था.


अब हम दोनों एक दूसरे से बिल्कुल चिपक गए और किस करने लगे.


इस पोजीशन का भी अपना एक अलग ही मजा है.


अब हग, किस और चुदाई एक साथ चल रही थी.


इस पोजीशन में उसके बूब्स भी मेरे मुंह के करीब थे.


मैं चुदाई चुदाई करते करते उसके बूब्स भी चूस रहा था, इस पोजीशन में भी इल्मा ने एक बार मुझे ज़ोर से जकड़ा और झड़ गई और उसकी चूत का पानी मुझे मेरी जांघों पर बहता हुआ महसूस होने लगा।


अब चुदाई करते हुए काफी देर हो चुकी थी और मुझे लग रहा था मैं 5 मिनट तक और चलूंगा.


तो मैंने इल्मा से कहा- 5 मिनट बाद मेरा होने वाला है, बाहर निकालू या अंदर? उसने तुरंत जवाब दिया- अंदर ही निकल दो, कुछ नहीं होगा.


मैंने उससे फिर से पूछा- पक्का अंदर निकल दूं? तो उसने कहा- हां मेरी जान हमेशा अंदर ही निकालना … टेंशन न लो, मैं मेडिकल लाइन में हूं. कुछ नहीं होगा. घबराओ मत!


अब मैं भी बेफिक्र हो गया और मैंने अब अंदर झाड़ने की वजह से पोजीशन बदलना सही समझा. मैंने इल्मा को अपने ऊपर से हटाया और उसको लेटने को कहा.


जब वह लेट गई तो मैंने उसको बेड के किनारे पर खीच लिया.


अब मैंने बेड से नीचे खड़े होकर उसकी चूत पर अपना लंड रखा और एक ही धक्के में पूरा लंड अंदर डाल दिया और चोदने लगा.


इस बार मैं उसको फुल स्पीड में चोद रहा था. इल्मा खूब जोर जोर से चिल्ला रही थी- आआआ आअह्ह … भाई ई आई … और तेज़ चोदो आआ आह्ह!


मैं उसको इस पोजीशन में बहुत रगड़ के चोद रहा था.


अब मैं झड़ने वाला था, 5-7 धक्कों के बाद मेरा माल निकलने लगा और मैं धक्के लगाता रहा.


जब तक मेरी आखरी बूंद तक इल्मा की चूत के अंदर नहीं गिर गई, तब तक मैंने धक्के चालू रखे.


उसके बाद मैंने उसकी चूत से लंड बाहर निकाला और हम दोनों नंगे ही बेड पर लिपट के लेट गए.


Xxx कपल फक का पूरा मजा लेने के बाद हम दोनों किस कर रहे थे!


क्या बताऊं यारो … किस करते हुए हम दोनों का मन ही नहीं भर रहा था, होंठों को अलग करने का दिल ही नहीं कर रहा था.


हम दोनों कुछ देर तक ऐसे ही बातें करते रहे और बीच बीच में किस भी करते रहे।


टाइम देखा तो रात के 3 बज चुके थे.


फिर मैंने इल्मा से पूछा- और करोगी या नींद लगी है? तो उसने जवाब दिया- भाई, आज ही मेरी जान निकाल लोगे क्या? अब तो हर रोज़ मैं तुम्हारे ही बिस्तर पर ऐसे ही नंगी सोऊंगी तुम्हारे साथ … जितना चाहे चोदना. अभी बहुत थक गए हैं, अब सोते हैं.


मैंने भी उसकी बात मानी और हम दोनों नंगे ही लिपट कर सो गए।


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